ज़मीन पर जबरन घर बनाए जाने पर प्राथमिकी
सारण : छपरा भेल्दी थाना क्षेत्र अंतर्गत समस्तपुरा गांव में एक व्यक्ति के निजी जमीन पर उसके पड़ोसी द्वारा जबरन घर बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया। जिसका विरोध व मना करने पर मारपीट एवं जान से मारने की धमकी दी गई। इस संबंध में पीड़ित समस्तपुरा निवासी शत्रोघ्न सिंह ने भेल्दी थाना में आवेदन दिया। जिसमें कहा कि गाँव पड़ोसी दरोगा सिंह, राकेश कुमार, माला देवी, रवि कुमार, सोनू कुमार सभी लोग मिलकर मेरे पुश्तैनी जमीन को दखल कर जबरण घर बनाने लगे। जब मैं अवैध कार्य को रोकने करने गया तो गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे।
इस मामले में पहले से कोर्ट में मामला दायर है वहीं इसमें माला देवी अपराधिक बैकग्राउंड के भी हैं। कोर्ट में उनपर ट्रायल चल रही है था उनके पति जेल में बन्द हैं। आवेदन की छायाप्रति सारण पुलिस अधीक्षक व मढ़ौरा डीएसपी को वाट्सप पर भेज फोन पर मामलों से अवगत करा करवाई की मांग की गई। वही भेल्दी थानाध्यक्ष ने भी मामले में आरोपियों पर करवाई की बात कहीं।
एसपी ने ड्यूटी पर तैनात 300 कर्मियों के बीच मास्क का किया वितरण
सारण : छपरा रोटरी क्लब सारण के तत्वावधान में छपरा सारण के पुलिस लाईन में सारण आरक्षी अधीक्षक हर किशोर राय ने ड्यूटी में तैनात 300 पुलिस कर्मियों के बीच मास्क का वितरण किया। इस अवसर पर छपरा सारण के आरक्षी अधीक्षक हर किशोर राय ने कहा रोटरी क्लब सारण ने पुलिस कर्मियों के लिए मास्क मुहैया कराया हैं जिससे पुलिस कर्मी आसानी से अपनें कर्तव्यों का पालन कर सकेंगे। उन्होंने कहा अन्यथा सड़कों पर न घूमें कोरोना से डट कर मुकाबला करें तभी हमारे देश से हमारे राज्य से हमारे शहर से कोरोना का खात्मा होगा। अपनें घर में सुरक्षित रहें और हमेशा मास्क को पहनें तथा सेनेटाइजर से हाथ धोते रहें।
इस अवसर पर रोटरी क्लब सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा कोरोना को अपनें देश से अपनें राज्य से तथा अपनें शहर से भगाना हैं तो सावधानी हीं इसका कारगर ईलाज हैं। अपनें आसपास कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो अविलंब प्रशासन को सूचित करें तथा लाॅक आउट का सख्ती से पालन करें तभी हम सभी कोरोना वायरस को मात दे सकतें हैं।
इस अवसर पर रोटरी क्लब सारण के अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, सचिव अजय कुमार गुप्ता, रोटरी क्लब सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल, पुर्व अध्यक्ष राजेश जायसवाल, आगामी अध्यक्ष चन्द्र कान्त द्विवेदी, प्रदीप कुमार आदि ने सराहनीय सहयोग किया।
रामनवमी पर निकाले जानेवाली शोभा यात्रा स्थगित
सारण : देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए इस बार रामनवमी के अवसर पर निकालने वाली शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है। छपरा शहर में हर साल श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति के तत्वाधान में रामनवमी के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। इस बार भी 2 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा का आयोजन करने के लिए समिति के द्वारा तैयारी जोर-शोर से चल रही थी। परन्तु देश मे फैले कोरोना वायरस महामारी एवं लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए इस बार की शोभायात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है।
