ऑनलाइन शुरू हुई स्नातकोत्तर एवं पीएचडी कोर्स वर्क की क्लास
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह के निर्देशन में स्नातकोत्तर एवं पीएचडी कोर्स वर्क छात्रों के लिए ऑनलाइन वर्ग आज से प्रारंभ कर दिया गया है। इससे पूर्व कुलपति प्रो सिंह ने 09 मई को सभी विभागाध्यक्षों के साथ आनलाइन लेक्चर समिति की बैठक करके छात्र हित में ऑनलाइन वर्ग चलाने का निर्देश दिया था। इस विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड किए गए ऑनलाइन लेक्चर की संख्या पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पन्द्रह हजार से अधिक पाठ्य सामग्री विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड हो चुके हैं, परंतु साथ ही उन्होंने चिंता जताई कि इससे छात्रों को पाठ्य सामग्री तो उपलब्ध हो जाएगा परन्तु उनके विषय से सम्बन्धित जिज्ञासाओं का उत्तर नहीं मिल पाएगा। अतः आज के परिदृश्य में लाकडाउन जैसी गंभीर समस्या को देखते हुए ऑनलाइन वर्ग चलाना ही एकमात्र विकल्प हो सकता है।
इस सम्बन्ध में उन्होंने अध्यक्ष छात्र कल्याण को सभी विभागाध्यक्षों से आनलाईन वर्ग का शेड्यूल मंगा कर समेकित शेड्यूल जारी करने का निर्देश दिया था। जानकारी देते हुए समन्वयक प्रो के के साहू ने बताया कि कुछ विषयों के विभागाध्यक्षों द्वारा अबतक पी जी एवं पी-एच डी कोर्सवर्क के कुल 80 ऑनलाइन वर्ग के प्रस्ताव ऑनलाइन लेक्चर समिति को प्राप्त हुआ है। आज 13 ,14 एवं 15 मई का शेड्यूल जारी किया गया है। शेड्यूल को छात्रों की जानकारी हेतु विश्वविद्यालय वेबसाइट पर भी डाला गया है ।
16 से 30 मई का सिड्यूल कल तक जारी कर दिए जायेंगे। अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी ने सभी विभागाध्यक्षों को धन्यवाद देते हुए अनुरोध किया है, कि वे अपने विभाग के शिक्षक द्वारा लिए जाने वाले वर्ग की जानकारी एवं लिंक अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचाने में मदद करें ताकि अधिक से अधिक छात्र जुड़ कर इसका लाभ ले सकें। ऑनलाइन वर्ग गूगल मीट के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिसमें बगैर किसी समय सीमा के एक सौ छात्र भाग ले सकते हैं। 50 मिनट का एक वर्ग होगा जिसमें छात्र विषय से सम्बन्धित अपनी जिज्ञासा कर सकते हैं और शिक्षक द्वारा उनका उत्तर दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा है कि कुलपति के मार्गदर्शन में धीरे-धीरे यह प्रयास आगे और बृहत रूप में जारी रहेगा तथा बहुत जल्द छात्रों को ऑनलाइन वर्ग का एक बड़ा प्लेटफार्म देने में विश्वविद्यालय समर्थ होगा। स्नातकोत्तर अध्यापन वाले महाविद्यालयों के छात्र यदि इस आनलाइन वर्ग का लाभ लेना चाहते हों तो सम्बन्धित विभागाध्यक्षों से सम्पर्क कर लिंक प्राप्त करने का प्रयास करें। महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य भी अपने स्तर पर इस तरह की ब्यवस्था करके स्नातक एवं स्नातकोत्तर (जहां पढ़ाई होती है ) के छात्रों को आनलाइन वर्ग का लाभ प्रदान करने का प्रयास करें।
मुरारी ठाकुर