राजकीय नेत्रहीन उच्च विद्यालय, दरभंगा की टीम मुज्जफरपुर हुई रवाना
दरभंगा : क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन बिहार द्वारा 15 अप्रैल 2019 से 16 अप्रैल 2019 तक उत्तर भारत अंतर विद्यालय दृष्टिहीन क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। महासचिव राकेश किरण नें बताया कि बिहार के इतिहास में पहली बार क्रिकेट का यह विशाल आयोजन हो रहा है।
इस प्रतियोगिता में बिहार के अतिरिक्त झारखंड, ओडिसा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, सिक्किम, आसाम कुल 6 राज्य भाग ले रहे हैं। बिहार की चार टीमें झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल की दो-दो टीम है तथा त्रिपुरा सिक्किम और आसाम की एक एक टीम प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। प्रतियोगिता के लिए 3 पूल बनाए गए हैं। विशाल आयोजन को ध्यान में रखते हुए शहर के तीन मैदानों-लंगट सिंह महाविद्यालय, राम दयालु महाविद्यालय एवं जिला स्कूल को आरक्षित किया गया है। सभी राज्यों के लगभग 200 दृष्टिहीन क्रिकेट खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
मौके एसोशियशन के संयोजक उज्ज्वल कुमार नें खिलाड़ियों को शुभकामना देते हुए बताया कि दिव्यांग खिलाड़ी एक दिन अवश्य अपने राज्य का राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराएंगे। पारस हॉस्पिटल के सहयोग के लिए एसोशियशन के महासचिव राकेश किरण नें पारस हॉस्पिटल के चैयरमैन डा.संजीव कुमार घोष को साधुवाद दिया। 14 सदस्यीय टीम के कप्तान मास्टर बिहारी एवं उप कप्तान सत्यम कुमार हैं।
सदाचार से ही धर्म की प्राप्ति : डॉ झा
दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय एवं श्यामा मन्दिर न्यास समिति के संयुक्त तत्वावधान में विविध धर्म व अध्यात्म विषय पर जारी दस दिवसीय कार्यशाला के आधार पुरुष व्याकरण विभाग के प्रो0 दयानाथ झा ने रविवार को कहा कि सदाचार अपनाकर ही धर्म की प्राप्ति की जा सकती है, संस्कृति की रक्षा हो सकती है और ईश्वर भक्ति का मार्ग भी स्वतः प्रशस्त हो सकता है।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने कहा कि डा0 झा ने धर्म पालन को ही आत्म ज्ञान का रास्ता बताया। इसीक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि अध्यात्म अंतःकरण से जुड़ा मामला है। इसमें स्वयं द्वारा स्वयं का आत्म विश्लेषण किया जाता है। आत्म ज्ञान व ईश्वर भक्ति के लिए वेद शास्त्रों का ज्ञान भी जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि धर्म के अणुशरण से समाज व खुद की शुद्धि होती है। सत्य, अहिंसा, सदविचार आदि धर्म के ही अवयव हैं।
बता दें कि श्यामा मन्दिर परिसर में जारी दस दिवसीय कार्यशाला का समापन कल सोमवार की शाम 5.30 बजे होगी। समापन समारोह के आधार पुरुष पूर्व कुलपति व राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित ज्योतिष के विद्वान डा0 रामचन्द्र झा होंगे।
प्रबन्धक डॉ चौधरी हेमचन्द्र राय के मंच संचालन में सम्पन्न रविवार की कार्यशाला में न्यास समिति के सह सचिव एवम कार्यक्रम के समन्वयक प्रो0 श्रीपति त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रो0 पुरेन्द्र वारिक, डॉ विद्यानंद मिश्र, डॉ रमेश झा, डॉ राजेश्वर पासवान, दयाकांत मिश्र, विनोद कुमार समेत बहुत भक्तजन मौजूद थे।
मुरारी ठाकुर