आधे से कम कर्मचारियों के साथ खुलेंगे कार्यालय
बक्सर : जिलाधिकारी अमन समीर ने गुरुवार को सभी तकनीकि विभाग के लोगों के साथ एक बैठक की। बैठक में डीएम ने अपने कर्मचारियों के प्रति सजग व उनके स्वास्थ्य का अपडेट लेते रहने का सुझाव अधिकारियो को दिया। कोई लक्षण दिखने पर तुरंत सूचना भी देने को कहा।
कार्यालय प्रधान 33 प्रतिशत कर्मियों के साथ काम कर सकते हैं। हमेशा सामाजिक दूरी का ख्याल रखा जाए। निर्माण कार्य रोजगार सृजन से जुड़े हैं। अत: वे चलते रहेंगे। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को सरकार के महत्वपूर्ण योजना हर घर नल का जल के तहत बचे हुए कार्य को तेजी से करवाने का निदेश दिया गया।पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने विभागीय कार्यों के अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत कुछ पूर्ण किये गये योजनाओं की जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने कहा जिला स्तरीय टीम गठित कर पूर्ण किए गए कार्यों की जांच कराई जाए। वैसे नलकूप जो मरम्मति के अभाव में बंद पडें हैं। उनको चालू करने का निर्देश लघु सिंचाई को दिया गया। उन्होंने बताया मरम्मत के लिए राशि पंचायतों के खाते में भेज दी गई है। लेकिन, उनके स्तर से काम नहीं हो रहा है।समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता के कार्यकलापों से जिलाधिकारी अप्रसन्न दिखे।
इस कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया। ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता बैठक से अनुपस्थित पाए गए। उनसे स्पष्टीकरण पूछने का निदेश दिया। भवन निर्माण विभाग की समीक्षा में चल रहे भवन निर्माण कार्य में तेजी लाने का सख्त निदेश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त बक्सर, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय प्रशाखा, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी एवं सभी तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता उपस्थित थे।
नदी व गड्ढ़े में डूबने से दो किशोरों की मौत
बक्सर : नदी और गड्ढ़े में डूब जाने के कारण दो किशोरों की मौत हो गई। यह घटनाएं बुधवार की हैं। पहली घटना नावानगर थाना के गुंजा डिहरी गांव में हुई। जहां पन्द्रह वर्ष का बच्चा शैलेश कुमार अपने पिता के लिए भोजन लेकर गया था। कामेश्वर पासी को भोजन देकर वह पास में स्थित काव नदी में नहाने गया। जहां उसके साथ अनहोनी हो गई। बच्चा डूब गया, जब इसकी जानकारी परिवार वालों को मिली तो कोहराम मच गया।
वहीं दूसरी घटना कोरानसराय थाना के कोपवां गांव में हुई। जहां गुड्डू राम (17) चाट में डूब गया। घटना बुधवार शाम की है। बच्चे के पिता टुनटुन राम का पहले ही स्वर्गवास हो गया था। जब गुड्डू देर शाम तक घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई। लेकिन, किसी को कुछ पता नहीं चला। गुरुवार की सुबह कुछ लोगों ने कोपवां-मठिला मार्ग के किनारे चाट में उसका शव देखा। जब ग्रामीणों को यह पता चला तो इसकी सूचना परिवार और पुलिस को दी गई। लोगों ने कहा, संभवत: वह शाम में शौच के लिए उधर गया होगा। जहां डूब जाने से उसकी मौत हो गई।
तियरा में दवा व अस्पताल रोड में राशन दुकान सील
- मास्क नहीं पहनने पर एसडीओ ने की कार्रवाई
बक्सर : लॉकडाउन आज से पुन: प्रदेश में प्रभावी हो गया है। बावजूद इसके लोग लापरवाही करते देखे गए। सड़कों पर सवारी नहीं लेकिन, निजी वाहनों की संख्या बहुत रही। बाइक पर भी तीन-तीन लोग यात्रा करते दिखे। ऐसा करना स्वयं के लिए खतरनाक है। सबको इसका ध्यान रखना चाहिए। ऐसी लापरवाही एक दिन पहले स्वयं एसडीओ ने भी देखी। बुधवार को उन्होंने राजपुर प्रखंड के तियरा बाजार में दवा दुकानदार को देखा। उन्होंने स्वयं भी मास्क का प्रयोग नहीं किया था। ग्राहक भी बगैर मास्क के। जब वहां प्रशासन की गाड़ी रुकी तो दुकानदार ताड़ गए। जल्दी से गमछा लपेट लिया। लेकिन, ग्राहक बेचारे कुछ न कर सके।
प्रशासन ने उनकी दुकान तीन दिन के लिए सील कर दिया है। मास्क का प्रयोग नहीं करने वाले ग्राहक को दुकान से कोई सामान नहीं देना है।दुकानदार स्वयं भी हर समय नियमों का पालन करेंगे। इस तरह की लापरवाही मंगलवार को पुराना सदर अस्पताल रोड में भी दिखी। एसडीओ ने बगैर मास्क के किराना व्यवसायी को देखा। उनकी दुकान भी सील कर दी गई। लेकिन, दुकानदार ने उसी समय मास्क खरीदा और ऐसी लापरवाही न करने की बात कही।
