23 सितंबर : आरा की मुख्य ख़बरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

दिनदहाड़े शख्स को मारी गोली

आरा : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है आरा से जहां अपराधियों ने एक शख्स को गोली मार दी है. आरा नवादा थाना क्षेत्र के रेड क्रॉस के पास युवक को अपराधियों ने निशाना बनाया है. गोली लगने के कारण युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया है. आनन-फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गोली युवक के हाथ मे लगने की बात बताई जा रही है. बता दे कि कुछ ही दूरी पर यही जिला जज का आवास भी है. घटना की सूचना मिलते ही फौरन मौके पर पहुंची पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.

कालाबाजारी का लाखों का अनाज जब्त, एसडीओ ने की छापेमारी

आरा : एक ओर राज्य में कोरोना महामारी और लॉकडाउन से लोग एक-एक दाने के लिए तरस रहे हैं ,वहीं दूसरी ओर जनवितरण प्रणाली के अनाजों की डीलर द्वारा कलाबाजारी करने का मामला निरंतर जारी है,वहीं आरा में उस वक्त एक मामला का भंडा फोड़ हुआ जब गुप्त सूचना पर पदाधिकारी पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की ।बता दें कि आरा अनुमंडल पदाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने शहर के महाराणा प्रताप नगर स्थित वार्ड नंबर 16 स्थित जन वितरण प्रणाली विक्रेता आनंद शंकर एवं प्रभावती देवी की दुकान में छापेमारी कर लाखों रुपये मूल्य का करीब 733 क्विंटल पीडीएस का खाद्यान्न जब्त किया है।

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सदर अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश के आलोक में आरा शहरी आपूर्ति निरीक्षक रश्मि पांडेय एवं सहायक आपूर्ति पदाधिकारी अभय कांत मिश्र ने दुकान स्थल पर पहुंचकर खाद्यान्न को जब्त कर एसएफसी गोदाम भेजवाने की तैयारी में जुटा था, तब तक इसकी भनक लगते हीं दोनों दुकान से संबंधित दर्जनों की संख्या में महिला और पुरुष उपभोक्ता सड़क पर उतर कर बवाल मचाने लगे और प्रशासन की करवाई के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त करने लगे। घटना की जानकारी मिलने के बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी दल- बल के साथ स्थल पर पहुंचे और उपभोक्ताओं को समझाएं बुझाए। उपभोक्ता खाद्यान्न को दुकान से उठाने का विरोध कर रहे थे। बाद में किसी तरह उपभोक्ताओं को शांत कराया गया। उसके बाद सदर एसडीओ के आदेश पर खाद्यान्न को जब्त करते हुए राज्य खाद्य निगम के गोदाम में भेजवाया गया।

इस बावत सदर अनुमंडल पदाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने वहीं किसी भी प्रकार के हंगामा से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि दोनों डीलर के खिलाफ मेयर समेत कई लोगों के द्वारा आवेदन दिया गया था। जांच के क्रम में यह पाया गया कि डीलर आनंद शंकर और प्रभावती देवी के द्वारा अनाज वितरण में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई है। इसी कारण इन दोनों के पास 1400 बोरा से ज्यादा चावल, गेहूं, दाल और चना का अनाज बचा हुआ था।बताया कि शिकायत के आलोक में जन वितरण प्रणाली विक्रेता के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

प्रशासन के द्वारा जब्त किए गए अनाज में 437 क्विंटल चावल, 268 क्विंटल गेहूं, 17.50 क्विंटल दाल और 10.50 क्विंटल चना का अनाज शामिल है। जब्त अनाज का बाजार में कीमत 1100000 रुपये के आसपास बताई जाती है। एस दी ओ ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच खाद्यान्न वितरण में अनियमितता पाई गई है और शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं के बीच खाद्यान्न का वितरण नहीं हो रहा था, जिसके बाद कार्रवाई की गई। उन्होंने प्रखंड आरा शहरी आपूर्ति निरीक्षक को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। वहीं दूसरी ओर जन वितरण प्रणाली विक्रेता आनंद शंकर ने बताया कि कुछ लोग मेरे विरुद्ध साजिश रच कर शिकायत कर गलत तरीके से करवाई कराई गई है। उन्होंने कहा कि मेरे दुकान के प्राप्त आवंटन के विरुद्ध 110 प्रतिशत वितरण हुआ है, जबकि प्रभावती देवी के दुकान के प्राप्त आवंटन के विरुद्ध 70 प्रतिशत वितरण हुआ है।

