भारत विकास परिषद् की भारती-मंडन शाखा के तत्वावधान में हुआ स्वैच्छिक रक्तदान
दरभंगा : भारत विकास परिषद् की भारती- मंडन शाखा,दरभंगा के तत्वावधान में राजकुमार गणेशन ने डॉ शुक्ला मेडिसिटी ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान किया। अभिषेक कुमार की रक्त सघनता मात्र 3-4 ग्राम प्रति 100 मिली लीटर हो गई थी जिससे उनकी जान को काफी खतरा उत्पन्न हो गई। ऐसी स्थिति को देखते हुए रक्तदान शिविर का आयोजना किया गया।
रक्तदाता राजकुमार गणेशन स्थानीय स्वयंसेवी संस्था डा प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इस अवसर पर परिषद् के महासचिव राजेश कुमार, भारती-मंडन शाखा के संयोजक डा आर एन चौरसिया,एपेक्स फाउंडेशन,दरभंगा के अध्यक्ष डा के के चौधरी,पेशेंट की बहन आराधना कुमारी,भाई अभ्युदय कुमार तथा पीएनबी, सीएम कॉलेज में कार्यरत पेशेंट के निकट संबंधी संजय कुमार देव, रक्तदाता के भाई चंदन कुमार, रक्त अधिकोष के तकनीकी पदाधिकारी मुकेश कुमार सिंह,सहयोगी पुरुषोत्तम कुमार व चिरंजीव कुमार आदि उपस्थित थे।
रक्तदाता राजकुमार ने कहा कि मैं हर वर्ष 2 बार रक्तदान करता हूं। यह मेरा सातवां रक्तदान है। रक्तदान से मुझे अत्यधिक प्रसन्नता होती है। यह मानव सेवा का उत्तम माध्यम है। परिषद् के महासचिव राजेश कुमार ने कहा कि रक्तदान महादान है,जिसके द्वारा लोगों की जान बचाई जा सकती है। रक्तदान से अनेक लाभ हैं तथा रक्तदाता के अनेक रोगों का निःशुल्क जांच भी हो जाता है। भारती-मंडन शाखा के संयोजक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि इसे प्रयोगशाला में कृत्रिम रूप से नहीं बनाया जा सकता है।
स्वैच्छिक रक्तदान ही रक्त आपूर्ति का सर्वोत्तम माध्यम है। एपेक्स फाउंडेशन,दरभंगा के अध्यक्ष डा के के चौधरी ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है जो अत्यधिक पुण्यदायक भी है। कोरोना महामारी के संकट में रक्तदान का अपना विशेष महत्व है। पीएनबी कर्मी संजय कुमार देव ने कहा कि इस संगठन का कार्य काफी सराहनीय है। लोगों को इससे अधिक से अधिक जुड़ना चाहिए,ताकि अन्य क्षेत्रों में भी इस संस्था की गतिविधि इसी तरह होती रहे।
एबीवीपी ने एसटीईटी परीक्षा रद्द करने को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने माध्यमिक शिक्षक पत्रता परीक्षा को रद्द किये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण व आत्मघाती कदम बताया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मा राज्यपाल, मुख्यमंत्री ,उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व बिहार बोर्ड अध्यक्ष को पत्र लिखकर तुरंत पुनर्विचार का आग्रह किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री लक्ष्मी कुमारी ने कहा STET परीक्षा की पूरे धटनाक्रम के अध्ययन हेतु अभाविप ने एक आंतरिक अध्ययन किया है।
मुरारी ठाकुर