16 जुलाई : मधुबनी की मुख्य खबरें

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मत्स्यजीवी सहयोग समिति चुनाव को लेकर झड़ी लाल सहनी ने मंत्री पद के लिए किया नामांकन

मधुबनी : मत्स्यजीवी सहयोग समिति मे कई पदों के लिए होनेवाले चुनाव को लेकर लोग काफी उत्साहित दिख रहे है। नामांकन के अंतिम दिन रहिका प्रखंड कार्यालय मे लोगो की गहमागहमी तेज देखी गई। नामांकन के अंतिम दिन भारी समर्थको के साथ पहुंचे झड़ी लाल सहनी ने मंत्री पद पर अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद उम्मीदवार झड़ी लाल सहनी को समर्थको ने अबीर-गुलाल लगाकर,फुल की माला से जोरदार स्वागत किया। इस दौरान अति उत्साहित समर्थको ने झड़ी लाल सहनी जिंदाबाद के नारे लगाए।

आपको बता दे की वें मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री पद काबिज रह चुके है। उम्मीदवार झड़ी लाल सहनी ने जीत का शतप्रतिशत दावा करते हूए कहा की मछुआरे के अधिकार के लिए अंतिम सांस तक लडूंगा। उनके समस्या के निदान के लिए चौबीसों घंटे उपलब्घ रहूँगा। वहीं समर्थको मे राम किशोर सहनी, रामसेवक सहनी, रामचंद्र सहनी एवं अन्य ने उम्मीदवार झड़ी लाल सहनी पर अपना विश्वास कायम रखते हूए कहा की झड़ी लाल सहनी की जीत सुनिश्चित है। इसके लिए पूरा मछुआरा समाज एकजुट है।

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वहीं, रहिका प्रखंड विकास पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार यादव ने बताया की पूरे चुनाव प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेगा। पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव कराए जायेंगे। चुनाव की पूरी तैयारी कर ली गई है। नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। 17 व 18जुलाई को स्कूटनी की समीक्षा होगी, एवं 21जुलाई को नाम वापसी होंगा। नाम वापसी के बाद प्रतीक चिन्ह का आवंटन कर दिया जायेगा। 29जुलाई को मतदान होगा एवं मतदान के बाद उसी दिन मतगणना कर परिणाम घोषित कर दिया जायेगा।

सदर अस्पताल में “मे आई हेल्प यू”डेस्क पर मिलेगी मरीजों को पूरी जानकारी

मधुबनी : सदर अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज और अभिभावकों को “मे आई हेल्प यू डेस्क” केंद्र से सभी तरह की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। जिससे मरीज और उसके अभिभावकों को विभिन्न रोगों से संबंधित विभाग और डॉक्टर की खोज के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इस सब के बारे में एक केंद्र पर जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। सदर अस्पताल के मुख्य प्रवेश गेट के सामने “मे आई हेल्प यू” केंद्र की स्थापना की गई है।

वहां पर शनिवार को सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने निरीक्षण किया तथा अस्पताल प्रबंधक को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। जल्द ही केंद्र कार्य भी करने लगेगा। इस केंद्र पर तीन शिफ्ट में कर्मियों को लगाया जाएगा, ताकि दिन या रात किसी भी समय आने वाले मरीज और उसके अभिभावकों को अस्पताल के विभिन्न विभागों के बारे में जानकारी मिल सके। ग्रामीण इलाकों से मरीज और अभिभावक सदर अस्पताल आते हैं।

लेकिन, उन्हें यह पता नहीं चल पाता है कि किस रोग के डॉक्टर कहां पर मिलते हैं। सदर अस्पताल इलाज तथा सिविल सर्जन ऑफिस किस कार्य के लिए कहां पर जाना होगा। इसके लिए मरीज और उसके अभिभावकों को एक दूसरे से पूछना पड़ता है। इसमें से कई ऐसे लोग हैं जो विभाग और ऑफिस के बारे में जानकारी नहीं दे पाते हैं। लेकिन मे आई हेल्प यू केंद्र पर जानकार कर्मियों को लगाया जाएगा। इसलिए वे मरीज और उसके अभिभावकों को पूरी जानकारी दे सकेंगे। विभिन्न विभागों का ओपीडी कहां है, दवा वितरण काउंटर कहां है , पुर्जा काउंटर कहां है। इस सब की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।