विक्रेता का दावा है कि पोस मशीन का वितरण प्रतिशत सही नहीं है। दूसरी ओर उन्होंने यह भी कहा कि मेरे दुकान में दूसरे जन वितरण प्रणाली दुकान का कार्ड जुड़ गया है, जिसका आवंटन मुझे नहीं मिलता है और नहीं मैं उन्हें खाद्यान्न देता हूं,जो नियम संगत है। इस दौरान आरा शहरी आपूर्ति निरीक्षक रश्मि पांडे ने कहा कि अप्रैल से लेकर अब तक विक्रेता द्वारा शत प्रतिशत खाद्यान्न का वितरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली विक्रेता आनंद शंकर का वितरण 47.40 प्रतिशत है, जबकि प्रभावती देवी का वितरण 45.01 प्रतिशत है। वही इस छापेमारी से कई जन वितरण प्रणाली दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है।

वार्ड नंबर 16 में चलने वाले दो पीडीएस दुकान के खिलाफ अनाज वितरण के दौरान कई प्रकार की गड़बड़ी करने की शिकायत आरा की मेयर रूबी तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता अभिषेक तिवारी और कई उपभोक्ताओं के द्वारा की गई थी। आवेदन को विगत दो माह पहले ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत विभाग के कई वरीय अफसरों को दी गई थी। इसी शिकायत के बाद प्रशासन के द्वारा उक्त छापेमारी की गई है। एडीएसओ ने बताया कि अप्रैल से लेकर अब तक अनाज वितरण में दोनों डीलरों ने गड़बड़ी की है।

भोजपुर जिले के आरा शहर में हाल के दिनों में इतनी बड़ी मात्रा में अनाज को जब्त नहीं किया गया था। यह हाल के दिनों की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पति-पत्नी डीलर के खिलाफ विगत माह से ही शिकायत की जा रही थी। पर इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। कार्रवाई नहीं होने के बाद कई अफसरों पर भी आवेदकों के द्वारा मिले होने का आरोप लगाया जा रहा था। नए सदर एसडीओ ने आने के साथ ही हैं आपूर्ति व्यवस्था सुधारने को छापेमारी शुरू कर दी है।

ट्रेन की छत पर चढ़ा युवक कर करंट से झुलसा

आरा : बिहार के भोजपुर में उस वक्त अफरातफरी का माहौल हो गया जब दानापुर रेलमंडल के कुल्हड़िया स्टेशन पर खड़ी एम्प्टी ट्रेन की छत पर एक युवक चढ़ा जिसके कुछ देर बाद करंट के लपेटे में आ गया और बुरी तरह से झुलस गया। युवक पटना जिले का बताया जा रहा है। बतादें कि सिरफिरा युवक मंगलवार की शाम हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया। करंट से झुलसा युवक मानसिक रूप से पीड़ित बताया जा रहा है। घायल 20 वर्षीय राजू राय पटना जिला के मनेर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव निवासी बृजनंदन राय का पुत्र है,जो वर्तमान में चांदी थाना क्षेत्र के भदवर गांव में अपनी नानी के घर ही रहता है। इलाज सदर अस्पताल,आरा में चल रहा है। वह करीब अस्सी फीसदी झुलस गया है।

युवक के परिजन ने बताया कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं रहती है।जिसका इलाज भी कोईलवर मानसिक आरोग्यशाला में चल रहा है। युवक राजू अपनी दवा लेने के लिए जा रहा था । कुल्हड़िया स्टेशन के समीप लगी एम्प्टी ट्रेन की छत पर वह अचानक चढ़ गया। सिरफिरे युवक को देखकर वहां मौजूद लोग सकते में आ गए। वहां मौजूद यात्रियों ने उसे छत से नीचे उतारने की काफी कोशिश की, पर वह किसी की सुनने का तैयार नहीं था।

इसी बीच ट्रेन की छत के ऊपर से गुजर रहे हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से वह बुरी तरह झुलस गया। घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी के जवान मौके पर पहुंच गए और झुलसे व्यक्ति को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। इस संबंध में जीआरपी थानाध्यक्ष शाहनवाज खान ने बतया कि कुल्हड़िया स्टेशन पर खड़ी एम्प्टी ट्रेन की छत पर चढ़ा एक मानसिक मरीज करंट की चपेट में आने से झुलस गया है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। बता दें कि साल भर पहले भी आरा रेलवे स्टेशन पर इस तरह की दो वारदात हो चुकी है, जिसमें करंट से झुलसने से वे बाल बाल बच गए थे।