इस संबंध में श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति छपरा के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह (अनुज्ञप्तिधारी) ने वीडियो संदेश एवं प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस बार समिति के द्वारा 2 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर निकलने वाली शोभायात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। सोमवार की शाम समिति के कार्यसमिति की बैठक एक बैठक की गई। जिसमें वर्तमान परिस्थियों को ध्यान में रखते हुए शोभायात्रा के आयोजन पर चर्चा की गई। जिसके बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि समाजहित में इस बार रामनवमी पर शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा। आगे यदि परिस्थितियों में परिवर्तन आता है, तो समिति के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर जैसा निर्णय लिया जाएगा, उससे लोगों को अवगत करवाया जाएगा।
वहीं समिति के सदस्य लक्ष्मी गुप्ता ने बताया कि 25 मार्च को विक्रम संवत 2077 भारतीय हिन्दू नववर्ष का आगमन हो रहा है। इस अवसर पर भी समिति के द्वारा दीपोत्सव का आयोजन किया जाना था, पर इस कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया गया है। शोभायात्रा को लेकर भी 80 फीसदी तैयारी पूरी हो गई थी, पर कोरोना महामारी की वजह से शोभायात्रा को स्थगित करना पड़ रहा है। जिसका हमें काफी खेद है, पर समाजहित में, देशहित में यह निर्णय लिया गया है। हम सभी रामभक्तों से आग्रह करते हैं कि अपने घर पर ही रहें, 25 मार्च को हिन्दू नववर्ष के स्वागत में अपने घरों पर दीप जलाएं तथा रामनवमी के अवसर पर भी अपने घर पर ही हवन-पूजन करें। घर से बाहर न निकलें और कोरोना रूपी इस महामारी से लड़ने में सहयोग करें।
डीएम ने दिए कड़ाई से लॉक डाउन लागू करने का निर्देश
सारण : छपरा जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय के ने वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एमओआईसी एवं थाना प्रभारी को निर्देश दिया गया कि लॉक डाउन से संबंधित व्यवस्थाओं को कड़ायी से लागू करायी जाय। जिन क्षेत्रों को लाकडाउन किया गया है उसमें कोई भी व्यक्ति अन्यावश्यक रुप से घरों से बाहर न निकले। जिलाधिकारी ने कहा कि सारण जिला की सीमा को सील कर दिया गया है। अत्यंत अपरिहार्य परिस्थिति में किसी व्यक्ति के यात्रा केे लिए अनुमति पास निर्गत करने के लिए अपर समाहत्र्ता को प्राधिकृत किया गया है। बिना अनुमति पास के सारण जिला के सीमा में परिचालन अवरुद्ध किया गया है। सरकारी कर्मचारी एवं आवष्यक सेवाओं से संबंधित कर्मचारी केवल ड्यूटी के प्रयोजन से लाकडाउन से मुक्त रहेंगे। लेकिन उन कर्मचारियों को भी अपने साथ वैध परिचय पत्र रखना होगा।
घर-घर जाकर दूध वांटने वाले दूध विक्रेता एवं न्यूज पेपर हाॅकरों को प्रातः 5ः30 बजे से 9ः30 बजे तक लाकडाउन से मुक्त रखा गया है। जिला में स्थित रेस्टोरेन्ट में बैठकर खाना प्रतिबंधित किया गया है लेकिन भोजन की होम डीलीवरी पर प्रतिबंध नहीं रहेगा।
चुनौती की घड़ी में सभी की भूमिका अहम :
जिलाधिकारी ने कहा कि इस चुनौती की घड़ी में सभी पदाधिकारियों और कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी पदाधिकारी एवं कर्मी अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर रहकर कहीं से भी सूचना प्राप्त होते ही शीघ्र रिस्पांस लें। सभी प्रखंडों में चार-चार वाहन उपलब्ध करायें गये हैं जिनको मेडिकल टीम के साथ एलर्ट मोड में रखा जाय।
सभी का सहयोग अपेक्षित :
जिलाधिकारी ने कहा है कि कोरोना संपूर्ण समाज के लिए एक चुनौती है इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। जिला प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का सभी लोग अनुपालन करें। बेवजह घर से बाहर न निकले।
कंट्रोल रूम से सीधे पीएचसी को सूचना :
जिला नियंत्रण कक्ष, जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र या 104 नम्बर पर प्राप्त सूचना सीधे प्रखंड स्थित पीएचसी को ट्रान्सफर की जाएगी। वहाँ से क्वीक एक्शन लेते हुए मेडिकल टीम संबंधित प्रभावित व्यक्ति तक जाकर जाॅच करेगी और जरुरी इलाज करेगी या सलाह देगी। यह व्यवस्था 24 घंटे रहेगी। इसका अनुपालन सुनिश्चित करायी जाय।
कालाबाजारी करने पर होगी कार्रवाई :
