05 जून : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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पर्यावरण रक्षा हमारा हमारा कर्तव्य : कुलपति

दरभंगा : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज बुधवार को संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा के नेतृत्व में करीब दर्जनभर आम के पौधे लगाए गए।

मौके पर कुलपति ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपण होना चाहिए। साथ ही पेड़ पौधे की सुरक्षा व संरक्षा भी बेहद जरूरी है। उन्होंने ग्रीन कैम्पस-क्लीन कैम्पस के संकल्पों को फिर से दोहराया।

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उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि एनएसएस के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान विधान पार्षद व सिंडिकेट सदस्य डॉ दिलीप कुमार चौधरी समेत डॉ विनय कुमार चौधरी व रूदल राय के अलावा स्टेट ऑफिसर डॉ अवधेश कुमार चौधरी, डॉ रामप्रवेश पासवान, छात्रसंघ के अध्यक्ष मनोरंजन झा व महासचिव प्रियांशु राज, एनएसएस के स्वयं सेवक भवेश कुमार ने छात्रावास, शिक्षा शास्त्र एवम पीजी परिसर में आम के पौधे लगाए।

100 पौधे लगा कर मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस

दरभंगा : दूरस्थ शिक्षा निदेशालय तथा विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वधान में आज विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में सर्वप्रथम परिसर स्थित लीची गेट पास 100 पौधे लगाकर आरंभ किया गया। तदुपरांत लीची गेट से महात्मा गांधी सदन तक जागरूकता रैली निकाली गयी जिसमें विश्वविद्यालय पदाधिकारी, शिक्षकगण, कर्मचारियों एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक छात्र/छत्राओं ने भाग लिया।

इस अवसर पर महात्मा गाँधी सदन के सभागार में कुलपति के अध्यक्षता में जल संकट की समस्या एवं पर्यावरण संरक्षण में शिक्षण संस्थानों की भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  अपने अध्यक्षीय संबोधन की शुरुआत में कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकृति को समर्पित दुनियाभर में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा उत्सव है। पर्यावरण और जीवन का अटूट संबंध है फिर भी हमें अलग से यह दिवस मनाकर पर्यावरण के संरक्षण, संवर्धन और विकास का संकल्प लेने की आवश्यकता हुई, यह बात चिंताजनक है।

उन्होंने आगे कहा कि पर्यावरण प्रदूषण की समस्या पर सन् 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने स्टॉकहोम (स्वीडन) में विश्व भर के देशों का पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया। इसमें 119 देशों ने भाग लिया और पहली बार एक ही पृथ्वी के सिद्धांत को स्वीकार किया गया।

पर्यावरण संरक्षण के लिए वैचारिक परिवर्तन की आवश्यकता है जो चेतना के स्तर पर हो। इसके लिए इन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे सुंदर भविष्य की कामना करें। कल्पना करें जिसमें पर्यावरण के प्रति आदर तथा संरक्षक का भाव हो। उन्होंने नई पीढ़ी के मंगलमय भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम की सार्थकता तथा उपयोगिता के प्रति संतोष प्रकट किया।

मुख्यवक्ता के रूप में एनजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली के शिक्षाशास्त्र के प्राध्यापक प्रो. नागेन्द्र नाथ पांडे ने पर्यावरण संरक्षण के लिए 3-आर अर्थात रियूज, रीसाईकल तथा रिचार्ज पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल होनी चाहिए, साथ ही व्यक्ति की चेतना में पर्यावरण संरक्षण की भावना होनी चाहिये।

जल संकट की समस्या तथा पर्यावरण संरक्षण विषय पर बोलते हुए एआरएम महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. अरविंद कुमार झा ने जल संकट की ओर श्रोताओं का ध्यान आकर्षित करते हुए वाटर मैनजमेंट की आवश्यकता पर बल दिया। भू-जल के साथ साथ वैकल्पिक साधनों-नदी जल आदि के उपयोग पर बल दिया। विभागाध्यक्ष, शिक्षा शास्त्र, प्रो. बिनय कुमार चौधरी ने तालाबों तथा अन्य जल स्रोत की दुर्दशा तथा प्रदूषण की समस्या पर श्रोताओं का ध्यान आकर्षित किया।। सीसीडीसी  प्रो. मुनेश्वर यादव ने पर्यावरण संरक्षण में राज्य के हस्तक्षेप की बात कही। कार्यक्रम के उद्धघाटन में संकाय सदस्य बीएड (नियमित) सुभग लाल दास द्वारा स्वागतगाण प्रस्तुत किया गया। एनएसएस पदाधिकारी डॉ. आनंद प्रकाश गुप्ता ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. सरदार अरविंद सिंह तथा मंच संचालन उपनिदेशक प्रो. विजय कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष मानविकी, डॉ मनोज झा, डॉ. केसी सिंह, डॉ. अरविंद कुमार मिलन, डॉ. निधि वत्स, डॉ. मुक्तामणि, डॉ. शम्भू प्रसाद, डॉ. बिनोद बैठा, छात्र महासचिव उत्सव परासर, छात्र संघ उपाध्यक्ष रौशन कुमार तथा बड़ी संख्या में छात्र, कर्मचारी उपस्थित थे।

