स्वत्व ब्यूरो : जीएसटी कौंसिल की नई दिल्ली में हुई बैठक में डेढ़ करोड़ से कम टर्नओवर वाले करीब 80 लाख व्यापारियों को बड़ी राहत दी गई है। इनकी संख्या कुल करदाताओं की 93 प्रतिशत है. ऐसे करदाता अब कर का भुगतान तो मासिक करेंगे| मगर, इन्हें त्रैमासिक रिटर्न दाखिल करने की सुविधा होगी। इन छोटे डीलरों से कुल राजस्व का 16 प्रतिशत की प्राप्ति होती है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तथा रिटर्न सरलीकरण के लिए गठित मंत्री समूह के संयोजक सुशील कुमार मोदी की पहल पर जीएसटी कौंसिल ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
सेनेटरी नैपकिन कर मुक्त
निम्न व मध्यम वर्गीय महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जीएसटी कौंसिल ने सेनेटरी नैपकिन को कर मुक्त कर दिया है| इस पर पहले 12 प्रतिशत टैक्स था| इसके साथ ही सभी तरह के भगवान की मूर्तियों को करमुक्त करने का निर्णय लिया है। गुवाहाटी में हुई कौंसिल की बैठक की श्रृंखला में आज की बैठक में भी 500 की जगह 1000 रुपये से कम मूल्य के जूते पर 12 से घटा कर 5 प्रतिशत व पेंट, रेफ्रिजरेटर, वैक्यूम क्लीनर, 25 इंच तक की टीवी सेट आदि एक दर्जन इलेक्ट्रानिक्स सामानों पर 28 से घटा कर 18 प्रतिशत टैक्स करने के लिए श्री मोदी ने कौंसिल को धन्यवाद दिया है।
कम्पोजिशन डीलर टर्नओवर सीमा बढ़ी
श्री मोदी ने कहा कि इसके अलावा कम्पोजिशन डीलर के टर्नओवर की सीमा 1 से बढ़ा कर डेढ़ करोड़ तथा डेढ़ करोड़ से अधिक टर्नओवर वाले करदाताओं के लिए एक सरल रिटर्न की स्वीकृति जीएसटी कौंसिल ने दी है जो अधिकतम 2 पेज का होगा। कौंसिल ने दाखिल किए गए रिटर्न में संषोधन के प्रावधान की अनुशंसा भी की है।क्षतिपूर्ति सेस की राशि 5 साल के बाद केन्द्र व राज्यों में बांटने के पूर्व के प्रावधान कों संशोधन करते हुए बीच की अवधि में भी बांटने तथा आईजीएसटी कोष (अन्तर राज्यीय खरीद से एकत्र राशि ) में सामंजन के अभाव में पड़ी बड़ी राशि को भी केन्द्र-राज्यों में बांटने की जीएसटी कौंसिल ने स्वीकृति दी है।