हॉस्पिटल प्रबंधक अब्दुल मजीद ने बताया कि मे आई हेल्प यू डेस्क पर कार्य करने के लिए कर्मचारियों का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। रोस्टर के अनुसार कर्मचारी कार्य करेंगे। सदर अस्पताल में प्रतिदिन विभिन्न विभाग के ओपीडी में इलाज कराने के लिए 500 से ज्यादा मरीज आते हैं। जबकि इमरजेंसी में भी प्रतिदिन एक सौ से ज्यादा मरीज इलाज कराने के लिए आता है। इतने मरीज और उसके अभिभावकों को काफी सहूलियत होगी। वे हेल्प डेस्क पर जानकारी ले सकेंगे।

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक नई पहल की गई है। प्रतिनियुक्त कर्मियों का यह दायित्व होगा कि वे अस्पताल में आने वाले मरीजों की भर्ती सरल तरीके से कर समुचित उपचार करें। मे आई हेल्प यू बूथ की मदद से अस्पताल में भर्ती होने की प्रक्रिया को पूर्ण करने में मरीज के परिजनों को किसी प्रकार की जटिलता अथवा असुविधा महसूस नहीं हो।

अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को लेकर जिलाधिकारी की अहम बैठक

मधुबनी : जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में अनुसूचित जाति/जनजाति के अत्याचार के मामले में राहत राशि एवं अन्य देय सुविधा उपलब्ध कराने की विस्तृत समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी ने लंबित मामलों को ससमय निष्पादन करने का निर्देश दिया। बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा प्राप्त सुझाव के आलोक में जिलाधिकारी द्वारा जिला कल्याण पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि सभी पीड़ितों को सरकारी दिशनिर्देशों में वर्णित प्रावधानों के तहत देय राहत राशि का हरहाल में ससमय भुगतान कर दिया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन, अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत पीड़ित लाभुकों को ससमय राहत उपलब्ध कराने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भूमि की उपलब्धता न रहने के कारण जिले के महादलित टोलों में किए जाने वाले निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में उन्होंने उपस्थित सदस्यों से कहा कि इस प्रकार की भूमि की जानकारी स्थानीय अंचल कार्यालय को उपलब्ध कराने में सहयोग प्रदान करें। ताकि, उन्हें चिन्हित कर निर्माण कार्य शुरू कराया जा सके।

जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बैठक में हुई चर्चा के सभी बिंदुओं पर ससमय अनुपालन सुनिश्चित करें। उक्त बैठक में सदस्य बिहार विधान परिषद, घनश्याम ठाकुर, माननीय सदस्य बिहार विधान परिषद, अंबिका गुलाब यादव, पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी, राजीव रंजन देसाई सहित अन्य सदस्य व प्रतिनिधि उपस्थित थे।

दस्त होने पर बच्चों को दें ओआरएस घोल :- डॉ० देवकांत

मधुबनी : जिले के घोघरडीहा में बच्चों को डायरिया से बचाव के लिए सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का शुभारंभ हो गया है, जो 30 जुलाई तक चलेगा। इस मौके पर पीएचसी प्रभारी डॉ० देवकांत दीपक ने बच्चों को ओआरएस घोल पिलाकर और ओआरएस पैकेट वितरित करते हुए बताया कि नवजात की मृत्युदर कम करने के लिए दस्त नियंत्रण पखवाड़ा शुरू किया गया है, जो 30 जुलाई तक चलेगा।

