विश्व कैंसर सप्ताह : अंतिम दिन नरपत नगर में लगा कैंसर स्क्रीनिंग कैंप
मधुबनी : जिला में कैंसर रोग के प्रति जागरूकता लाने तथा कैंसर रोगियों को चिह्नित करने को लेकर नि:शुल्क कैंसर चिकित्सा एवं परामर्श शिविर का आयोजन 4 से 10 फरवरी तक किया गया। इसी क्रम में गुरुवार को नरपत नगर में कैंप लगाकर लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग के तहत जांच व जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। परामर्श शिविर में एसीएमओ डॉ आर के सिंह ने भी भ्रमण कर कैंसर संंबंधी जांच प्रक्रियाओं का मुआयना किया और कैंसर रोगियों के इलाज संबंधी प्रक्रियाओं की जानकारी ली।
इस मौके पर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ जीएम ठाकुर, टाटा मेमोरियल सेंटर की चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभिलिप्सा और उनकी टीम भी मौजूद रही। विदित हो की होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के द्वारा जिले में कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह योजना बिहार के 16 जिलों में चलाई जा रही है। शिविर के दौरान डॉ. अभिलिप्सा ने बताया यह देखा गया है कि कैंसर मरीज को कैंसर पता लगने के बाद भी इलाज कराने में काफी देर हो जाती है।
जिससे खतरा ज्यादा बढ़ता ही रहता है। उन्होंने बताया बिहार में 3 तरह की कैंसर सबसे ज्यादा पाई जाती है। अगर समय से इसकी जांच की जाए तो आसानी से कैंसर को काफी हद तक कम कर सकते है। यह संस्थान टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई की इकाई है जो ऊर्जा परमाणु विभाग द्वारा अनुदित है। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर अभी बिहार के 16 जिलों में जाकर काम कर रहा है । कार्यक्रम के तहत मुंह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और स्तन कैंसर की प्रारंभिक लक्षण की जांच की जाती है।
डॉ. अभिलिप्सा ने बताया मधुबनी जिले में अब तक 159 से ज्यादा कैंप लगाया गया है। वहीं 8614 लोगों की जांच की गई। इसके साथ ही आशा और एएनएम के साथ 77 प्रशिक्षण हुआ। जिसमें 1621 स्वास्थ्यकर्मी को प्रशिक्षित किया गया है। कैंसर स्क्रीनिंग व जागरूकता सप्ताह के दौरान में जिले में 300 से अधिक लोगों की जांच की गयी। जिसमें 19 लोग फॉलोअप पर व 2 ब्रेस्ट कैंसर एवं एक ब्लड कैंसर के हाईली सस्पेक्टेड पाए गए। आगामी वर्षों में इस कार्यक्रम को बिहार के सभी 38 जिलों में चलाया जाएगा।
लक्षणों की ससमय पहचान से 70% कैंसर मामले कम होंगे
डॉ. अभिलिप्सा ने बताया बिहार में पहली बार जनसंख्या आधारित कैंसर स्क्रीनिंग की शुरुआत की गयी है। इसमें मुख कैंसर के मामले सबसे अधिक हैं। इसके बाद महिलाओं में गर्भाशय और स्तन कैंसर के मामले मिले हैं। राज्य में प्रतिवर्ष 1 लाख 40 हजार कैंसर के मामले सामने आते हैं। इस प्रोग्राम में तीन तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जाती है। जिनमें मुख, स्तन और गर्भाशय कैंसर शामिल हैं। तीनों कैंसर का इलाज समय से शुरू होने पर राज्य में 70 प्रतिशत कैंसर मामलों को कम किया जा सकता है। विदित हो कि भारत में प्रतिवर्ष 156000 महिलाएं स्तन कैंसर से पीड़ित होती और उसमें 76,000 की मृत्यु हर साल हो जाती है।
वहीं गर्भाशय के मुख का कैंसर से भारत में प्रतिवर्ष 132000 पीड़ित होते जिसमें 63000 की मौत हो जाती है। जबकि तम्बाकू सेवन के कारण भारत में 250000 पीड़ित होते और प्रति दिन 2200 लोगों की मृत्यु तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियों के कारण होती है। इसमें से ज्यादातर संख्या बिहार की होती है। इसीलिए बिहार में शुरुआती लक्षण की जांच और जागरूकता की ज्यादा जरूरत है।
