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महिला टेक्नीशियन का यौन उत्पीड़न में डीएम ने की मनरेगा के सहायक अभियंता पर कठोर कार्यवाई

(चम्परण ब्यूरो)

मोतिहारी। तुरकौलिया प्रखंड के महिला वेयर फुट टेक्नीशियन के साथ मनरेगा के सहायक अभियंता पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। पूर्वी चम्परण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सहायक अभियंता की सेवा ग्रामीण विकास विभाग को वापस करते हुए विधि सम्मत कठोर कार्यवाई की अनुशंसा विभाग को भेजी है।

ज्ञातब्य हो कि तुरकौलिया प्रखंड के महिला वेयर फुट टेक्नीशियन अनू कुमारी द्वारा मनरेगा के सहायक अभियंता शिव शंकर सुंदरम पर यौन उत्पीड़न और शारीरिक अभद्रता का आरोप लगया गया था। इस आरोप के साथ एक पत्र अनू द्वारा कार्यक्रम पदाधिकारी, तुरकौलिया को 5 सितम्बर 2022 को समर्पित किया गया था।

अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन अनिल कुमार की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय लैंगिक उत्पीड़न शिकायत निवारण समिति से जिलाधिकारी ने शिकायत की जांच करायी। समिति में वरीय उप समाहर्ता दीप शिखा, बालविकास परियोजना पदाधिकारी पूनम कुमारी और लिपिक सुनीता कुमारी एवं सीमा कुमारी शामिल थीं। जांच में आरोप सत्य पाए गये। समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने सहायक अभियंता की सेवा 17 अक्टूबर 2022 की दोपहर से विभाग को वापस कर दिया है।

जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण ने इस सम्बंध में एक विस्तृत पत्र आयुक्त मनरेगा, बिहार रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार पटना को भेजा है । जिसमें कहा गया है कि शिव शंकर सुंदरम, सहायक अभियंता, मनरेगा, पूर्वी चंपारण, मोतिहारी द्वारा अनू कुमारी, वेयर फुट टेक्नीशियन, प्रखंड तुरकौलिया के साथ शारीरिक अभद्रता एवं यौन उत्पीड़न किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई है। यह अत्यंत गम्भीर आरोप है।

इससे सभी सरकारी सेवकों के चरित्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है। ऐसे में मनरेगा के सहायक अभियंता शिव शंकर सुंदरम की सेवा बिहार रूरल डेवलपमेंट सोसायटी, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार पटना को वापस भेजी जा रही है। इसके साथ ही उन पर विधि सम्मत कठोर विभागीय कार्रवाई /अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा भी की जाती है। जिलाधिकारी के इस कठोर निर्णय की प्रशंसा हो रही है। सरकारी सेवकों के लिए चारित्रिक स्वच्छता का नजीर इस निर्णय को माना जा रहा है।

संजय कौशिक, ब्यूरो प्रमुख की रिपोर्ट