जिलाधिकारी के द्वारा समानों की कालाबजारी रोकने और निर्धारित मूल्य पर हीं समान की बिक्री हो इस संबंध में सभी एसडीओ को निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक के द्वारा थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया कि लाकडाउन को सख्ती से लागू करायें एवं बेवजह घुम रहे गाड़ियों का चालान काटी जाय।
पुलिस कर्मियों की छुटियां रद्द :
पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने कहा कि सभी पुलिस कर्मियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गयी है। जो अवकाश पर थे आज हीं अपना योगदान देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना : बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान
सारण : कोरोना से बचाव को लेकर वैसे तो हर किसी को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है लेकिन बुजुर्गों (60 साल से ऊपर) का कुछ खास ख्याल रखना भी बहुत ही जरूरी है। इस अवस्था में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के चलते उनके संक्रमित होने का खतरा अधिक ही होता है। ऐसे में उन्हें घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं कि उन्हें कमरे में कैद कर दिया जाए। घर के हर सदस्य का फर्ज बनता है कि इस विषम परिस्थिति के समय वह घर के बुजुर्ग सदस्यों से पूरी तरह प्यार से पेश आयें और उन्हें उस तरह का माहौल प्रदान करें ताकि उनको घर से बाहर निकलने की जरूरत ही न महसूस हो।
बुजुर्गों को रखें पूरा ख्याल :
बुजुर्गों को एकाकीपन न महसूस हो, इसके लिए जरूरी है कि परिवार के अन्य सदस्य साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखते हुए उनको पर्याप्त समय दें। उनके लिए ऐसे कमरे का चयन करें जो की हवादार और खुला हुआ हो. उनके घर की बालकनी व बरामदे में टहलने की कोई पाबंदी न हो. मनोरंजन के लिए उनको टीवी पर उनके मनपसंद का सीरियल आदि देखने से न रोकें। पूजा-पाठ करते हों तो उन्हें उसको जारी रखने दें। व्यायाम करना भी ऐसे वक्त में जरूरी है. इसके लिए पार्क की जगह बरामदे और बालकनी का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसे माहौल में यह भी जरुरी है कि बुजुर्गों के साथ प्यार से बात की जाए ताकि उन्हें संक्रमित होने के ख़तरे का आभास भी कम हो।
बुजुर्गों में संक्रमण का दोगुना ख़तरा :
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार बुजुर्गों में कोवीड-19 के संक्रमण का खतरा आम लोगों की तुलना में दोगुना अधिक होता है. इसलिए बुजुर्गों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। ख़ास कर ऐसे बुजुर्ग जो किसी गंभीर रोग जैसे मधुमेह, ह्रदय रोग, फेफड़े एवं गुर्दे के रोग से पीड़ित हों, उनके परिवार को बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। इसके लिए जरुरी है कि बुजुर्गों के आहार का भी ध्यान रखा जाए।
खानपान पर दें पूरा ध्यान :
ऐसे समय में बुजुर्गों के खानपान पर भी पूरी तरह से ध्यान दिया जाए ताकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रहे. उनको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ सेवन करने को दिए जाएं, जैसे- गुनगुना पानी, जूस, नीबू रस गुनगुने पानी के साथ, तुलसी-अदरक वाली चाय आदि । उनके भोजन में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां और दाल की भरपूर मात्रा होनी चाहिए. मौसमी और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल जरूर लें. इसके आलावा जो लोग मांसाहारी हैं वह अच्छे से पके हुए चिकन-मटन व अच्छी तरह से उबाले गए अंडे का ही सेवन करें. कोरोना से बचने का सही तरीका ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतना ही है, ताकि वायरस को पूरी तरह से ख़त्म किया जा सके. हाथों को बार-बार साबुन-पानी से अच्छी तरह से धोएं, हाथों से मुंह-आँख व नाक को अनावश्यक न छुएँ, छूने के बाद हाथों को धोएं, घर के बार-बार इस्तेमाल होने वाले स्थानों की सफाई पर खास ध्यान दें और बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचें.
