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20 फ़रवरी : सारण की मुख्य ख़बरें

रेड क्रॉस ने किया शताब्दी दिवस पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन

सारण : रेड क्रॉस सोसाइटी के 100 वर्ष पूर्ण होने पर आज गुरुवार को शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय मुख्यालय के निर्देश पर बिहार के सभी रेड क्रॉस, ब्लड बैंक और रेड क्रॉस द्वारा संचालित प्रत्येक जिले के ब्लड बैंक पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसाइटी शाखा सारण के द्वारा भी छपरा ब्लड बैंक में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया।

सर्व प्रथम सिविल सर्जन मदेश्वर झा, डॉ० नीला सिंह, डॉ० किरण ओझा और छपरा रेड क्रॉस सचिव श्रीमती जीनत जरीना मसीह ने केक काट के रेड क्रॉस का शताब्दी समारोह मनाया। उसके बाद रेड क्रॉस के सदस्यों के द्वारा ब्लड डोनेशन किया गया।

सिविल सर्जन ने रेड क्रॉस के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि रक्त दान महादान है, प्रत्येक स्वास्थ्य व्यक्ति को तीन महीने पर एक बार रक्त दान करनी चाहिए। वही रेड क्रॉस सचिव जीनत मासिह ने कहा कि यह कार्यक्रम राज्यमुख्यालय के दिशानिर्देश पर चलाया गया है और रेड क्रॉस सोसाइटी साल में तीन बार रक्तदान का कार्यक्रम छपरा में करती है।

रक्तदान करने वालो में रेड क्रॉस युवा इकाई के सदस्य रितिका सिंह, प्रखर पुंज, विकास कुमार, भुनेश्वर कुमार, राहुल कुमार, अनिशा कुमारी, चाँद साह,  अंकित शर्मा, सरोज सिंह, रज्जय सिंह, बिट्टू सिंह सहित 15 लोगो मे ब्लड डोनेट किया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया गया जिसमें रक्तदान के लिये जनता जागृत हो।युवा रेड क्रॉस के युवाओ में काफी उत्साह देखने को मिली और अधिकांश रक्त देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो कर ब्लड बैंक में उपस्तिथ हुए।

इस अवसर पर रेड क्रॉस कोषाध्यक्ष डॉ० सुरेश प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष डॉ० एमपी० सिंह, सदस्य श्री अरविंद कुमार शर्मा, नदीम अहमद, संजीव कुमार चौधरी, जितेंद्र कुमार के अलावे युवा रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य आलोक राज, अमन राज, अमन सिंह, धीरज कुमार पाण्डेय, अभिनंदन कुमार, विकी कुमार, चंदन कुमार, करण, सोनम, यश और तान्या सिंह महजूद थी।

रेड क्रॉस सोसाइटी शाखा सारण के उपाध्यक्ष डॉ० एमपी ने बताया कि रेड क्रॉस सोसाइटी गरीब, असहाय लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहती है और आपदा के समय इसके सदस्य बढ़-चढ़ कर  हिस्सा लेते है।

थियोसोफिकल सोसाइटी द्वारा मनाया गया अड्यार दिवस

सारण : अंतरराष्ट्रीय संस्था थियोसोफिकल सोसाइटी के सभागार में मंगलवार की संध्या अड्यार दिवस मनाया गया। समारोह को संबांधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि थियोसोफिकल सोसाईटी के विचार से ही दुनिया में शांति व बंधुत्व का भाव लोगों में उत्पन्न हो सकता है। क्योंकि थियोसोफिकल सोसाइटी विश्व शांति का संदेश देता है।

सभा की अध्यक्षता कर रहे जगदम कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. के.के. द्विवेदी ने कहा कि थियोसोफिकल के तीन स्तंभ  जियार्डिनो ब्रूनो, कर्नल आलकाट और जे. कृष्णमूर्ति का देहावसान एक दिन हुआ। जिसे अड्यार दिवस के रूप में मनाया जाता है। अड्यार दिवस को दान दिन भी कहते है। राजेंद्र कालेज के पूर्व प्राचार्य मृदुल शण ने कहा कि अड्यार दिवस पर थियोसोफिकल सोसाइटी विशेष कर दान एवं सेवा का कार्य करने का संकल्प लेता है और करता है।

कार्यक्रम में सामूहिक रूप से प्रार्थना की गई। संयुक्त सचिव अमृत प्रियदर्शी ने भी अड्यार दिस के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर मुरारी शरण, ध्रुवदेव नारायण सिंह, अनिल कुमार श्रीवास्तव, ज्ञानती गुप्ता, ईश्वर प्रसाद, रविशंकर प्रसाद श्रीवास्तव,  सुरेंद्र प्रसाद, संतोष तिवारी, सुधीर सिंह समेत अन्य गणामन्य लोग मौजूद थे।