कैंसर के मुख्य संकेत:
• शरीर के किसी अंग में असामान्य असामान्य सूजन का होना
• तिल या मस्सों के आकार या रंग में परिवर्तन
• लगातार बुखार या वजन में कमी
•घाव का लंबे समय से नहीं भरना
•4 हफ्ते से अधिक समय तक अकारण दर्द का रहना
•मूत्र विसर्जन में कठिनाई या दर्द का होना
•शौच से रक्त निकलना
•स्तन में सूजन या कड़ापन का होना
•3 सप्ताह से अधिक लगातार खाँसी या आवाज का कर्कश होना
•असामान्य रक्त प्रवाह या मासिक धर्म के बाद भी रक्त का निकलना
28 पंचायतों के 382 वार्डों में 14 फरवरी तक वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति गठन करने का आदेश
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के सभी 28 पंचायतों के 382 वार्डों में 14 फरवरी तक वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति गठन करने का आदेश बीपीआरओ चंदेश्वर नारायण सिंह ने दिया है। इसे सुनिश्चित करने करने को लेकर सभी पंचायतों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। वहीं कार्यपालक सहायक एवं आईटी अधिकारी को भी लगाया गया है।
बीपीआरओ सिंह ने बताया कि पंचायत के सभी मुखिया को भी निर्देश दिया गया है। 20 फरवरी तक पंचायत स्तर पर सप्ताह के अंदर समितियों का गठन कराएं। मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड में 382 वार्ड हैं पूर्व में वार्ड क्रियान्वयन समिति का गठन 15 जनवरी तक करने का निर्देश था, इसी बीच कोरोना वायरस के काऱण समिति गठन का कार्य बाधित कर दिया गया।
कहा गया है कि चौदह फरवरी तक सभी वार्डों में समितियों का गठन अनिवार्य रूप से करा लें वार्ड में निर्वाचत वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाना है। वही सचिव का भी गठन होनी है, एवं वार्ड के सभी योजनाओं को सूचीबद्ध किया जाना है। प्रथम चरण में चालिस से अधिक वार्डों में आम सभा का आयोजन किया गया था, बाकी बचे वार्डों में आमसभा करने का निर्देश दी गई है। इसमें सात सदस्य टीम का भी गठन किया जाएगा और हर घर नल जल और गली नली योजना के संचालन की जिम्मेदारी समिति को सौंपी जाएगी।
टी-20 सेमीफाइनल क्रिकेट का हुआ आयोजन
मधुबनी : जिले के बिस्फी विद्यापति प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में गुरुवार के दिन सेमीफाइनल टी-20 टूर्नामेंट क्रिकेट का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में बीजेपी के मंडल अध्यक्ष रामसकल यादव बिहार राज परिवर्तन शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विकास ठाकुर शिक्षक वीरेंद्र यादव शशि भूषण कृष्ण यादव ने टॉस उछाल कर क्रिकेट का शुभारंभ किया।
सेमीफाइनल में शामिल चपढिया और बांका के बीच क्रिकेट खेला गया, जिसमें अतिथियों के द्वारा टॉस उछाल कर बांका के टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। क्रिकेट के दौरान चपढिया टीम के द्वारा 208 रन बनाया गया। वहीं बांका के टीम ने 130 रन पर ही सीमित हो गए। इस मौके पर क्रिकेट का संयोजक जीतू कुमार उर्फ जीतन यादव, पुष्पेंद्र यादव, रमन कुमार, ऋतु कुमार, बिकाऊ यादव, राहुल कुमार, राजीव कुमार सहित युवा मौजूद थे।
पुलिस को चकमा देकर शराब तस्कर भागने में रहा सफल
मधुबनी : जिले के खजौली थाना पुलिस ने बुधवार को गस्त के दौरान ठाहर शिव मंदिर के पास से 300 एमएल के 90 बोतल देशी नेपाली शराब बरामद किया।थानाध्यक्ष अजित प्रसाद सिंह ने बताया कि गश्त के दौरान जब एएसआई मदन उरांव के नेतृत्व में गस्ती दल बेंता कुटी के पास पहुचा, तो पुलिस की गाड़ी देखते ही एक बाइक सवार युवक भागने लगाने लगा।
