9 नए मामलों के साथ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 15
सारण : जिले में आज कोरोना वायरस के नौवे पॉजिटिव मरीज मिला है। नौवे मरीज छपरा इंजीनियरिंग कॉलेज आपदा राहत केंद्र से है, लगातार बढ़ रही संख्या से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। पिछले दिनों सारण जिले के बनियापुर व सोनपुर से कोरोना के पॉजिटिव मामले पाए गए थे, इसी के साथ सारण जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 15 हो गई है। अब तक एक मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौट गया है।
लॉकडाउन : रेड क्रॉस ने जरूरतमंद को उपलब्ध कराया ब्लड
सारण : रेड क्रॉस सोसाइटी सारण के द्वारा इसुआपुर निवासी अवधेश सिंह को एक यूनिट ब्लड उपलब्ध कराई गई।अवधेश सिंह जिनका होमोग्लोबिन अचानक कम हो जाने के बाद छपरा सदर अस्पताल में भर्ती लिये थे। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें ब्लड चढ़ाने की बात कही। अवधेश सिंह इस लॉक डाउन में घर मे अकेले है उनके सारे परिजन मुम्बई में रहते है जो इस लॉक डाउन में वही है। जब ये बात उनके बेटे के द्वारा रेड क्रॉस के सदस्य हरिनारायण सिंह को मिली तो वो तुरंत रेड क्रॉस सोसाइटी छपरा इकाई के सचिव श्रीमती जीनत जरीना मसीह से संपर्क किया।
इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जिला सचिव ने युवा इकाई के जिला सचिव श्री अमन राज को निर्देश दिया कि उक्त मरीज को तुरंत ब्लड की व्यवस्था कराई जाए,अमन राज अपने दो युवा स्वयंसेवको भुनेश्वर कुमार और राहुल प्रजापति के साथ ब्लड बैंक पहुँचे जहाँ पहले से मरीज के ब्लड सैंपल के साथ हरिनारायण सिंह महजूद थे,जिसपे राहुल प्रजापति के डोनर कार्ड से ब्लड उपलब्ध कराई।तथा वो सभी युवा रेड क्रॉस सदस्य युवा जिला सचिव अमन राज के नेतृत्व में उनको ब्लड चढ़वा के तब वहाँ से निकले।
ब्लड उपलब्ध हो जाने के बाद मरीज के परिजन ने रेड क्रॉस संस्था को धन्यबद दिया।जिला सचिव श्रीमती जीनत मसीह ने बताया कि इस लॉक डाउन में भी रेड क्रॉस के युवा स्वयंसेवको इस पुनीत कार्य मे अपनी भागीदारी निभा रहे है,जो काफी सराहनीय है।
वही युवा इकाई के जिला सचिव अमन राज ने छपरा सदर अस्पताल के सुरक्षा सुपरवाजर श्री मनोज कुमार गोखुल और युवा समाज सेवी श्री संजीव कुमार चौधरी को धन्यबाद दिया जो उस कार्य मे रेड क्रॉस का सहयोग किये।
क्वारंटाइन सेंटरों की बदहाली पर डीएम ने अधिकारियों को लगाई फटकार
सारण : केन्द्र सरकार द्वारा काफी संख्या में प्रवासी मजदूरों व छात्रों के घर लौटने की हरी झंडी मिलने के बाद सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, एसपी हरकिशोर राय व सदर एसडीओ डॉ. अभिलाषा शर्मा ने शनिवार को मांझी पहुंचे। यहां इन अधिकारियों ने दलन सिंह उच्च विद्यालय में बने कॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान जमीन पर लगाए गए बिस्तरों को देखते ही डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए मांझी के सीओ व बीडीओ को जमकर फटकार लगाई।
डीएम ने इसे घोर लापरवाही मानते हुए मौके पर मौजूद सदर एसडीओ डॉ. अभिलाषा शर्मा, डीईओ अजय कुमार व आपदा के एडीएम भरत भूषण को अपने स्तर से सीओ दिलीप कुमार व बीडीओ नील कमल के विरुद्ध रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने सीओ पर शो कॉज करते हुए तत्काल वेतन भुगतान पर रोक लगाने का भी निर्देश दिया। इसी क्रम में डीएम ने रिविलगंज में संचालित कॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं को अपने निरीक्षण में बेहतर बताते हुए वहां के सीओ प्रदीप सिन्हा की सराहना की इससे पहले डीएम व सदर एसडीओ के अलावा एसपी आदि अधिकारियों ने जयप्रभा सेतु पर लगे बैरिकेटिंग का निरीक्षण किया। इस मौके पर इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार, मांझी थानाध्यक्ष नीरज मिश्रा, पुलिस अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह आदि भी मौजूद रहे।
समग्र प्रयासों से ही मिलेगी कोरोना से लड़ाई में जीत
सारण : जिले के इंजीनियरिंग कॉलेज आपदा राहत कैम्प में आवासित कोरोना संक्रमित पाये गये व्यक्ति के संपर्क में आये फर्स्ट लाइन 36 लोगो सैंपल की जाँच रिपोर्ट निगेटिव आई है। साथ ही छपरा के रहने वाले कैमूर जिला में पदस्थापित कोरोना पॉजिटिव पुलिस कर्मी के पहली लाइन के संपर्क में आए के 21 सैंपल की जाँच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। इंजीनियरिंग कॉलेज में आवासित कोरोना व्यक्ति के सेकेंडरी लाइन के संपर्क के 50 व्यक्तियों की सैंपल जाँच के लिए भेजे गए थे। इनकी रिपोर्ट आज संध्या तक जिला प्रशासन को प्राप्त होने की संभावना है।
