प्रशांत किशोर को सिद्धांत से कोई लेना-देना नहीं : प्रफुल्ल ठाकुर
मधुबनी : प्रशांत किशोर को राजनीतिक सिद्धांतों कोई लेना देना नहीं है। बिहार में 15 वर्षो के विकास कार्यो पर सबाल उठाना तथा बिहार के सीएम नीतिश कुमार के सैद्धांतिक मर्यादा पर टिप्पणी करना उनकी मानसिक दिवालियापन का उदाहरण है। बिहार की जनता के समक्ष पीके हास्यास्पद हो गये है।
प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता तथा दरभंगा अलीनगर के प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने पटना में मीडिया के माध्यम से कही गयी बातों का जमकर खंडन करते हुए कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन के मुद्दों पर नीतीश कुमार की आलोचना करने वाले पीके को बताना चाहिए कि यदि भाजपा गोड्सेवादी है, तो उन्होंने 2012 तथा 2015 मे भाजपा के लिए क्यों काम किया।
यदि बिहार में बिकास कार्य नही हो रहे है, तो संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा एक राज्यमंत्री का ओहदा प्राप्त ब्यक्ति के रूप में क्या पहल की। जबकि सच्चाई यह है पीके केवल व्यवसाई है।राजनीतिक समझ उनमे शून्य है। जदयू नेता ने नीतीश कुमार को जेपी लोहिया अंबेदकर एवं कर्पूरी के आदर्शो का एक मात्र उतराधिकारी बताते हुए कि नीतीश कुमार देश अब राजनेता नही वरन् एक राजनीतिक बिचारधारा के रूप में मानती है, तथा ऐसे ब्यक्तित्व के उपर टिप्पणी कर पीके ने अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता समाप्त कर ली है।
जदयू नेता ने नीतीश कुमार के नेतृत्व तथा नीतियों की जमकर सराहना करते हुए कहा है, कि एक तरफ 16.4 % का सबसे उच्चतम विकास-दर हासिल कर बिहार ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वही शराबबंदी, दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसी सामाजिक परिवर्तन तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए आंदोलन कर समाज सुधार के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर दिया है।
इस पंच परमेश्वर के फैसले पर उठ रहे सवाल
मधुबनी : पिछले चार महीनों से अपनी मासूम बेटी को लेकर दर-दर भटक रही बैंगरा गांव की बहू माधवी का उत्पीड़न देख कर गांव के पंच परमेश्वर ने आज बैंगरा ठाकुरवाड़ी पर जो फैसला सुनाया, उस फैसले पर सवाल उठने लगे हैं।
ससुराल वालों की प्रताड़ना से आजिज साहरघाट थाना के बैंगरा गांव की एक बहू को जब कानून की दहलीज से इंसाफ नहीं मिला, तो गांव के पंच परमेश्वर ने पीड़िता के ससुर को जो फरमान सुनाया, उसने कई चुभते सवालों को सर उठाने का अवसर दे दिया है।
31 मार्च,2020 तक के लिए पीड़िता के ससुर को पांच हजार रुपए खाना-पानी के लिए और चार साड़ी तन ढंकने के लिए देने का फरमान पंचों ने सुनाया है। पंचों की मेहरबानी से चार नयी साड़ी भी मिल जाएगी। इन सारी बातों के बावजूद क्या पंचों का यह निर्णय उस बदनशीब की जिन्दगी में पहले जैसा रंग भर पाएगा ? यह सवाल अभी भी उतनी ही मजबूती से खड़ा है।
अपने ही घर में अधिकारों की लड़ाई लड़ रही इस अभागन के लिए खाना-पानी और नए वस्त्र का जुगाड़ महज कुछ दिनों के लिए कर देने मात्र से क्या उसकी खुशियां वापस आ जाएंगी? अपने ही घरों में भीख मांग कर भूख मिटाने वाली इस बहू के पापी पेट की आग अगर भड़क गयी तो तमाम बंदिशें टूट जाएंगी।
उसके बाद की अशान्ति काफी भयावह होगी,जिसकी चिन्ता न तो उसके ससुराल वालों को है और न ही कलयुग के “पंच परमेश्वर” को। पंचों के इस फैसले ने एक बात तो साबित कर ही दिया है कि मुंशी प्रेमचंद के समय का”पंच परमेश्वर” अब सिर्फ किताबों में है। आखिर,अपने ही घरों के बंद दरवाजे पर भूख-प्यास से लड़ती इस बहू को बहू का अधिकार कब मिलेगा ?
