कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुलपति ने जारी की एडवाइजरी
दरभंगा : कोरोना महामारी के वैश्विक संकट को ध्यान में रखते हुए संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजेश सिंह ने शनिवार को एहतियातन कई एडवाइजरी जारी की है और साथ ही पढ़ाई लिखाई पर कोई खास असर न पड़े इसको लेकर शिक्षाकर्मियों से एक खुली अपील भी की है। उन्होंने कहा है कि संक्रमण का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में ऑन लाईन शिक्षण व्यवस्था बेहद ही कारगर होगा। हमें खुशी है कि यहां के शिक्षक इस मामले में बेहतर कार्य कर भी रहे हैं।
उन्होंने समस्त कर्मियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि लॉकडाउन की अवधि में कई समस्याएं और चुनौतियां सामने आएंगी लेकिन मिलजुलकर हम सभी इसका सामना कर लेंगे। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में ही गठित कोरोना परामर्शदाता एवम पर्यवेक्षण सेल के साथ साथ उम्दा व्याख्यान संग्रहण के लिए बनाई गई समिति पर कुलपति प्रो0 सिंह ने सन्तोष जताया। इसी क्रम में कुलपति ने संकट की इस घड़ी में सभी कर्मियों से मानवता एवम राष्ट्र रक्षा की खातिर पीएम व सीएम राहत कोष में एक एक दिन की वेतन राशि उपहार देने की अपील की।
शिक्षकेत्तर कर्मियों को देना होगा बन्धेज पत्र
दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मियों को सातवे पुनरीक्षित वेतनमान के आधार पर पेंशन एवम मार्च-अप्रैल माह के बिना कटौती किये वेतन भुगतान का मामला करीब करीब सुलझ गया है। शनिवार को विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी रतन कुमार द्वारा इस मुत्तालिक जारी पत्र ने स्थिति को स्पष्ट कर दिया है।नयी व्यवस्था के अनुसार अब सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को एफओ कार्यालय में अगले तीन दिनों के भीतर मोटा – मोटी इस आशय का एक बन्धेज पत्र यानी अंडरटेकिंग लेटर जमा करना होगा कि वेतन सत्यापन कोषांग यानी पीवीसी द्वारा सत्यापित वेतन व पेंशन राशि ही अंतिम रूप से देय होगी। यानी कि विश्ववविद्यालय द्वारा भुगतान की गई वेतन व पेंशन की राशि एवम कोषांग द्वारा सत्यापित उक्त राशि में अंतर होता है तो अंतर राशि की बसूली या सामंजन करने के लिए विश्वविद्यालय को पूरा अधिकार रहेगा।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि पीजी के कर्मचारियों को विभागाध्यक्षों से , मुख्यालय के कर्मियों को कुलसचिव या उपकुलसचिव से और आंगीभूत व सम्बद्ध शास्त्री- उपशस्त्री कालेजों के कर्मचारियों को अपने अपने प्रधानाचार्यों से प्रति हस्ताक्षर कराकर बंधेज पत्र एफओ कार्यालय में समर्पित करना होगा। यही औपचारिकता पेंशन के हकदार पहली जनवरी 2016 को एवम उसके बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को निभानी होगी।तभी वे पेंशन व दो माह के वेतन पुनरीक्षित दर से पाने के हकदार होंगे।
बन्धेज पत्र तैयार करने में कर्मियों को परेशानी न हो इसका भी पूरा ख्याल रखा गया है। विश्वविद्यालय के लेखा विभाग ने बजाप्ता इसका प्रारूप बना दिया है और इसे विभागों व कॉलेजों के साथ मुख्यालय के कर्मियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी क्रम में यहभी हिदायत दी गयी है कि जिन कर्मियों का सत्यापित बन्धेज पत्र कार्यालय को समय पर नहीं मिलेगा वैसे कर्मी वेतन व पेंशन की राशि पाने से वंचित रह जाएंगे।
मुरारी ठाकुर