अभियंत्रण महाविद्यालय मधुबनी एवं उसके नवनिर्मित भवनों का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
मधुबनी : विगत 5 मई 2022 को मधुबनी चित्र कला संस्थान एवं मिथिला ललित संग्रहालय के उद्घाटन के उपरांत आज अभियंत्रण महाविद्यालय मधुबनी एवं उसके नवनिर्मित भवनों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इसको लेकर जिले में चहुँओर खुशी की लहर व्याप्त है। मधुबनी में उच्च शिक्षा को लेकर एक नए शैक्षणिक वातावरण का निर्माण होगा। जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर पंडौल प्रखंड में अवस्थित मधुबनी अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना एवं संस्थान के भवनों का निर्माण कार्य का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम किया गया।
गौरतलब हो कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मंत्रालय, बिहार सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान कुल 17 योजनाओं का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया, जिसमे मधुबनी अभियंत्रण महाविद्यालय प्रमुख है। 7.5 एकड़ के भू-भाग में फैले इस महाविद्यालय में एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग, एकेडमिक बिल्डिंग, 300 छात्रों एवं 200 छात्राओं के लिए अलग अलग छात्रावास, कर्मियों के लिए आवास, गेस्ट हाउस, फैकल्टी रेसिडेंस के साथ साथ सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वर्कशॉप बिल्डिंग का भी निर्माण कार्य किया गया है।
इस कार्य से स्थानीय छात्र छात्राओं को अभियंत्रण की शिक्षा प्राप्त करने में काफी सहूलियत मिलेगी। संस्थान के आसपास के क्षेत्र विकसित होंगे वही प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। पंडौल बाजार भी विकसित होगा। इसके निर्माण में 73.13 करोड की लागत आई है। सरकार के संकल्प बिहार के हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना के तहत इसका निर्माण किया गया है, इससे जिले में उच्च शिक्षा को लेकर एक नए शैक्षणिक वातावरण का निर्माण होगा।
सरकार की यह कोशिश है कि इस संस्था में गुणवतापूर्ण शिक्षा के साथ साथ प्लेसमेंट की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा इस नव निर्मित भवन के देखरेख और अध्यापन कार्य हेतु फैकल्टी की बहाली पर भी जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार भवनों के गुणवत्तापूर्ण निर्माण के साथ-साथ उसके रखरखाव एवं साफ-सफाई को लेकर भी गंभीर है।
उक्त अवसर पर आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में जिला समाहरणालय स्थित एनआईसी वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में जिलाधिकारी, अरविन्द कुमार वर्मा के साथ सदस्य, बिहार विधान परिषद घनश्याम ठाकुर, सदस्य, बिहार विधान सभा, समीर कुमार महासेठ, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग अनिल कुमार आदि उपस्थित थे।
शहर को अतिक्रमण से कराया जा मुक्त
मधुबनी : जिले के खुटौना सीओ रमन कुमार के नेतृत्व में खुटौना, लौकहा तथा लौकही समेत जिला से आई पुलिस टीम ने वर्षों से सरकारी रास्ता को अतिक्रमण किए घर को खाली करा लिया गया। थाना क्षेत्र के सिकटियाही गांव के वार्ड संख्या छह में बुधवार को सुबह से ही जेसीबी के साथ पुलिस का पहुंचना शुरू हो गया था। भारी पुलिस बल को गांव में पहुंचने पर हजारों लोगों की भीड़ जुट गई।
