पुलिस अनुसंधान के फर्जीवाड़े की खुली पोल, बरामद शव के पहचान का दावा हुआ फुस्स
नवादा : हैलो, मैं पूजा बोल रही हूँ,मरी नहीं, मैं जिंदा हूं और अपनी मर्जी से उनके साथ आयी हूं और शादी कर ली हूं। मेरे परिजनों ने गलती से किसी और के शव को हमारा शव समझ कर अंतिम संस्कार कर दिया था। जब जिंदा पूजा ने वीडियो जारी कर संदेश दिया तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी।
मामला जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर के पास का है, जहां इस मामले के सामने आने के बाद अब न तो परिजन को कुछ बोलते बन रहा है और ना पुलिस को, जिसने अज्ञात शव को मेसकौर के लक्ष्मीपुर की पूजा कुमारी का समझकर पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार कराया था। अब सवाल उठता है कि जब पूजा कुमारी जिंदा है तो फिर वह शव किसका था, जिसे पूजा समझ कर अंतिम संस्कार करा दिया गया था?
घरवालों ने किया था अंतिम संस्कार
दरअसल, बीते दिनों अकबरपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर के पास एक अज्ञात लड़की का शव बरामद हुआ था। दो दिन बाद शव की पहचान सीतामढ़ी थाना के लक्ष्मीपुर गांव निवासी राम प्यारे चौहान की पुत्री पूजा कुमारी के रूप में होने के रूप में पुलिस ने पुष्टि की थी और परिजनों द्वारा शव का अंतिम संस्कार कराया गया था। लेकिन इससे एक दिन बाद पूजा ने दिल्ली से वीडियो कॉल जारी कर पूरे गांव में हड़कंप मचा दिया।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 27 जनवरी को जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव के पास एक अज्ञात युवती का शव बरामद किया गया था। आशंका जतायी जा रही थी कि उसकी हत्या कर शव फेंका गया है। घटना की जानकारी मिलते ही जिले के एसपी और रजौली डीएसपी पंकज कुमार भी वहां पहुंचे थे और छानबीन की थी। शव बरामद होने के बाद पहचान के लिए सुरक्षित रखा गया था। इसके दो दिन बाद 29 जनवरी को मृतका की पहचान सीतामढ़ी थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी राम प्यारे चौहान की पुत्री पूजा कुमारी के रूप में की गई थी। शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया और परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया था।
दिल्ली भागकर की शादी
बताया जाता है कि पूजा गांव के ही किसी लड़के से प्यार करती थी और दोनों ने शादी का मन बना लिया। दोनों ने घर से भाग कर शादी भी कर ली। बताया जाता है कि दिल्ली के किसी आर्य समाज मंदिर में दोनों की शादी हुई। शादी का वीडियो भी जारी किया गया है। वीडियो में दोनों हंस रहे हैं। इसके अलावा पूजा ने एक और वीडियो जारी कर कहा है कि मेरे परिजनों ने गलत तरीके से किसी और के शव को मेरा शव समझकर अंतिम संस्कार किया है। मैं सुरक्षित और जिंदा हूं।
जांच में जुटी पुलिस
इस पूरे बावत रजौली एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि मामले में पूजा के परिजनों ने भ्रमित किया है। केस दोबारा खुल गया है। जल्द ही इसकी गुत्थी सुलझा ली जाएगी। हर पहलू पर जांच की जा रही है।
संवेदक द्वारा की जा रही हरे वृक्ष की कटाई, पुराने ईंटों की की जा रही बिक्री
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र में लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराये जा रहे पैन सफाई के संवेदक द्वारा हरे बृक्षों की कटाई कराये जाने से पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। तकरीबन पांच करोड़ रुपये के चल रहे कार्यस्थल पर बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। और तो और पुराने साईड बाल से निकल रहे ईंटों की बिक्री की जा रही है।