हद तो यह कि बहू को लंबे समय से प्रताड़ित करने वाला कोई अशिक्षित होता,तो शायद बात कुछ और होती,लेकिन प्रताड़ित करने वाला साहरघाट मिडिल स्कूल का सरकारी टीचर सुनील ठाकुर है।
सड़क दुर्घटना में परीक्षार्थी सहित दो जख्मी
मधुबनी : बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित सुरसरि चंद्रामुखी महिला महाविद्यालय से पहली पाली में मैट्रिक की परीक्षा देकर अपने भाई के साथ वापस घर जा रही एक परीक्षार्थी बाईक दुर्घटना का शिकार हो गयी।
परीक्षार्थी की पहचान साहरघाट थाना के बलवा गांव निवासी जयप्रकाश राम की पुत्री ज्योति कुमारी व एक अन्य घायल की पहचान लड़की के भाई छोटु कुमार के रूप में की गयी है। दरअसल परीक्षार्थी ज्योति अपने भाई छोटू सहित एक अन्य भाई के साथ पहली पाली में परीक्षा देकर वापस अपने गांव जा रही थीं, जहां बेहटा स्थित एसबीआई बैंक के समीप उनकी बाईक एक दूसरे बाईक से टकरा गयी। साथ ही बाईक पर सवार परीक्षार्थी सहित तीनों नीचे गिर गयी। जिसके कारण ज्योति और उनके भाई सह चालक को काफी चोटें आयीं। स्थानीय लोगों द्वारा दोनों को पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया।
शिक्षकों की अनिश्चिकालीन हड़ताल आज भी जारी
मधुबनी : समान काम के लिए समान वेतन लागु करने सहित सात सूत्री माँगो को लेकर शिक्षकों ने नितीश सरकार के खिलाफ़ जम कर नारेबाजी की।
जानकारी देते हुए प्रखंड अध्यक्ष शिक्षक मनोज यादव ने कहा सम्मान काम सम्मान वेतन का हक देना होगा। हमारा संवैधानिक अधिकार देना होगा। हम शिक्षकों का हड़ताल पर जाने से मजबूर न करें, एव राजकर्मी का दर्जा देना होगा।
शिक्षक/शिक्षिकाओं द्वारा समन्वय समिति के आह्वान पर अपनी मांगों के समर्थन में होनेवाली अनिश्चिकालीन हड़ताल को सफल बनाने को लेकर बीआर सी में पूर्व घोषित हड़ताल के आज दूसरे दिन सैकड़ो शिक्षकों ने एकत्रित हुए।
हड़ताली शिक्षक नेताओ ने बैठक को सम्बोधित करते हुए हड़ताल के प्रति अपनी प्रतिब्धता जताई और अस्पस्ट किया की सरकार जब तक हमारी मांगो को नहीं मानते जैसे सम्मान जनक वार्ता नहीं करती हैं, तो हमलोग हमलोग बने रहेंगे। सरकार को जो कार्रवाई करनी हैं करें, हमलोग डरने बाले नहीं हैं।
आज प्रखंड संसाधन केंद्र , राजनगर के प्रांगण में बि.रा.शि. स.स.स. राजनगर की एक बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने की।
इस बैठक में भारी संख्या में मौजूद शिक्षक/शिक्षिकाओं द्वारा समन्वय समिति के आह्वान पर अपनी मांगों के समर्थन में होनेवाली अनिश्चिकालीन हड़ताल को सफल बनाने को लेकर सभी शिक्षक शिक्षिका पठन पाठन ठप रखने के लिए विचार-विमर्श किया गया।
इस बैठक को कई शिक्षक बक्ताओं ने संबोधित किया और हड़ताल की महत्ता, आवश्यकता व सफलता पर अपना विचार प्रस्तुत किये।
TSSUNS के एक बक्ता ने इतिहास का उदाहरण देते हुए कहा कि जयचंदों को इतिहास ने हमेशा ही घृणा की दृष्टिकोण से देखा है। साथ ही उन्होंने कहा कि एक बुद्ध ने अकेले ही कई देशों को बुद्धमय कर दिया। क्या हम साढ़े चार लाख होकर भी अपनी समस्या का निदान नहीं कर सकते ? अगर हम इस बार असफल रहे तो साबित हो जाएगा कि हमें परेशानियों में जीने की आदत पर गयी है। अतः हम शिक्षक संकल्प लें कि इस हहड़ताल को हर हाल में सफल बनाना है, और अपने ऊपर थोपे गए कलंक को धो डालना है।
स्नातक निर्वाचन को लेकर प्रत्यशी ने क्षेत्र का किया दौरा
