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19 मई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

ट्रैक्टर व बाइक की टक्कर में युवक की मौत मधुबनी : रहिका थाना अन्तर्गत मीना बाजार से आगे टुन्नी मिश्र टोल के मेन रोड पर तेज गति से जा रहे मिट्टी लदे लदे ट्रैक्टर ने विपरीत दिशा से आ रही मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने बाँस-बल्ला लगाकर रोड जाम कर दिया।

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया घटना कल रात करीब आठ बजे की है। मोटरसाइकिल पर दो लोग सवार थे, जिसमे कुनैल निवासी राजेश सहनी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। दूसरे को हल्की चोट आई है। ट्रैक्टर का ड्राईवर घटना करने के बाद फरार हो गया है। मृतक के दो छोटे-छोटे बच्चे है, और उनके परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी का तो और बुरा हाल है।

घटना की सूचना मिलते ही सदर अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, सदर डीएसपी कामिनीवाला एवं नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार राय पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। जिला प्रशासन के द्वारा मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों वार्ता की गई। उचित सरकारी मुआवजा के ठोस आश्वासन के बाद ग्रामीणों के द्वारा रोड जाम समाप्त की गई।

लॉकडाउन का नाम सुनते ही ग्रामीण भड़के, किया पुलिस पर हमला

मधुबनी : लदनियां थाना क्षेत्र के पद्मा चौक पर जारी लॉकडाउन के दौरान भीड़ नहीं लगाने की हिदायत देना लदनियां पुलिस को भारी पड़ गई। पुलिस की हिदायत पर ग्रामीणों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव करने के साथ लाठी-डंडे से हमला कर दिया। लोगों की भीड़ को आते देख वाहन चालक ने रिवर्स गेयर में वाहन को बड़ी तेजी से भीड़ से दूर कर दिया।

वाहन में थानाध्यक्ष मनोज कुमार समेत छह पुलिस के जवान मौजूद थे। वाहन रिवर्स करने में चालक थोड़ा विलंब करता तो बड़ी घटना हो सकती थी।  घटना साेमवार दाेपहर 12:30 बजे की है। भीड़ से दूर होने के बाद थानाध्यक्ष ने घटना की सूचना वरीय अधिकारियों को दी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रशांत कुमार झा नामक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि लॉकडाउन का अनुपालन कराने की दिशा में लोगों से अपील करने के लिए पुलिस टीम के साथ वे पद्मा गांव पहुंचे, जहां एक दुकान पर भीड़ को देखकर उन्होंने लोगों काे लॉकडाउन का पालन करने की हिदायत दी। उनकी हिदायत से नाराज प्रशांत ने लोगों को उकसाया जिसके बाद लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। वाहन चालक की सूझबूझ से बची पुलिसकर्मियाें की जान।

जोगिया से गश्ती कर वापस आने के दौरान पद्मा गांव में लोगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। अचानक हुए हमले को देखकर वाहन चालक ने अपनी सूझबूझ का परिचय दिया और वाहन को रिवर्स गेयर में लेकर काफी तेजी से पीछे की ओर बढ़ गया। चालक की सूझबूझ के कारण ही उग्र भीड़ वाहन तक नहीं पहुंच सकी। साथ ही, वाहन में सवार थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस कर्मी की जान बाल बाल बच सकी।

इस बाबत लदनियां थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें एक मात्र नामजद अभियुक्त प्रशांत कुमार झा को हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावे करीब एक सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सभी आराेपिताें की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है। पुलिस पर हमला करने वाले दाेषियाें काे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा क्याेंकि यह दंडनीय है।
वीडियो से की जा रही हमलावरों की पहचान।

घटना के दौरान की कुछ वीडियो पुलिस टीम को मिली है। उसी के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है। घटना में शामिल लोगों के चिह्नित होते ही सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। साथ ही, उन्होंने लोगों से अपील भी की कि लॉकडाउन के नियम का पालन नहीं करने वालों पर पुलिस सख्ती से पेश आएगी।

