19 मई : सारण की मुख्य ख़बरें

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विधायक ने स्कूल फी माफ़ करने के लिए डीएम को लिखा पत्र

सारण : विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने छपरा डीएम को पत्र लिखकर निजी विद्यालयों से शुल्क नहीं मांगने के संबंध में अपील की है। इस संबंध में विधायक ने पत्र में लिखा है कि विगत दो माह से विद्यालय कोरोना महामारी के कारण बंद है। इस महामारी के चलते आमजन से लेकर हर कोई त्रस्त है इसलिए जो विद्यालय ज्यादा सक्षम है वो बच्चों का शुल्क मांफ करके एक सराहनीय कदम उठाये।

वही विधायक ने ये भी कहा है की चुंकि विद्यालय से काफ़ी कर्मचारी भी जुड़े है जिससे उनका परिवार चलता है इसलिए इसको ध्यान में रखते हुए कम से कम आधा शुल्क भी माफ़ किया जाए तो बच्चों के परिजनों को काफ़ी राहत पहुंचेगी और विद्यालय से जुड़े कर्मचारी का भी काम चलता रहेगा। इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर छपरा डीएम से विधायक ने शीघ्र ही पहल करने के लिए पत्र लिखा है।

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आंगनबाड़ी सेविकाओं ने घर-घर जा की बच्चों का अन्नप्राशन

सारण : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बीच बच्चों के पोषण का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस तथा केयर इंडिया के कर्मी प्रयासरत हैं। कोरोना वायरस की वजह से सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। जिस कारण से सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर बच्चों का अन्नप्राशन किया गया। जिसमें 6 माह से ऊपर के बच्चों को पूरक ऊपरी आहार दिया गया तथा उनके परिजनों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के बारे में जानकारी दी गई। बच्चों को बेहतर पोषण प्रदान कराने के उद्देश्य से प्रत्येक माह के 19 तारीख को अन्नप्राशन दिवस मनाया जाता है।

अनुपूरक आहार के जरूरतों पर हुई चर्चा:

सदर शहरी क्षेत्र के सीडीपीओ कुमारी उर्वशी ने बताया अन्नाप्राशन दिवस के असवर पर 6 माह से ऊपर के बच्चों के अभिभावकों को बच्चों के लिए पूरक आहार की जरूरत के विषय में जानकारी दी गयी। 6 माह से 9 माह के शिशु को दिन भर में 200 ग्राम सुपाच्य मसला हुआ खाना, 9 से 12 माह में 300 ग्राम मसला हुआ ठोस खाना, 12 से 24 माह में 500 ग्राम तक खाना खिलाने की सलाह दी गयी। इसके अलावा अभिभावकों को बच्चों के दैनिक आहार में हरी पत्तीदार सब्जी और पीले नारंगी फल को शामिल करने की बात बताई गयी। चावल, रोटी, दाल, हरी सब्जी, अंडा एवं अन्य खाद्य पदार्थों की पोषक तत्वों के विषय में चर्चा कर अभिभावकों को इसके विषय में जागरूक किया गया ।

बच्चों को सेविकाओं ने अपने हाथों से खिलाया खाना :

आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा 7 माह एवं इससे बड़े उम्र के ऐसे बच्चें जिनको खाने की आदत है, उन्हें अपने हाथों से खाना खिलाकर अन्नप्राशन कराया गया. इसके अलावा सेविकाएं खाने की इच्छा के संकेतों को पहचानकर साफ़ हाथ या चम्मच से खाना खिलाया।

बच्चों को छूने से पहले करें हाथों की सफाई:

अन्नप्राशन दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा बच्चों के परिजनों को कोरोनावायरस के प्रति सजग व सतर्क रहने के लिए सचेत किया गया । साथ ही सेविकाओं द्वारा बताया गया कि बच्चों को छूने से पहले अपने हाथों को अच्छे से साफ करें । उसके बाद ही बच्चों को छुए ताकि किसी तरह के संक्रमण की खतरा ना हो।

ऐसे दें बच्चों को अनुपूरक आहार:

आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय ने बताया 6 माह से 8 माह के बच्चों के लिए नरम दाल, दलिया, दाल-चावल, दाल में रोटी मसलकर अर्ध ठोस (चम्मच से गिरने पर सरके, बहे नहीं), खूब मसले हुए साग एवं फल प्रतिदिन दो बार, दो से तीन भरे हुए चम्मच से देना चाहिए। ऐसे ही 9 माह से 11 माह तक के बच्चों को प्रतिदिन तीन से चार बार तथा 12 माह से 2 वर्ष की अवधि में घर पर पका पूरा खाना एवं धुले एवं कटे फल प्रतिदिन भोजन एवं नाश्ते में देना चाहिए।

शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र को बताया हास्यास्पद

सारण : जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव विष्णु कुमार एवं अनुमंडल सचिव सुजीत कुमार ने लॉकडाउन के दौर में सभी शिक्षकों को एक साथ उपस्थित होने के आदेश को हास्यास्पद बताया है। इस संबंध उन्होंने एक एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री एवं अपर मुख्य सचिव गृह विभाग से आग्रह किया है कि अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के द्वारा जारी पत्र पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।

मालूम हो कि प्रत्येक जिलों के कई उच्च विद्यालय को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील हो चुका है और वहां कुछ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। वे सभी शिक्षक पत्र के आलोक में अच्छे ढंग से कार्य का निर्वहन भी कर रहे हैं। लेकिन, अपर सचिव द्वारा पत्र जारी करने के बाद विद्यालय के सारे शिक्षक अगर विद्यालय पहुंचते हैं, तो विद्यालय के भवन में स्थान के अभाव में कहा रहेंगे। अगर एक साथ रहते हैं, तो लॉकडाउन का सीधा-सीधा उल्लंघन निश्चित तौर पर होगा। क्योंकि, विद्यालय के पूरे भवन में प्रवासियों की रहने की व्यवस्था की गई है। इस स्थिति में शिक्षक जाए तो कहां जाए मालूम हो कि पूर्व में केंद्र सरकार का आदेशानुसार प्रत्येक विभाग में एक तिहाई कर्मचारियों को रोटेशन के अनुसार बुलाने का निर्देश है।

जिला संघ के अनुमंडल सचिव अवधेश यादव, प्रखंड सचिव नागेंद्र राय, शिक्षक नेता आशुतोष मिश्रा, अनिल कुमार सिंह, गोपाल प्रसाद, सुनील कुमार, उत्तम कुमार, अरुण कुमार वर्णवाल, राजेश कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार गिरी, सतीश कुमार, निश्चय कुमार सिंह आदि ने मुख्यमंत्री एवं अपर मुख्य सचिव गृह विभाग से निवेदन किया हैं कि शिक्षा विभाग के द्वारा जारी पत्र को वापस लिया जाए। जिससे कि शिक्षकों में उत्पन्न भय की स्थिति ख़त्म हो और वह अपने कार्य को अच्छे ढंग से कर सकें।

कालाजार से पीड़ित मरीजों के प्रति स्वास्थ्य विभाग सजग

सारण : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग कालाजार मरीजों के प्रति सजग व सतर्क है। इसको लेकर जिले में सिंथेटिक पैरा थायराइड का छिड़काव किया जा रहा है। कड़ी धूप और भीषण गर्मी में कालाजार छिड़काव कर्मियों के भी सेहत का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसएस प्रसाद के द्वारा कालाजार छिड़काव कर्मियों को ओआरएस पाउडर पैकेट का वितरण किया गया है। गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन होने का खतरा अधक होता है, इसमें ओआरएस का घोल फायदेमंद साबित होगा।

घर-घर छिड़काव का टीम ने लिया जायजा:

कालाजार से बचाव के लिए जिले के सभी प्रखंडों में घर घर सिंथेटिक पैराथायराइड का छिड़काव किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग व केयर इंडिया की टीम ने कार्य का जायजा लिया। केयर इंडिया के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर पंकज कुमार, केटीएस रंजन कुमार, बीसीएम रितु कुमारी के द्वारा मॉनिटरिंग व निरीक्षण किया गया। सदर प्रखंड में 7 टीम छिड़काव कार्य कर रही है।

