प्रवासी मजदूरों को मनोरंजन के साथ सरकारी योजनाओं की दें जानकारी : डीएम
नवादा : जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि कोविड-19 महामारी के प्रभावी नियंत्रण, निगरानी एवं रोकथाम के लिए प्रखंड स्तर पर बने क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवासी श्रमिकों के लिए उचित व्यवस्था किया जाय।कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए साबुन, सेनिटाइजर, मास्क, वस्त्र, बर्तन आदि मुहैया करायी जाय। उन्होनें सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन एवं रात का खाना स्वयं प्रवासी श्रमिकों के साथ बैठ कर करें।
उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए मनोरंजन की उचित प्रबंध करने को कहा। शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है कि सभी क्वारेंटाइन सेंटर पर सुबह में प्रवासी श्रमिकों को समाचार पत्र में छपे कोविड-19 से संबंधित जानकारी देंगे एवं उनसे समाचार पढ़ने को भी प्रोत्साहित करेंगें। सुबह में योगा कराया जाय साथ ही बैडमिंटन एवं बॉलिबाल खेलने का भी प्रबंध किया जाय। सभी क्वारंटाइन सेंटरों पर प्रवासी श्रमिक को प्रोजेक्टर एवं टीवी के माध्यम से नवादा जिला के पर्यटन स्थल के बारे में एवं बिहार के प्रमुख स्थलों के बारे में अवगत कराया जाय।
क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासी श्रमिक अपनी क्वारंटाइन अवधि के दौरान उबाउ न हों इसके लिए मनोरंजन की सुविधा जैसे- कीर्तन, चैता, प्रार्थना,मुशायरा, आदि का स्थानिय स्तर पर व्यवस्था करने का निर्देश दिया, ताकि उनके दिन भर का समय अच्छा बीते। सूचना एवं जन-संपर्क पदाधिकारी को निर्देष दिया गया कि सभी क्वारेंटाइन सेंटर पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कोविड-19 से सुरक्षा का उपाय, सरकार के द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजना जैसे- शौचालय निर्माण, जल-जीवन हरियाली, हर घर नल का जल एवं नली-गली पक्कीकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों से प्रवासी श्रमिकों को अवगत करायें।
करंट लगाने से चरवाहे की मौत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के साढ पंचायत की लक्ष्मीबिगहा गांव के बधार में विद्युत स्पर्शाघात से चरवाहे की मौत हो गयी । शव को ग्रामीणों के सहयोग से आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बताया जाता है कि स्व विशुन प्रसाद का पुत्र कपिलदेव प्रसाद पशु चराने सुबह बधार गया था। ग्रामीण नीलगाय के द्वारा फसलों की जा रही बर्बादी को रोकने के लिए खेतों में बिजली का नंगा तार बिछा रखा था जिसमे विद्युत प्रवाहित होने से उसका पैर तार में फंस गया । जबतक अन्य चरवाहे तार से विद्युत संबंध विच्छेद कर पाते उसकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने परिजनों के साथ मिलकर आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया ।
झरना गांव के ग्रामीणों ने खाद्यान्न उठाव करने से किया इनकार
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड के सिरदला पंचायत झरना गांव के ग्रामीणों ने आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता कुमारी को आवेदन देकर खाद्यान्न उठाव करने से सीधा इनकार कर दिया है। गांव के कपिलदेव प्रसाद ने बताया कि पूर्व से ब्यापार मंडल अध्यक्ष जयराम प्रसाद के जन वितरण दुकान से खाद्यान्न सुविधा अनुसार मिल रहा था। अचानक झरना के ग्रामीणों के खाद्यान्न को सिरदला नीचे बाजार निवासी परमानंद किशोर गुप्ता के दुकान पर टैग कर दिया गया।