क्वारंटाइन कैंप में शराब पी कर पहुंच रहे प्रवासी, मचा रहे उत्पात

मधुबनी : हरलाखी प्रखंड मुख्यालय उमगांव स्थित गर्ल्स हॉस्टल में बने प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में पहुंचे प्रवासियों ने उत्पात मचा दिया है। कैंप की निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया है। कुछ प्रवासियों ने ही बीडीओ से इसकी शिकायत की है। प्रवासियों ने कहा कि यहां आवासित कुछ लोग शाम के समय बाहर निकल जाते हैं। वे शराब पीकर आते हैं। इसके बाद कैंप में उत्पात मचाते हैं।

उन्हीं लोगों ने रात में सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ दिया। साथ ही दूसरे प्रवासियों के साथ गाली-गलौच भी की। कुछ के माेबाइल भी चोरी कर लिए गए। इससे अन्य प्रवासियों को रहने में काफी कठिनाई हो रही है। बताते चलें कि उक्त कैंप में लगभग 150 प्रवासी क्वारंटाइन हैं। प्रशासन द्वारा दो समय भोजन दिया जाता है। सभी प्रवासी को डिग्निटी किट भी उपलब्ध कराया गया है। इस संबंध में बीडीओ अरुणा चौधरी ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। सभी को हिदायत दी गई है। उपद्रव मचाने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

क्वारंटाइन केंद्र में प्रवासियों ने महिला रसोइयाें से किया दुर्व्यवहार

मधुबनी : मधवापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय, साहरघाट में बने क्वारंटाइन सेंटर से प्रवासियों द्वारा रसोइयों के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है, आरोप लगाया जा रहा है कि प्रवासी परोसे गए भोजन को फेंक दिया और रसोइयों के साथ दुर्व्यवहार किया। टेबल पर रखे गए भोजन पर लात भी मारी। इस घटना को लेकर सेंटर के प्रभारी प्रधानाध्यापक हरिदेव प्रसाद ने बीडीओ बैभव कुमार से आगे की कार्रवाई की आग्रह की है।

वहीं घटना की सूचना पर सदलल पहुंचे साहरघाट थानाध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान प्रवासियों की गतिविधि को गलत ठहराते हुए बीडीओ को घटना से अवगत कराया। बीडीओ ने बताया कि महिला रसोइयों के साथ किया गया दुर्व्यवहार अमानवीय है। महिला रसोइया जान जोखिम में डालकर प्रवासियों को खाना खिला रही हैं। इसके बावजूद इस तरह का व्यवहार अनुचित है। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

मालूम हो कि मध्य विद्यालय साहरघाट क्वारंटाइन सेंटर पर 25 प्रवासी मजदूर क्वारंटाइन में हैं। एमडीएम के रसोइयों के द्वारा इन प्रवासी मजदूरों को भोजन बनाकर खिलाया जाता है। सोमवार दोपहर महिला रसोइया थाली में खाना परोस कर बेंच पर रख दीं। मगर, प्रवासी मजदूरों में से कुछ ने बिना सोशल डिस्टेंसिंग बनाए बैठकर खाना खिलाने को कहा। रसोइयों के द्वारा मना करने पर प्रवासियों ने बेंच पर रखे भोजन को पैर मारकर गिरा दिया। महिला रसोइयों के साथ दुर्व्यवहार करने लगे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक हरिदेव प्रसाद ने प्रवासियों को शांत कराते हुए मामले की जांच की। उन्होंने कहा कि रसोइयों की शिकायत सही है। प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई का आग्रह उन्होंने किया।

क्वारंटाइन केंद्रों में दुर्व्यवस्था पर प्रवासी मजदूरों ने किया हंगामा

मधुबनी : बिस्फी प्रखंड में बाहर से छात्रों एवं प्रवासी मजदूरों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि होती जा रही हैं। जहाँ दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, राजस्थान, गुजरात सहित कई प्रदेशों के प्रवासी ट्रक के माध्यम से भी आ रहें हैं। वहीं मजदूरों को प्रखंड क्षेत्र के 30 लोगों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय हिंदी परसौनी में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया। वहीं मध्य विद्यालय 15 सिमरी में 10 भोजपंडोल 15 जगवन में 6 जफरा मे 9 प्रवासियों को रखा गया। ठहरे प्रवासी उमाशंकर यादव राजा, धर्मेंद्र कुमार, रोहित सहनी, राहुल कुमार, अजय पंडित, अमित कुमार, जितेंद्र शाह सहित कई लोगों ने बताया कि विद्यालय पर बुनियादी सुविधा मसलन बिजली, शौचालय, साफ सफाई तो हैं। लेकिन, खाने-पीने पीने की व्यवस्था नहीं हैं न ही मास्क, सैनिटाइजर, साबुन एवं बिछावन की व्यवस्था हैं, जिसको लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। सरकार की हर वादा हवा हवाई ही हैं, धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहीं हैं।