सभी के प्रयासों से जीतेंगे करोना से जंग : डीएम
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा है सभी के प्रयासों से ही कोरोना संकट की इस विकट स्थिति से जंग जीता जा सकता है। इसमें प्रशासन के साथ-साथ आम जनता की सहयोग भी काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपील किया है कि सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइंस का अक्षरशः अनुपालन करें। बाहर से प्रवासी मजदूर और छात्र ट्रेन, बस और अन्य माध्यमों से जिला में आ रहे है, उन्हें 21 दिन क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा। इसके लिये सम्पूर्ण जिले के विभिन्न प्रखंडों में 80 क्वॉरेंटाइन केन्द्र खोले गये हैं । जहाँ पर रहनना खाना-पीना और स्वास्थ्य जाँच की सुविधा उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने सभी लोगों से प्रशासन का साथ देने का अनुरोध किया है और कहा है कि यदि कोई बाहर से आ रहा है तो ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर में स्वास्थ्य जाँच करवा कर वहाँ रहेंगे।
जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील :
जिलाधिकारी ने मुखिया और सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि यदि कोई व्यक्ति उनके क्षेत्र में बाहर से आता है तो वे उसकी सूचना अविलम्ब जिला आपदा नियंत्रण कक्ष (06152-245023) अथवा संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी या थानाध्यक्ष को दें। आप सभी के प्रयासों से ही कोरोना जैसी आपदा का सामना करने में सफल होंगे।
इन बातों को रखें विशेष ख्याल :
• सामाजिक दूरियों के कारण संक्रमितों से मानसिक एवं भावनात्मक दूरी न बनाएं
• लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करें
• अफवाहों से रहें दूर
• कोरोना पर विस्तार से एवं सटीक जानकारी के लिए (www.indiafightscovid.com) वेबसाइट का करें प्रयोग
• घर से निकलने से पहले मास्क का जरुर इस्तेमाल करें
• हाथों की नियमित सफाई पर ध्यान दें. इसके लिए हाथों को साबुन एवं पानी से २० सेकंड तक साफ़ करें
• कोरोना के किसी भी लक्षण को अनदेखा ना करें
अन्य राज्यों से लौट रहे लोगों को 21 दिनों के लिए किया जाएगा क्वारंटाइन
सारण : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अपने कार्यालय कक्ष में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर यह निर्देश दिया कि विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रुप से 21 दिन तक प्रखंड में बनाये गये क्वॉरेंटाइन कैम्प मे रखना है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए 80 कैम्प की व्यवस्था कर दी गयी है इसके अतिरिक्त 65 भवनों को और चिन्हित किया गया हैं। सभी कैम्पों के लिए प्रभारी पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है।
प्रवासियों का होगा रजिस्ट्रेशन :
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि प्रवासियों केे आते हीं उनका पंजीकरण किया जाय। इसमें नाम, पिता का नाम या पति का नाम, स्थानीय पता, मोबाइल नंबर, कहां से आये है, क्या कार्य करते हैं आदि सूचना प्राप्त की जाए। आने वाले सभी प्रवासियों की हेल्थ स्क्रीनिंग करायी जाय। हेल्थ स्क्रीनिंग में कोई मामला सिम्पोमेटिक पाया जाय तो तुरंत इसकी सूचना जिला भू-अर्जन पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन को दी जाय।
आवश्यक सुविधाओं से लैस होगा क्वॉरेंटाइन कैंप :
जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया है कि सभी क्वॉरेंटाइन कैम्प में पीने का पानी, बिजली की व्यवस्था, सीसीटीवी, पीए सिस्टम, महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय तथा वहाँ रहने वाले सभी व्यक्तियों को सुबह का नाश्ता एवं दो वक्त के भोजन की व्यवस्था आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुरुप करवाया जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर से लोग ट्रैन और बसों के द्वारा आएंगे इसके अतिरिक्त काई व्यक्ति पैदल या अन्य माध्यमों से विभिन्न पंचायतों में पहूँचते है तो इसकी सूचना हर-हाल में स्थानीय मुखिया के माध्यम से प्राप्त हो जाना चाहिए और ऐसे लोगों को प्रखंड क्वेरेंटीन कैम्प में भेजा जाना सुनिश्चित कराया जाय।