बताया जाता है कि सिरदला पंचायत की टाल आहर से पैन की खुदाई लघु सिंचाई विभाग द्वारा संवेदक के माध्यम से करायी जा रही है। पैन के ईर्द गिर्द भारी संख्या में हरे बृक्ष वन विभाग द्वारा लगाये गये थे। हरे बृक्षों की कटाई के पूर्व वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना आवश्यक है। लेकिन बगैर प्रमाण पत्र के बृक्षों की कटाई कर बाजार में बिक्री की जा रही है। ऐसे में पर्यावरण को नुकसान तो हो ही रहा है, सरकारी राजस्व की क्षति हो रही है। बावजूद वन विभाग व प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा पा रहा है।
थानाध्यक्ष की विदाई में उड़ी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की धज्जियां
नवादा : जिले के अकबरपुर थाना थानाध्यक्ष अजय कुमार की विदाई में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की धज्जियां उड़ाई गयी। आयोजकों द्वारा बगैर अनुमति के जमकर डीजे बजाया गया। थाना परिसर से लेकर न्यूयॉर्क बिल्डिंग तक इस प्रकार का नजारा के गवाह रहे बाजारवासी।
सर्वोच्च न्यायालय ने डीजे पर प्रतिबंध लगा रखा है। प्रतिबंध के कारण किसी भी धार्मिक जुलूस के पूर्व डीजे को थाना में जमा करा लिया जाता है। यहां तक जुलूस निकालने या लाउडस्पीकर बजाने के पूर्व एसडीएम से अनुमति लेना अनिवार्य है, लेकिन ऐसा न कर आयोजकों ने सारी सीमाएं तोड़ दी और प्रशासन मूक दर्शक बन न केवल तमाशा देखती रही बल्कि विदाई समारोह का हिस्सा भी बना।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि कार्रवाई करेगा कौन? पुलिस के लिये तो नियम कानून है नहीं? कानून तोड़ने का अधिकार आखिर पुलिस को है। आश्चर्य तो यह कि पुलिस के एक उच्च अधिकारी इसको थानाध्यक्ष की लोकप्रियता करार दे रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि विदाई जुलूस में एक भी जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी मौजूद नहीं थे। आयोजक भी थानाध्यक्ष के।
इंटर परीक्षा के पहले दिन कदाचार के आरोप में 21 परीक्षार्थी निष्कासित
नवादा : इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2024 के क्रम में नगर के गॉधी इंटर विद्यालय में जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और अनुमंडल पदाधिकारी सदर के द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। गॉधी इंटर विद्यालय में 08 परीक्षार्थी चीट-पुर्जा के साथ कदाचार में लिप्त पाये गए, जिन्हें परीक्षा से निष्कासित करते हुए नियमानुकूल कार्रवाई की गयी।
गॉधी इंटर विद्यालय के केन्द्राधीक्षक पर सम्यक कार्य अनुपालन सुनिश्चित नहीं करने, कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं परीक्षा सम्पन्न कराने में नकारात्मक शैली अपनाने आदि के कारण स्पष्टीकरण पूछते हुए बर्खाश्त किया गया। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अकबरपुर और बाल विकास परियोजना पदाधिकारी वारिसलीगंज से यथोनिर्देशित कार्य सम्पन्न नहीं करने के कारण पृच्छा किया गया है।