उन्होंने कहा कि कभी-कभी बच्चों की मौत दस्त के कारण हो जाती है। माता-पिता के ध्यान न देने के कारण बच्चों की हालत खराब हो जाती है, और समय से इलाज न होने से मौत भी हो सकती है। इससे बचाव और जागरूकता के लिए पांच वर्ष की उम्र तक के बच्चों के घर जाकर आशा कार्यकर्ता प्रति बच्चा ओआरएस के एक एक पैकेट वितरण कर लोगों को दस्त से बचाव के बारे में जागरूक कर रही है। साथ ही ओआरएस वितरित करने के साथ लोगों को घर पर आरएस घोल बनाने का तरीका भी सिखा रही है।

जिससे बच्चों को दस्त होने पर तत्काल उन्हें ओआरएस दिया जा सके। लोग अपने गांव की आशा कार्यकर्ता व नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर दस्त से बचाव व रोकथाम आदि की जानकारी ले सकते हैं। पखवाड़े के दौरान शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को दस्त के कारण होने वाली दिक्कतों को शत-प्रतिशत रोकने का लक्ष्य रखा गया है।उन्होंने कहा कि प्रखंड अंतर्गत संचालित सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस पैकेट और जिंक की गोली पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई है।

दस्त की चपेट में आते ही बच्चों को ओआरएस के साथ जिंक की गोली दें। इस दौरान पर पीएचसी प्रभारी डॉ० देवकांत दीपक, स्वास्थ्य प्रबंधक जयनंदन कुमार, बीसीएम पंकज कुमार, यूनिसेफ बीएमसी शादाब अली व जय कुमार, एएनएम गुड़िया कुमारी आदि उपस्थित थे।

भारी मात्रा में विदेशी शराब जप्त

मधुबनी : जिले के कलुआही थाना की पुलिस में शुक्रवार की रात्रि गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के नारा गांव में छापामारी कर 121 लीटर बिदेसी शराब जप्त किया। उक्त जानकारी देते हुए कलुआही के थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम देव ने बताया की गुप्त सूचना मिली थी कलुआही थाना क्षेत्र के नारार गाँव किशोर किशोर सिंह शराव का तस्करी करता है।

सत्यापन के लिए रात्रि गश्ती के दौरान किशोर सिंह के यहाँ छापामारी किया तो एक झोपड़ीनुमा घर से एसी ब्लैक 66 बोतल , ब्लैक ओक बोतल, ब्लू ऑफिसर चॉइस 26 बोतल एवं 120 बोतल नेपाली सोफिया देसी शराब कुल 121 लीटर शराव के साथ श्याम किशोर सिंह को गिरफ्तार किया। इस संबंध में कलुआही थाना के विजय तिग्गा के बयान पर कलुआही थाना में शराब तस्कर किशोर सिंह सहित 6 तस्कर के विरुद्ध कांड दर्ज की गई है। पुलिस ने श्याम किशोर सिंह को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

नौ सूत्री मांगो को लेकर वार्ड सदस्य महासंघ का प्रखण्ड कार्यलय पर धरना, शिष्टमंडल के द्वारा बीडीओ को सौंपा गया मांग पत्र ज्ञापन

मधुबनी : जिले के जयनगर प्रखण्ड सह अंचल कार्यलय परिसर में वार्ड सदस्य महासंघ के तत्वावधान में नौ सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया। मांगो को लेकर प्रखण्ड स्तरीय स्तरीय वार्ड सदस्य महासंघ धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के प्रखंड अध्यक्ष सुरेश यादव और संचालन गंगा चौधरी एवं श्याम साह के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

आयोजित धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पंचायत के वार्ड की जनता हम वार्ड सदस्यों पर भरोसा कर के हमे वार्ड में विकास कार्यों के लिए जीता कर जनप्रतिनिधि के रूप में भेजी है। लेकिन हम लोग चुनाव जीत जाने के बाद भी अधिकारियों, पदाधिकारियों एवं कर्मियों और पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा हम सभी वार्ड सदस्यों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