वहीं, प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि संजय राम, राम कैलाश यादव, विनोद साफी सहित कई शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति की गई हैं, जो बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने में प्रवासियों को मदद करेंगे वही खाने-पीने, फेस मास्क, साबुन अन्य समान की व्यवस्था पंचायत सेवक के द्वारा किया जाना हैं। वही बीडीओ अहमर अबदाली ने बताया कि सभी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर पंचायत सेवक को आदेश दे दिया गया हैं।

हरियाणा से ठेले पर सवार होकर मधुबनी पहुंचे दर्जनों मजदूर

मधुबनी : बगहा में हरियाणा के कुरुक्षेत्र से ठेला पर सवार हो कर दर्जनों प्रवासी कामगार मधुबनी लौटे है। सभी प्रवासी बगहा प्रखंड के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं, जो हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सब्जी बेचते थे। बिहारी साह, दीनानाथ साह ,मनोज तुरहा, वीरेंद्र प्रसाद, विजई साह, मुन्ना साह, छोटू साह सहित अन्य ने बताया कि गत 14 मई को हरियाणा के कुरुक्षेत्र से चले थे। 18 मई को लगभग 11:00 बजे दहवा पहुंचे। इन लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण काम नहीं मिला। सब्जी बेचने निकले तो स्थानीय लोगों व प्रशासनिक अधिकारियों ने ऐसा करने से मना कर दिया। जिससे वे लोग काफी परेशान थे।

इन लोगों ने कहा कि जब इन लोगों का काम धंधा पूरी तरह से बंद हो गया, तो वे अपने घर से रुपये मंगा कर तब वहां खाना खाते थे। परिस्थिति जब गंभीर हो गई एवं घर के लोग भी पैसे भेजने बंद कर दिए तो वे लोग वहां से अपने घर आना ही सही समझे और चार ठेला गाड़ी पर 12 मजदूर बैठकर दहवा पहुंचे। रास्ते में सब्जी बेचकर ही अपने खाने का प्रबंध करते थे। प्रवासी मजदूर इन प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वहां पर इनके द्वारा सब्जी बेचने के क्रम में थोड़ी बहुत सब्जी बची हुई थी।आलू और प्याज लेकर वह लोग वहां से चल दिए और रास्ते में कहीं कहीं सब्जी बेचकर ही अपना रास्ता का भोजन की पर का प्रबंध किए। इन लोगों ने बताया कि 4 से 5 दिन हरियाणा के कुरुक्षेत्र से बांसी पहुंचने में लगा।

इस दौरान उनके कई साथी जो उनके साथ थे उन लोगों के द्वारा रास्ते में रुक कर 1 घंटे के लिए सब्जी भी बेच दिया जाता था। जिससे उन लोगों के भोजन की व्यवस्था भी हो जाती थी। इन लोगों ने कहा कि आज तक इतनी विकट परिस्थिति जीवन में कभी नहीं आई थी। जिससे खाने खाने के बिना भी प्रवासी लोग बेहाल हो गए थे। नून-रोटी खाएंगे लेकिन दूसरे राज्यों में कमाने नहीं जाएंगे। इन प्रवासी मजदूरों ने बताया कि अपने गांव अपने देहात में भले घूमकर ठेला एवं रास्ते पर बैठकर सब्जी बेचने सहित अन्य काम कर लेंगे, लेकिन कभी भी दूसरे राज्यों में कमाने नहीं जाएंगे। अपने घर पर नमक रोटी खा कर ही अपना गुजर बसर कर लेंगे। लेकिन जिस तरह से दूसरे राज्यों के द्वारा अवहेलना का दंश झेलना पड़ा है। अब फिर वापस लौट के दूसरे राज्यों में नहीं जाएंगे।

