मुंबई से लौटे दो प्रवासी मजदूर पाए गए कोरोना पॉजिटिव
गया : बाराचट्टी प्रखड में कोरोना वायरस से संक्रमित दो लोगों की पहचान हुई है, जो विगत दिन ट्रेन द्वारा मुंबई से आये थे। जिन्हें विश्वनाथ सिंह महाविद्यालय शोभ-भध्या स्थित क्वारंटाइन सेन्टर में रखा गया था बाराचट्टी प्रखंड के ग्राम भट्ट बीगहा निवासी 26 वर्षीय पुरुष, जो गोरेगांव मुंबई में एसी मिस्त्री का काम करता था और बांद्रा वेस्ट में रहता था।वह 05 मई 2020 को कल्याण, मुंबई से दरभंगा आनेवाली ट्रेन के बोगी नंबर एस 06 सीट नंबर 68 पर बैठकर 07 मई 2020 को दरभंगा आया था।
बाराचट्टी प्रखंड के ही ग्राम भदेया निवासी 57 वर्षीय पुरुष, जो बांद्रा वेस्ट मुंबई कंपाउंड में चांद मास्टर के पास सिलाई का काम करता था। 05 मई 2020 को कल्याण, मुंबई से दरभंगा आनेवाली उसी ट्रेन के बोगी नंबर एस 06 सीट नंबर 12 पर बैठकर 07 मई 2020 को दरभंगा आया था। दोनों दरभंगा से महारानी बस द्वारा बोधगया आए। बोधगया से बाराचट्टी के विश्वनाथ सिंह डिग्री कॉलेज क्वॉरेंटाइन सेंटर लाये गये थे। 8 मई 2020 को दोनों का सैंपल लिया गया दिनांक 10 मई 2020 को प्राप्त जांच परिणाम में ये दोनों पॉजिटिव पाए गए। इन दोनों पॉजिटिव व्यक्तियों को बोधगया के एक होटल में बने आइसोलेशन सेंटर पर पृथक(आइसोलेट) रखा गया है।
बीएसपी ने पीड़ित परिवार के लिए उठाई मुआवजा एवं नौकरी की मांग
गया : बहुजन समाज पार्टी नेता दिलीप कुमार ने मृत पेड़ा दुकानदार के परिजनों को 25 लाख रुपए एवं सरकारी नौकरी देने की मांग की है। ज्ञात हो कि शनिवार को गया नई सड़क उपरी डीह निवासी राजेश राऊत जो एक विष्णुपद में पेड़ा (मिठाई) का दुकानदार था। इस लॉकडाउन की भयावह त्रासदी में आर्थिक तंगी के कारण आत्म हत्या कर ली। इस घटना पर बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं जोन इंचार्ज दिलीप कुमार ने गहरा दू:ख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना मानवताता को शर्मसार कर देने वाली है और यह सरकार की तमाम तरह की व्यवस्था के दावों की पोल खोल कर रख दिया है।
सरकार और मानवता के लिये इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या हो सकती है कि महज पाँच सौ रुपये के लिए गरीबों को आत्म हत्या करना पड़ रहा हो ।बहुजन समाज पार्टी इस घटना के लिये जिला प्रशासन को जिम्मेवार मानते हुए जोन इंचार्ज दिलीप कुमार ने जिलाधिकारी गया एवम् बिहार सरकार से मृतक राजेश राऊत की विधवा पत्नी विभा कुमारी एवं उनके आश्रितों को पचीस लाख रुपया एवम् एक नौकरी की माँग की है ताकि आश्रितों का जीवन यापन हो सके।
नल-जल व आवास योजना चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, प्रमुख व उप प्रमुख देंगे धरना
गया : प्रखंड बाराचट्टी के विभिन्न पंचायतों में सात निश्चय के तहत चल रही योजनाओं तथा प्रधानमंत्री आवास योजना मे ब्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार करने का मामला प्रकाश में आने एवं साथ ही प्रखंड मुख्यालय में भी ब्याप्त भ्रष्टाचार के कारण जनता के कार्यो में परेशानी हो रही है ज्ञातव्य हो कि 7मई को मनरेगा भवन के द्वार पर मुखिया जी लोग के द्वारा दिया गया धरना के कार्यक्रम के दौरान पंचायत समिती सदस्यों को मनरेगा भवन जाने से रोका गया था जो कि असंवैधानिक है ये मुखिया द्वारा मनमानी है धरना के दौरान सरकारी कार्य पुर्ण रूप से चालु रहने के वावजुद इन्हें रोका जाता है।ऐसे अनेक समस्याओ को लेकर बाराचट्टी उप प्रमुख इंद्रदेव यादव प्रखंड विकास पदाधिकारी पंकज कुमार को ज्ञापन सौपते हुए लिखा कि सारे पंचायत समिती सदस्य,प्रमुख एवं उप प्रमुख के नेतृत्व में दिनांक 12 मई 2020 को एक दिवसीय धरना मुख्यालय पर देने का निर्णय लिया है और साथ ही मुख्यालय से अनुमति की मांग किया।उप प्रमुख ने कहा कि बाराचट्टी प्रखंड के गांवों में नल-जल, शौचालय,आवास योजना में लूट बड़े पैमाने पर किया गया है। जिसके विरोध में बीते 12 मई को बाराचट्टी प्रखंड कार्यालय में धरना दिया जाएगा।
(संजय सुमन)
जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया खाद्य सामग्री
गया : जिले के टिकारी थाना क्षेत्र के ढिहुरी गांव निवासी मो साबिर अलाम का पुत्र मो. शाफिक आलम, जो लॉकडॉन में छतरपुर दिल्ली में भुखमरी की स्थिति से जूझ रहा था। इस बुरे समय में सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने राशन उपलब्ध करवाकर सहयोग किया। मो शफीक दिल्ली के छतरपुर में रहकर किसी साड़ी फैक्ट्री में काम करते थे, लॉक डॉन के कारण साड़ी की फैक्ट्री बंद हो गई और उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई। इसके कारण वह और उनके परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गए, किसी माध्यम से मो शफीक आलम ने सशस्त्र सीमा बल के पटना फ्रंटियर के आईजी से संपर्क किया।
आईजी संजय कुमार के निर्देश पर 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गया के कमांडेंट राजेश कुमार सिंह ने 29वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट सुमन सौरभ जो दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था ड्यूटी में अपनी कंपनी के साथ पदस्थापित हैं द्वारा रविवार की सुबह 10 किलो चावल, दो किलो दाल, मसाले के पैकेट, सरसों तेल, नमक, पांच किलो आलू, प्याज, दो किलो चीनी, दो किलो सोयाबीन इत्यादि राशन उपलब्ध कराया। सशस्त्र सीमा बल द्वारा अपने क्षेत्र से बाहर भी लगातार सहयोग करने की बात सामने आ रही है। मो शाफिक आलम को राशन मिलने पर आंखों से आंसू छलक गएं, उन्होंने इस दुख के समय एसएसबी का साथ मिलने पर सशस्त्र सीमा बल का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि रात में अपनी भूखमरी कि स्थिति की जानकारी एसएसबी को दी थी और सशस्त्र सीमा बल ने बहुत ही कम समय में उनको राशन उपलब्ध करा दिया।
पंकज कुमार सिन्हा