मधुबनी : स्नातक निर्वाचन को लेकर सक्रियता बढ़ती नजर आ रही है। इस स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए भावी प्रत्याशीयों ने क्षेत्रों में दौरा तेज कर दिया है। इसी क्रम में बेगूसराय निवासी दरभंगा स्नातक क्षेत्र के उम्मीदवार रजनीकांत पाठक भी क्षेत्र के विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं।
आपको बता दें कि इनको पहले ही मिथिला राज्य के लिए प्रत्यनशील मिथिला स्टूडेंट यूनियन संगठन ने अपना समर्थन देने का एलान किया हुआ है।
इसी बीच उम्मीदवार श्री पाठक भी इस स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के विभिन्न क्षेत्र के स्नातक उम्मीदवारों से वन-टू-वन भी मिल रहे है। वो इस क्षेत्र उम्मीदवारों को ये भरोसा दिला रहे हैं कि इस क्षेत्रों की जो भी परेशानी हो, मसलन शिक्षा व्यवस्था को उनके जितने पर अविलंब सुधार करने का प्रयास करेंगे।
इस बाबत आज शिक्षकों के हड़ताल पर जाने और उनकी मांगों के आलोक में उन्होंने मंच साझा करते हुए सरकार पर तीखा हमला करते हुए पूछा कि अगर आप शिक्षकों पर ही केस दर्ज करेंगे और सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर नई बहाली करवाएंगे, ये कैसे संभव है? उन्होंने इस बात की तुलना अंग्रजों के शाशन से करते हुए कहा कि ये सब तुगलकी फरमान राजतंत्र में चला करते थे, पर अब राजतंत्र नही है, प्रजातंत्र है। इसलिए सरकार को चाहिए कि इनकी मांगों को जल्द पूरा करे।
वहीं, प्रखंड अध्यक्ष ने अपने बैनर का समर्थन देने की बात रजनीकांत पाठक को कही, ओर आश्वासन दिया कि इस चुनाव में हम आपके साथ हैं।
वर्षो से सड़क का निर्माण नहीं होने पर ग्रामीणों में आक्रोश
मधुबनी : बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर पंचायत के वार्ड 06 में अबतक सड़क का निर्माण नही हुआ है, जिस वजह से ग्रामीणों और राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। साथ ही सबों में जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के प्रति आक्रोश गहराने लगा है। ग्रामीणों के अनुसार वर्षों पूर्व आरडब्ल्यूडी द्वारा तत्कालीन मुख्य अभियंता के निर्देश पर सड़क का निर्माण कराया गया था, पर कुछ समय बीतने के बाद ही इस सड़क की अस्तिपंजर निकलने लगी। उसके बाद जनप्रतिनिधियों द्वारा उक्त महत्वपूर्ण सड़क का न ही नये सिरे से निर्माण ही कराया गया और न ही विभाग द्वारा इसकी मरम्मती की पहल की गयी। यह मुख्य सड़क शिवनगर चौक से दरभंगा सीमा को जोड़ने में अहम भूमिका निभाती है। ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधि सिर्फ वोट लेने के समय आते है। उसके बाद इस वार्ड या पंचायत के लोगों से उनको कोई मतलब ही नही रह जाता, रहे भी क्यॊ गद्दी जो मिल गयी। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में यह सड़क मुददा बनेगा। जबकि समाजसेवी सह शाहपुर के पैक्स अध्यक्ष काशीनाथ झा मंगल ने सरकार एवं जिला प्रशासन से उक्त सड़क का निर्माण कराने की मांग किया है।
शिक्षक व शिक्षा विभाग के खिलाफ अनिश्चितकालीन स्थगित