अधिकारीयों की उदासीनता के कारण अब तक हमें हमारा हक नहीं मुहैया कराया गया है। अपने अधिकारों को लेकर पूर्व में वार्ड सदस्य संघ के सदस्यों के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिल कर अपनी बातें रखीं। लेकिन अधिकारियों ने अब तक रुचि नहीं दिखायी है। वार्ड के लोग वार्ड में विकास कार्यों के लिए वार्ड सदस्य के पास आते हैं। हर वर्तमान वार्ड सदस्यों को प्रभार लेने के लिए बीडीओ के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। वार्ड सदस्यों ने कनीय अभियंता पर अवैध उगाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हर वार्ड के वार्ड सदस्यों को हर घर नल जल योजना में फंसाने का काम किया जा रहा है।

वार्डो में विकास कार्य रुका हुआ है। मांगों में पुराने वार्ड सदस्य वर्तमान वार्ड सदस्यों के द्वारा अविलंब प्रभार दिया जाये, जिससे ताकि वार्ड में रुके विकास कार्यों में गति आ सके। वार्डो सदस्यों के द्वारा अनुरक्षक, अनुरक्षण का राशि खाते में देने, पन्द्रहवी योजना की राशि, वार्ड सदस्यों को पाँच रुपैया मानदेय देने, मनरेगा योजना में वार्ड सदस्य की भूमिका देने, पंचायत स्तर पर योजनाओं का शिलान्यास में वार्ड सदस्यों का नाम शिलापट पर देने, पीएम आवास योजना समेत अन्य योजनाओं से वंचित लोगों लाभ देने, बकाया मानदेय का भुगतान करने समेत अन्य मांग शामिल है।

मौके पर सूर्यनाथ महासेठ, राम सोगारथ यादव, बेचन कामत, संजय यादव, विजय साह, राम सकल यादव, मीरा देवी, जगत नारायण यादव, इंद्रजीत कुमार ठाकुर, आरती देवी, चंदा देवी, सोनी देवी, मीना देवी, सोनू झा, वकिल बैठा, संतोष राउत, नरेश यादव, जगत यादव समेत अन्य सदस्यों ने संबोधित किया और कार्यक्रम में कई वार्ड सदस्य मौजूद थे। संघ के द्वारा राज्यपाल व जिला पदाधिकारी के नाम नौ सूत्री मांगों का ज्ञापन वार्ड सदस्य संघ के एक शिष्टमंडल के द्वारा बीडीओ उमा भारती को सौंपा गया। मांगे पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन करने की घोषणा की गई। वही धरना कार्यक्रम में कई वार्ड सदस्यों ने भाग लिया।

शराबबंदी को प्रभावकारी रूप से लागू करने को लेकर डीएम-एसपी का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक, दिए कई निर्देश

मधुबनी : जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने समाहरणालय स्थित विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष से जिले में शराबबंदी को प्रभावकारी रूप से पूरी सख्ती के साथ लागू करने को लेकर विभिन्न पहलुओं की सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों एवं थानाध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विंदुवार समीक्षा की गई।

उक्त समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सबसे पहले मद्य निषेध कानून के तहत जब्त किए गए वाहनों के राजसात की समीक्षा की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी वाहन मालिक जब्त की गई गाड़ियों पर दावा प्रस्तुत करते हैं, उनसे विधिपूर्वक आर्थिक दंड की वसूली करते हुए गाड़ी उन्हें सुपुर्द कर दी जाए। यदि बार बार जारी की गई सूचना के बाद भी वाहन मालिक उपस्थित नहीं होते हैं, तो उन गाड़ियों को नीलाम कर दिया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि उनके समक्ष हर बैठक में सुस्पष्ट आंकड़े उपस्थित किए जाएं कि शराब पीने वालों की निशानदेही पर कितनी गिरफ्तारियां हुई हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय दिशानिर्देश के आलोक में जब कोई ऐसा शराब पीने वाला जिसके बार बार शराब पीने का रिकॉर्ड नहीं रहा है और वह शराब हासिल करने के श्रोत की जानकारी देता है, तो उसे आर्थिक दंड देकर मुक्त किया जा सकता है। ताकि, शराब के श्रोत को मूलतः नष्ट किया जा सके। ऐसे में शराब के धंधेबाजों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए धड़पकड़ तेज की जाए।