मुखिया करेंगे प्रचार प्रसार :
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि इसके लिए पंचायत के मुखिया प्रचार-प्रसार करेंगे। इस संबंध में सभी चैकीदारों को निर्देश दिया गया है कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों की सूचना थाना को देंगे। जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंडों के क्वेरेंटीन कैम्प में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति :
सभी क्वेरेंटीन कैम्प के आस पास सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ रखने हेतु तीन सिफ्ट में दण्डाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति का निर्देश संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को दिया गया है। सभी केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन को सुनिश्चित काराना तथा प्रर्याप्त मात्रा में हैंडवाश, सेनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था रखने का भी निर्देश दिया गया है।
बैठक में जिलाधिकारी के साथ अपर समाहत्र्ता डाँ गगन, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, सिविल सर्जन डाँ माधवेश्वर झा, अनुमंडल पदाधिकारी सदर अभिलाषा शर्मा, प्रशिक्षु आईएएस वैभव श्रीवास्तव, निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
फेस ऑफ़ फ्यूचर इंडिया ने होमगार्ड के जवानों को उपलब्ध कराया फेस शील्ड व मास्क
सारण : कोरोना महामारी के समय अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े होमगार्ड के जवानों के लिए फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के युवा सदस्य फेस शिल्ड व मास्क डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट श्री हरेंद्र सिंह को उपलब्ध कराया गया। विदेशों में इस मास्क की कीमत भारतीय मुद्रा में करीब ₹200 है लेकिन फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के सदस्य रचना पर्वत टिविंकल कुमारी सन्नी सुमन एवं विवेक कुमार ने यह मास्क घरेलू चीजों और स्टेशनरी के कुछ आवश्यक चीजों से मात्र ₹15 की लागत में तैयार किया है। इस मास्क को तैयार करने में इलास्टिक स्क्रीन शिट डबल साइड टेप का उपयोग किया गया है।
डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड हरेंद्र सिंह ने बताया कि यह फेस शिल्ड कोरोना योद्धाओं को संक्रमण से बचाने के लिए तैयार किया गया है जिसके जरिए किसी के खांसने-छिकने का असर एक दूसरे का नहीं होगा और अपने मुंह को बार-बार छूने से भी बचाया जा सकता है टीम के इस इनोवेशन को काफी सराहना की, वही फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के अध्यक्ष मंटू कुमार यादव ने बताया कि इस मास्क को दूसरे दिन भी सैनिटाइजर से साफ करके पुनः उपयोग किया जा सकता है विदित हो कि टीम द्वारा माई गवर्नमेंट वेबसाइट के माध्यम से तीस फेस शिल्ड मास्क को ऑनलाइन कोरोना योद्वाओ लिए डोनेट किया गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए दूसरे जिले में किया गया कैदियों को स्थान्तरित
सारण : वैश्विक महामारी कोरोना संकट काल में सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनज़र छपरा मंडल कारा से कैदियों को दूसरे जिलों में स्थानांतरित किया जा रहा है। छपरा मंडल कारा में कैदियों की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण कुछ कुछ कैदियों को वैसे जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है जहां कैदियों की संख्या कम है। पुलिस कप्तान हर किशोर राय ने बताया कि छपरा मंडल कारा में कैदियों की संख्या ज्यादा होने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने के उद्देश्य से कैदियों को दूसरे जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है।
उन्होंने बताया यह प्रक्रिया पिछले 15 दिनों से चल रही है और अभी तक तकरीबन ढाई सौ की संख्या में कैदियों को दूसरे जिलों में स्थानांतरित किया जा चुका है आगे भी यह कार्रवाई चलती रहेगी। उन्होंने बताया कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का प्रमुख तरीका सोशल डिस्टेंसिंग है जिसका अनुपालन के लिए ये कार्रवाई की जा रहा है।
युवा राजद जिला उपाध्यक्ष ने की लालू के बेहतर देखभाल की अपील
सारण : युवा राजद जिला उपाध्यक्ष संजय कुमार ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेहतर स्वास्थ्य की देखभाल की अपील करते हुए कहा कि लालू प्रसाद के इलाज कर रहे डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण की आशंका पर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में लालू प्रसाद की देखभाल में और सतर्कता बरतने की जरूरत है।