शुरू में सिकटियाही पंचायत के सरपंच विनोद यादव ने महिला और पुरुष के साथ अधिक्रमित खाली करने से लोगों को उकसा कर जिससे मामला गर्म होता चला गया और बात आगे बढ़ती चली गई। तत्पश्चात सरपंच श्री यादव तथा उसके भाई रमेश यादव को पुलिस पकड़ कर थाने ले आई। पुलिस बल को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा। थोड़ा बल प्रयोग करना पड़ा लिहाजा स्थल से लोग हटा और बुलडोजर दनादन उसके घर को तो तोरना शुरू कर दिया।
मुख्य रूप से रामगुलाम पंडित, रामप्रीत पंडित तथा बेचन पंडित द्वारा अतिक्रमण किए गए सरकारी रास्ता को खाली करा लिया गया है।
अनुमंडल पदाधिकारी फुलपरास के अभिषेक कुमार के आदेशानुसार यह कार्रवाई की गई है। जिसमें खुटौना, लौकहा तथा लौकही थानाध्यक्ष क्रमशाह धनंजय कुमार, पुरानी प्रजापति तथा सुरेंद्र पासवान के साथ पुलिस बल मौजूद थे। बता दे कि उक्त पंचायत के सरपंच विनोद यादव तथा उनके सहोदर भाई रमेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
वहीं, सीओ रमन कुमार के अनुसार गिरफ्तार दोनों व्यक्ति एक जनप्रतिनिधि होकर उन लोगों को उकसा कर माहौल खराब करना वह सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न करना तथा प्रशासन पर हमला करने के आरोप दर्ज किया गया है। मामला सीओ श्री कुमार के लिखित प्रतिवेदन पर मामला दर्ज किया गया है, जिन्हें विधि-व्यवस्था को शांत बहाल करने को लेकर उन्हें जेल भेजा जा रहा है।
बताते चलें कि उक्त गांव के सैंकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष थाना पर जमा हो गया और गिरफ्तार सरपंच तथा उसके भाई को छुड़ाने की कोशिश की। मामला को गर्म देखते हुए पुलिस ने भी अपना पोजीशन संभाला और प्रदर्शनकारी को थाने से खदेड़ दिया।
फर्जी शिक्षिका पर मामला दर्ज
मधुबनी : जिले के खुटौना प्रखंड के सिकटियाही पंचायत के नया प्राथमिक विद्यालय नवटोली अनुसूचित जाति हनुमान नगर में पदस्थापित नियोजित शिक्षिका सरोज देवी पर जाली प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सरकारी नौकरी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि माननीय उच्च न्यायालय पटना द्वारा जनहित याचिका संख्या सीडब्ल्यूजेसी संख्या-15459 के 2014 में पारित आदेश के आलोक में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना द्वारा निगरानी को नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक अंकपत्र तथा अन्य प्रमाण पत्रों की जांच के आदेश दी गई थी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मधुबनी द्वारा उपलब्ध कराए गए फोल्डर में इंटर परीक्षा वर्ष 2005 में रोल कोड 2132 तथा क्रमांक संख्या 3240 है।
वह प्राप्तांक 632 प्रथम श्रेणी को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति हेतु भेजा गया था, जिसमें सत्यापन के बाद सरोज देवी के स्थान पर इंटर परीक्षा में नाम-संध्या कुमारी, पिता-सतीश कुमार सिन्हा, वर्ष-2005 के रोल कोड-2132, क्रमांक-30241 तथा कुल प्राप्तांक 478 द्वितीय श्रेणी है। इस तरह यह फर्जी पाया गया तथा यह मामला पुलिस निरीक्षक शाहजहां निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के सत्येंद्र राम के लिखित प्रतिवेदन पर मामला दर्ज किया गया है।
खसियाघाट,पाली से भारी मात्रा में चूल्हाई दारू के साथ दो तस्कर हुआ गिरफ्तार
मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के पाली,खसीयाघाट से छापेमारी के क्रम में बगीचे में चूल्हाई दारू बेचने का धंधा चल रहा था, जहाँ एएलटीएफ अनुमंडल प्रभारी,बेनीपट्टी शेष नाथ प्रसाद पुलिस बल के साथ छापेमारी करने के लिये गये।
एएलटीएफ की टीम द्वारा छापेमारी के क्रम में खसीयाघाट से करीब एक किमी उत्तर घने बगीचा में बब्लू सहनी और पानो देवी को 7.5 लीटर देशी चुल्हाई शराब के साथ गिरफ्तार किया है। छापेमारी टीम में एएलटीएफ प्रभारी शेष नाथ प्रसाद, एसआई संजीत कुमार और पुलिस बल मौजूद थे। उक्त कारोबारी पर प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अधिकारियों की टीम ने बेनीपट्टी के सलहा, मंपौर, ढंगा, पाली, और कटैया पंचायत में विकासात्मक योजनाओं का किया निरीक्षण
मधुबनी : मुख्य सचिव,बिहार के निर्देश के आलोक में पदाधिकारियों की टीम द्वारा प्रखंड के पांच पंचायतों में विकासात्मक योजनाओं की जांच की गई। मनपौर में सीओ पल्लवी कुमारी गुप्ता, ढंगा में बेनीपट्टी बीडीओ डॉ० रवि रंजन, पाली में एसडीसी विकास राज, कटैया में एसडीपीजीआरओ और सलहा पंचायत में डीआरडीए के निदेशक ने सात निश्चय के तहत नल जल व नली-गली, विद्यालय, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, समाजिक सुरक्षा, जन वितरण प्रणाली, ग्रामीण सड़क, पैक्स, मनरेगा, पीएम आवास, पंचायत सरकार भवन या पंचायत भवन, आरटीपीएस, भू-राजस्व, दाखिल खारिज, जमाबंदी और लगान रसीद सहित अन्य बिंदुओं पर जांच की गई।
इस क्रम में सीओ ने मनपौर पंचायत के वार्ड-8 में उत्क्रमित उच्च विद्यालय की जांच की। जहां बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति, एमडीएम सहित अन्य पंजियो की जांच में 632 में 318 बच्चे उपस्थित थे। उन्होंने वार्ड 2 में राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कुल 210 में 160 बच्चे मौजूद मिले। वार्ड 1 स्थित आयुष्मान भारत केंद्र के बरामदे पर संचालित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 1 की भी जांच की, जहां 06 बच्चें उपस्थित मिले और सेविका-सहायिका भी मौजूद थीं।
सीओ ने उपस्थिति, पोषाहार व टेक होम राशन पंजी सहित अन्य पंजियो का भी अवलोकन किया, जहां वर्ष 2015 से पंजी अपडेट नही थी। सेविका रूना देवी ने दो माह से पोषाहार की राशि नही मिलने के कारण पोषाहार नही बनाने की बात कहीं। वार्ड 5 में आंगनबाडी केंद्र संख्या 301 की जांच की, जहां 4 बच्चे और सेविका रूपा कुमारी मौजूद मिली। वार्ड 5 में 5 लाख 20 हजार रूपये की लागत से 2100 फीट में बांध निर्माण का निरिक्षण किया, जहां कार्य को देखकर सीओ असंतुष्ट दिखे। इसके अलावे सात निश्चय के तहत नली-गली और नल-जल योजनाओं की भी जांच की गई।
उधर उत्क्रमित मध्य विद्यालय ढंगा पूर्वी में बीडीओ डॉ० रवि रंजन ने जांच किया, जहां एक शिक्षक सुरेद्र प्रसाद अनुपस्थित थे, और उपस्थिति से अधिक बच्चों की हाजिरी बनी हुई थी। साफ-सफई आदि को लेकर उन्होंने विद्यालय के एचएम रमाकर झा को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। मध्य विद्यालय ढंगा पश्चिमी में प्रभारी ललन कुमार सहित 14 में 13 शिक्षक उपस्थित थे। शौचालय में गंदगी देख बीडीओ ने स्कूल के एचएम के प्रति नाराजगी जाहिर किया।इसके बाद ढंगा पश्चिम में काली मंदिर परिसर में बने स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया, जहां बर्षों से बन कर तैयार केंद्र आज तक नही चालू हो सका और भवन भी जर्जर हो गया है।
