गणेश हत्या मामले ने लिया नया मोड़, निष्पक्ष जांच की उठी मांग
- गांव के दबंगों के दबाव में रची गई साजिश
चंपारण : संग्रामपर, पूर्वी चंपारण, थाना क्षेत्र के मधुबनी के सुखलहिया टोला में शुक्रवार की देर सन्ध्या चचेरे भाई के साथ हुए विवाद में चाकू से घायल गणेश की हुई मौत के मामले ने अब नया मोड़ लिया है। हत्या मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग प्राथमिक अभियुक्त बिनोद राम के परिजनों ने करते हुए हत्या गांव दबंगों के साजिश का परिणाम बताया है।
रविवार को बिनोद के पिता रामचन्द्र राम ने कहा की गणेश के परिजन गांव के कुछ दबंग लोगों के प्रभाव में आकर उसके तीन बेटों को फंसाया जा रहा है, जो उच्च स्तरीय जांच का विषय हैं। गांव के कुछ निष्पक्ष लोग पड़ोस के दबंगो के भय से असलियत नहीं बोल पा रहें हैं। श्री राम ने बताया कि गणेश के चचेरे भाई राजदेव राम की पत्नी द्वारा माइक्रो फाइनेंश कम्पनी से लोन उठाया था जिसकी किश्त समय से जमा नहीं करवाया जा रहा था। उक्त ग्रुप में गणेश की पत्नी भी शामिल हैं जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद था।
घटना के दिन दोनों घर के समीप एक साथ ताड़ी पी रहे थे उसी दौरान दोनों के बीच विवाद उतपन्न हुआ और घटना घटी।उसने यह भी बताया कि मृतक का घर सड़क के किनारे सरकारी जमीन में हैं जिसको लेकर उसके पुत्र बिनोद व हरेंद्र यादव द्वारा अरेराज के लोक शिकायत निवारण में परिवाद संख्या-9999901240320113824 दर्ज करवाया गया है जिसमे पूर्व में न्यायालय ने सरकारी जमीन से सीओ को घर हटाने का निर्देश दिया था। लेकिन सीओ के दबाव में आ जाने के चलते मामला ज्यों का त्यों रहा।
इधर पुनः जमीन खाली करवाने की प्रक्रिया तेज हुई थी और घटना घटित होने के चलते गणेश के हत्या में उसके तीन पुत्र बिनोद राम,सुबोध राम को नामजद बना दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि गणेश का जो वीडियो बनाकर वायरल किया गया है उसकी भी जांच हो कि गणेश के ऊपर दबाव बना कर बिनोद का नाम बोलवा कर रिकॉर्ड किया गया है। जिसने वीडियो बनाया हैं उससे भी वर्षो से उनके बीच भूमि विवाद है। उन्होंने जिले के एसपी,अरेराज डीएसपी व थानाध्यक्ष से कहा हैं कि यदि इसकी गहन जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी साबित हो जाएगा।
राजन दत्त द्विवेदी