72 वर्षीय लालू किडनी, हार्ट, शुगर जैसी अनेक क्रॉनिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। और कोरोना के बढ़ते मामले चिंता जनक है। बिहार के शोषित, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अति पिछड़ा व कमजोर के मसीहा है इसीलिए उन्हें अत्याधिक सुरक्षा और सावधानी चाहिए यह हमारे और बिहार वासियों के चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी चेतावनी सरकार को दी है कि अगर सरकार उन्हें जल्द रिहा नहीं करती तो बिहार में आंदोलन होगा।
युवक ने जन्मदिन पर पुलिसकर्मियो के बीच किया मास्क व मिठाई का वितरण
सारण : युवाओं की सामाजिक टीम फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के सक्रिय सदस्य मकेशर पंडित ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर इसुआपुर थाना परिसर में पौधरोपण कर तथा वैश्विक महामारी कोरोना में अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात अपनी सेवा देने वाले पुलिसकर्मियों के बीच मिठाई एवं मास्क का वितरण कर अपना जन्मदिन मनाया।
इस अवसर पर इसुआपुर थानाध्यक्ष एके दास ने कहा कि हमें गर्व है कि आप जैसे युवा हमारे देश के वर्दी का सम्मान करते हुए इस मुश्किल परिस्थिति में भी हम सभी का हौसला बढ़ा रहे हैं तथा निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर हमारा सहयोग कर रहे हैं। इस अवसर पर मकेशर पंडित ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि इस मुश्किल समय में हमारे पुलिसकर्मी हमारे डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं ऐसे वक्त में हम सभी का फर्ज बनता है कि हम सभी हर कदम पे उनका हौसला बढ़ाएं साथ-ही-साथ सभी युवाओं से अपील की कि वे भी अपने जन्म दिवस के अवसर पर पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु एक वृक्ष अवश्य लगाएं। मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक मोहित कुमार सहित सहित दर्जनों पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।
स्टैण्डर्ड प्रोटोकॉल तैयार कर दूसरे राज्यों से बुलाएं जाएंगे लोगों
सारण : कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देश के अलग-अलग जगहों पर राज्य के प्रवासी मजदूर, पर्यटक एवं विद्यार्थी फंसे हुए हैं। लेकिन अब वे अपने-अपने घर सुरक्षित पहुँच सकेंगे। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने फंसे हुए लोगों को आवाजाही की अनुमति दे दी है। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन्स जारी कर विस्तार से जानकारी भी दी है। जारी दिशानिर्देश के अनुसार फंसे लोगों को उन्हें अपने राज्य भेजने एवं दूसरी जगहों में फंसे हुए अपने नागरिकों को बुलाने के लिए राज्यों को स्टैण्डर्ड प्रोटोकॉल तैयार करने होंगे। साथ ही सभी राज्यों को इसके लिए नोडल अथॉरिटीज भी नामित करने होंगे।
इन नियमों का अनुपालन करना होगा अनिवार्य :
• सभी राज्यों को नोडल अथॉरिटीज नामित करने होंगे। ये अथॉरिटीज अपने-अपने यहाँ फंसे लोगों का पंजीकरण करेंगी
• जिन राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही होगी, वहाँ की नामित अथॉरिटीज को एक दूसरे से संपर्क स्थापित करना होगा
• फंसे हुए लोगों में जो भी अपने घर जाना चाहेंगे, उनकी पहले स्क्रीनिंग की जाएगी. यदि किसी भी व्यक्ति में कोरोना के संभावित लक्षण दिखे, तो उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
• फंसे हुए लोगों को घर पहुँचाने के लिए बसों का प्रयोग किया जाएगा. साथ ही बसों को सैनिटाइज भी किया जाएगा एवं सामाजिक दूरियों के तहत बसों में बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी
• दूसरे राज्य की सीमा में पहुँचने पर बसों को आगे जाने से रोका नहीं जाएगा
• गंतव्य पर पहुँचने के बाद लोगों की लोकल हेल्थ अथॉरिटीज द्वारा जांच की जाएगी। जांच करने के बाद लोगों को होम क्वारंटाइन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन भी किया जा सकता है। समय-समय पर लौटे हुए लोगों की हेल्थ चेकअप भी होगी.
• वापस लौटे लोगों को भारत सरकार द्वारा निर्मित आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करना होगा ताकि उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा सके