मधुबनी : समाहरणालय के सामने आम्बेडकर प्रतिमा स्थल के पास बेनीपट्टी अनुमंडल के अरेर थानाअंतर्गत गाँव नगवास उच्च विद्यालय नगवास के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षा विभाग के खिलाफ छात्र एवं उसके परिजनों के द्वारा किये जा रहे अनिश्चितकालीन धरना को फिलहाल स्थगित कर दिया गया। हमारे चैनल में पर इस खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था। अनिश्चितकालीन धरना के चौथे दिन पदाधिकारी जागे।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने आज एक पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सदस्य सचिव प्रखंड नियोजन इकाई,बेनीपट्टी को लिखा है। जिसमे कहा गया है, विषयांकित मामले मे दोषी शिक्षक को पत्र प्राप्ति के साथ ही निलंबित करते हुये इनके विरुद्ध प्रपत्र ‘क’ गठित कर विभागीय कार्यवाई संचालित करते हुये एक पक्ष के अंदर जाँच प्रतिवेदन प्राप्त कर अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को अपने मंतव्य के साथ उपलब्ध कराया जाय। इसे देखते हुये फिलहाल छात्र एवं उसके परिजनो के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना को स्थगित किया गया है।
पीड़ित छात्र के परिजन ने बताया जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के पत्र के आलोक मे समुचित कारवाई नही होने की स्थिति मे पुनः धरना शुरू किया जायेगा।
मामला माध्यमिक परीक्षा मे प्रधानाध्यापक द्वारा छात्र का पंजीकरण रहने के बावजूद फॉर्म नही जमा करने का बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि अरेर थानाअंतर्गत गाँव नगवास के छात्र त्रीपुरारी कुमार चौधरी पिता शिवशंकर चौधरी जों उच्च विद्यालय नगवास के वर्ग 10 का छात्र है, जिन्हे 2020 के माध्यमिक परीक्षा मे सम्मिलित होना था। पर द्वेषपूर्ण भावना के कारण उच्च विद्यालय नगवास के प्रधानाध्यापक के द्वारा छात्र का पंजीकरण रहने के बावजूद उसका फॉर्म नही जमा किये।
इस बात की विधिवत शिकायत प्रखंड, अनुमंडल एवं जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से की गई परंतु कहीं से भी अपेक्षित कार्यवाई नही हुई जिसके फलस्वरूप छात्र त्रीपुरारी कुमार चौधरी का एक साल अमूल्य समय बर्बाद हो गया। छात्र एवं उनके परिजनो के द्वारा किये गये अनिश्चितकालीन धरना का समर्थन आम आदमी पार्टी की मधुबनी इकाई ने भी किया था।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के बारे में छात्रों को किया जागरूक
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के विद्यापति उच्च विद्यालय बिस्फी के छात्राओं को विकसित बिहार के 7 निश्चय योजनाओ मे से एक योजना आर्थिक हल युवाओं का बल के तहत सरकार के द्वारा चलायी जा रही बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की जानकारी दी गई। जहाँ बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के जिला सहायक प्रबंधक रंजीत कुमार की एक टीम के द्वारा विद्यालय में पहुंचकर इस योजना के बारें में छात्र छात्राओं के बीच विस्तार से चर्चा किया गया।
उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए छात्र छात्राए आर्थिक लाचारी के कारण आगे की पढाई नही कर पाते। लेकिन सरकार के द्वारा चलायी जा रही इस योजना के तहत बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के द्वारा 12वीं कक्षा उतीर्ण इच्छुक विद्यार्थियों के लिए चार लाख तक के शिक्षा ऋण पर राज्य सरकार की गारंटी है, जो कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु बहुत आसानी से इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।
इस मौके पर कार्यपालक सहायक मुकेश कुमार, एस डबल्यू रविन्द्र कूमार रवि कूमार,विधालय के शिक्षक कुमोद यादव, मदन यादव, शम्भू कुमार, नवीन कुमार, मो० उमरफारूक, मो० नफीस, पवन कुमार, मुकेश कुमार अन्य शिक्षक मौजूद थे।