हलकी वारिश ने बिगाड़ी शहर की सूरत

आरा : दो दिन से कभी तेज तो कभी हल्की बारिश से शहर की अधिकांश सड़कें झील सी बन गई। कई जगह नालों व सड़कों का फर्क मिट सा गया। बारिश के साथ हीं नालों का पानी भी कई सड़कों पर घुटने तक भर गया है। वहीं कई निजी व सरकारी कार्यालयों के परिसर में भी काफी पानी भर गया। शहर का सबसे बड़ा सरकारी सदर अस्पताल परिसर भी जलमग्न हो गया।

धोबीघटवा मोड़, बिहारी मिल, गोढ़ना रोड, नवादा स्टेशन रोड, करमन टोला, मठिया रोड, महावीर टोला, बाबू बाजार, जेल रोड, शीशमहल चौक, सिडिकेट-चौधरीयाना रोड, मौलाबाग, चंदवा मोड़ रोड, न्यू पुलिस लाइन रोड, क्लब रोड समेत कई अन्य सड़कें पानी से लबालब भर गया। जगह-जगह सड़कों पर बने गड्ढों में पानी भर जाने के कारण आवागमन के दौरान लोगों को काफी परेशान होते देखा गया। शहर के कई बड़े नाले बजबजाने लगा है।

पकड़ी मोड़, गैस एजेंसी रोड, न्यू पुलिस लाइन रोड, पकड़ी, ब्लॉक रोड, पितंबरा माई रोड और न्यू पुलिस लाइन रोड आदि मोहल्ला क्षेत्रों की सड़कों पर नाले का गंदा पानी बह रहा है। जिला मुख्यालय के अलावा अनुमंडल व प्रखंड क्षेत्रों में भी हुई बारिश से जहां सड़कें जलमग्न हो गई है।

सीएम ने आरा में वन विभाग व पीरो में एएनएम प्रशिक्षण संस्थान के भवन का किया उद्घाटन

आरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरा में वन प्रमंडल विभाग के कार्यालय व आवासीय भवन और पीरो में एएनएम प्रशिक्षण संस्थान छात्रावास भवन का उद्घाटन किया। मंगलवार की शाम सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा दोनों भवनों का उद्घाटन किया है। शहर के धनुपरा स्थित भोजपुर वन प्रमंडल विभाग के कार्यालय सह आवासीय भवन का निर्माण 178.38 लाख रुपए की लागत से किया गया है। मालूम हो भोजपुर जिले में वन प्रमंडल की स्थापना 1986 में हुई थी। इसके बाद से ही इस विभाग का भवन नहीं बन पाया था। शहर में यह किराए के मकान में अब तक कई स्थानों पर यह चला।

इसी क्रम में बिहार वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण कोष (दुर्गावती) से दो मंजिले भवन का निर्माण कराया गया है। दो मंजिले भवन के पहले तल पर वन विभाग का कार्यालय रहेगा। दूसरे तल पर अफसर और कर्मचारियों का आवासीय कमरा बनाया गया है। इस भवन के बन जाने से वन विभाग के कर्मचारियों में खुशी है। भवन नहीं रहने से विभाग के लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करने के साथ वाहन लगाने में भी भारी कठिनाइयों का सामना होता था। इस भवन के बन जाने से कार्यालय परिसर में वाहन लगाने समेत जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बल भी रखे जा सकते हैं।

उद्घाटन के मौके पर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी मिहिर कुमार झा समेत कई लोग मौजूद थे। इधर, पीरो में मुख्यमंत्री के द्वारा एएनएम प्रशिक्षण संस्थान सह छात्रावास भवन का उद्घाटन भी किया गया। सीएम के इस कार्यक्रम का प्रसारण एनआईसी भोजपुर के द्वारा हुआ। इस संस्थान में 70 बेड की क्षमता वाला छात्रावास बनाए जाने का भी लक्ष्य रखा गया है। भोजपुर जिले का यह तीसरा एएनएम एवं प्रशिक्षण संस्थान भवन है। इसकी जानकारी प्रभारी जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी रश्मि चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है।

