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14 मार्च : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

31 मार्च तक स्थगित रहेगी विश्वविद्यालय की परीक्षाएं

दरभंगा : कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने तथा इससे बचाव के बारे में केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा उठाए जा रहे एहतियाती कदम के मद्देनजर तथा बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन द्वारा 13 मार्च को जारी सभी‌ विश्वविद्यालयों को प्रेषित पत्र के आलोक में कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सर्वनारायण झा के निर्देशानुसार 31 मार्च तक विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर विभाग, स्ववित्तपोषित संस्थान, सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालय बन्द रहेंगे लेकिन शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी अपने संस्थानों में कार्य पर उपस्थित रहेंगे।

वहीं, अतिथि शिक्षकों की विभागों व कालेजों में उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी। सभी संस्थानों में बायोमैट्रिक उपस्थिति अगले आदेश तक बन्द रहेंगे तथा पूर्व की भांति मैनुअल उपस्थिति ही बनेगी । साथ ही 31 मार्च तक सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है जबकि नई परीक्षाओं का आयोजन अगले आदेश तक स्थगित रखा जाएगा । यह भी निदेशित किया गया कि इस अवधि में विश्वविद्यालय में किसी तरह के सेमिनार, कॉन्फ्रेंस, सामूहिक गतिविधियां ,खेलकूद से सम्बन्धित कार्यक्रमों के आयोजन नहीं होंगे। बचाव को और पुख्ता करने के लिए विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के सभी छात्रावासों को अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से खाली कराने को कहा गया है। सभी छात्रावासों के अधीक्षकों को इसे सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया है।

इसके अलावा गत पांच मार्च को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव द्वारा विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जो सलाह भेजी गई थी उस सम्बन्ध में भी निर्णय लिया गया कि सभी प्रधानाचार्य , विभागाध्यक्ष एवम अपनी अपनी इकाइयों के प्रधान इसके अनुपालन की व्यवस्था अपने संयंत्र से सुनिश्चित करेंगे।

31 मार्च तक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने स्थगित की सभी परीक्षाएं

दरभंगा : कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने व इस बारे में केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा उठाए जा रहे एहतियाती कदम के मद्देनजर तथा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर के महाजन द्वारा सभी‌ विश्वविद्यालयों को प्रेषित पत्र के आलोक में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति आवासीय कार्यालय पर आज शनिवार को दिन के 11.00 बजे एक उच्चस्तरीय आपात बैठक हुई।

कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्षों, स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्षों, स्ववित्त पोषित संस्थानों के निदेशकों, स्थानीय अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों समेत विश्वविद्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति निर्णय लिया गया की 31 मार्च 2020 तक विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर विभाग, स्ववित्तपोषित संस्थान, सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालय  31-मार्च तक बन्द रहेंगे। परन्तु शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी अपने संस्थानों में कार्य पर उपस्थित रहेंगे। अतिथि शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी।

सभी संस्थानों में बायोमैट्रिक उपस्थिति अगले आदेश तक बन्द रहेंगे तथा पूर्व की भांति मैनुअल उपस्थिति ही बनेगी। 31 मार्च तक सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है तथा नई परीक्षाओं का आयोजन अगले आदेश तक स्थगित रखा जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि इस अवधि में विश्वविद्यालय में किसी तरह के सेमिनार, कॉन्फ्रेंस, सामूहिक गतिविधियां ,खेलकूद से सम्बन्धित कार्यक्रमों के आयोजन नहीं होंगे।

स्नातक तृतीय खंड 2020 की परीक्षाएं 16-मार्च 2020 से  31 मार्च 2020 तक स्थगित कर दी गई है। साथ ही स्नातक द्वितीय खंड 2020 की  परीक्षा जो 27 मार्च 2020 से प्रस्तावित है उसे अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। यह भी निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के सभी छात्रावासों को अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से खाली करा दिया जाय।इस हेतु सभी छात्रावासों के अधीक्षकों को इसे सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है। दिनांक 5 मार्च को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव द्वारा विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जो सलाह (advisory) भेजी गई है, जिसकी प्रति सभी प्रधानाचार्यों को भेजी जा चुकी है, उस सम्बन्ध में निर्णय लिया गया कि सभी प्रधानाचार्य , विभागाध्यक्ष, एवं अपने अपने इकाइयों के प्रधान इसके अनुपालन की व्यवस्था अपने संयंत्र से सुनिश्चित करेंगे।

इस बैठक के बाद सीईटी-बीईडी 2020 की बैठक हुई जिसमें 29-03-2020 की प्रस्तावित परीक्षा हेतु कोर कमिटी ने सर्वसम्मति निर्णय लिया कि परीक्षा को अगले आदेश तक स्थगित करने हेतु महामहिम कार्यालय को निर्णय से अवगत कराते हुए माननीय सर्वोच्च न्यायालय में अर्जी की जाय। ज्ञात हो कि परीक्षा का वर्तमान कार्यक्रम माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा अनुमोदित है।

बैठक में प्रति कुलपति प्रो जय गोपाल, अध्यक्ष छात्र कल्याण, कुलानुशासक, संकायाध्यक्ष सामाजिक विज्ञान, ललित कला संकाय, निदेशक दूरस्थ शिक्षा निदेशालय,सीईटी बीईडी 2020 के राज्य नोडल पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष बाणिज्य, मनोविज्ञान, संगीत, उर्दू विभाग,स्थानीय अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य, चिकित्सा पदाधिकारी, भू सम्पदा पदाधिकारी, एन एस एस पदाधिकारी, परीक्षा नियंत्रक सहित कई विभागाध्यक्ष एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।

मुरारी ठाकुर