फील्ड विजिट कर छात्र-छात्राओं ने सीखे पत्रकारिता के गुर
दरभंगा : सीएम कॉलेज के पत्रकारिता, सत्र 2019 20 के 22 छात्र-छात्राओं ने कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ आरएन चौरसिया के नेतृत्व में चंद्रधारी संग्रहालय तथा महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा का परिभ्रमण किया, जिन्हें पुरातत्वेत्ता डॉ सुधांशु कुमार ने मूर्ति तथा चित्रकला के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इन दोनों संग्रहालयों के अतिरिक्त हाल ही में मिथिला विश्वविद्यालय में कामेश्वर सिंह संग्रहालय भी आम लोगों के लिए खोला गया है। इनमें धातु, लकड़ी, कपड़े, चीनीमिट्टी तथा हाथीदांत आदि से निर्मित मूर्तियां तथा चित्र बने हुए हैं, जिनकी सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है।
समन्वयक डॉ चौरसिया ने छात्रों को पत्रकारिता के गुर सिखाते हुए कहा कि उन्हें अपने आसपास की घटनाओं एवं समस्याओं पर पैनी एवं चौकन्नी नजर रखनी होगी। वे सिर्फ समस्याओं को ही उजागर न करें,बल्कि उसका निदान भी बताएं।खबरें प्रायः समाजोपयोगी तथा राष्ट्रहित में हो, जिनका उद्देश्य लोगों की खुशहाली तथा देश की एकता की मजबूती होनी चाहिए। खबरों की सत्यता हेतु उसके उचित अधिकारी तथा स्वयं से पुष्टि करें।हमें हमेशा व्यष्टि की जगह समष्टि को प्रमुखता देनी होगी।
छात्रों ने मीडिया कर्मी राकेश कुमार के निर्देशन में फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी का प्रशिक्षण प्राप्त किया। विजिट में छात्रों ने भगवान् शिव के परिवार, मुगल चित्रकला, पहाड़ी पेंटिंग्स,लघु रंग चित्र के विभिन्न चरण, पाल एवं जैन पांडुलिपियां, महाराज का सिंहासन, पालकी,हाथी दांत की कुर्सियां, संगमरमर के टेबल, मिथिला तथा राजस्थानी चित्रकला, नेपाली बगीचा, पुरानी सारंगी,हाथी दांत की कृतियां, कपड़ा-धातु-लकड़ी-मिट्टी तथा संगमरमर की बनी चित्रकला,खिलौने,मूर्ति,शीशे की मछली,विदेशी प्राचीन मछली, पुराने हथियार, समुद्री सीप, घोंघा, कछुआ, पशु-पक्षी, ढाल व तलवारों का संग्रह, नेहरु की प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति, मनमोहक राजा जनक का दरबार, भगवान विष्णु का विराट स्वरूप, समुद्र मंथन, अजगर, बुद्ध की मूर्ति, विद्यापति का चित्र, मिथिलाराज की वंशावली, कपड़े से बनी काली व गांधी की मूर्ति, जंगली जानवरों के चित्र, पशु-पक्षियों के सामूहिक चित्र,चीनी प्लेट, सौराठ सभा व सीता जन्म का दृश्य,अहिल्या उद्धार, विद्यापति और उगना की मूर्ति, जाट-जटिन व झिझिया नृत्य,शिव सिंह के दरबार में गोनू झा,दार्शनिक गार्गी, अनुसुइया, मैत्रेयी व सुलभा तथा मंडन मिश्र की धर्मपत्नी भारती और जगतगुरु शंकराचार्य का शास्त्रार्थ करते हुए मूर्तियों का दीदार किया। छात्र-छात्राएं लाफिंग मिरर को देख काफी प्रफुल्लित हुए।
फील्ड विजिट करने वालों में निवेदिता,सत्यप्रकाश मिश्र, अनिता कुमारी, दीपक कुमार, मनोज कुमार, मारिया तसनीन, चंदन कुमार मिश्र, रामकुमार झा, गोविंद कुमार, काजल कुमारी, विकास कुमार, खुशबू कुमारी, रोशन कुमार, राकेश कुमार, जगजीत, विष्णुकांत राजू, अमरजीत राम, राहुल कुमार मिश्र आदि शामिल थे।
इस अवसर पर अमरजीत कुमार ने मिथिला की सभ्यता व संस्कृति से संबंधित अनेक गीत गाए, जबकि अन्य छात्र-छात्राओं ने कई स्मरणीय संस्मरण सुना कर अपने साथियों का ज्ञानवर्धन एवं मनोरंजन किया।
मुरारी ठाकुर