हमें विश्वास है, हम जीतेंगे :
रिविलगंज निवासी 60 वर्षीय सिधिया देवी का कहना है कि विश्व मे फैले कोरोना वायरस को लेकर मैं और मेरे पूरे परिवार के सदस्य 3 दिनों से घर मे ही है। वे इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क है और लॉक डाउन के नियमो का पालन कर रही है। ऐसे माहौल में उन्हें घर वालों का पूरा सहयोग भी मिल रहा है। उन्हें भी यह बात मालूम है कि उनकी सावधानी से सिर्फ वह ही सुरक्षित नहीं होंगे, बल्कि उनका परिवार भी सुरक्षित रहेगा. ‘‘ मुझे विश्वास है कि कुछ दिनों के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। तब तक इस गंभीर वायरस से लड़ने में सबको सहयोग करने की जरूरत है. सबके सहयोग से हम इस गंभीर स्थिति का सामना आसानी से कर सकेंगे।
सख्ती से लॉक डाउन का करें पालन
सारण : बिहार में हुई लॉकडाउन की घोषणा से किसी को नहीं घबराने की सलाह देते हुए सारण भाजपा जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा, ने कहा कि “ बिहार को कोरोना वायरस के खिलाफ युद्धस्तर पर तैयार करने की तरफ अहम कदम उठाया गया है, बिहार सरकार द्वारा लॉकडाउन की घोषणा कर दी गयी है। इस घोषणा से किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।
लॉकडाउन को लेकर किसी को कोई भ्रम या संशय न रहे, लॉकडाउन को सही से पालन करना सबकी जिम्मेदारी है। लॉकडाउन, एक आपाकलीन व्यवस्था है, जो किसी महामारी या किसी आपदा के समय सरकार द्वारा लागू की जाती है। यह कर्फ्यू नहीं है, इस दौरान आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है।
किराना दुकान, फल-सब्जियों और दूध की दुकान, गैस, पेट्रोल-पंप अस्पताल आदि जरूरी सेवाएँ खुली रहती हैं, वहीं सरकारी, गैर-सरकारी ऑफिसों, सिनेमाघरों, शॉपिंग मॉल जैसी भीड़भाड़ जैसी जगहों को बंद कर दिया जाता है। सार्वजनिक परिवहन के साधन जैसे ट्रेन, मेट्रो, बस आदि भी पूरी तरह बंद रहते हैं. इस दौरान आम जनता को सिर्फ घरों में रहकर इस अभियान का समर्थन करना होता है. लोगों के बाहर न निकलने से वायरस का प्रसार नहीं हो पाता, जिससे इसपर काबु पाना आसान हो जाता है.”
समग्र नमामि गंगे के राज्य संयोजक अजय यादव एवं जिला प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह ने कहा “ इस लॉकडाउन के समय हम सभी के अपने अपने दायित्व हैं, जिनका हमें सख्ती से पालन करने की जरूरत है. इस दौरान कई लोग अपने दफ्तरों में नहीं जा पाएंगे, इसलिए कंपनी मालिकों से मेरा निवेदन है कि उनके वेतन में कटौती न करें, दुकानदारों और व्यापारियों का यह दायित्व है कि बाजार में किसी तरह की कालाबाजारी होने से रोकें. हमें यह याद रखना होगा कि कोरोना सभी के लिए खतरनाक है, एकसाथ मिलकर ही इसका मुकाबला किया जा सकता है।”
कोरोना वायरस के प्रति किसान रहे सजग
सारण : भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं अतिरिक्त प्रभार झारखंड प्रभारी डॉ शैलेश कुमार गिरि ने आज मंगलवार को देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामले को दस्खते हुए बताया कि कोरोना रुपी स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति को मात देने में देश के 100 करोड़ किसान बंधुओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी जैसे आप मां अन्नपूर्णा की भूमिका में देश के लोगों की थाली में दो वक्त का निवाला परोसने का काम करते हैं । अंतः सभी देश वासियों के साथ किसान बंधुओं को सबसे अधिक कोरोना के प्रति सावधानी बरतने की जरूरत है।
बचाव के लिए इन बातो का पालन करें
- किसी से बात करते समय कम से कम एक मीटर की दूरी बनाये रखे
- छींकने-खासते समय नाक मुंह को टीसू पेपर्स या रुमाल का प्रयोग करें
- संक्रमित वस्तु या किसी भी वस्तु को छूने के बाद सबसे पहले हाथ को साबुन
- सेनिटाइजर या सर्जिकल स्प्रिट से हाथ धोने के बाद ही नाक,मुंह या आंखों को छुए
कोरोना वायरस के लक्षण :
- बुखार छींक के साथ खांसी
- सिर दर्द
- सांस लेने दिक्कत ।
- सांस भीतर की ओर खींच कर 20-25 सेकेण्ड रोकें,यदि सांस रुक जाती हैं तो आपको कोरोना नहीं है ।