जबकि झरना के ग्रामीणों ने सुविधा को देखते हुए झगरीबीघा या फिर फुलवरिया की दुकान पर टैग करने की मांग किया था। लेकिन आपूर्ति विभाग के अधिकारी ने ग्रामीणों की मांग को ठुकराते हुए सिरदला नीचे बाजार जो झरना से करीब पांच किलोमिटर की दूरी पर कर दिया है। जिससे निराश ग्रामीणों ने एम ओ एवम अनुमंडल पदाधिकारी चन्द्रशेखर आजाद को आवेदन देकर जांच करने की मांग किया है। ग्रामीणों के अनुसार इस माह पूरे गांव के ग्रामीण एकजुट होकर खाद्यान्न उठाव नही करने की घोषणा कर दिया है। इस बावत एम ओ रंजीता कुमारी ने बताया कि दुकान टैग होने के बाद ग्रामीणों ने आवेदन दिया है। समस्या को देखते हुए उच्च अधिकारी से परामर्श ली जा रही है।
कोरोना पॉजिटिव प्रवासी मजूदर के संपर्क चेन में आए 18 को किया चिन्हित
नवादा : जिले में पांचवें कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि के बाद उसे संपर्क चेन में आए लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इसी क्रम में 18 लोगों को चिह्नित किया गया है। कहा जा रहा है कि संपर्क चेन में चिह्नित किए गए लोग सिरदला स्थित क्वारंटाइन सेंटर में एक कमरे में साथ थे। शनिवार को इनलोगों का सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए पटना भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात एक प्रवासी मजदूर की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने की पुष्टि हुई थी। पीड़ित युवक सिरदला प्रखंड के एक गांव का रहने वाला है। वह गुजरात के अहमदाबाद में काम करता था। पांच मई को वह नवादा आइटीआइ स्थित ट्रांजिट क्वारंटाइन सेंटर पहुंचा था।
वहां थर्मल स्क्रीनिग के बाद उसे सिरदला के आदर्श इंटर विद्यालय में बनाए गये प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया था। सात मई को सदर अस्पताल, नवादा में लाकर युवक का सैंपल लिया गया था और उसे शहर के एक होटल में क्वारंटाइन कर दिया गया। शुक्रवार की रात पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। इधर, पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई और संपर्क चेन के लोगों को चिह्नित करने का प्रयास शुरू किया गया। इसके तहत अभी 18 लोग चिह्नित हुए हैं। अन्य की पहचान की जा रही है।
त्रेता काल की तिलैया नदी को एकबार फिर सीता के आने की आस
नवादा : त्रेता युग की तमसा (वर्तमान में तिलैया) नदी को फिर से सीता की तलाश है। ऐसा अतिक्रमण का दायरा दिनोंदिन बढ़ते रहने से यह अपना अस्तित्व खोती जा रही। अगर यही हाल रहा तो इसका अस्तित्व सिमटकर नक्शे तक सीमित रह जाएगा और इससे सिंचित होने वाली सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि बंजर रह जाएगी।
जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर जहां देश-दुनिया नदियों का अस्तित्व बचाने की जुगत में लगी है, वहीं हिसुआ में पौराणिक तमसा नदी का अस्तित्व मिटाने में कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है। हिसुआ बाजार से करीब एक किमी दूर पश्चिम दिशा में स्थित तिलैया नदी की चौड़ाई कभी 350 फीट से अधिक हुआ करती थी। अतिक्रमण की चपेट में आकर अब यह महज 100 फीट तक सिमट गई है।
नदी की भूमि पर दर्जनों पक्के मकान खड़े कर दिए गए हैं। यही नहीं नदी की कुछ भूमि पर फसलें भी लहलहा रही है। सब कुछ देखने व सुनने के बावजूद पुलिस-प्रशासन अतिक्रमण रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहा है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार नदियां हमेशा से पानी का प्रमुख स्रोत रही हैं। इसके संरक्षण के लिए समय-समय पर सरकार, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों व समाजसेवियों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाता है। इसके बावजूद प्रशासन उदासीन बना है और तिलैया नदी रोज-ब-रोज अतिक्रमण की भेंट चढ़ती जा रही। ऐसे में वह दिन दूर नहीं, जब इसका अस्तित्व बिल्कुल समाप्त हो जाएगा।
सिमट गया जल का दायरा, जलस्तर में हो रही गिरावट :
नदी की जमीन पर अतिक्रमण होने का सीधा प्रभाव जल के प्रवाह और भूमिगत जलस्तर पर पड़ा है। कालांतर में इस नदी के संपूर्ण क्षेत्रफल में पानी प्रवाहित होता था। तब जलस्तर स्थिर रहता था, लेकिन अब भूजल-स्तर में प्रतिवर्ष गिरावट आती जा रही है। इस गिरावट से अगल-बगल के क्षेत्र में गर्मी के मौसम में जल संकट खड़ा हो जाता है।