पुलिस ने 386 लीटर शराब किया नष्ट

सारण : उत्पाद अधिनियम के तहत जब्त देशी व विदेशी शराब को परसा पुलिस नष्ट किया गया। छापेमारी में बरामद अंग्रेजी और देशी शराब को नष्ट किया गया। जिला उत्पाद विभाग निरीक्षक गणेश चन्द्र दण्डाधिकारी सीओ रामभजन राम की  उपस्थिति में थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने थाना परिसर में बुधवार को देशी व अंग्रजी 386 लीटर शराब को जेसीबी मशीन से गाढ़ा खोद डाल दिया गया।

इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने बताया की शराब अधिनियम के उत्पाद बिभाग और डीएम के निर्देश के आलोक में जप्त शराब को नष्ट किया गया।जिसकी सूचना विभाग को दे दिया गया है। इस मौके पर थानाध्यक्ष सुधीर कुमार एस आई जितेश यादव ओम प्रकाश सिंह भरत राय सुदिश राय तेजलाल माँझी आदि उपस्थित थे।

तीसरे दिन भी लटका रहा विद्यालय में ताला

सारण : अपनी मांगों को लेकर नियोजित शिक्षक तीसरे दिन भी विद्यालय नहीं जाकर धरना पर जमे रहे, जिससे प्रखंड के सभी विद्यालय में ताला लटका रहा। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समिति के तत्वधान में प्रखंड के नियोजियत शिक्षक बीआरसी परिसर में धरना प्रदर्शन किया। बैठक की अध्यक्षता अजीत पांडेय ने किया। मंच संचालन चमन तिवारी ने किया।

शिक्षको ने सरकार विरोधी नारे लगाए व हुंकार भरा। शिक्षको की हड़ताल देख प्रखंड के जनप्रतिनिधियों भी समर्थन के लिए आगे आ रहे है। वही बुधवार को धरहरा खुर्द पंचायत के मुखिया पति बसंत सिंह धरना स्थल पहुँच इनके हड़ताल का समर्थन किया। इन्होने कहा कि शिक्षकों का मांग जायज है इन्हें समान कार्य के लिए समान वेतनमान व बिरार राज्य कर्मी का दर्जा मिलना चाहिए।सरकार का तानासाही नही चलेगी क्योकि इनलोगो का संवैधानिक मांग है।

शिक्षको पर किसी प्रकार का करवाई होती है तो हमलोग चुप बैठने वाले नही है।हमलोग सरकार को उखाड़ फेंकने का कार्य करेंगे। इन्होने अपने पैड पर माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर वेतनमान देने की अपील किया। वही शिक्षको का कहना है कि सरकार चाहे निलंबित कर दे,या,जेल भेज दे हमलोग डरने वाले नही,जबतक वेतनमान नही मिलेगा हम सभी शिक्षक हड़ताल वापस लेने वाले नही है।

शिक्षक हड़ताल पर है सरकार के गलत नीति की वजह से, बिहार सरकार शिक्षको को कम वेतन देकर शोषण कर रही है। जब आंदोलन कर रहे है ।सरकार दमनकारी नीति से हमे डरना चाहती है ,लेकिन हम लोग डरने वाले नही है।जब तक सरकार हमारी मांगो को नही मानती है तब तक हम लोग हड़ताल पर डटे रहेंगे।

इस मौके पर तेजनारायण सिंह, नीरज शर्मा, प्रभात सिंह, अजय सिंह चौहान, शम्भूनाथ प्रसाद, संजय सिंह, अनिल सिंह, ब्रजेश कुमार, सुदामा सिंह, सुबोध मण्डल, रेखा कुमारी, निर्मला कुमारी, अनिता कुमारी, प्रदीप तिवारी, सुनील राम, संजय सिंह, सकीना खातून, ददन प्रसाद, बीरेंद्र राम, अनिल पंडित, मो अयूब सरवर, मो रिजवान,सुमित कुमार,मंजू कुमारी,साकेत कुमार,सुजीत कुमार गुप्ता, धर्मेन्द्र चौधरी,धनंजय कुमार,ओंकार सिंह,पवन लाल साह, निभा कुमारी,अरुण ओझा,आशा कुमारी,समेत सैकड़ो शिक्षक मौजूद थे।

