14 जनवरी : नवादा की मुख्य खबरें

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दुर्लभ कलाकृतियों काे संरक्षित करने के लिए की गई थी संग्रहालय की स्थापना

नवादा : आज से पांच दशक पहले की बात है जब नवादा नगर बुंदेलखंड निवासी स्व रघुराज सिंह व पत्रकार स्व श्याम प्रकाश सिंह के नेतृत्व में मुहल्लेवासियों ने जिले के पहले जिला पदाधिकारी नरेंद्र पाल सिंह को दुलर्भ चीजें सौंपी थी। मुहल्लेवासियों ने शाहजहां के शासनकाल 1630 ई के संरक्षित तलवार, ढाल, कतार आदि जिला मुख्यालय में बनाये जाने वाले नारद: संग्रहालय में सुरक्षित करने के लिए सौंपा था ताकि लोग प्राचीन सामग्रियों का अवलोकन कर प्राचीन इतिहास की जानकारी प्राप्त कर सकें।

26 जनवरी 2023 को नवादा का नारद: संग्रहालय की स्थापना का 50 साल पूरा होनेवाला है, लेकिन संग्रहालय के विस्तार के बजाय उसका अस्तित्व ही खतरे में पड़ता जा रहा है। प्राचीन सामग्रियां म्यूजिमय में धूल फांक रहा है। शोकेस तो हैं, लेकिन उससे ये अस्त्र शस्त्र नदारद हैं।

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सुजय भान सिंह, डाॅ. राजीव बुंदेला समेत अनेक लोगों ने कहा कि यह सिर्फ उनके पूर्वजों के साथ अन्याय नहीं है, यह देश और समाज के साथ घोखा है। उनके पूर्वजों ने इस विश्वास के साथ दिया था कि लोग इसे देखेंगे और उन्हें स्मरण रखेंगें। लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। संग्रहालय में संरक्षित करने का जगह नहीं है तब उन्हें लौटा दिया जाय ताकि वे लोग अपने स्तर से प्रदर्शित कर सकें।

संग्रहालय के उपरी तल की छत टूट टूटकर गिर रही:- यह अकेला उदाहरण नहीं है। हिसुआ के नसरतपुर निवासी हीरा लाल बबन जी ने परसियन कवि हाफिज के शेर को चित्र में उतारा था। उसका भी शोकेस है, लेकिन चित्र नहीं है। इसी तरह विदेशी तोते का शोकेस है, लेकिन उससे अनुकृति गायब है। संग्रहालय के उपरी तल पर अवस्थित सभी दीर्घाओं का हाल बेहाल है। निचला तला का उतरी भाग का हाल भी बेहाल है। जहां शोकेस में रखे सांप और नेवला की दुर्लभ अनुकृति नष्ट हो रही है।

दूसरी तरफ, कई दुर्लभ कलाकृतियां और पुरावशेष बेतरतीब ढंग से रख दिया गया है, जो दयनीय हालत में है।तलवार, कटार, ढाल, बंदुक आदि एक टूटा हुआ शोकेस में ढक कर रख दिया गया है। हीरालाल बबन के बनाए तस्वीर भी अस्त व्यस्त रूप से रखा हुआ है। दरअसल नारद: संग्रहालय का उपरी तल काफी जर्जर हो गया है। उपरी तल का छत टूट टूटकर गिर रहा है। कई जगहें बड़ी चटटानें गिरी हुई है। लोग बताते हैं कि बरसात के समय उपरी छत से पानी रिसता है। वह पानी निचले तले में रखी मूर्तियों पर गिरता है। इससे बेसकीमती कलाकृतियां और पुरावशेष नष्ट हो रहे हैं। गौरतलब हो कि नवादा के पहले जिलाधिकारी के प्रयास से इस संग्रहालय की स्थापना की गई थी, जहां 5000 से अधिक दुर्लभ कलाकृतियां हैं।

डेढ़ साल से पड़ा है कला संस्कृति विभाग के पास नक्शा और प्लान

भवन निर्माण विभाग ने डेढ़ साल पहले कला संस्कृति एवं युवा विभाग निदेशालय पटना के क्षेत्रीय उपनिदेशक को नवादा के अर्द्धनिर्मित भवन और लंबित भवन विस्तार परियोजना के लिए पत्र लिखा है। लेकिन कला संस्कृति विभाग ने अबतक काेइ पहल नहीं किया है।

07 जुलाई 2021 को मुख्य वास्तुविद अनिल कुमार ने नक्शा और ले आउट प्लान कला संस्कृति विभाग काे भेजा है। गौरतलब हो कि संग्रहालय में करीब 19 लाख की लागत से एक बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ था, लेकिन वह अधूरा है। जबकि पुराने भवन के उपरी तल पर निर्मित भवन की छत जर्जर हाे गइ है। इसके चलते दुलर्भ सामग्रियाें का प्रर्दशन नही हाे पा रहा है।