नहर में मिला युवक का शव, रोहतास जिले का मामला
बक्सर : शुक्रवार की सुबह देवढिय़ां नहर में युवक का शव देखा गया। स्थानीय सरपंच शंभुनाथ मिश्रा, कृष्णानंद मिश्रा आदि ग्रामीणों ने इसकी सूचना राजपुर पुलिस को दी। लोगों के प्रयास से उसे बाहर निकाला गया। देखने वालों ने बताया उसके शरीर पर काले रंग की पैंट व हल्के रंग की टी शर्ट है। पुलिस पहुंची तो उसने इसकी तस्दीक शुरू की। रोहतास पुलिस को सूचना दी गई।
यह पता चला कि वह नया सिंधौली डालमिया नगर का व्यक्ति है। ऐसी सूचना मिल रही है। क्योंकि वहां एक व्यक्ति राकेश यादव( 38) के लापता होने की सूचना है। शव एक-दो दिन पुराना है। जिसके कारण वह फुल गया है। देखकर पहचान नहीं हो पा रही। स्थानीय पुलिस की सूचना पर वहां से लोग पहचान के लिए चले हैं। पुलिस का मानना है। उनके आगमन पर इसकी पूरी तस्दीक हो जाएगी। ग्रामीणों ने बताया सोन नहर डालमिया नगर से ही निकलती है। शायद इसी वजह से शव बहते हुए यहां तक आ पहुंचा है।
रोहतास के डालमियानगर थाने का थानेदार ओम प्रकाश से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि राजपुर पुलिस को पहचान के लिए ओम प्रकाश की फोटो भेज दिया गया है । व्यक्ति 15 तारीख से घर से लापता है । परिवार वालों के मुताबिक वह मानसिक रूप से विक्षिप्त था। जिसकी दवा चल रही थी ।हुलिया के हिसाब से संभवतः शव उसी की है।तस्दीक़ के बाद मौत के कारण की पता चल पायेगी ।
कोरोना संक्रमण के ग्राफ में आठ का इजाफा
- जिले के कुल रोगियों की संख्या 382, सक्रिय की संख्या में इजाफा नहीं
बक्सर : जिला प्रशासन के अनुसार कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में 8 का इजाफा हुआ है। हालांकि काट-छाट कर जो सूची उपलब्ध कराई गयी है। उमसें सात का ब्योरा ही उपलब्ध है। लेकिन, जो डेली अपडेट का चार्ज है। वह बता रहा है। कुल मरीजों की संख्या 382 है। एक दिन पहले यह संख्या 374 थी। अगर हम उसे गणित के हिसाब से जोड़-घटा कर देखें तो संख्या 8 नजर आती है। हालांकि यह सर्वविदित है।
जिला प्रशासन एक दिन पुरानी रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहा है। 17 जुलाई की रिपोर्ट के अनुसार कुल सक्रिय रोगियों की संख्या 126 है। 16 जुलाई को भी यही संख्या थी। जिसे देखकर यह कहा जा सकता है। आठ लोग चौबीस घंटे के अंदर स्वस्थ्य भी हुए हैं। इस वजह से ठीक होने वालों का आंकड़ा 256 पहुंच गया है। आज की रिपोर्ट यह भी स्पष्ट करती है। सभी संक्रमित जिला मुख्यालय के हैं। जिनमें से दो सदर अस्पताल के हैं।
रिपोर्ट में देरी से हुआ गड़बड़ झाला, ड्यूटी पर पहुँच गया संक्रमित कर्मी
बक्सर : आज का हिसाब कल करने के चक्कर में अक्सर गड़बड़ी हो जाती है। कुछ ऐसा ही स्वास्थ्य विभाग में चल रहा है। हालांकि यह बात सबकी जानकारी में नहीं है। इससे कुछ कर्मचारी भी अनजान हैं। गुरुवार की शाम एक ऐसा स्वास्थ्य कर्मचारी ड्यूटी करने पहुंच गया। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी थी। शाम में उसकी बारी थी। सो वह घर से निकला और पहुंच गया अस्पताल। वहां गया तो उसे देखते ही अन्य कर्मचारी चौंक गए। अरे तुम्हारी रिपोर्ट पॉजिटिव है, क्या तुम्हें पता नहीं। बेचरा पहले तो वह स्वयं चकराया। फिर संभलते हुए उसने कहा, मुझे नहीं पता।
अगर ऐसा था तो मुझे सूचना देनी चाहिए थी। इसमें मेरी क्या गलती है। बहरहाल उसे वहां से सुरक्षित जगह भेजा गया। लेकिन, इस बीच अस्पताल में अफरातफरी मची रही। इस तरह की लापरवाही मरीज के लिए ही नहीं। पूरी सुरक्षा के लिए खतरा है। चतुर्थ वर्ग का वह सरकारी सेवक ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करने गया था। यह तो प्रशासनिक तंत्र का कमाल है। जो उसे समय रहते सूचना ही नहीं मिली। पाठक यह जान लें। सदर अस्पताल से जुड़े लगभग आधा दर्जन निजी वे सरकारी कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। आज के दौर में सबसे ज्यादा जोखिम अगर कोई उठा रहा है। तो वे हैं स्वास्थ्य कर्मी। उनके प्रति सभी को हमदर्दी रखनी चाहिए।
चन्द्रकेतु पाण्डेय