युवक के बाइक के पीछे में एक उजला कलर की बोरी बंधा हुआ था।बाइक सवार युवक को भागते हुए देख पुलिस को शक होने पर बाइक सवार युवक ठाहर गांव स्थित शिव मंदिर के पास बाइक से बोरी फेक कर पुलिस को चकमा देते हुए युवक वंहा से फरार हो गया।
वही उन्होंने बताया कि बोरी की तलासी लेने पर उसमें 300 एमएल के 90 बोतल देशी नेपाली शराब मिला। पुलिस ने मौके पर बरामद शराब को जब्त करते हुए अज्ञात शराब तस्कर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी किया जा रहा है।
अज्ञात वाहन की ठोकर से घटना स्थल पे मौत
मधुबनी : जिला के खजौली प्रखंड के सुक्की सायफन सेतु पर बुधवार की देर रात अज्ञात वाहन की ठोकर से एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक की पहचान स्थानीय दतुआर ग्राम निवासी जिंदल ठाकुर के पुत्र दल्लू ठाकुर (26) के रूप में हुई है। जानकारी अनुसार दल्लू ठाकुर कसमा मरार गांव स्थित किसी बढ़ई के यहां कारीगरी का काम करता था।
वह बुधवार की देर शाम काम समाप्त कर बाइक से अपने घर दतुआर लौट रहा था, जहां सूक्क़ी सायफन सह सेतु पर किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें ठोकर मार दी। वह बुरी तरह जख्मी हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सूचना पाकर पहुंचे परिजनों के द्वारा उन्हें घर लाया गया। घटना के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। ज्ञात हो कि मृतक दल्लू की करीब 10 माह पूर्व ही शादी हुई थी।
मुखिया सकारात्मक पहल कर विकास में योगदान दें :- जिलाधिकारी।
मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी जिले के घोघरडीहा प्रखंड के सभी नव निर्वाचित मुखिया जनों से समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित संवाद कार्यक्रम में मिले।बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा बारी बारी से जिले के सभी प्रखंडों के नव निर्वाचित मुखिया जनों से मुलाकात की जा रही है। इस मुलाकात का मकसद उनके संबंधित पंचायतों में लोक सेवक के रूप में उनकी भूमिका को रेखांकित करना है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में कोरोना से प्रतिरक्षा के लिए पंचायत के सभी योग्य व्यक्ति को टीका लगवाना है। चूंकि कोरोना वायरस बार बार अपना स्वरूप बदल कर लोगों को नुकसान पंहुचा रहा है, ऐसे में सभी लोगों का टीका से प्रतिरक्षित होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने मुखिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मुखिया की जिम्मेवारी केवल सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन तक सीमित नहीं है, बल्कि पंचायत के अंतर्गत संचालित सभी गतिविधियों पर नजर बनाए रखना भी है।
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जनहित में आंगनवाड़ी द्वारा कुपोषण दूर करने व जीविका ग्राम संगठन द्वारा जन जागरूकता और आर्थिक संबल प्रदान करने वाली सतत जीविकोपार्जन योजना जैसी कई योजनाएं चलाई जाती हैं। उन योजनाओं का लाभ उपयुक्त लाभुक तक पंहुच सका कि नहीं। योग्य व्यक्ति का शिक्षक नियोजन में चयन हुआ कि नहीं। लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला कि नहीं। इस प्रकार की तमाम योजनाओं की जानकारी रखना और पंचायत के लोगों का मार्गदर्शन करना प्रत्येक मुखिया का कर्तव्य है।