वहीं आंगनबाडी केंद्र संख्या 408 की सेविका कल्याणी कुमारी को भी साफ-सफाई और बच्चे की पढ़ाई पर ध्यान देने हेतू आवश्यक निर्देश दिया। इसके अलावे आवास योजना की जांच की गई। घुसकीपट्टी में नली गली योजना की जांच हुई। वार्ड नं 14 में पीएचईडी विभाग के तहत बनाये गये मुख्यमंत्री पेयजल योजना से कभी भी जलापूर्ति नही होने की शिकायत ग्रामीणों ने की। इसके अलावे पाली, कटैया और सलहा पंचायत में अधिकारियों के द्वारा विकासात्मक योजनाओं का जांच किया गया। मुखिया अमरेंद्र कुमार मिश्र सुगन, राजेंद्र मिश्र, अवध किशोर झा, रीझन ठाकुर, पंचायत सचिव राजाराम सिंह, गंगा यादव, राम प्रसाद महतो सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
21 सूत्री मांगों को लेकर भाकपा माले के द्वारा अनुमंडल कार्यलय पर प्रदर्शन, तांगा के साथ हाथो में बैनर पोस्टर ले निकाला जूलूस किया गया प्रदर्शन
मधुबनी : जिले के जयनगर में बुधवार को भाकपा-माले के प्रखण्ड सचिव भूषण सिंह के नेतृत्व में नक्सलवाड़ी आंदोलन के 55वीं वर्षगांठ पर माले के कार्यकताओं किसानों तांगा यूनियन मजदूरों समेत अन्य लोगों के द्वारा 21 सूत्री मांगों को लेकर जयनगर अनुमंडल कार्यलय परिसर में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में शामिल लोगो के द्वारा हाथों में बैनर पोस्टर लिए हुए तांगा के साथ रेलवे स्टेशन परिसर से प्रखंड सचिव शहर के शहीद चौक-महावीर चौक-भेलवा चौक होते हुए शहर भर्मण कर अनुमंडल कार्यलय परिसर में सभा मे तब्दील होगा।
प्रदर्शन कर रहें लोगों की मांगो में भूमिहीन परिवारों को भूमि मुहैया कराने, पर्चा धारी भूमिहीन परिवारों को भूमि पर दखल कब्जा दिलाने, भू-मफिययों पर कार्रवाई करने, वंचित परिवारों को राशनकार्ड बनाने, प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में वर्षो से बंद परे उप स्वास्थ्य केन्द्रों को अविलम्ब चालू करने, तथा सभी सरकारी अस्पताल व प्राइवेट नर्सिंग होम व क्लिनिक के मनमानी पर रोक लगाने, आवास योजना में लुट पर रोक लगाने, आम जन के द्वारा दी गई।
शिकायतों की जाँच कर ससमय निदान करने, जाति आवासीय आय ओबीसी प्रमाण पत्र तथा दाखिल ख़ारिज बिना परेशानी के नियमित तय समय-सीमा के अंदर निर्गत करने, क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध पर नियंत्रण करने हेतू पुलिस, प्रशासन अपराधी व भू माफियाओं गठजोड़ की जाँच और करवाई, दुल्लीपट्टी के किसानों को बिना सहमती के व विना मुआवजा के ही एससबी मुख्यालय निर्माण हेतू छिनी गई भूमि पर किसानों के इच्छा अनुकूल निदान करने, निबंधन पदाधिकारी जयनगर के द्वारा भू-माफिया के मिलीभगत से अबैध तरीके से भूदान, सीलिंग, पर्चा एवं सरकारी व विवादित भूमि की निबंधन पर रोक लगाने, जीवकोपार्जन हेतु बैल गाड़ी चालकों को कमला नदी से बालू की निकासी की अनुमिति देने, तांगा चालकों को जयनगर-माड़र नेपाल बस स्टेंड तक सवारी लेकर आने-जाने में हो रहे समस्याओं का निदान करने, प्रखण्ड के पंचायतों में संचालित सभी प्रकार के निर्माण योजना में पारदर्शिता के लिये निर्माण स्थल पर निर्माण व लागत, अभिकर्ता, जेई का नाम मोबाईल नम्बर के साथ बोर्ड लगाने, किसानों को समय पर खाद-बीज कीटनाशक दवाओं की व्यवस्था करने.