सारण में 124 कालाजार के मरीज:

केयर इंडिया के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि सारण जिले में अप्रैल तक 124 कालाजार मरीजों की संख्या है। जिनका उपचार व इलाज चल रहा है।

कार्यों का प्रखंड व जिलास्तर पर पर्यवेक्षण:

छिड़काव कार्य का पर्यवेक्षण प्रखंड स्तर के पदाधिकारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य परिदर्शक, भीवीडीसी, केटीएस एवं केवीसी केयर इंडिया के द्वारा किया जा रहा है। जिला स्तर से छिड़काव का पयर्वेक्षण डीभीबीडीसीओ, भीबीडीसीओ, भीबीडी कंसलटेंट एवं डीपीओ केयर इंडिया के द्वारा किया जा रहा है।

अब ज़िले में उपलब्ध हो सकेगी डायलिसिस सुविधा

सारण : कोरोना संकटकाल में राज्य के किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए खुशखबरी आयी है। अब जिले में डायलिसिस यूनिट की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत लोक निजी साझेदारी के अंतर्गत राज्य के 19 जिलों में डायलिसिस इकाई की स्थापना एवं संचालन करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के साथ एकरारनामा हस्ताक्षरित किया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, सहायक निदेशक मदन लाल गुप्ता, लोक निजी साझेदारी(पीपीपी) के उप सचिव प्रभारी रविश किशोर एवं नेफ्रोकेयर के मैनेजर बिज़नेस डेवलपमेंट निशांत कुमार सिंह की उपस्थिति में इस एकरारनामा पर हस्ताक्षर किया गया।

इन 19 जिलों के लिए एकरारनामा पर हुआ हस्ताक्षर:

राज्य के 19 जिलों में डायलिसिस यूनिट की स्थापना को लेकर एकरारनामा पर हस्ताक्षर हुआ है। जिसमें सारण, सिवान, गोपालगंज, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, नवादा, बांका, भागलपुर, जमुई, लखीसराय, नालंदा, शेखपुरा, वैशाली, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, , मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं जिला शामिल है।

प्रत्येक जिले में 5-5 डायलिसिस मशीन लगाए जायेंगे:

एकरारनामा हस्ताक्षरित होने के बाद नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा प्रत्येक जिले में 5-5 डायलिसिस मशीनें लगायी जाएंगी। इससे आपातकालीन मरीजों को डायलिसिस सेवा प्राप्त करने के लिए जिले से बाहर जाने की नौबत नहीं आएगी।

शेष 19 जिलों में अपोलो डायलिसिस प्राइवेट लिमिटेड के साथ हो चुका है करार:

नए 19 जिलों में डायलिसिस यूनिट की स्थापना को लेकर एकरारनामा पर हस्ताक्षर के बाद अब पूरे राज्य में डायलिसिस की सुविधा बहाल हो चुकी है। इन नए जिलों को छोड़कर शेष के 19 जिलों में पूर्व में डायलिसिस इकाई की स्थापना को लेकर अपोलो डायलिसिस प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के साथ एकरारनामा पर हस्ताक्षर किया जा चुका है।

बच्चों के विवाद को ले दो पड़ोसी भिड़े, कई घायल

छपरा : भगवान बाजार थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर मोहल्ला में सोमवार की देर रात्रि दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई जिसमें कई लोगों के घायल होने की सूचना है। इस घटना की सूचना मिलते ही भगवान बाजार थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और इस बात की सूचना वरीय पदाधिकारियों के दी। सूचना मिलते हैं सदर डीएसपी मौके पर पहुंचे जहां घायलों को पुलिस ने छपरा सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार कराया गया। घायलों में एक पक्ष से जगलाल मांझी का पुत्र राजा कुमार मांझी, स्वर्गीय योगेंद्र मांझी का पुत्र दीपक कुमार मांझी, स्वर्गीय वासुदेव मांझी का पुत्र रामअवतार माझी एवं भोला बैठा का पुत्र पिंटू कुमार बैठा शामिल है।