इन लोगों की माने तो प्रवासी मजदूरों ने बताया कि अपने घर पर ही खेती बारी सहित अन्य मजदूरी कर अपने राज्य एवं अपने जिला अपने गांव को ही सजाने का काम करेंगे। अपने परिवार के साथ रहेंगे एवं सुख दुख में एक दूसरे के साथ सह भागी बनेंगे ।प्रवासियों की माने तो कमाने के लिए भले ही वह दूसरे राज्य में गए थे। लेकिन जब परिस्थिति बिकट हुई तो वहां कि राज्य सरकार सहित वहां के लोगों के द्वारा भी इन्हें काफी अपमानित और प्रताड़ित किया गया। यहां तक कि वे लोग जिस मकान में किराया देकर रहते थे, उस मकान मालिक के द्वारा भी काफी प्रताड़ित किया जा रहा था।

पांच दिनों से जरूरतमंदों को करा रहे निःशुल्क भोजन

मधुबनी : कोरोना वायरस के कहर से लोग घरों में कैद रहने को विवश हैं। रोज कमाने वालों पर व उनके परिवार के समक्ष खाने के लाले पड़ने लगे हैं। ऐसे में मधुबनी जिला के जयनगर में हम और आप ग्रुप के द्वारा के गरीब, निःसहाय और जरूरतमंद लोगो के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाती है। इस कड़ी में लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों के बीच आज पचासवें दिन भोजन का वितरण किया गया।

इस अवसर पर हम और आप ग्रुप के सदस्य गोपाल पूर्वे ने कहा कि कि लॉकडाउन के कारण जयनगर अनुमंडल के गरीब असहाय और बेसहारा एव लोगो को भोजन के लिए परेशानी न हो, इसका विशेष ख्‍याल रखते हुए हमारी टीम के द्वारा नि:शुल्‍क भोजन उपल्‍ब्‍ध कराया जा रहा हैं। हमलोग के द्वारा जयनगर के बिभिन्न जगहों जैसे शहीद चौक, रेलवे स्टेशन, पटना गद्दी रोड, कमला पुल, जीवन दीप अस्पताल, बेला इत्यादि जगहों पर निःशुल्क भोजन करवाया जा रहा है।
इस नेक कार्य मे गोपाल पूर्वे, सोनू महथा, राकेश कुमार, प्रिंस गुप्ता, शिपु कुमार, संटू नायक सहित अन्य लोग सहयोग कर रहे है। ये सभी लोग जयनगर के क्वारेंटाइन केंद्रों पर भी जाके समय से खाना देते हैं, जबकि ये काम सरकार का है।

लॉकडाउन व सोशल डिस्टेसिंग फेल, दुकानों पर बढ़ी चहलकदमी

मधुबनी : कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि है, तथा संक्रमण पर नियंत्रण पाने को लेकर सरकार ने लॉक डाउन 4.0 शुरू कर दी है। पर जयनगर में लोग लॉकडाउन व सोशल डिस्टेसिंग के पालन से बेपरवाह है। इन दिनों जयनगर बाजारों में लोगों की आवाजाही बढ़ी हुयी है। खासकर सुबह से अनावश्यक वस्तुओं की खुदरा की कौन कहे थौक दुकानें हाफ सटर खोलकर चल रही है। जिसमें कपड़े, रेडमेड, जुता-चप्पल, मनीहारा समेत अन्य दुकानों पर लोगों की हलचल देखी जा रही है।

शहर के राजहाट गली, स्टेशन रोड, मेन रोड,ब्लॉक रोड, वाटरवेज चौक, भेलवा टोल समेत अन्य छोटी-छोटी गलियों में स्थित अनावश्यक वस्तुओं की खुदरा व थौक समेत फुटकर दुकानों पर चहलपहल देखी जा रही है। जहां लॉकडाउन व सोशल डिस्टेसिंग फेल है। लोगों के अनुसार ईद पर्व को देखते हुये अल्पसंख्यक समुदाय के ग्राहक भी खरीदारी करते देखे जा रहे है, जबकि दिनोंदिन प्रवासियों के क्षेत्र के आने से कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है। पुलिस गश्ती व विशेष टीम सिर्फ खानापूर्ति ड्यूटी करते देखे जाते है। गश्ती व विशेष टीम के आने के समय से पुर्व ही सुबह 09 बजे तक के बीच में सारा खरीद व बिक्री हो जाता है। इधर देवधा, दुल्लीपट्टी, कमलाबाड़ी समेत अन्य बाजारों में भी कमोवेश इसीलिए की स्थिति बनी हुयी है। सब्जी मंडियों, मछली हाटों में भी सोशल डिस्टेसिंग से लोग बेपरवाह है।

