क्रीड़ा भारती की स्थापना दिवस सह वीर हनुमान की मनाई गई जयंती
सीवान : भारतीय खेलो को आगे बढाने का कार्य कर रहे अखिल भारतीय संगठन क्रीड़ा भारती की सीवान इकाई के द्वारा चैत्र पूर्णिमा, शुक्रवार को गांधी मैदान स्थित क्रीड़ा भारती की संपर्क कार्यालय में स्थापना दिवस सह वीर हनुमानजी की जयंती समारोह आयोजित कर के उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
इस मौके पर क्रीड़ा भारती सीवान के जिलाध्यक्ष रत्नेश प्रसाद सिंह ने कहा कि क्रीड़ा भारती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक अनुसांगिक संगठन है। जिसमें युवकों को शारीरिक और मानसिक खेल के प्रशिक्षण दिए जाते हैं। इसकी स्थापना पुणे (महाराष्ट्र) में भगवान वीर हनुमानजी की जयंती के दिन चैत्र पूर्णिमा, विक्रम संवत 2049 तदनुसार अंग्रेजी वर्ष 1992 में की गई। सिंह ने कहा कि क्रीड़ा भारती अपने बोधवाक्य “क्रीड़ा से निर्माण चरित्र का, चरित्र से निर्माण राष्ट्र का ” उद्देश्य से कार्य करती हैं।
इस मौके पर उपाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश शर्मा ने कहा कि क्रीड़ा भारती का मुख्य उद्देश भारत के अन्य स्थापित खेलों के साथ स्वदेशी खेलों एवं ग्रामीण क्षेत्रों के परम्परागत खेलों को बढावा देना है, ताकि समाज के सभी वर्ग मैदान पर आकर खेलें तथा खेलों के माध्यम से स्वस्थ शरीर, तीक्ष्ण बुद्धि, मानसिक व संस्कार प्राप्त करें और खिलाड़ियों में राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण हो।
समारोह का संचालन उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव रंजन राजू ने करते हुए कहा कि क्रीड़ा भारती सीवान के गांवों में खेलकूद के आयोजन के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के कार्य को कर रही हैं।
समारोह में अतिथियों का स्वागत क्रीड़ा भारती के जिला कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक कुमार सिंह ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन जिला सह मंत्री डाक्टर सुधीर कुमार सिंह ने किया। समारोह का समापन शायर रियाजूद्दी अनवर के द्वारा वन्दे मातरम् गीत के साथ हुआ। इस मौके पर अशोक कुमार सिंह, शैलेन्द्र चौबे, नवीन कुमार चुन्नू, रोहित कुमार, पंकज कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, नवीन सिंह परमार सहित दर्जन खेल प्रेमी व नगर के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे।
अवधेश शर्मा