2 मई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

0
swatva samachar

कमला नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने से जलमंग्न हुए फल व सब्जियों की फसल

मधुबनी : जयनगर में कमला नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी से नदी के बीच में रेत पर उपजायी जा रही मौसमी फलों व सब्जियों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि जलस्तर में बहुत ज्यादा बढोतरी नहीं हुई है। बावजूद इसके किनारे लगी मौसमी सब्जियों को क्षति पहुंची है। बड़ी मात्रा में फसल नदी के पानी में डूब गयी हैं। इससे किसानों को हजारों का नुकसान हुआ है।

विगत एक पखवाड़े में तीन बार अचानक नदी में पानी आ जाने से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं। कमला नदी में नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश होने पर वहां से पानी छोड़ा जाता है, जो महज कुछ ही घंटों में यहां पहुंच जाता है। एक दो दिन पानी रुकने के बाद स्थिति सामान्य तो हो जाती है, लेकिन बड़ा नुकसान कर जाती है।

swatva

किसान कमला नदी के गर्भ में हजारों हेक्टेयर में फैले रेत पर बड़ी मात्रा में मौसमी फल व सब्जियों की खेती करते हैं। नवंबर से मई महीने तक का मौसम तरबूज, ककड़ी, खीरा, कद्दू, घीरा, करैला आदि की उपज के लिये अनुकूल होता है। अमूमन इस दौरान नदी में पानी नहीं रहता। मौसमी फल व सब्जियों का बड़ा बाजार है जयनगर। यहां से राज्य के दूसरे शहरों में भी इसका निर्यात होता है। नकदी फसल होने के कारण आर्थिक रूप से अच्छी कमाई होती है किसानों को। लेकिन सब कुछ नदी के उपर निर्भर है।

एपिसेंटर एरिया का अधिकारियों ने किया निरीक्षण

मधुबनी : जिले में कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों के निवास स्थल को एपिसेंटर घोषित किया गया है। इनके तीन किलोमीटर परिधि का एरिया कंटेन्मेंट एरिया घोषित किया गया है, साथ ही उसे पूरी तरह से सील कर दिया गया है।

आज शनिवार को अपर समाहर्ता मधुबनी, अनुमंडल पदाधिकारी मधुबनी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा राजनगर प्रखण्ड के बलहा एवं शिवीपट्टी में बने कंटेन्मेंट एरिया का निरीक्षण किया गया। झंझारपुर के सुखेत में बने कंटेन्मेंट एरिया का निरीक्षण अनुमंडल पदाधिकारी झंझारपुर के द्वारा किया गया।
कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुसार जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन में आवाजाही को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया है। जिला प्रशासन आम जनता से अपील करती है कि अपने घरों में रहें, तथा सरकार के निदेशों का पालन करें।

क्वारेंटाइन केंद्र तैयार, 21 क्वारेंटाइन में रखे जाएंगे छात्र व मज़दूर

मधुबनी : कोरोना संकट की वजह से देश भर में लॉकडाउन को 17 मई तक विस्तारित किया गया है। अन्य जगहों से कामगार, मजदूर और फैक्ट्री कर्मी अपने जिले और गांवों की ओर चले आ रहे हैं। मधुबनी जिले में करीब 17 हजार प्रवासी आ चुके हैं तथा और लोगों के आने का सिलसिला अभी जारी ही है। कोरोना की मची दहशत के बीच बाहर से आ रहे इन प्रवासियों को भी भय की दृष्टि से देखा जा रहा है।

संक्रमण की शंका के घेरे में आए प्रवासियों को घर के बजाय प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। ये सभी प्रशासन की निगरानी में 21 दिनों तक संगरोध के तहत रहेंगे। बाहर से आने वाले लोगों की संख्या का आकलन कर पूर्व तैयारी को लेकर जिलाधिकारी डॉ0 निलेश रामचन्द्र देवरे ने सभी संबंधित अधिकारियों को क्वारंटाइन सेंटर के निर्माण के साथ साथ सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश पारित किया है।

मधुबनी जिले में माइग्रेंटों के आगमन को लेकर पंडौल प्रखण्ड अंतर्गत बनाए गए क्वारंटाइन सेन्टर का आज अपर समाहर्ता मधुबनी , अनुमंडल पदाधिकारी मधुबनी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी पंडौल के साथ निरीक्षण किया गया। पूर्व से क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों का सतत स्वास्थ्य परीक्षण मेडिकल टीम के द्वारा किया जा रहा है।

बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण पसरा सन्नाटा

मधुबनी : जिले के कलुआही प्रखंड के नरार पश्चिम गांव में कोरोना संक्रमित महिला के घर के आसपास के करीब दो दर्जन लोगों को नरार टीचर्स ट्रेनिंग महाविद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में लाए जाने की जानकारी मिली है। स्थिति की गंभीरता को देख स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य स्रोतों से संक्रमित महिला के निकट संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। 22 अप्रैल को दिल्ली से आई संक्रमित महिला ने पांच दिनों तक घर में परिवार के लोगों के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं किया। परिवार के किसी भी सदस्य की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संक्रमितों की संख्या बढऩे की आशंका है।

जांच के लिए सैंपल भेजा जानकारी के अनुसार सघन आबादी के बीच संक्रमित महिला का घर होने के कारण आसपास के लोगों का एक साथ उठना बैठना और मिलना जुलना था। स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधि ने संक्रमित महिला के निकट संपर्क में दो परिवारों को क्वारंटाइन सेंटर लाकर जांच के लिए सैंपल भेजा है। दूसरी ओर गांव में कुछ लोगों द्वारा कोरोना संक्रमण को अफवाह बताकर भ्रमित किए जाने की भी जानकारी मिली है।

तीन किलोमीटर क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित कर जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डॉ० निलेश रामचंद्र देवरे के आदेश पर नरार पश्चिम गांव को इपिसेंटर घोषित करने के कारण इसके तीन किलोमीटर क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित किया गया है। इस कारण सभी प्रकार की दुकानें बंद कराते हुए लोगों को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति के लिए बीडीओ किशोर कुमार ने लोगों की मांग के अनुरूप दूध एवं दूध से बने पदार्थ, हरी सब्जी की होम डिलीवरी किए जाने की व्यवस्था की है। बीडीओ ने साग-सब्जी के लिए संजीव कुमार महतो, जीबछ राम, प्रमोद शर्मा तथा दूध और दूध से बने पदार्थ के लिए बबलू सिंह, सुधीर सिंह, सुशील सिंह को स्वीकृति दी है।

अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर सीपीआई कार्यालय में किया गया झंडोतोलन

मधुबनी : मजदूरों के हक के लिए संघर्ष को मजबूत करने के संकल्प के साथ कार्यालय के प्रांगण में 4 घंटे का उपवास रखा गया। सभी ईच्छुक छात्रों को वापस लाने, प्रवासी मजदूरों को वापस लाने, वैश्विक आपदा से पीड़ित सभी परिवारों को ₹10000 एवं अनाज देने, वर्षा, आंधी एवं ओला से क्षतिग्रस्त फसलों एवं घरों का मुआवजा अविलम्ब देने, गरीबों के लिए राशनकार्ड एवं अनाज में हो रहे अनियमितता को देर करने, काम के ईच्छुक मजदूरों के लिए मजदूरी की व्यवस्था करने, श्रमिक कानून के संशोधनों को वापस लेने, श्रमिकों के अधिकारों को हनन करना बंद करने सहित अन्य मांगों के साथ पार्टी एवं ट्रेड यूनियन्स के कार्यकर्ताओं द्वारा जिले में अनेकों जगहों पर 4 घंटे का उपवास रखा गया।

सीपीआई जिला कार्यालय, झंझारपुर अंचल कार्यालय, बेनीपट्टी अंचल कार्यालय, सतलखा-हुसैनपुर रहिका शाखा एवं अंचल कार्यालय, हरलाखी अंचल कार्यालय, जयनगर अंचल मंत्री के आवास पर, मधवापुर अंचल मंत्री के आवास पर, बिस्फी कॉम महेश यादव के आवास पर, लौकही अंचल कार्यालय सहित कई गांवों में पार्टी एवं मजदूर संगठन के साथियों द्वारा 04 घंटे का उपवास रखा गया।

मधुबनी जिला के विभिन्य पार्टी कार्यालयों, अंचल कार्यालयों, शाखा कार्यालयों एवं नेतृत्वकारी साथियों के आवास पर उपवास रखा गया। मधुबनी जिला कार्यालय में कॉ० मिथिलेश झा, कॉ० राजश्री किरण, कॉ० अरविन्द प्रसाद , कॉ० मनोज मिश्र, कॉ० लक्ष्मण चौधरी, कॉ० सत्यनारायण राय, कॉ० मोतीलाल शर्मा एवं अन्य मौजूद थे।