जगह के अभाव में सभी सामग्री नहीं प्रदर्शित की जा रही

नारद: संग्रहालय के अध्यक्ष डाॅ. शिव कुमार मिश्र ने बताया कि संग्रहालय का उपरी तल जर्जर है, छत से पानी टपकता है। इसके चलते कई शोकेस खराब गया है। उसमें रखी दुलर्भ सामग्रियां खराब हो रही थी, जिसके चलते वह खाली है। फिलहाल, उन सामग्रियों को बाॅक्स में रखा गया है। नए शोकेस लकड़ी के बनाए जा रहे हैं।

निर्माण के बाद उन चीजों को जल्द ही प्रदर्शित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जर्जर भवन की मरम्मति के लिए दिसंबर 2022 में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता और बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव से आग्रह किया हूं। अनुमति मिलने के बाद दीर्धा की समस्या दूर हो जाएगी।

हिसुआ के डॉ. कुणाल ने किया केस स्टडी मेथड में अध्ययन

नवादा : भारतीय प्रबंध संस्थान काशीपुर में कार्यरत वित्त प्रबंधन के फैकल्टी डॉ कुणाल ने विश्व के सर्वश्रेष्ठ प्रबंध संस्थान हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल के ग्लोकोल प्रोग्राम के द्वितीय चरण को पूरा किया है। यह प्रोग्राम अमेरिका के बोस्टन शहर स्थित हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल के प्रांगण में आयोजित किया गया था। ज्ञातव्य हो कि इसका पहला चरण भी यहीं संपन्न हुआ था। सामान्य तौर पर दूसरा चरण एशिया के दो शहरों मुंबई एवं शंघाई में होता है। इस वर्ष कोरोना की अनिश्चितता को देखते हुए, दोनों चरणों का आयोजन बोस्टन में किया किया।

यह प्रोग्राम केस स्टडी पर केंद्रित था। मैनेजमेंट एजुकेशन में केस स्टडी मेथड को स्थापित करने वाला हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका का हारवर्ड बिज़नेस स्कूल है। यह 1908 में स्थापित हुआ था एवं अभी तक पुरे विश्व में इस टीचिंग मेथड को स्थापित कर चुका है। इस यूनिवर्सिटी ने इस क्षेत्र में कन्वेंशनल मेथड जो की लेक्चर बेस्ड होता है, को विस्थापित कर दिया है। विश्व के सारे मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट अब केस स्टडी मेथड को अपना लिए है। विगत 115 सालों के इतिहास में एक से एक केस लिखू गया है जिसने की टेक्स्टबुक की जगह ले ली है। समय के साथ बदलते हुए जरूरतों के हिसाब से केस स्टडीज में भी बदलाब किये गए है।

केस के साथ टीचिंग नोट्स,बैकग्राउंड नोट्स एवं टेक्निकल नोट्स भी तैयार किया जाता है। इन सबको मिलाकर एक कोर्स का स्टडी मटेरियल तैयार होता है। डॉ कुणाल ने इस प्रोग्राम के अंतर्गत सभी पहलुओं को अच्छी तरह समझा है एवं इसका उपयोग वो भारतीय प्रबंध संस्थान काशीपुर में करेंगे। इस प्रोग्राम में डॉ कुणाल ने वैश्विक, राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय समस्यायों को समझने एवं उसका समाधान के लिए स्टडी मटेरियल डेवलपमेंट के लिए अपना मंतव्य दिया। इस तथ्य को लेकर हार्वर्ड के विशेषज्ञों की राय को मानते हुए अपने देश, राज्य एंड क्षेत्र को केंद्र में रखते हुए डॉ कुणाल, केस डेवलप करेंगे।

जिले के हिसुआ प्रखंड क्षेत्र के डोमन बीघा के रहने वाले हैं डॉ. कुणाल

डॉ कुणाल जिले के हिसुआ ब्लॉक के डोमन बीघा गांव के निवासी है। उनके पिता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने भी शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है। डॉ कुणाल के इस उद्देश्य की पूर्ति में उनके पिता का व्यक्तित्व तथा सामाजिक नेटवर्क का पूरी तरह से सहायता मिलेगा। इसके साथ ही, वो इस क्षेत्र से लोगों का बौद्धिक स्तर से सहयोग के लिए उत्साहित है। अभी डॉ कुणाल, गवर्नमेंट पालिसी इम्प्लीमेंटेशन एवं स्टार्टअप के लिए सक्रिय है।

