न्यायिक अवमानना के मामले में बंद गैंग रेप पीड़िता को मिली जमानत
अररिया : न्यायिक अवमानना में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता और उनके दो सहयोगियों को को जेल भेजने के मामले में अररिया के सीजेएम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने पीड़िता को जमानत दे दी। जबकि उनके दो सहयोगियों कल्याणी और तन्मय की जमानत अस्वीकृत कर दिया। वहीं पटना हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई कोर्ट के नहीं बैठने से टल गयी। अररिया कोर्ट ने इस मामले को अपवाद मानकर बेल पेटीशन पर विशेष सुनवाई की।
जन जागरण शक्ति संगठन की सलाहकार कामायनी स्वामी, अभिमन्यु, आशीष रंजन, रंजीत पासवान, सोहिनी ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा कि पीड़िता को रिहा करना एक समस्या पैदा करता है। क्योंकि यह पीड़िता और उसकी देखभाल कर रहे लोगों को अलग कर देता है। इसके चलते पीड़िता को एक और मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ेगा। संगठन के सदस्यों ने कहा है कि वे कल्याणी और तन्मय के बेल के लिए तुरंत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में आवेदन दाखिल करना चाहते थे पर यह संभव नहीं हो सका। न्यायालय में किसी मामले की सुनवाई नहीं हो रही है।
ऐसी परिस्थिति में वे लोग अपने वकील वृंदा ग्रोवर और अनुज प्रकाश की सलाह पर आगे की न्यायिक संभावनाओं को तलाशेंगे। जेजेएसएस ने अपने बयान में कहा है कि उन्हें न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है। इसलिए अपील करते हैं कि पीड़िता को मदद कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाय।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई:
जिला जज के आदेश पर स्पेशल कोर्ट के तहत महिला थाना कांड संख्या 61/20 के कथित अभियुक्त की जमानत अर्जी पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई हुई। कोरोना महामारी की वजह से अररिया सिविल कोर्ट का न्यायिक कार्य 20 जुलाई तक के लिए स्थगित रहने के कारण तीनों महिलाओं की ओर से आशीष रंजन ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश अररिया से जमानत के लिए अधिवक्ता नियुक्ति की मांग की थी।
इसको लेकर कोर्ट ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता विनीत प्रकाश को नियुक्त किया। इसके अलावा तीनों महिलाओं की ओर से अधिवक्ता देव नारायण सेन ने जमानत आवेदन पत्र दाखिल किया। वहीं दलसिंहसराय उपकारा अधीक्षक के माध्यम से भी तीनों महिलाओं ने अररिया न्यायालय में ईमेल के माध्यम से आवेदन दाखिल किया था। विशेष परिस्थिति को देखते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीयुष कमल दीक्षित ने स्पेशल कोर्ट करने का आदेश देते हुए पक्षकारों को समय की सूचना दी गई।
आवेदनों पर सुनवाई करते हुए सभी पक्षों को सीजेएम आनंद कुमार सिंह ने सुना गया। बचाव पक्ष के अधिवक्ता देव नारायण सेन व अधिवक्ता विनीत प्रकाश ने तीनों महिलाओ को जमानत देने की गुहार लगाई। सरकार की ओर से अनुमंडल अभियोजन पदाधिकारी आदित्य नाथ झा ने जमानत का विरोध किया। सुनवाई के बाद पीड़िता की जमानत स्वीकृत करते हुए अन्य दो महिलाओं की जमानत अस्वीकृत कर दिया गया।
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तस्कर व नेपाली पुलिस के बीच हुई फायरिंग
अररिया : फारबिसगंज अन्तर्गत भारत-नेपाल सीमा घूरना से सटे नेपाल के घुसकी में शुक्रवार की देर रात नेपाल पुलिस ने एक तस्कर को गोली मार दी। घायल तस्कर का नेपाल में इलाज जारी है। नेपाल पुलिस ने तस्कर पर हथियार छीनने का आरोप लगाया है। हालांकि इस घटना में पुलिस के एक जवान के सिर में भी चोट लगी है, जिसका इलाज चल रहा है।
महज दो दिनों में दो बार तस्कर के खिलाफ नेपाल पुलिस के इस कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि घुरना सीमा से सटे हरीनगर नगर पालिका के घुसकी में शुक्रवार की रात तस्कर और नेपाल सशस्त्र पुलिस के बीच झड़प होने के बाद गोली चलने से एक तस्कर को गोली लगी है । नेपाल सशस्त्र पुलिस कंपनी संख्या 4 के एसपी कृष्ण ढकाल से मिली जानकारी के अनुसार घुसकी में रात के समय भारत से नेपाल सीमा में प्रवेश किये तस्कर के एक समुह के द्वारा बिरोध करने पर ड्यूटी पर तैनात सशस्त्र पुलिस के हथियार छीनने के क्रम में गोली चलने से एक तस्कर को पेट मे गोली लगी है। गोली पेट को चीरते हुए कमर से बाहर निकल गयी। घायल का नाम 20 वर्षीय शहजाद जट अंसारी बताया जाता है । घायल का इलाज पुलिस की निगरानी में धरान स्थित बीपी कोइराला अस्पताल में किया जा रहा है।
तस्कर व सशत्र पुलिस के झड़प में एक नेपाल सशस्त्र पुलिस के जवान जीवराज विसुन्खे भी घायल हुआ है। जवान को सिर में चोट लगी है। घायल जवान का भी इलाज धरान स्थित बीपी कोइराला अस्पताल मे किया जा रहा है। मामले की पुष्टि करते हुए सुनसरी के एसपी कमल थापा ने घटना के बाबत घुसकी बीओपी में अतिरिक्त नेपाल सशत्र पुलिस बल को भेजेने की बात कही ताकि तस्करी और तस्करों से निपटा जाए। इधर लगातार घट रही घटना को लेकर तस्करों में हड़कंप है वहीं घटना के बाबत भारतीय साइड भी पुलिस एवम एसएसबी सक्रिय हो गयी है।
इधर लगातार घट रही घटना पर फारबिसगंज डीएसपी मनोज कुमार ने बताया कि दोनों घटना सीमापार नेपाल में घटी है। मगर हम भी मामले को गंभीरता से देख रहे है। घटना को लेकर इंडियन साइड पुलिस और एसएसबी भी अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है।गौरतलब हो कि यह सीमा क्षेत्र हमेशा से अन्तर्राष्ट्रीय तस्करों और माफियाओं का सेफ जोन रहा है।
पिता ने शराबी बेटे को किया पुलिस के हवाले
अररिया : पलासी थाना क्षेत्र के डेंगा गांव में नशे की हालत में हंगामा करने वाले बेटे अंजर आलम को पिता ने ग्रामीणों के सहयोग से पलासी थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। इस घटना की ऐनुल हक के लिखित आवेदन पर थाना में रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है।
दर्ज मामले में शिकायतकर्ता ऐनुल हक ने कहा है कि गुरुवार की रात को उनका पुत्र अंजर आलम शराब के नशे की धुत हालत में घर आया। इसके बाद वह हो हंगामा करने लगा। विरोध करने पर मारपीट करने लगा। हो हल्ला होने पर परिवार के अन्य सदस्यों तथा ग्रामीणों के सहयोग से उसे दबोचकर पलासी थाना लाया। इसके बाद उसका पीएचसी पलासी में मेडिकल चेकअप के लिए भेजा गया।
इस बाबत थानेदार ओमप्रकाश ने कहा कि मेडिकल चेकअप में उसे नशे की हालत में पुष्टि करने की बात सामने आई है। गिरफ्तार उक्त युवक को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया गया है।
संजीव कुमार झा