जिलाधिकारी ने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग को संयुक्त कार्रवाई को तेज करते हुए सघन अभियान चलाकर शराब पीने वालों और शराब का धंधा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जगह जगह चेकपोस्ट बनाकर ब्रेथ एनलाइजर के माध्यम से चेकिंग अभियान चलाए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में शराब के विनिष्टिकरण पर विस्तृत रिपोर्ट हासिल की गई और निर्देश दिए गए कि शराब बरामदगी के पंद्रह दिनों में शराब विनिष्टिकरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। उक्त समीक्षा बैठक में उत्पाद अधीक्षक गणेश कुमार, वरीय उप समाहर्ता सह प्रभारी विधि शाखा, विकास कुमार समाहरणालय स्थित विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष से तथा जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता ऑनलाइन मोड में शामिल हुए।

दस मामलों में जप्त 1210 लीटर शराब किया गया विनिष्ट

मधुबनी : जिले के खजौली, विभागीय निदेश के आलोक में स्थानीय थाना पुलिस द्वारा थाना में दर्ज विभिन्न दस मामलों में जप्त किये गए कुल 1210 लीटर नेपाली देशी शराब को शनिवार को विनिष्ट किया गया।

दंडाधिकारी के रुप में प्रतिनियुक्त अंचल अधिकारी मनीष कुमार, थनाध्यक्ष अजीत प्रसाद सिंह एवं राजस्व पदाधिकारी विकेश कुमार की मौजूदगी में जप्त शराब को जेसीबी से विनिष्ट कर, उसे गड्ढा खोदकर जमीन के अन्दर गाड़ दिया गया। इस मौके पर मालखाना प्रभारी सह एएसआई मदन उरांव, मुंशी भगवान प्रसाद सिंह सहित थाना के पुलिस बल उपस्थित थे।

श्रावणी मेला को लेकर कल्याणेश्वर मंदिर परिसर में शांति समिति की हुई बैठक

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के पौराणिक कल्याणेश्वर मंदिर परिसर में बीडीओ कृष्ण मुरारी की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में सावन के प्रत्येक सोमवार को जलाभिषेक हेतू उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ की संभावनाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।

उक्त बैठक में सीओ सौरभ कुमार एवं थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने मेला कमिटी के सदस्यों से जलाभिषेक व मेला में होने वाली भीड़ को लेकर चर्चा की, जहां कमिटी के सदस्यों ने प्रत्येक सोमवार को मजिस्ट्रेट के साथ साथ साथ भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती करने का प्रशासन से अपील की। साथ ही कलना चौक से सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया।

इस संबंध में थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि श्रावणी मेला के दौरान मंदिर परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रहेगी, चप्पे चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी। असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रहेगी। मंदिर परिसर में सादे लीवास में महिला पुलिस की तैनाती रहेगी। इस मौके पर मुखिया रमेश मिश्र, शिव नारायण यादव, अनिरुद्ध यादव, मदन चन्द्र झा, रामप्रीत यादव, संतोष कामत, बबलू कुमार यादव, अशोक कामत, राम शोभित गुप्ता, वीरेन्द्र चौरसिया, दिनेश कुमार, अजोधी मंडल समेत कमिटी के अन्य लोग मौजूद थे।

अधिकार व कर्तब्य का बोध हेतू जनप्रतिनिधियों के बीच वितरण किया गया पुस्तकें

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के टीपीसी भवन में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बीच प्रशिक्षण पुस्तिकाओं एवं लीफलेट का वितरण किया गया, जहां प्रखंड के सभी पंचायतों के मुखिया, उप मुखिया, सरपंच, उप सरपंच व पंचायत समिति के सदस्यों ने विभाग के द्वारा मिले पुस्तकों को पाकर खुश नजर आ रहे थे।