दर्जनों गांवों की सैकड़ों एकड़ जमीन हो जाएगी बंजर :
अतिक्रमण के कारण तिलैया नदी का अस्तित्व खत्म हो जाने पर प्रखंड के सिधौली, कैथीर, बगोदर, बढौना, बुधौल, सोनसा, कहरिया, बेलदरिया, घुरिहा सहित दर्जनों गांव की सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन पानी के अभाव में बंजर हो जाएगी। इससे इन गांवों के किसानों को अन्न के दाने के लिए भी तरसना पड़ेगा।
न्यायालय के आदेश का भी खुलेआम हो रहा उल्लंघन :
अतिक्रमणकारियों द्वारा पटना उच्च न्यायालय के आदेश का भी खुलेआम ने नाला, आहर, पोखर, तालाब, पईन व नदियों की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने की जिम्मेदारी अंचलाधिकारी व जिलाधिकारी को दे रखी है। लेकिन तिलैया नदी के मामले में ये अधिकारी गंभीर नहीं दिख रहे हैं।
कहते हैं अधिकारी :
तिलैया नदी की भूमि पर हुए अतिक्रमण की जांच कराई जाएगी। वरीय अधिकारियों से निर्देश मिलने पर अतिक्रमणकर्ताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा, नितेश कुमार, सीओ, हिसुआ।
नदी प्राकृतिक जल संरक्षण का बड़ा स्रोत है। जब वह अपने संपूर्ण क्षेत्रफल में बहती है, तो अगल-बगल के क्षेत्र में जलस्तर सामान्य रहता है। कुआं व चापाकल से पर्याप्त पानी मिलता है। नदी में चेकडैम बना दिया जाए तो अगल-बगल के क्षेत्रों में नमी रहती है और जलस्तर भी बना रहता है, संजय शर्मा, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, नवादा।
घर-घर भुगतान में बिहार में नवादा डाक मंडल अव्वल
नवादा : आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के जरिए ग्राहकों के घर-घर जाकर राशि भुगतान के मामले में नवादा डाक मंडल ने बाजी मारी है। पूरे बिहार में पहला स्थान पाकर यह उपलब्धि हासिल की है। डाक अधीक्षक शिवशंकर मंडल ने बताया कि केवल एक दिन में 8 मई को 7 हजार 350 लोगों के बीच 58 लाख राशि का भुगतान किया गया। मनरेगा, कृषि इनपुट, किसान सम्मान निधि समेत अन्य योजनाओं से जुड़ी राशि का भुगतान किया गया है। डाक मंडल के कार्यो ने लोगों के घर तक जाकर आधार के माध्यम से राशि की भुगतान की।
उन्होंने बताया कि 8 मई को सूबे में 1 लाख 95 हजार लोगों के बीच राशि का भुगतान किया गया है। डाक विभाग के अलावा कोई दूसरी संस्था एक दिन में इतने बड़े पैमाने पर लोगों को लाभ नहीं पहुंचा सकी है। पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने नवादा डाक मंडल के अधिकारियों व कर्मियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। डाक अधीक्षक ने बताया कि नवादा डाक मंडल में चंदन कुमार, मंजय कुमार, कमलेश केवट, रामभुज प्रसाद, अजय प्रसाद, कृष्ण मुरारी, प्रियंका कुमारी, विकास कुमार निराला, छोटू कुमार, सुमन शेखर, तेलेश्वर प्रसाद, अनुज कुमार वर्मा, डेजी कुमारी, मुकेश कुमार व निशांत कुमार ने इस कार्य में बेहतर कार्य किया है।
गैंगरेप पीड़िता की गुहार, दोबारा हो मेडिकल जांच
नवादा : जिले के कादिरगंज ओपी क्षेत्र के सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता ने उसकी दोबारा मेडिकल जांच कराये जाने की मांग की है। इसके साथ ही शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने से हत्या की धमकी का आरोप लगाया है । नवादा डीएम को दिये आवेदन में पीड़िता ने पूर्व में करायी गयी मेडिकल जांच पर ऊंगली उठाते हुए उस पर विश्वास करने से इनकार किया है। पीड़िता के मुताबिक मेडिकल जांच में सही तथ्यों को ध्यान में नहीं रखा गया। साथ ही पीड़िता ने डीएम से यह भी कहा कि चार मई को कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष दिये गये 164 के बयान के दौरान भी उसने मेडिकल जांच की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए उसकी दोबारा मेडिकल जांच कराये जाने का अनुरोध किया था।