वहीं दूसरे पक्ष से स्थानीय निवासी मनौवर अली, उनकी पत्नी नीमा खातून, मोहम्मद मुख्तार की पुत्री लजीना खातून, फारुख खान का पुत्र मनौवर खान, अली असगर का पुत्र मनौवर अली असगर शामिल है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि बच्चों के विवाद को लेकर दोनों पड़ोसियों के बीच मारपीट के बाद विवाद दो पक्षों में तब्दील हो गया और उनके बीच पथराव शुरू हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत ही स्थिति पर नियंत्रण कर घटना स्थल पर पुलिस कैंप लगाया गया।

रोटी बैंक ने जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया भोजन

सारण : ऑल इंडिया रोटी बैंक के द्वारा छपरा शहर के जरूरतमन्दों के साथ साथ राजेन्द्र स्टेडियम में अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए आ रहे प्रवासियों को भी भोजन दिया गया। रोटी बैंक के द्वारा छपरा के विभिन्न जगहों जैसे,राजेन्द्र स्टेडियम,आश्रय स्थल,रतनपुरा,बस स्टैंड,नगरपालिका चौक,छपरा कचहरी स्टेशन,साढ़ा ढ़ाला सहित अन्य जगहों के पर लगभग 450 जरूरतमन्दों को भोजन उपलब्ध कराया गया।

प्रतिदिन रोटी बैंक के सेवादारों के द्वारा मिलकर भोजन बनाया जाता है और वितरण किया जाता है। आपसभी को बताते चलें कि यह सेवा विगत दो वर्ष से छपरा में की जा रही है जिसमें लाचार,बेबस,जरूरतमन्दों के साथ साथ सड़को पर जीवन यापन करने वाले लोग,रेलवे स्टेशनों पर रहने वाले जरूरतमंद सभी शामिल है।भोजन वितरण में मुख्य रूप से रोटी बैंक के सदस्य रविशंकर, उपाध्याय,अभय कुमार,राकेश रंजन, संजीव चौधरी, सत्येंद्र कुमार, किशु कुमार ,अशोक कुमार, बिपीन बिहारी, किशन कुमार, निखिल कुमार,राजेश कुमार, सूरज कुमार, राहुल कुमार, मणिदीप, डाबर सहित सभी सेवादार उपस्थित थे।

जनता की नहीं सुनते अधिकारी, फ़िर भी मिला अतिरिक्त प्रभार

सारण : युवा राजद जिला उपाध्यक्ष संजय कुमार ने एक भ्रष्ट अधिकारी को तीन-तीन जगहों के चार्ज दिए जाने पर जिला प्रशासन की कार्य योजना पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजीव कुमार सिंह पर मेहरबान है, जिन्हे तीन-तीन जगह का चार्ज दिया गया है। इस आपदा की घड़ी में यह कहां का नियम संगत है कि एक पदाधिकारी को तीन-तीन जगह का चार्ज दिया जाए।

प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल पदाधिकारी हैं पर उनको चार्ज क्यों नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि जब वह क्षेत्र भ्रमण में निकले तो जनता से बात हुई में पाया की राजीव कुमार सिंह प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सदर क्षेत्र की जनता का ख्याल नहीं करते हैं और उनकी बातों की अनदेखा करते हैं। नगर हो या प्रखंड जब कोई ग्रामीण जनता अपनी समस्या के लिए फोन करता है तो वह फोन नहीं उठाते हैं। अगर भगवान भरोसे फ़ोन उठा भी लिया तो उनकी बात सुनकर अनदेखा कर देते हैं।

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की है कि इस आपदा की घड़ी में यह सुनिश्चित करें कि कोई भूखा न रहे। ऐसे सुखदास पदाधिकारियों को पहले सुशासन की पाठ पढ़ाइए। पदाधिकारी जमाखोरों से मिलकर जनता की बातों को अनदेखा कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी, जो जनता की बातों की अनदेखा करें ऐसे पदाधिकारी से अभिलंब अतिरिक्त चार्ज हटाया जाए।

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