इस दौरान बीपीआरओ अमित अक्षय मिश्रा ने बताया कि पुस्तिका वितरण का मुख्य उद्देश्य है कि आगामी कुछ दिनों में सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जाना है, जिससे सभी जनप्रतिनिधि उन किताबों को पढ़कर अपने हक और कर्तब्य को भली भांति समझ सकेंगे और प्रक्षिक्षण का पूरा लाभ उठा पाएंगे।

उन्होंने कहा कि छूटे हुए जनप्रतिनिधियों को भी आगे चरणवार ढंग से किताबें वितरण किया जाएगा। इस मौके पर बीडीओ कृष्ण मुरारी, मुखिया यदुवीर साह, कामिनी देवी, रेखा देवी, रमेश मिश्र, सरपंच फूलजहां, धनिक लाल यादव, रामशंकर ठाकुर, लाल मोहम्मद पमारी, अंजिला देवी, पंसस नीलम कुमारी, अमरनाथ यादव समेत दर्जनों जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।

324 बोतल शराब के साथ एक तस्कर गिरफ्तार, दो अलग-अलग कार्रवाई में एक होण्डा कार व दो बाइक जब्त

मधुबनी : भारत नेपाल सीमा पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गंगौर कैम्प के एसएसबी जवानों ने अलग-अलग कार्रवाई में 324 बोतल शराब समेत एक होण्डा सीटी कार व दो बाइक समेत एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की अहले सुबह स्पेसल नाका पार्टी कमांडर इंस्पेक्टर करनैल चंद के नेतृत्व में एसएसबी की टीम भारत-नेपाल सीमा स्तंभ संख्या-289/24 के समीप तैनात थे। इसी क्रम में नेपाल की ओर से आ रहे होण्डा सिटी कार के चालक दूर से ही एसएसबी को ड्यूटी पर तैनात देख शराब समेत उक्त कार को छोड़ वापस नेपाल भाग गये। कार की तलाशी लेने पर उक्त कार से 240 बोतल नेपाली देशी शराब बरामद हुआ।

वहीं दूसरी कार्रवाई सुबह करीब सात बजे की बताई जा रही है। जहां स्पेसल पेट्रोलिंग के दौरान टीम लीडर तारा दत्त शर्मा के नेतृत्व में एसएसबी जवान गंगौर गांव के समीप गस्ती पर थे। इसी क्रम में नेपाल से आ रहे तस्करों ने एसएसबी को देख भागने का प्रयास किया, लेकिन एसएसबी ने अपनी तत्परता दिखाते हुए शराब समेत एक तस्कर को धर दबोचा।

वहीं दूसरा तस्कर शराब समेत बाइक को छोड़ फरार हो गये। इस मामले में एसएसबी ने 84 बोतल नेपाली विदेशी शराब समेत दो बाइक को जब्त की है। मामले में गिरफ्तार तस्कर की पहचान दरभंगा जिला अंतर्गत सिंहपुरा थाना क्षेत्र के भवाड़ा निवासी अजित महतो के रूप में किया गया है। इस बाबत थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि एसएसबी के प्रतिवेदन पर दो अलग अलग मामला दर्ज की गई है।

2090 लीटर शराब किया गया विनिष्टिकरण

मधुबनी : जिला पदाधिकारी के निर्देश पर शनिवार को जिले के हरलाखी थाना परिसर में शराब विनिष्टिकरण किया गया। जहां मजिस्ट्रेट के रूप में सीओ सौरभ कुमार के देखरेख में भारी मात्रा में शराब को जेसीबी से नष्ट के बाद एक गढ़े में गाड़ दिया गया। थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि 22 कांडों में जब्त करीब 2090 लीटर शराब को विनिष्टिकरण किया गया है। मौके पर उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर बबलू कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।

