17 मई : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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कोविद -19 : तनाव प्रबंधन पर राष्ट्रीय बेबीनार का आयोजन

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा की अंगीभूत इकाई डी.बी. कालेज, जयनगर के वाणिज्य विभाग व इंडियन एशोसिएशन फार मैनेजमेंट डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्रथम राष्ट्रीय वेबीनार / डिजिटल संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

वेबीनार के उदघाटन सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय विशिष्ट अतिथि महाराजा सियाजीराव विश्वविद्यालय, वडोदरा के शिक्षाविद डाॅ शान्तनु सौरभ, महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक्स डा सपन अस्थाना, प्रधानाचार्य प्रोफेसर नंद कुमार व डा शैलेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से माॅ सरस्वती की अर्चना व दीप प्रज्वलन कर किया।

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इंडियन एशोसिएशन फार मैनेजमेंट डेवलपमेंट के प्रतिनिधि व आयोजक डा शैलेश कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि कर्नल निशीथ कुमार राय व विशिष्ट अतिथिगण का आनलाईन स्वागत किया। कोरोना संक्रमण के दौर में प्रत्येक व्यक्ति आर्थिक, सामाजिक और मानसिक समस्याओं से चिन्तित और तनाव ग्रस्त है, इस कठीन दौर में सह सहयोग, एकता और वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक तनाव को कम किया जा सकता है।

मुख्य अतिथि व ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय के है वह डी.बी. कालेज, जयनगर द्वारा कोविद -19 के दौर में तनाव प्रबंधन पर आनलाईन आयोजित राष्ट्रीय वेबीनार के उदघाटन सत्र में छात्र छात्राओं व शिक्षको को सम्बोधित कर रहे थे।

वेबीनार को सम्बोधित करते हुए उदघाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि महाराजा सियाजीराव विश्वविद्यालय के प्रख्यात शिक्षाविद डाॅ. शान्तनु सौरभ ने कहा कि, कोरोना महामारी एक व्यवहारिक समस्या है लेकिन कोरोना महामारी में उपरोक्त समस्या का समाधान जागरुकता, दूरदर्शिता व नवाचार के प्रयोग से किया जा सकता है, इस तरह वैश्विक स्तर पर जागरुकता, दूरदर्शिता और तनाव प्रबंधन से कोविद -19 पर भारत को मिलेगा विजय। उन्होने तनाव प्रबंधन में नवाचार व दूरदर्शिता को प्रमुखता से शामिल करते हुए प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र के प्रति कर्तव्य का बोध कराने का सुझाव दिया।

विशिष्ट अतिथि महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ के डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर सपन अस्थाना ने कहा कि करोना वायरस ने हमारे सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और आर्थिक पक्षों में बहुत बड़ा परिवर्तन किया है जिससे तनाव ग्रस्त होकर मध्यम वर्ग के लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं, यदी समय रहते तनाव प्रबंधन पर कार्य किया जाए तो मजदूरों के पलायन को रोका जा सकता है।

अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डा नंद कुमार ने कहा कि, लाकडाउन और कोविद 19 के दौर में तनाव प्रबंधन एक महत्वपूर्ण बिषय के रुप में सामने आया है, वर्तमान दौर में तनाव प्रबंधन की उपयोगिता कोविद संक्रमण को रोकने में मुख्य भूमिका अदा करेगा।

आयोजक व इंडियन एशोसिएशन फार मैनेजमेंट डेवलपमेंट के मुख्य संपादक *डाॅ. शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि, राष्ट्रीय वेबीनार में उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, केरल सहित भारत के विभिन्न राज्यों के सैकड़ों प्रतिभागीयों ने प्रतिभाग किया। वहीं प्रथम तकनीकी सत्रों में 20 से अधिक शिक्षाविद व शोधार्थीयों ने समसामयिक विषय कोविद -19 और तनाव प्रबंधन पर आनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किया। अंत में आयोजन सचिव डा मो. मिनहाजुद्दीन ने समस्त अतिथि एवं प्रतिभागीयों के प्रति आभार प्रकट किया।

इस दौरान मुख्य रूप से वाणिज्य व व्यवसाय प्रशासन विभाग के निदेशक प्रोफेसर एच के सिंह, डॉ नंद कुमार, डा विमलेन्दु मिश्रा, डॉ उमेश कुमार सिंह, डॉ शैलेश कुमार सिंह, डॉ जमील हसन अंसारी, डॉ अभिषेक झा, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ चन्दा रानी, डा गीता सिंह, डॉ संजय कुमार पासवान, डॉ संजय कुमार, डा अंतेश्वर यादव, डॉ अवध बिहारी यादव, डॉ आनंद कुँवर, डॉ रंजना, डॉ मो. मिनहाजुद्दीन, सहित समस्त शिक्षक उपस्थित रहें।

मुरारी ठाकुर

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