7 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से पहुँचे तीन हजार प्रवासी कामगार
सिवान : जिले में अब तक सात श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से तीन हजार प्रवासी कामगार देश के विभिन्न प्रदेशों से सिवान पहुँच चुके है। सिवान जंक्शन पहुँचने वाली ट्रेनों में ट्रेन न०-09747 राजकोट से सिवान,ट्रेन न० 04122 इंदौर से सिवान,ट्रेन न० 09017 राजकोट से छपरा,ट्रेन न०09389 कच्छ से छपरा,ट्रेन न० 04598 चंडीगढ़ से सहरसा,ट्रेन न०04508 पटियाला से छपरा और ट्रेन न० 04616 जालंधर से पूर्णिया शामिल है।
सिवान जंक्शन पर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी यात्री प्रवासी मजदूरों के हाथ और उनके सामानों को सेनिटाइज किया गया।तत्पश्चात चिकित्सको की टीम द्वारा उन्हें स्क्रीनिंग किया गया।फिर जिला प्रशासन द्वारा उत्तम भोजन और बोतल का पानी दिया गया।जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई बस से उन्हें गृह प्रखंड के क़वारन्टीन सेंटर भेज दिया गया।जिले से बाहर वाले मजदूरों को उनके गृह जिला बस द्वारा भेज दिया गया।
प्राइवेट स्कूल के बसों को किया गया अधिगृहित
सिवान : आवश्यकता को देखते हुए जिला पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने प्राइवेट स्कूल के बसों को अधिगृहित किया।उन्होंने बताया कि जिले के वाहन कोषांग में 80 बसे मौजूद है।किंतु जिले से बाहर अन्य जिलों में प्रवासियों को भेजने में वाहन की कमी के कारण परेशानी हो रही थी।इसलिए प्राइवेट स्कूल संचालकों को पत्र जारी किया गया है,कि वे स्कूल वाहन को वाहन कोषांग में जमा कर दें।चुनाव के तर्ज पर उन्हें राशि का भुगतान किया जाएगा।
डीएम ने रेलमंत्रालय से सिवान के लिए मंगा स्पेशल ट्रेन
सिवान : जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने देश के विभिन्न प्रदेशों से सिवान के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन की मांग रेल मंत्रालय,भारत सरकार से की है।उन्हों ने रेल मंत्रालय,भारत सरकार और पूर्वोत्तर रेल मंडल कार्यालय डी आर एम को पत्र दे कर ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें सिवान के लिए चलाने कि मांग की है।जिससे लॉक डाउन में दूसरे प्रदेशों में फसें प्रवासी कामगारों को उनके घर बुलाया जा सके।वे पैदल आने के वजाय ट्रेन से अपने घर जा सकें।
मजहरूल हक कॉलेज के स्वयं सेविकाओं ने किया मॉस्क का वितरण
सिवान : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के रोक थाम के लिए मजहरूल हक डिग्री कॉलेज, तरवारा के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक छात्र छात्राये एक योद्धा के तरह कार्य कर रहे है।ये एन एस एस स्वयंसेवक लॉक डाउन का पालन करते हुए अपने गांव में ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने,कम से कम 20 सेकेंड साबुन से हाथ धोने,बार बार फेस पर हाथ नही फेरने,घर से बाहर नही निकलने,बहुत जरूरत हो तभी घर से निकले और घर से निकले तो चेहरा को मॉस्क या गमछे से जरूर ढक ले सहित अनेक बातों की जानकारी देते हुए लोगो को जागरूक कर रहे है।
इतना ही नही स्वयंसेवक छात्र-छात्राएं अपने से मॉस्क भी तैयार कर रहे है,और खास कर जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों के बीच निशुल्क वितरण भी कर रहे है।साबुन से हाथ धोने के तरीके बता कर उनके बीच साबुन का वितरण भी कर रहे है। जैसे स्वयंसेवक छात्रा करुणा कुमारी अपने गावँ हकमा और अंजली कुमारी अपने गावँ कोइरीगवां में खुद से तैयार मॉस्क का वितरण जरूरतमंदों के बीच की। जिसमे मुख्यरूप से महिलाएं और बच्चे शामिल है। उन्हें कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक भी किया।
अवधेश शर्मा