पिता ने शराबी पुत्र को किया पुलिस के हवाले

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के हरिने गांव निवासी एक पिता ने अपने शराबी पुत्र को पुलिस के हवाले कर दिया है। गिरफ्तार युवक की पहचान उमेश साह उर्फ टिंकू के रूप में किया गया है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर शाम युवक शराब पीकर आया और अपने परिवार के लोगों के साथ गाली गलौज व मारपीट करने लगा। काफी समझाने पर भी वे शांत नहीं हुए तो उनके पिता ने पुलिस को सूचना दे दी।

इधर सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और शराब के नशे में हंगामा कर रहे उक्त युवक को गिरफ्तार कर लिया। इस बाबत थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि चिकित्सीय पुष्टि के बाद उक्त युवक को न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

उषा कुमारी ने दरोगा बनकर किया गांव का नाम रौशन

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड क्षेत्र के ठाढ़ी गांव की बेटी ने अपनी हिम्मत, मेहनत और हौसले से अपने माता पिता के साथ साथ पूरे इलाके का नाम रौशन किया है। हम बात कर रहे हैं ठाढ़ी के देव नंदन मिश्रा की पोती, मायानंद मिश्र और किशोरी देवी की बेटी उषा की। उषा ने पुलिस सब-इंस्पेक्टर परीक्षा के अंतिम परिणाम में लड़कियों के सामान्य वर्ग में जगह बनाकर कीर्तिमान रच दिया है। वो ठाढ़ी की दूसरी बेटी है, जिसने दरोगा की वर्दी पहनकर परिवार के साथ साथ पूरे गांव का सर गर्व से ऊंचा किया है। इससे पहले गीतांजलि इसमें सफल हुई थी।

उषा के पिता छोटे किसान हैं, सो आय ज्यादा न थी। प्राइवेट ट्यूसन करके अभावों से संघर्ष करते हुए बच्चो को पढ़ाया लिखाया। तो उषा का बचपन आर्थिक दिक्कतों के साथ ही गुजरा। पढ़ने में बचपन से मेधावी थीं। बड़ी हुईं तो बिना किसी सहायता के सेल्फ स्टडी करते हुए मैट्रिक, इंटर और ग्रेजुएशन अच्छे नंबर से पास किया। उषा तीन भाई बहनों में सबसे छोटी है। इससे पहले उसका चयन बिहार पुलिस कांस्टेबल पद के लिए भी हुआ था।

उषा अभी आगे भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी जारी रखना चाहती है। उसकी सफलता यह दिखाती है कि यदि आपमें लगन, जोश और जुनून हो, तो कठिन व विपरीत परिस्थितियाँ भी आपका रास्ता नहीं रोक सकती। वो कहती है कि अब लड़कियों को भी पढ़ाइये। उनका रास्ता मत रोकिए। जो पढ़ने वाली होंगी, मुश्किल हालात में भी वे पढ़ लेंगी। बस उसका साथ दीजिये और उसके हौसले को बनाये रखिये।

रुद्रपुर की साक्षी कुमारी बनी सीए, बधाई देने वालों का लगा तांता

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के रुद्रपुर गांव की साक्षी कुमारी सीए की अंतिम परीक्षा पास की है। यह उसका दूसरा प्रयास था। सीए की अंतिम परीक्षा पास कर वह अपने गांव से पहली महिला सीए बनी है।साक्षी कुमारी के पिता श्रवण ठाकुर ने बताया कि उनकी पुत्री साक्षी ने अपनी मेहनत से न केवल अपने गांव परिवार और समाज की बल्कि पूरे परोपट्टा का नाम रोशन किया है।

साक्षी के चाचा पवन ठाकुर ने बताया कि साक्षी को बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में विशेष रुचि थी। परीक्षा परिणाम सुनकर घर वाले और ग्रामीण बहुत खुश हैैं। ग्रामीण आशुतोष मिश्रा का कहना था कि ये 21वीं सदी की महिलाओं के बढ़ते कदम है का साक्ष्य है। साक्षी अपने गांव और प्रखण्ड के छात्र छाराओं के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेंगी। साक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता, पिता, चाचा आदि परिवार के सदस्यों के साथ साथ अपने शिक्षकों को दिया है।