एबीवीपी ने आयोजित की सर्जना निखार शिविर

दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा आयोजित सर्जना निखर शिविर का उद्घाटन एमआरएम महाविद्यालय में किया गया। इस शिविर के उद्घाटन करता ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह, कुलानुशासक प्रोफेसर अजीत चौधरी,  एमआरएम महिला महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ  अरविंद झा,  गृह विज्ञान विभाग के अध्यक्ष कन्हैया चौधरी, विद्यार्थी परिषद बिहार प्रांत के छात्रा प्रमुख सुश्री लक्ष्मी रानी, विद्यार्थी परिषद् महानगर के अध्यक्ष डॉ आरएन चौरसिया,  इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ निशा शरण सिन्हा सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

वहीं मुख्य अतिथि कुलपति महोदय ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति में कुछ ना कुछ सीखने की प्रवृत्ति होती हैं इस शिविर के माध्यम से छात्राओं को अपना कौशल विकास का मौका मिलेगा इसके माध्यम से वह समाज को सिखाने और निखारने की भी कार्य करेगी। इस शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं में आत्मविश्वास में काफी इजाफा होगा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की यह पहल बहुत सराहनीय हैं पढ़ाई के साथ-साथ इस प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त कर इन क्षेत्रों में भी अपना कैरियर बना सकती हैं और अपने पैरों पर खड़े होकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। वही एम आर एम महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ अरविंद झा ने कहा कि अभाविप की ओर से आयोजित ऐसे स्वरोजगार प्रक्रम प्रशिक्षण कार्यक्रम में छात्राओ को काफी लाभ हो रहा है। अनुकरणीय और प्रशासनिक ने यह कार्यक्रम है इससे मिथिला की छात्राओं को एक ही स्थान में कई विधाओं में प्रशिक्षण मिलती हैं प्रधानाचार्य के रूप में मुझे जो कुछ बनेगा सब सहयोग करता रहूंगा।

वहीं मिथिला विश्वविद्यालय कुलानुशासक प्रो अजीत चौधरी ने कहा कि शिविर में भाग लेकर छात्रों ने ग्रीष्मअवकाश का समुचित उपयोग करती हैं। प्रशिक्षण से तत्कालीन विकास तथा रोजगार का अवसर मिलता है प्रशिक्षित युवाओं का आज के युग में विशेष अवसर मिलता है यह जीवन में आगे बढ़ने तथा सफलता प्राप्त करने के लिए अनिवार्य हैं।

विद्यार्थी परिषद के बिहार प्रांत के छात्रा प्रमुख सुश्री लक्ष्मी रानी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् हमेशा रचनात्मक कार्यक्रम करता है यह विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है जो कई दशकों से सक्रिय है।यह 1949 में स्थापित हुआ परिषद दरभंगा में सर्जना निखार शिविर का आयोजन 2006 से लगातार कर रहा है। छात्राओं के लिए 15 तरह के प्रशिक्षण दिया जाता है। जिस मे सिलाई कढ़ाई, मिथिला पेंटिंग, कंप्यूटर, इंग्लिश स्पोकन, संगीत, नृत्य, प्राथमिक उपचार, योग, खेलकूद, मशरूम इत्यादि विषयों का प्रशिक्षण दिया जायेगा।

वहीं गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ कन्हैया चौधरी ने कहा कि एक माह तक सभी विषयों के प्रशिक्षकों ने निःशुल्क प्रशिक्षण देते हैं। कार्यक्रम में सभी तरह के सहयोग करने वाले के प्रति आभार जताया। वही विद्यार्थी परिषद के नगर अध्यक्ष डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि एक माह तक जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है प्रत्येक विषय में पहले दूसरे व तीसरे स्थान पाने वाले छात्राओं को पुरूस्कार  एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ अरविंद झा,धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम प्रमुख पूजा झा, कार्यक्रम के विषय प्रवेश विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जया सिंह ने किया।

इस कार्यक्रम में ब्यूटीशियन के शिक्षिका अनुराधा श्रीवास्तव,  सिलाई कढ़ाई के डॉ निशा शरण सिन्हा, मेहंदी के प्रियंका कुमारी, योग आरबी ठाकुर, कंप्यूटर देव सिंह सभी शिक्षकों ने संबोधन किया।

इस कार्यक्रम के सफल बनाने में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता काजोल कुमारी, प्रीति कुमारी, सालनी कुमारी, अभिलाषा कुमारी, सोनी कुमारी, तुलसी कुमारी, मनीषा कुमारी ,आशिका कुमारी, जूही कुमारी इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मुरारी ठाकुर

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