अंतरजिला अपराधी गिरोह के 09 अपराधी गिरफ्तार

नवादा : जिले के कुख्यात अपराधियों पर नकेल कसने की दिशा में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने पांडे गैंग व तिवारी गैंग के नौ अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बता दें वारसलीगंज में वृद्ध महिला से ₹83 हजार रुपए छीन कर अपराधी भाग गए थे। इस मामले में पुलिस ने बेगूसराय से गिरोह के नौ अपराधी को गिरफ्तार किया है।

वारिसलीगंज में पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी ने प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया गया और बेगूसराय से 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया । सभी लोग पांडे गिरोह व तिवारी गिरोह के सदस्य हैं। नवादा में आकर घटना को अंजाम दिया करते थे और घटना के बाद सीधा बेगूसराय के लिए रवाना हो जाते थे। इसके बाद स्पेशल टीम ने अपराधियों की पहचान करते हुए गिरफ्तारी की । सभी अपराधियों पर कई लूट कांड के साथ अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। गिरफ्त में आए सभी लोगों ने स्वीकार किया है कि नवादा में घटना को अंजाम दिया करता था।

उन्होंने बताया कि नवादा पुलिस कप्तान के देखरेख में एक स्पेशल टीम की गठन की गई जिसने इन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार इन लोगों के पास से नकदी व 5 मोबाइल बरामद किया गया है। गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान मिथिलेश कुमार, दीपक तिवारी, सोनू तिवारी, अमरजीत तिवारी, लोढी उर्फ राहुल तिवारी, मुकुल कुमार, अमित तिवारी, मनीष पांडे, दीपक मिश्रा के रूप में हुई है।

समरसता पर्व के रुप में मनाया गया मकरसंक्रांति पर्व

– अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के दही – चूड़ा भोज में जुटे हर वर्ग के प्रमुख लोग

नवादा : जिले के वारिसलीगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित पटेल नगर मोहल्ले में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा की ओर से डॉ.कैलाश प्रसाद के आवास पर शनिवार को मकरसंक्रांति उत्सव सामाजिक समरसता पर्व के रुप में मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के विभिन्न समाज के गणमान्य लोगों ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महासभा के प्रखंड अध्यक्ष प्रवेश कुमार ने कहा कि मकर संक्रांति उत्सव समाज की एकजुटता का महापर्व है जिसमें सारे बैर-भाव, वर्ग-भेद, ऊंच-नींच, छुआ-छूत को दरकिनार कर एक-दूसरे के साथ मिल-बैठकर खाने तथा सामाजिक कुरीतियों को त्याग कर सशक्त समाज बनाने का संकल्प लेने का दिन है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला समरसता प्रमुख विजय कुमार राय ने कहा कि समाज के सभी वर्ग के लोगों के बीच समन्वय स्थापित कर राष्ट्र को सबल बनाने में हम सब की भागीदारी आवश्यक है। संघ के जिला धर्मजागरण प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता चंद्रमौलि शर्मा ने राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में सबों की सहभागिता को समय की मांग बताया।

वारिसलीगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि डब्लू गुप्ता ने क्षेत्रवासियों को मुख्य पार्षद रेखा देवी की तरफ से मकरसंक्रांति उत्सव की शुभकामना देते हुए कहा कि “सबका साथ , सबका विकास – सबका विश्वास , सबका प्रयास” की भावना से नगर परिषद क्षेत्र में विकास कार्यों को गति प्रदान करने का भरपूर प्रयास करूंगा। नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद अरुण प्रसाद ने सबों से मिलजुलकर विकास, शांति एवं सद्भाव के लिए काम करने का आह्वान किया।

तत्पश्चात भोजन मंत्र के बाद एक साथ दरी पर बैठकर पत्तल पर चूड़ा, तिलकुट, दूध, दही, गुड़ तथा आलूदम का छककर आनंद उठाया। इसके बाद एक-दूसरे को सपरिवार मंगलकामनाएं दी। मौके पर सत्येंद्र नारायण सिन्हा, महेश भाई पटेल, डॉ. राजीव कुमार, रणविजय कुमार, डॉ. कैलाश प्रसाद, कौशलेंद्र प्रसाद, केदार प्रसाद, धर्मवीर कुमार, मनोज कुमार, नरेंद्र प्रसाद सिंह, अजय कुमार, संजय कुमार , मनोज कुमार सिंह, अमरेंद्र कुमार, नागेंद्र प्रसाद, शैलेन्द्र कुमार, सुचित कुमार, नरेश कुमार, संजय कुमार चौरसिया, मिश्री यादव, शिवशंकर चंद्रवंशी, ई. रणजीत कुमार, आदर्श कुमार सोनु, सोहन कुमार, सोमप्रकाश, पत्रकार चंद्रमौलि शर्मा, मनोज कुमार, मिथिलेश कुमार, प्रदीप कुमार, मुकेश कुमार, अभय कुमार रंजन समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

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