झुग्गी-झोपड़ी व फुटपाथों को उजाड़ने से पहले बसाने, विभिन्न योजनाओं को ले आर्थिक शोषण पर रोक कमिटी बना कर निगरानी जाँच और करवाई, सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, कृषि मित्र, आवास सहायक, हल्का कर्मचारी एवं कार्यलयों में कर्मियों की नियमित ससमय उपस्थित सुनिश्चित करने, राशन वितरण में अनिमियता की जाँच करने, बन्द पड़े उप-स्वास्थ्य केंद्रों चालू करने, कार्यलय परिसर चापाकल की व्यवस्था एवं आम जनों के लिए निर्मित बन्द शौचालय को चालू करने समेत आम जनों से जुड़े विभिन्न ज्वलंत समस्याओं मांगो के ले समाधान हेतु प्रदर्शन किया गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा कि जनता विभिन्न समस्याओं से परेशान है। लेकिन स्थानीय प्रशासन से जुड़े समस्या है वह भी समाधान करने के बदले कतरा रहे हैं, तो दूसरी ओर आम जनता में प्रशासन के इस जन विरोधी रवैया के प्रति जबरदस्त आक्रोश है। भाकपा-माले प्रशासन के इस जनविरोधी नीतियों का तीव्र निंदा करती है, और निम्नलिखित मांगे पूरा नहीं होने पर आंदोलन को तीव्र करने की घोषणा करती है।
मांग पत्र अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपा गया। सभा को समाज सेवी दुल्ली पट्टी पंचयात के मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र यादव, शिक्षाविद मनीष कुमार, महेश्वर पासवान, मो. तस्लीम, मो. मुस्तफा, मो. साबिर रसीद, फूलो देवी, महेन्द्री देवी, शिबो देवी, भाकपा के पूर्व अंचल मंत्री नरेश ठाकुर, मो. हसलेंन, विनय राय, मनोज कुमार, रामशरण राम समेत कार्यक्रम में उपस्थित कई लोगों ने सम्बोधित किया।
ई-टेलीमेडिसीन में जिला राज्य में अव्वल, डा० बासित अली द्वारा सबसे अधिक मरीजों से की गयी कंसलटेंसी
मधुबनी : लोगों तक आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ई-संजीवनी कार्यक्रम चलाया गया है। इसके द्वारा आमलोगों को टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में मधुबनी जिला अप्रैल माह में राज्य में अव्वल रहा है। सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया मार्च तक जिले में है 18000 मरीजों का ई-टेलीमेडिसिन के द्वारा इलाज किया गया।
वहीं अब तक 38,125 लोगों का ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श व इलाज किया गया। ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में टेलीमेडिसीन के माध्यम से ग्रामीण स्तर तक एएनएम की उपस्थिति में सप्ताह के बुधवार व शुक्रवार को (नियमित टीकाकरण के दिन) लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं जिले के बिस्फी प्रखंड के डा० बासित अली द्वारा राज्य में सबसे अधिक मरीजों का कंसल्टेंसी के जरिए इलाज किया गया है।
अब तक 38000 से अधिक मरीजों का हुआ इलाज
जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि टेलीमेडिसीन के माध्यम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम द्वारा ऑनलाइन माध्यम से मरीजों का चिकित्सक से संपर्क कराया जाता है। इसके बाद मरीजों की बीमारियों के आधार पर एएनएम द्वारा उनकी जांच कर चिकित्सक को सूचित किया जाता है। इसके बाद चिकित्सकों द्वारा एएनएम को आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराने के लिए पर्ची जारी की जाती है। उस आधार पर मरीजों को एएनएम द्वारा दवा उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि अब तक 38,125 लोगों को चिकित्सीय परामर्श दिया गया है।
जिले में डॉक्टरों के 65 हब्स द्वारा 423 स्पोक्स सेंटरों पर होती है मरीजों की जांच
जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि टेलीमेडिसीन के द्वारा लोगों की जांच आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती है। इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों में कुल 423 स्पोक्स सेंटर बनाए गए हैं। वहां उपस्थित मरीजों की जांच के लिए 65 हब्स बनाये गए हैं। जहां विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित रहते हैं।
मरीज द्वारा जांच के लिए स्पोक्स सेंटर में आने पर एएनएम द्वारा हब्स में उपस्थित विशेषज्ञ चिकित्सक से ऑनलाइन माध्यम से संपर्क किया जाता है। उनके द्वारा ऑनलाइन माध्यम से मरीजों की जांच करते हुए उन्हें दवा पर्ची उपलब्ध कराई जाती है। उसके अनुसार मरीजों को एएनएम द्वारा आवश्यक दवा दी जाती है। इसके अलावा विशेष परिस्थिति होने पर मरीजों को आवश्यक इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भी भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसीन के संचालन से लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे कि सभी लोग स्वस्थ्य रह सकें।
बुधवार व शुक्रवार के दिन संचालित होती है टेलीमेडिसिन सुविधा
सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने कहा कि टेलीमेडिसीन की सुविधा जिले में बुधवार व शुक्रवार (नियमित टीकाकरण) को लोगों के लिए संचालित की जाती है। उप स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में आयोजित स्पोक्स सेंटर के माध्यम से लोग आसानी से सरकारी चिकित्सक को अपनी परेशानी बताकर उनसे आवश्यक इलाज करा सकते हैं। इसके अलावा नियमित टीकाकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उपस्थित होने पर भी एएनएम द्वारा चिकित्सक से संपर्क करते हुए लोगों को स्वास्थ सहायता उपलब्ध कराई जाती है। जिले के लोगों द्वारा इसका भरपूर उपयोग करते हुए टेलीमेडिसीन सुविधा का पूरा लाभ उठाया जा रहा है।
डीएसपी ने बिस्फी थाना का किया निरीक्षण दिए कई सख्त निर्देश
मधुबनी : जिले के बिस्फी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बुधवार को बिस्फी थाना का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान डीएसपी ने थाना के भौतिक स्थिति का जायजा लेते हुए रिकार्ड संधारण, सीरिस्ता, गुंडा पंजी, फरारी पंजी, मालखाना एवं थाना परिसर सहित सभी पंजियों का बारी-बारी से गहन अवलोकन किया।
वही डीएसपी श्री सिंह ने थाना अध्यक्ष को थाना क्षेत्र में अपराध नियंत्रण को लेकर कड़ी नजर रखने व शराब बंदी को प्रभावी ढंग से लागू करने का कड़ा निर्देश दिया। जिसके लिए नियमित रूप से गश्ती करने, बैंक व पोस्ट ऑफिस समेंत अन्य सार्वजनिक संस्थानों की चेकिंग अनिवार्य रूप से किये जाने का आदेश दिया।
वही डीएसपी ने फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी में तेजी लाने व असमाजिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा। उन्होंने मौके पर उपस्थित पुलिस पदाधिकारी व चौकीदारों को साफ तौर पर कहा कि कार्य में कोताही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के उपरांत डीएसपी ने पत्रकारों को बताया कि थाने से संबंधित सभी दस्तावेजों एवं सभी पंजियों का गहन जांच की गई है, जिन पंजियों में सही प्रविष्टि थी और कुछ बैकलॉग भी दिखा उन्हेंं दुरुस्त करने का वक़्त दिया गया है।
कांडों के डिस्पोजल व गिरफ्तारी वगैरह जो बची है, उसमें त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। रोको-तोको अभियान चलाने व थाना क्षेत्र में संवेदनशीलता को समझते हुए शराब तस्करी पर पूर्ण रोकथाम लगाने का भी निर्देश दिया गया है। इस मौके पर एसआई महेश सिंह, सुभाष सिंह, राहुल देव, एएसआई हरेंद्र राय, सुरेश चौधरी, उदय सिंह, डीके दिवाकर, रविन्द्र चौधरी सहित सभी चौकीदार मौजूद थे।
सुमित कुमार की रिपोर्ट