मुखिया अपने पंचायत के सर्वाधिक मतों के साथ चयनित होकर सबसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन होते हैं। यह बात याद रखने की है कि सभी अधिकारों के साथ उनके कर्तव्य स्वतः जुड़ जाते हैं। एक लोक सेवक के रूप में आप न केवल योजनाओं की अनुशंसा के पात्र हैं बल्कि योजनाओं की स्वीकृति देने के अधिकारी भी हैं। ऐसे में लोकसेवकों पर लागू होने वाले सारे नियम आप सभी पर भी लागू होते हैं। यदि आपके द्वारा गलत आचरण किया जाता है तो इसके लिए दंड के प्रावधान भी बने हुए हैं। पंचायतों की हर छोटी या बड़ी राशि का गबन करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई तय है।
पंचायत के समग्र विकास के लिए मुखिया की दृढ़ इच्छाशक्ति अत्यंत आवश्यक है। आपके बेहतर प्रयास से पंचायतों का कायाकल्प किया जा सकता है। उन्होंने विशेषकर महिला मुखिया से नेतृत्व की अपील करते हुए कहा कि आपके उदाहरण से समाज की लड़कियों का मार्गदर्शन होगा। इसलिए आप लोग एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें।
उन्होंने पंचायत के सभी वर्ग और समुदाय से सम्यक व्यवहार करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि चुनाव अब समाप्त हो चुके हैं, ऐसे में जिन्होंने आपको मत दिया अथवा नहीं सभी लोग आपके अपने लोग हैं। इसलिए पंचायत की योजनाओं में अपने और पराए के भेदभाव से ऊपर उठकर सभी जरूरतमंदों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पंहुचाएं।
उन्होंने नए पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए पचास डिसिमल गैर विवादित भूमि को चिन्हित कर जिला मुख्यालय को सूचित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि जहां भी पंचायत सरकार भवन का निर्माण नहीं हो सका है, क्रम से ऐसे सभी पंचायतों का अवसर आएगा।
उन्होंने प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाले थाना दिवस पर पंचायत के भूमि विवाद को निपटाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के कार्यालय जिले के सभी अनुमंडलों में कार्यरत हैं। जहां किसी भी लोक सेवक के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
जिलाधिकारी द्वारा उम्मीद जताई गई कि कोरोना संक्रमण समाप्त होने के उपरांत जिले के विभिन्न पंचायतों में बारी बारी से ग्राम विकास शिविरों के आयोजन भी किए जाने हैं। इन आयोजनों के माध्यम से पंचायत की हर छोटी बड़ी समस्या का त्वरित निष्पादन किया जा सकेगा। उन्होंने सभी नव निर्वाचित मुखिया जनों को उनके उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं देते हुए साफ नियत से कार्य करने और विकास को गति देने की अपील की।
उक्त बैठक में प्रमोद कुमार झा, जिला समन्वयक, यूनिसेफ द्वारा जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिले भर में संचालित होने वाली विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी गई। बैठक में शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी सहित घोघरडीहा प्रखंड के सभी मुखिया जन उपस्थित थे।
लड़की बरामद, अपहरणकर्ता युवक गिरफ्तार
मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना पुलिस ने एक गांव से हुई अपहरण मामले में नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया है। साथ ही अपहरण कर्ता युवक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मालुम हो कि विगत 4 फरवरी को थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग लड़की को अपहरण की प्राथमिकी लड़की के पिता ने दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस गिरफ्तार करने के फिराक में थे। इसी बीच पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर लड़की को बरामद कर लिया, साथ ही मौके से अपहरण कर्ता युवक को भी गिरफ्तार कर ली।