आईसीएमआर ने लिए ब्लड सैम्पल, जाँच के लिए भेजा

मधुबनी : राजनगर प्रखंड में आईसीएमआर, पटना के आदेश पर कोविड-19 के खतरे की रोक थाम हेतु अभी बिहार के छह ज़िलों में सेरो सर्विलांस सर्वे के तहत ब्लड की जांच कराने का निर्णय लिया गया है, जिसमे मधुबनी ज़िला का भी चयन किया गया है। जिसके तहत ज़िले के अलग अलग प्रखण्डों के 10 गांव में आम ग्रामीणों का ब्लड सैम्पल लिया गया। पटना से आरमआरआई, पटना की टीम ज़िले में आई आदेशानुसार मधुबनी ज़िले के सभी आरइनटीसीपी लैब टेक्निशियन ने टीम के साथ मिलकर काम किया, जिसमे चयनित गांव महिनाथपुर पंचायत अन्तर्गत रघुवीरचक रामपट्टी राजनगर में 40 लोगों का ब्लड सैम्पल जांच मो० इस्मतुल्लाह गुलाब द्वारा लिया गया। उसके पश्चात् कोविड-19 केयर सेन्टर रामपट्टी में संग्रह किये गए नमूनों का सीरम सेपरेट कर पेकिंग आदि किया गया, जिसे पटना की टीम लेकर चली गई।

बताते चलें की ये जांच मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक छमता को मापने हेतु कराया जा राहा है, ताकि कोविड-19 के खतरे को कम करने हेतु कम प्रतिरोधक छमता वाले इंसान की रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ने हेतु सरकार द्वारा उचित कदम उठाया जायेगा। सूत्रो की माने तो ये सभी जांच चेन्नई भेजे जायेंगे।

ब्लड से सीरम निकालने हेतु जिस सेंट्रिफ्यूज़ मशीन की आवशयकता होती है। उसे मो० इस्मतुल्लाह गुलाब द्वारा अपने निजी तौर पर उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर मौजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रेम शंकर झा, मो० इस्मतुल्लाह गुलाब, स्वास्थ्य प्रबंधक महेश कुमार, बीसीएम सुभेष कुमार, डब्लूएचओ, एसएमओ एवं केयर इंडिया के लोग मौजूद थे।

कांग्रेस ने सरकार को किसानों के मुद्दे पर घेरा

मधुबनी : बिहार प्रदेश के लाखों किसानों को उनकी गेहूं व धान की फसल की उपज के दाम ना मिलने से वे सड़क पर आने पर मजबूर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सर्व प्रथम किसानों का भुगतान करना चाहिए, ताकि किसान अपनी आगामी फसल लगाने में सक्षम हो सके। उपरोक्त बातें बिहार प्रदेश किसान कांग्रेस उपाध्यक्ष पंकज झा ने एक बयान में कही। पंकज झा ने बताया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज प्रदेश के किसानों की हालत बेहद खराब है। लागत मुल्य से अधिक खर्चा होने के बावजूद भी उन्हें उनकी उपज का दाम समय पर नहीं मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि इस गेहूं की फसल में कई बार किसानों को प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन सरकार ने उन्हें मुआवजा देना तो दूर उनकी फसल की कीमत भी समय पर मुहैया नहीं करवा रही है। जिससे किसानों ने सरकार के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है। बिहार प्रदेश किसान कांग्रेस उपाध्यक्ष पंकज झा ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने किसानों को कर्ज देने की पेशकश की, लेकिन उनकी फसलों का एमएसपी नहीं बढ़ाया, जिससे उन्हें कोई फायदा नहीं होने वाला है। पहले ही प्रदेश का किसान कर्ज के बोझ के नीचे दबा हुआ है, तथा बैंक का ब्याज तक देने में असमर्थ है। होना तो यह चाहिए था कि सरकार पहले लिए गए कर्ज को माफ करते तथा किसानों की उपज की एमएसपी बढ़ाती, जिसे उन्हें सीधा फायदा पहुंचता। लेकिन सरकार ने ऐसा न करके पूरी तरह से किसान विरोधी होने का सबूत दिया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश को आत्मनिर्भर बनाने का ऐलान करके देश को खरीदार बनाने का प्लान थमा दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज में सिर्फ और सिर्फ कर्ज की ही बात सामने आई। महामारी के समय में देशवासी पहले ही समस्याओं से घिरे हुए हैं, और उन्हें नगद राशि की जरूरत है।