नकली चालान पर बालू ले जाते सात ट्रैक्टर जब्त

आरा : उत्तरी बिहार के मुजफ्फरपुर से बालू का अवैध कारोबार करने के लिए भोजपुर पहुंचे सात लोगों को बालू ओवरलोडेड सात ट्रैक्टर के साथ गिरफ्तार किया गया है। उक्त कार्रवाई भोजपुर जिला खनन विभाग और कोईलवर थाने पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से की है।

मंगलवार को खनन विभाग को गुप्त सूचना मिली कि दूसरे जिले के लोग बालू ओवरलोडेड सात ट्रैक्टर बालू लेकर कोईलवर की तरफ से छपरा मुजफ्फरपुर की तरफ जा रहे हैं। इस सूचना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला अधिकारी प्रमोद कुमार और कोईलवर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा पुलिस बल के साथ सभी को पकड़ने के लिए निकल गए। सभी का पीछा पर कोईलवर के कपिलदेव चौक के पास पकड़ा गया। पकड़े गए लोगों में राजू राय, कृष्णा कुमार, रंजन कुमार, सरोज कुमार, मनजीत कुमार, दिलीप कुमार और सरोज कुमार शामिल है। सभी मुजफ्फरपुर जिला के सरैया थाना क्षेत्र के गोपीनाथपुर डूकरा गांव के निवासी हैं। जिला खनन पदाधिकारी के द्वारा सभी के खिलाफ कोइलवर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।

गिरफ्तार 7 लोगों में चालक के साथ कई ट्रैक्टर मालिक भी बताए जाते हैं। इन लोगों ने बालू का चालान मांगने पर दस्तावेज दिखाया। जांच में वह चालान नकली पाया गया । ज्ञात हो कि अवैध खनन के खिलाफ छापेमारी कर नाव ट्रक और ट्रैक्टर को जब्त की जा रही है।

सामुदायिक शौचालय में हो रहा बंदरबांट, उठ रहे हैं कई सवाल

आरा : जिले में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत बनाए जाने वाले सामुदायिक शौचालय निर्माण में घटिया निर्माण कार्य करवाने का मामला प्रकाश में आया है. जिले के कोइलवर प्रखंड के गोपालपुर वार्ड नंबर-9 में बन रहे सामुदायिक शौचालय में बंदरबांट की खबरें सामने आ रही है.

पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गांव में बन रहे शौचालय में भारी गड़बड़ी देखने को मिल रही है. वहीं इस मिशन में जुटे जनप्रतिनिधियों से लेकर कर्मचारियों, पदाधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण मिशन को सिर्फ लूट खसोट करने का जरिया बना लिया है. मालूम हो कि कोईलवर प्रखंड में 34 सामुदायिक शौचालय बनना है. जिसमे एक की कीमत करीब 3 लाख बताई जा रही है. जिसमे 3 पुरुष शौचालय, 3 महिला शौचालय व 2 स्नानघर बनाए जाएंगे.

शौचालय निर्माण के लिए सीमेंट और बालू का मसाला बना रहे एक मजदूर सोनू ने बताया कि वह 12/1 का मसाला बन रहा है. जबकि स्थानीय लोगों की मानें तो 5/1 का मसाला बनना चाहिए. जिससे शौचालय के दीवारों को मजबूती मिलेगी. वहीं स्थानीय महिला ने बताया कि हम गरीबों के लिए बन रहा यह शौचालय कब तक टिकेगा, यह तो भगवान ही जाने. सीमेंट डालने की जगह सिर्फ बालू से ही जुड़ाई की जा रही है. सब साहब लोग लूटने में ही लगे हैं.जनप्रतिनिधियों की ओर से लूट खसोट का धंधा जारी है.

वहीं जब इस संबंध में स्थानीय बीडीओ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां गुणवत्तापूर्ण काम चल रहा है. अब बीडीओ साहब को कौन बताए कि शौचालय बनाने के लिए बना मसाला देखने से तो यह नहीं लगता कि गुणवत्तापूर्ण काम हो रहा है. बहरहाल मामला जो भी हो लेकिन सरकार के इस प्रोजेक्ट का जनप्रतिनिधियों की ओर से लूट खसोट का धंधा बना लिया गया है.

राजीव एन अग्रवाल

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