वहीं, हरलाखी में पूर्व विधायक कॉ० रामनरेश पांडेय, कॉ० बिलटु प्रसाद महतो, कॉ० राकेश कुमार पांडेय एवं अन्य मौजूद रहे। रहिका में कॉ० मंगल राम, कॉ० मातवर सहनी एवं अन्य मौजूद रहे। बेनीपट्टी में को कॉ० आंनद कुमार झा, कॉ० तिरपित पासवान एवं अन्य, मधवापुर में कॉ० बालकृष्ण मण्डल आमाव अन्य मौजूद थे।

झंझारपुर में कॉ० रामनरायण यादव, कॉ० उपेंद्र सिंह एवं अन्य मौजूद थे। लौकही में कॉ० श्री प्रसाद यादव एवं अन्य जयनगर में कॉ० रामचंद्र पासवान एवं अन्य बासोपट्टी में कॉ० यमुना प्रसाद एवं अन्य बिस्फी में कॉ० महेश यादव एवं अन्य अनेकों साथी अपने अपने घरों पर उपवास में रहे।

युवाओं ने पंचायत को किया सील

मधुबनी : जिले में 13 नए कोरोना पॉजिटिव केस पाए जाने के साथ ही जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। जिले के दुल्लीपट्टी के बगल के पंचायत नरार और बरही में भी संक्रमण के मामले आ रहे हैं।

इस महामारी से बचने के लिए और वार्ड पंचायत को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने हेतु युवाओं ने यह कदम उठाया है, और बाहर के किसी भी व्यक्ति का मोहल्ले के अंदर आना वर्जित कर दिया।

वहीं युवाओं ने बताया की आये दिन जिले में संक्रमित बढ़ रहे है। इसको देखते हुए अपने पंचायत और मोहल्ले को कोरोना महामारी से स्वस्थ और सुरक्षित रखने हेतु यह कदम उठाया है। वहीं, वार्ड को सील करते हुए उपेंद्र चौधरी, पंकज सिंह, भगीरथ चौधरी, संजीव सिंह, कृष्णा सिंह, संतोष सिंह, विश्वजीत सिंह भारतीय, कन्हैया और सुमित कुमार मौजूद रहे।

मकान मालिक ने निकाला, तो खुली सड़क पर कर रहें सीएसपी केंद्र संचालन

मधुबनी : जयनगर में एक अजीब वाक्या प्रकाश में आया है। शहर के भेलवा टोल स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सीएसपी संचालक पप्पू कुमार राय को उनके मकान मालिक चंदर साह ने लॉकडाउन तक बैंक नहीं खोलने को कहा।

हालांकि ये संचालित पंजाब नेशनल बैंक की सीएसपी (ग्राहक सेवा केन्द्र) एक मकान में किराए पर विगत तीन वर्षों से चल रहा है, लेकिन आज मकान मालिक के द्वारा सीएसपी संचालक को कहा गया कि आप अभी लॉकडाउन तक मेरे मकान में बैंक नही खोल सकते है। अगर खोलना है, तो गेट बाहर जा कर खोलो।
इस बाबत सीएसपी संचालक पप्पू कुमार राय ने बताया कि हमारे बैंक हमेशा सोशल डिस्टेन्स का पालन किया जाता है, ओर मैन गेट के बाहर भी 01 मीटर पर गोला बनाया गया है, जिसमें ग्राहक को खड़े होने को कहा गया है।

भवन परिसर में ग्राहकों को सेनेटाइज कराने के बाद ही बैंक के भीतरी परिसर में पैसा का निकासी ओर जमा किया जाता है। अचानक आज इनके मकान मालिक के द्वारा आज कहा जा रहा है, की आप अभी लोकडाउन तक बैंक नही खोल सकते है।अगर खोलना है, तो गेट बाहर जा कर खोलो। जिसमे अभी मुझे ओर हमारे ग्राहकों को काफी परेशानी हो रहा हैं। उस बाबत सड़क पड़ ही ग्राहकों की भाड़ी भीड़ देखी गयी।

सुमित राउत

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here