सूड़ी युवा शक्ति ने 200 लोगों के बीच बांटा फेस मास्क व साबुन

मधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस के मद्देनजर पूरे देश मे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन के चौथे चरण में हमलोग हैं।

बता दें कि इस वायरस के प्रकोप से बचने के लिए कभी तक कोई दवा या वैक्सीन नही है, ऐसे में डब्लूएचओ ओर एमएचए के तरफ से जो दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, उसमें शारीरिक दूरी, ओर साफ-सफाई ही मुख्य उपाय बताए गए हैं। लोगों से फेस मास्क पहनने की बात और सेनेटाइजर का उपयोग करने को कहा गया है।

ऐसे में समाजसेवी संस्था सूड़ी युवा शक्ति, देवधा अपने अध्यक्ष हरेराम चौधरी के नेतृत्व में पहले लॉक डाउन फेज से ही देवधा ओर उसके आसपास के गांव में अनाज, फेस मास्क, साबुन, सेनेटाइजर और हैंड वाश वितरण लगातार कर रहे हैं।

उन्होंने गांव के बैंक और अन्य दूसरे भीड़-भाड़ वाले जगह जैसे कि सब्जी हाट, मछली हाट, हाट-बाजार पर जाके उनके बीच ये सब वितान भी किया है, ओर उनको सोशल डिस्टेंसिग का भी पालन करने के प्रति कहा जाता रहा है। इसी क्रम में आज फिर से ये वितरण कार्य किया गया, जिसमें संस्था के अन्य कई सदस्यों ने भी सहयोग किया। जानकारी देते हुए अध्यक्ष सह समाजसेवी हरेराम चौधरी ने कहा कि जब तक ये लॉक डाउन खत्म नही होता है, तब तक हमलोग ऐसे ही सेवा करते रहेंगे।

डीएमयू ट्रैन से श्रमिकों का आना शुरू, प्रशासन ने की पूरी तैयारी

मधुबनी : पूर्व से निर्धारित श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुग्राम से रात्रि लगभग 08:00 बजे मधुबनी स्टेशन पर पहुंची। जिसमें कुल 677 श्रमिक मधुबनी आये। पुनः रात्रि लगभग 02:00 बजे दानापुर से मधुबनी डी.एम.यू. ट्रेन मधुबनी पहुंची। जिसमें कुल 102 श्रमिक मधुबनी पहुंचे। डीएमयू. ट्रेन जलालपुर से मधुबनी कुल 142 श्रमिकों को लेकर आयी। ट्रेन से आये प्रवासियों श्रमिकों की अगुवाई श्री सुशील कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, श्री बुद्धप्रकाश, प्रभारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा, श्री शैलेन्द्र कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा किया गया।

ट्रेन से आये मधुबनी एवं अन्य जिलों के प्रवासियों को उनके प्रखंड/जिला पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया गया था। प्रवासियों के स्क्रीनिंग हेतु चिकित्सकों का दल स्टेशन पर मौजूद था। प्रत्येक प्रवासी यात्री की स्क्रीनिंग के पश्चात उनको खाने का पैकेट, पानी का बोतल, मास्क, साबुन इत्यादि का किट वितरित किया गया। जिला के प्रवासियों को सभी प्रखंडों/पंचायतों के क्वारेंटाईन सेन्टर पर 14 दिन रखने की व्यवस्था पूर्व से की गई है।

सुमित राउत