गिरफ्तार युवक की पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र के करुणा गांव निवासी मो साकिर के रूप में बताया गया है। इस बाबत प्रभारी थानाध्यक्ष धनंजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार युवक को जेल भेज दिया गया है, तथा लड़की को मेडिकल कराने के बाद 164 का बयान के लिए न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
प्रखंड के कर्मियों एवं प्रतिनिधियों का हुआ प्रशिक्षण
मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड सभागार में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए समयबद्ध अवधि में समग्र, समावेशी एवं आगामी पंचायत विकास योजना निर्माण को लेकर गुरुवार को प्रखंड कार्यालय के सभागार में गूगल मीट के माध्यम से एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत विकास के लिए जीपीडीपी एवं पंचायत समिति क्षेत्र विकास के लिए बीपीडीपी निर्माण की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान 15वीं वित्त योजना के तहत, ग्राम पंचायत, पंचायत समिति एवं जिला परिषद की योजनाओं का निर्माण जन भागीदारी से हो इसकी जानकारी दी गई।
इस दौरान यह भी बताया गया कि ग्राम पंचायत, पंचायत समिति एवम जिला परिषद द्वारा किस तरह की योजनाओं को प्राथमिकता देनी है। प्रशिक्षण में प्रमुख कुमारी उषा, कार्यपालक पदाधिकारी सह बीपीआरओ भरत भूषण गुप्ता, मुखिया छठू पासवान, अनिल कुमार, शशि कुमारी, इंगलेश कुमार, जीविका के प्रतिनिधि सहित प्रखंड एवं पंचायत के अन्य कर्मी शामिल थे।
शिक्षक नियोजन के लिए हुई कॉन्सेल्लिंग
मधुबनी : जिला के जयनगर के नगर पंचायत कार्यालय परिसर में उच्च विद्यालय जयनगर के लिए शिक्षक का कॉउंसिल का कार्य आज किया गया, जिसमें कुल चार पद के लिए किया गया।जिसमें हिंदी, अर्थशास्त्र, लेखाशास्त्र, दर्शनशास्त्र के लिए शिक्षक का आज कॉउंसिल किया जाना था। जिसमे आज दो ही अभ्यर्थी मौजूद हुए और 2 अभ्यर्थी अनुपस्थित थे। उपस्थित अभ्यर्थी का चयन किया गया।हिंदी विषय के अभिलाष कुमारी एवं लेखा शास्त्र में रामनाथ साहू का चयन किया गया।
बता दे यह कॉउंसिल 2019 वर्ष में ही होने वाला था, लेकिन कोरोना के कारण नही हो पाया। इस मौके नगर पंचायत के अध्यक्ष कैलाश पासवान, कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार, नागेंद्र कुँवर, सुहेब मोहम्मद सहित अन्य मौजूद थे।
आधी आबादी की जागरूकता समाज के विकास के लिए अहम :- जिलाधिकारी।
मधुबनी : जिला पदाधिकारी मधुबनी जिले के लौकही प्रखंड के सभी नव निर्वाचित मुखिया जनों से समाहरणालय के कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में मुखातिब हुए।बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा जिले के सभी प्रखंडों के मुखिया जनों से क्रमानुसार बैठक आयोजित कर संवाद किया जा रहा है। इसका मकसद नव निर्वाचित मुखिया जनों को उनकी पंचायतों के विकास के लिए दिशाबोध प्रदान करना है।
इस परिप्रेक्ष्य में आज लौकही प्रखंड से आए हुए सभी मुखिया जनों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आप अपने पंचायत के विकास की धुरी हैं। आप अपने पंचायत के मतदाताओं के सर्वाधिक मत लेकर चयनित हुए हैं, जो सम्मान की बात है। ऐसे में आपसे जिला प्रशासन के साथ साथ आपके पंचायतों के लोगों की भी अनेक उम्मीदें हैं। एक लोक सेवक के रूप में आपको सामाजिक सेवा का बेहतर अवसर प्राप्त हुआ है। आपके अच्छे प्रयास के आधार पर पांच सालों के बाद आपके पंचायत के लोग आपको पुनः सेवा का अवसर दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आपको अपने पंचायत के हर वर्ग और समूह के लोगों के साथ समयक व्यवहार करना है। आपके पंचायत के सभी लोगों को सरकार की विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले ये सुनिश्चित करना आप सभी का दायित्व है।