उक्त केन्द्र के 07 वीक्षकों को भी नियमोचित एवं कार्य सम्पन्न नहीं कराने के आलोक में वीक्षण कार्य से मुक्त किया गया है तथा उनके विरूद्ध अग्रेतर कानूनी कार्रवाई की गयी है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निदेश के आलोक में स्वच्छ तथा कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित कराने के लिए सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/कर्मी क्रियाशील हैं। सभी अभिभावकों से अपेक्षा है कि अच्छे शैक्षणिक माहौल बनाये रखने में मदद करेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि अप्रैल 2024 में इंटरमीडिएट वार्षिक पूरक परीक्षा आयोजित की जायेगी जिसमें छुटे हुए परीक्षार्थियों को शामिल होने का अवसर होगा।
प्रथम पाली में गॉधी इंटर विद्यालय से 08, केएलएस कॉलेज-02 और सीताराम साहु कॉलेज-04 और द्वितीय पाली में कन्हाई लाल इंटर विद्यालय-04, गंगारानी इंटर विद्यालय-02 और दिक्षा स्कूल, नवादा से 01 कुल 21 परिक्षार्थियों को कदाचार में लिप्त पाये गए जिन्हें परीक्षा से निष्कासित करते हुए नियमानुकूल कार्रवाई किया गया है।
प्रथम पाली में 07 वीक्षकों पर एवं द्वितीय पाली में 06 वीक्षकों (दीक्षा स्कूल-01, कन्हाई लाल इंटर विद्यालय-04 एवं गंगारानी इंटर विद्यालय-01) पर नियमोचित एवं कार्य सम्पन्न नहीं कराने के कारण वीक्षण कार्य से मुक्त किया गया है तथा उनके विरूद्ध अग्रेतर कानूनी कार्रवाई की गई है।
जिला नियंत्रण कक्ष से प्राप्त सूचना के अनुसार अन्य सभी केन्द्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण स्वच्छ और कदाचारमुक्त वातावरण में सम्पन्न हुई। अपर समाहर्त्ता, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त परीक्षा केन्द्रों पर लागातार निरीक्षण और पर्यवेक्षण करते रहे।
इंटर परीक्षा में जिले के विभिन्न केद्रों से 121 परीक्षार्थी निष्कासित
नवादा : इंटरमीडिएट वार्षिक (सैद्धांतिक) परीक्षा 2024 दिनांक 01 फरवरी से 12 फरवरी तक दो पालियों में पूर्वा0 09ः30 बजे से 12ः45 बजे अप0 तक तथा द्वितीय पाली 02ः00 बजे अप0 से 05ः15 बजे अप0 तक आयोजित हुई। दिनांक 01.02.2024 के दो पालियों में परीक्षा आयोजित हुई।
आज की उपस्थिति निम्न प्रकार है
प्रथम पाली में कुल परीक्षार्थियों की संख्या 17 हजार 607 में से 17 हजार 426 उपस्थित रहे एवं 181 परीक्षार्थी अनुपस्थित पाये गये। प्रथम पाली में निष्कासित परीक्षार्थियों की संख्या 114 है।द्वितीय पाली में 1890 परीक्षार्थी में से 1851 परीक्षार्थी उपस्थित हुए और 39 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। निष्कासित परीक्षार्थियों की संख्या 07 है।
राष्ट्रीय लोक अदालत को ले माप- तौल विभाग के साथ बैठक
नवादा : नालसा एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश के आलोक में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष पुरूषोत्तम मिश्र के मार्गदर्शन में प्राधिकार के सचिव कुमारी सरोज कीर्ति गुरूवार को माप-तौल विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक किया।
आयोजित बैठक में माप-तौल अधिनियम से सम्बंधित मामलों के निपटारा किये जाने पर चर्चा की गई। सचिव ने पदाधिकारी को कहा कि सम्बंधित मामलों के पक्षकार को नोटिस निर्गत करना सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक मामलों का निपटारा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि 9 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत कि आयोजन होना है। उक्त अदालत को सफल बनाने का दायित्व सभी पदाधिकारी का है। अदालत की सफलता से पक्षकार को भी लाभ होता है। लोक अदालत में निपटाये गये मामले में किसी भी पक्षकार का ना तो जीत होती है और ना ही कोई पराजित होता है। बल्कि उभयपक्षों के बीच पुनः सौहर्दपूर्ण सम्बंध बन जाता है। बैठक में माप एवं तौल विभाग के निरीक्षक उपस्थित थे।