घर तक नहीं पहुंचाने पर मजदूरों ने मजिस्ट्रेट को पीटा
सिवान : प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थानों तक नहीं छोड़ने पर साथ गए मजिस्ट्रेट व बस चालकों पर ही जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें जान बचाकर बस और स्कार्पियो के चालक तो फरार हो गए किन्तु मिजस्ट्रेट को मजदूरों ने दबोच लिया और जम कर धुनाई कर दी। जिसमे सर फट गया और वे गंभीर रूप से घायल हो गए।हुआ यूं कि सिवान जिला के गुठनी प्रखंड के कुकुर भूका पंचायत शिक्षक के रूप में नागमणि प्रसाद कार्यरत है।
वे कोविड-19 में गोपनीय शाखा सिवान में बतौर मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किये गए हैं।आर बी टी स्कूल गुठनी 153 प्रवासी मजदूरों को तीन बसों से उनके गृह जिले सुपौल,सहरसा और मधेपुरा भेजा गया।सिवान जिला परिवहन पदाधिकारी के निर्देश से बस के साथ मजिस्ट्रेट के रूप में स्कॉर्पियो से नागमणि प्रसाद को भेजा गया।उन्हें कोई गार्ड तक नही दिया गया था। मधेपुरा पहुँचने पर बस चालकों ने यह कहकर आगे जाने से इनकार कर गया कि सिवान से मधेपुरा जाने तक ही ईंधन दिया गया है।
यह सुनकर मजिस्ट्रेट नागमणि ने अपने गुठनी कंट्रोल रूम बात किये तो उन्हें कहा गया कि मधेपुरा में ही टोल प्लाजा के पास प्रवासी मजदूरों को छोड़ दे।इस आदेश के बाद जब मजदूरों को बस से उतार जाने लगा तो सुपौल और सहरसा के प्रवासी मजदूर भड़क गए और बस और स्कॉर्पियो चालकों पर हमला बोल दिया। चालक फरार हो गया किन्तु मजिस्ट्रेट को उनलोगों ने दबोच लिया और जमकर धुनाई कर दिया,जिसमे उनका सर फट गया और गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद COVID 19 में प्रतिनियुक्त शिक्षकों में आक्रोश है और वे सुरक्षा के साथ ही ड्यूटी पर जाने बात कह रहे है।
बेख़ौफ़ अपराधियों ने वृद्ध को गोलियों से भुना
सिवान : नौतन थाना क्षेत्र अंतर्गत पचलखी पांडेय टोला में शनिवार की मध्यरात्रि अपराधियो ने खिड़की से अंधाधुन फायरिंग कर घर में सोये हुए दंपति पर हमला कर दिया इस हमले में विश्वनाथ पाठक (53 वर्ष) की मौत हो गई ,जबकि उनकी पत्नी गोली लगने से गंभीर रूप घायल हो गई।
घटना के बाद आसपास के लोगों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल सिवान भर्ती करा । घटना की सूचना पर पहुंचे नौतन थानाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह घटना स्थल पर पहुच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सिवान भेज दिए। बताया जाता है कि विश्वनाथ पाठक अमीनी का काम करते थे। गावँ में ही किसी के साथ जमीनी विवाद चल रहा था। परिजनों ने बताया कि विवाद को लेकर कई बार उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिल चुकी थी।जिसका शिकायत उन्होंने स्थानीय थाना में कई थी।
घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि शनिवार की रात्रि खाना खाने के बाद परिवार के सभी लोग अपने अपने कमरे में सोने चले गए। अपराधियो ने मध्यरात्रि में रूम का खिड़की खुला देख कर मौका का फायदा उठाया और खिड़की से ही किसी अग्न्यास्त्र द्वारा फायरिंग कर दिया। फायरिंग का आवाज सुनकर परिजन जब तक पहुँचे तब तक अपराधी भाग चुके थे। घटना की खबर सुनते ही थानाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह पहुँच गए। वे शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिए।पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज हुई है और न ही किसी की गिफ्तारी हो सकी है।
अवधेश शर्मा