उन्होंने नए पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए पचास डिसिमल विवादरहित भूमि की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आपके पंचायत के सीमा क्षेत्र में सभी सरकारी भूमि की जानकारी आपके पास होनी चाहिए, जिससे विभिन्न सरकारी योजनाओं को पंचायतों में साफलीभूत किया जा सके। उन्होंने सभी सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त किए जाने पर भी बल दिया।
इस संवाद के दौरान महिला मुखिया जनों द्वारा जताया गया कि वे और भी प्रखर होकर अपने पंचायत की विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में योगदान देना चाहती हैं, परंतु उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं की सही जानकारी न होने के कारण वे ऐसा नहीं कर पाती हैं। उन्हें जानकारी मिले भी तो कैसे! उन्हें बताया गया कि आधी आबादी को समाज के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के मौके देने के उद्देश्य से बिहार सरकार द्वारा महिला आरक्षण का प्रावधान किया गया है। वे अपने पंचायत के प्रतिनिधि के रूप में पंचायत के विकास में अग्रणी भूमिका निभाना चाहती हैं, तो इसमें उनके परिवार विशेषकर पतियों की सराहनीय भूमिका निभानी चाहिए।
महिलाएं जब सशक्त होंगी तो पूरा समाज सशक्त होगा। उन्हें देखकर पंचायत की लड़कियां शिक्षा और स्वरोजगार की दिशा में उन्मुख होंगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जब सरकार द्वारा मुखिया को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है, तो योजनाओं की सफलता की जिम्मेवारी भी उन्हीं की है। अतः हस्ताक्षर करने से पूर्व योजनाओं के फला फल से रू ब रू होना हर मुखिया की जिम्मेवारी है। चाहे वह मुखिया महिला ही क्यों न हो। किसी भी प्रकार के अवैध राशि की निकासी अथवा अनुचित अनुमोदन के लिए हस्ताक्षर करने वाला स्वयं जिम्मेवार होता है। अतः जागरूक होने का यह सही वक्त है।
उन्होंने पंचायत के अधीन सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त बनाने पर भी जोर दिया ताकि विभिन्न सरकारी योजनाओं को समय से लागू किया जा सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में क्रमानुसार पंचायतों को नए पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराई जानी है। यदि किसी चयनित पंचायत में गैर विवादित भूमि उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तो क्रम से अगले पंचायत को राशि प्रदान कर दी जाएगी। उन्होंने भूमि विवाद के समाधान के लिए जिले के सभी थाने और ओपी पर थाना दिवस मनाए जाने की जानकारी भी दी।
जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी मुखिया जनों को उनके प्रखर भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा गया कि पंचायतों की सीमा में होने वाली किसी अनियमितता की सूचना उन्हें भी दी जा सकती है। जिला प्रशासन, मधुबनी का यह मानना है कि हमारी पंचायतों के विकास से जिले का विकास स्वतः शुरू हो जाएगा।
उक्त अवसर पर प्रमोद कुमार झा, एसएमसी, यूनिसेफ द्वारा भी जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही कोरोना वैक्सिनेशन की योजनाओं सहित विभिन्न योजनाओं जैसे रूटीन इम्यूनाइजेशन और संस्थागत प्रसव आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। मौके पर विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी के साथ साथ लौकही प्रखंड के सभी मुखिया जन उपस्थित थे।
सुमित कुमार की रिपोर्ट