तुगलकी फरमान के आगे नहीं झुकेंगी समन्वय समिति
मधुबनी : जिला के बसैठ स्थित मध्य विद्यालय परिसर में बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता अनुमंडल अध्यक्ष आशीष नारायण झा एवं संचालन देवानंद झा व मकसूद आलम ने की। बैठक में 17 एवं 18 फरवरी के हड़ताल की समीक्षा की गयी। साथ ही आह्वान के बावजूद विक्षण कार्य करने वाले शिक्षकों की निंदा की गयी।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हमसभी शिक्षक एकजुट है। हम समान काम के बदले समान वेतनमान ले कर रहेंगे। सरकार के तुगलकी फरमान से हम शिक्षक डरने वाले नही है। इस बैठक से पहले मौजूद शिक्षकों ने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नाररबाजी की और अपने आक्रोश का इजहार किया।
कार से 1530 बोतल शराब व 84 केन बीयर के साथ एक गिरफ्तार
मधुबनी : बिहार में शराबंदी लागू हुए करीब तीन साल होने को हैं, पर शराब का कारोबार छुप-छुपा कर अविध रूप से काफी सक्रिय हो गया है।
मधुबनी जिले के देवधा पुलिस ने इंडो-नेपाल बॉडर से मारूति कार पर लादकर लाये जा रहे 1530 बोतल शराब तथा 84 केन वीयर के साथ एक धंधेबाज को पकड़ा। जिसे थाने पर लाकर शराबों के गिनती के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
देवधा थानाध्यक्ष राजकिशोर कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित राजनगर थानाक्षेत्र के सोनवरी निवासी नरेश यादव है। जब्त नेपाली वीयर 501 लीटर बतायी गयी है। उपरोक्त सभी जानकारी देवधा थानाध्यक्ष राजकिशोर कुमार ने दिया है।
नियोजित शिक्षक ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में निकाला मार्च
मधुबनी : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरने के सार्थन हेतु निकाला गया पैदल मार्च। बिहार राज्य संघर्ष समन्वय समिति प्रखंड इकाई बासोपट्टी के सभी शिक्षकों ने प्रखंड संसाधन केंद्र बासोपट्टी से पैदल मार्च निकालकर कर्पूरी चौक बासोपट्टी तक सरकार विरोधी नारा लगाते हुए समान काम का समान वेतन सरकार से मांग किया, साथ ही सरकार विरोधी नारा भी लगाते रहे।
इसमें अधिकांश शिक्षकों ने भाग लिया, साथ ही जब तक “समान काम समान वेतन” हम लोगों का जो मुख्य मांग है उसको पूरी नहीं करती है तो हड़ताल आगे भी इसी तरह से चलता रहेगा।
इस मार्च के नेतृत्व श्री चंद्र मोहन तिवारी के द्वारा किया गया। मार्च में के सैकड़ों शिक्षकों ने भाग लिया बासोपट्टी प्रखंड के बीआरपी श्रीदेव चंद्र राय समिति के सह संयोजक देव नारायण यादव, सह संयोजक गणेश दास, प्रभात झा, शिव कुमार पासवान, अहमद हुसैन, विष्णु पासवान, सीआरसी धर्मेंद्र कुमार, सीआरसी ओमप्रकाश ब्यार, सीआरसी राजीव रंजन, विष्णु पासवान, राजीव कुमार, बेबी कुमारी, अर्चना कुमारी, सतनारायण यादव, मोहम्मद मुस्ताक, मोहम्मद अंजार, अरविंद कुमार, मनीष कुमार, बिंदेश्वर साह, शांति कुमारी राउत, नीतू कुमारी, वंदना कुमारी, अंशु कुमारी विनीता कुमारी, मंजुला कुमारी, रेखा कुमारी, सुनैना कुमारी, शिव शंकर महतो, शंकर मेहता, अशोक कुमार कामत, अशोक दास, राम उदगार राम, छतौनी सीआरसी राजीव रंजन नित्यानंद राय प्रदीप साहनी, नागेंद्र ठाकुर देवेंद्र मंडल, राम हृदय मंडल, विजय ठाकुर, शिवसागर दास, महेश्वर साह, आशुतोष कुमार, राजेश कुमार आदि सैकड़ों शिक्षकों ने हड़ताल में शामिल हुआ।
सुमित राउत