पीड़िता की शिकायत थी कि इसके बावजूद अब तक उसकी दोबारा जांच नहीं करायी जा सकी है। उसने आशंका जताते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस मामले को रफा- दफा करने की कोशिश की जा रही है। जबकि उसके साथ पांच युवकों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।
28 अप्रैल की रात हुई थी घटना:-
कादिरगंज ओपी के एक गांव की 16 वर्षीया इंटर की छात्रा के साथ पांच युवकों ने इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया था। घटना 28 अप्रैल की रात करीब एक बजे की बतायी जाती है। पीड़िता के मुताबिक रौशन कुमार उर्फ ललटू नामक युवक ने रात में उसे फोन कर उसकी दादी के घर के बाहर बेहोश होने का झांसा देकर बुलाया व पूर्व से घात लगाये अपने साथियों के मिलकर पास के एक घर में ले जाकर घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद बेहोश छात्रा को ग्रामीणों ने अगली सुबह उसके घर पहुंचाया।
29 अप्रैल को पीड़िता के बयान पर महिला थाने में दर्ज कांड संख्या 10/2020 में शिवशंकर दास उर्फ बंगु रविदास के बेटे रौशन कुमार उर्फ ललटू के अलावा मोती रविदास के नाती विक्रम कुमार व शैलेन्द्र रविदास उर्फ बोमड़ रविदास के बेटे लालजीत कुमार समेत पांच आरोपित बनाये गये हैं। दो अन्य अज्ञात बताये जाते हैं। रौशन को एक मई को महिला थानाध्यक्ष ने गिरफ्तार किया था।
झरना गांव के ग्रामीणों ने खाद्यान्न उठाव करने से किया इनकार
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड के सिरदला पंचायत झरना गांव के ग्रामीणों ने आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता कुमारी को आवेदन देकर खाद्यान्न उठाव करने से सीधा इनकार कर दिया है। गांव के कपिलदेव प्रसाद ने बताया कि पूर्व से ब्यापार मंडल अध्यक्ष जयराम प्रसाद के जन वितरण दुकान से खाद्यान्न सुविधा अनुसार मिल रहा था। अचानक झरना के ग्रामीणों के खाद्यान्न को सिरदला नीचे बाजार निवासी परमानंद किशोर गुप्ता के दुकान पर टैग कर दिया गया।
जबकि झरना के ग्रामीणों ने सुविधा को देखते हुए झगरीबीघा या फिर फुलवरिया की दुकान पर टैग करने की मांग किया था। लेकिन आपूर्ति विभाग के अधिकारी ने ग्रामीणों की मांग को ठुकराते हुए सिरदला नीचे बाजार जो झरना से करीब पांच किलोमिटर की दूरी पर कर दिया है। जिससे निराश ग्रामीणों ने एम ओ एवम अनुमंडल पदाधिकारी चन्द्रशेखर आजाद को आवेदन देकर जांच करने की मांग किया है। ग्रामीणों के अनुसार इस माह पूरे गांव के ग्रामीण एकजुट होकर खाद्यान्न उठाव नही करने की घोषणा कर दिया है। इस बावत एम ओ रंजीता कुमारी ने बताया कि दुकान टैग होने के बाद ग्रामीणों ने आवेदन दिया है। समस्या को देखते हुए उच्च अधिकारी से परामर्श ली जा रही है।
प्रमुख ने बीडीओ के विरुद्ध सौंपा ज्ञापन
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड प्रमुख प्रीति कुमारी ने पुनः एक बार फिर सी डब्लू जे सी 630/020 के आलोक में जिलाधिकारी यशपाल मीना को ज्ञापन सौंपा है। प्रमुख ने बताया कि जिलाधिकारी के ज्ञापांक 437/020 के आलोक में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के द्वारा पंचम वित्त की राशि व योजना में किये गए गड़बड़ी की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। स्पष्टीकरण की मांग 22 अप्रैल को किया गया था। लेकिन आज तक जवाब नही दिए जाने से योजना में हेराफेरी की संभावना और बढ़ गयी है।
बताते चले माननीय उच्च न्यायालय पटना के निर्देश पर डीएम ने तीन सदस्यीय टीम का गठन कर जांच करायी थी। जांच प्रतिवेदन जिलाधिकारी को सौंपा गया है। प्रमुख ने बताया कि स्पष्टीकरण का जवाब नही देकर गड़बड़ी की गई योजनाओं एवम वगैर समिति से पारित योजना व योजना क्रम एवम रोकड़ पंजी को पुनः कुछ चहेते मुखिया व लेखापाल के सहयोग से सुधार करने में जुटे हैं।