लालू-रावड़ी राज गरीब जमात का था मंगल राज : शत्रुघ्न कामती

मधुबनी : लालू यादव और राबड़ी देवी के 15 वर्षीय कार्यकाल को जंगल राज कहना उन दोनों बड़े जन नेताओं के साथ नाइंसाफी है। दरअसल लालू राबड़ी देवी का राज जंगल राज नही बल्कि गरीब अभिवंचित जमात के लिए मंगल राज था। यह कहना था पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शत्रुघ्न कामति का। वे अंधराठाढ़ी के जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मारक भवन परिसर में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

पूर्व मुखिया महेंद्र राय और अनिल लोहिया क्रमशः इसके अध्यक्ष एबं संचालक थे। श्री कामति ने कहा कि हर युग की अपनी एक अलग मांग होती है। लालू रावड़ी युग की भी एक अलग मांग थी। आमलोगों की जागरूकता और अधिकारों का ज्ञान उन दोनों के समय की मांग थी। दरअसल उन दोनों का राज काल जेपी आंदोलन की कोख से जन्मा था। उन दोनो के सामने आचार्य नरेंद्र देव, जेपी, लोहिया, मधुलिमये, जॉर्ज फर्नाडिज, कर्पूरी ठाकुर आदि महान समाजबादी जननेताओं के आदर्श के साथ साथ जनोन्मुखी सरकार और प्रशासन का ढांचा खड़ा करने का लक्ष्य था। जाहिर है कि उन दोनो नेताओं ने अपनी अपनी नियति, नीति और निर्णयों के मार्फ़त उन महान नेताओं के चिंतन, सिद्धांत और लक्ष्यों को अपने-अपने समय में सरजमीनी जामा पहनाने के साथ-साथ उनके दर्शन को राजकाज में ढालने का भी प्रयास किया था।

शत्रुघ्न कामति का कहना था कि बतौर एक बरिष्ठ प्रशासनिक पदाधिकारी वे बखूबी जानते हैं कि अधिकारियों को गरीब और अभिवंचित समाज के बंच्चो का बाल कटवाने, नहलवाने और स्कूल भेजवाने का दिया गया टास्क, एससी, एसटी, ओबीसी समाज को बूथ पर जाने और वोट डालने के लिए प्रेरित करना, बासगीत पर्चा, बंदोवस्ती, गृह स्थल पर्चा, भूदान जमीन का पर्चा, बड़े जमींदारों के सरप्लस जमीन का वितरण अभियान और सभी कार्यों का प्रखण्ड, जिला और प्रान्त स्तर पर नियमित निरंतर समीक्षा की व्यवस्था से गरीब और अभिवंचित जमात में कितना बड़ा संदेश गया।

उनमें कितना अधिक सकारात्मक बदलाव लाया और बहुसंख्यक समाज किस कदर जागरूक होकर आज अधिकार सम्पन्न हैं। समाज, शिक्षा, अर्थ, शासन, प्रशासन आदि सत्ता के शीर्ष ठिकानों की ओर कदम ताल कर रहे हैं। क्या ये लालू यादव एवं राबड़ी देवी के अच्छे कार्य नही थे। शत्रुघ्न कामति के अनुसार लोकतंत्र में विरोध पक्ष जरूरी है किंतु मात्र वोट के लिए सच को भ्रमित करना तो आमलोगों के साथ छल करना ही है। किसी के अवदान को कुतर्क द्वारा नकारना लोकतन्त्रीय व्यवस्था में अच्छी परम्परा नही है। इससे अच्छे कार्य करने बाले लोग हतोत्साह होंगे। वहीं, मो० कमरूजम्मा, चंद्रकुमार चौधरी, बिजली यादव, राजेन्द्र राय आदि दर्जनो कार्यकर्ताओं ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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