लावारिस बच्चे को आरपीएफ ने एनजीओ को सौपा

सारण : आरपीएफ एएसआई हेमा सिंह ने ड्यूटी के दौरान गाड़ी संख्या 18181 अप में एक लावारिस बच्चा मिला। बच्चे की पहचान राज कुमार के रूप में हुई है। बच्चे ने बताया कि वह निरसौली पश्चिमी टोला थाना पानापुर सारण का रहने वाला है, उसके पिता का नाम राकेश सिंह है।

एएसआई ने बच्चे को एक एनजीओ के कर्मी रिंकी सिंह को फर्द सुपुर्दगी नामा तैयार कराकर सुपुर्द किया।

एबीवीपी ने मनाई माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर की जंयती

सारण : अखिल भारतीय विधार्थी परिषद्, छपरा नगर इकाई द्वारा अभाविप के स्थानीय कार्यालय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परम पूजनीय माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर की  जंयती पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया।।

इस उपलक्ष्य पर विशवविद्यालय संगठन मंत्री धीरज कुमार ने कहा कि जब जब कभी भारत की एकता, अखण्डता की बात होगी, तब-तब गुरूजी की राष्ट्रजीवन में किये गये योगदान की चर्चा अवश्य होगी। चाहे स्वतंत्रता के बाद कश्मीर विलय हो या फिर अन्य कोई महत्वपूर्ण प्रकरण। श्री गुरूजी को राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा की भारी चिंता लगी रहती थी।

उनके अनुसार भारत कर्मभूमि, धर्मभूमि और पुण्यभूमि है। यहां का जीवन विश्व के लिए आदर्श है। भारत राज्य नहीं राष्ट्र है। राष्ट्र बनाया नहीं गया, अपितु यह तो सनातन राष्ट्र है। गुरूजी द्वारा प्रदत्त महान विचार पुंज तेजस्वी भारत राष्ट्र की परिकल्पना की सृष्टि करता है। गुरूजी की आध्यात्मिक शक्ति इतनी प्रबल थी कि ध्यान इत्यादि के माध्यम से उन्हें आने वाले संकटों का आभास भी हो जाता था।

गुरूजी निरंतर राष्ट्र श्रद्धा के प्रतीकों का मान, रक्षण करते रहे। वे सदैव देशहित में स्वदेशी चेतना, स्वदेशी व्रत, स्वदेशी जीवन पद्धति, भारतीय वेशभूषा तथा सुसंस्कार की भावना का समाज के समक्ष प्रकटीकरण करते रहे। वे अंग्रेजी तिथि के स्थान पर हिंदी तिथि के प्रयोग को स्वदेशीकरण का आवश्यक अंग मानते थे। गौरक्षा के प्रति चिंतित व क्रियाशील रहते थे।

गुरूजी की प्रेरणा से ही गोरक्षा का आंदोलन संघ ने प्रारम्भ किया। विश्व भर के हिंदुओं को संगठित करने के उददेश्य से विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की गयी। विद्या भारती के नेतृत्व में अनेकानेक शिक्षण संस्थाओं का श्री गणेश हुआ। उनकी प्रेरणा से सम्भवतः सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ऐसा ही कोई क्षेत्र छूटा हो, जहां संघ के अनुशांगिक संगठनों का प्रादुर्भाव न हुआ हो।

श्री गुरूजी का अध्ययन व चिंतन इतना सर्वश्रेष्ठ था कि वे देश भर के युवाओं के लिए ही प्रेरक पुंज नहीं बने, अपितु पूरे राष्ट्र के प्रेरक पुंज व दिशा निर्देशक हो गये थे। वे युवाओं को ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रेरित करते रहते थे। वे विदेशों में ज्ञान प्राप्त करने वाले युवाओं से कहा करते थे कि युवकों को विदेशों में वह ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, जिसका स्वदेश में विकास नहीं हुआ है। वह ज्ञान सम्पादन कर उन्हें शीघ्र स्वदेश लौट आना चाहिए।

वे कहा करते थे कि युवा शक्ति अपनी क्षमता का एक-एक क्षण दांव पर लगाती हैं। अतः मैं आग्रह करता हूं कि स्वयं प्रसिद्धि संपत्ति एवं अधिकार की अभिलाषा देश की वेदी पर न्योछावर कर दें। वे युवाओं से अपनी पढ़ाई की ओर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा करते थे। वे युवाओं को विदेशी संस्कृति का अंधानुकरण न करने के लिए भी प्रेरित करते थे। इस मौके पर विभाग संयोजक बंशीधर कुमार, जिला संयोजक अंकित सिंह, जिला संगठन मंत्री अभिमन्यु कुमार, अभिषेक शर्मा, गुलशन कुमार, गोविंद, विक्की, अमित, अनिष, विशाल, सोनू, आकाश, बिट्टू सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।