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07 सितंबर : सारण की मुख्य खबरें

नहीं होगा ऑक्सीजन की कमी, सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल में नवनिर्मित ऑक्सीजन प्लांट का किया गया उद्घाटन

छपराः जिले में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट रहा। लेकिन अब ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। जिले के सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल में नवनिर्मित ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार और अलर्ट मोड में है।

गुणवत्ता परक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का सफलतापूर्वक प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि ऑक्सफैम इंडिया संस्था के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है। इस प्लांट से प्रति मिनट 360 से 400 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। इससे ऑक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। सोनपुर अनुमंडल अस्पताल में सभी बेडों पर ऑक्सीजन की आपूर्ति पाइप लाइन से की जाएगी। तीसरी लहर के आने से पहले स्वास्थ्य प्रशासन ऑक्सीजन को लेकर जिले में तैयारियां पूरी कर ली है।

अनुमंडलीय अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 88 बेड तैयार:

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में पहले से हीं 88 बेड तैयार कर लिया गया है। यह सभी बेड कोविड के मरीजों के लिए रखा गया है। इन सभी 88 बेडों पर पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जायेगी। अब स्वास्थ्यकर्मियों को ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर ढोना नहीं पड़ेगा।

स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा:

जिलाधिकारी ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट लग जाने से कोरोना की संभावित कि तीसरी लहर की रोकथाम में और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर अभी हमें और सावधान और कोविड नियमों पालन करने की आवश्यकता है। यह ऑक्सीजन प्लांट एक सौगात है जो वैश्विक महामारी के तीसरे लहर से लड़ने में काफी मददगार साबित होगी। जहां कोरोना के पहले लहर में मास्क व सैनिटाइजर पर जोर था वहीं दूसरी लहर में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का कार्य किया गया है।

सदर अस्पताल में भी जल्द शुरू होगा ऑक्सीजन प्लांट:

डीएम डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में भी जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जायेगा। काम काफी तेजी से किया जा रहा है। पाइप लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई चालू कर दी जाएगी। इमरजेंसी वार्ड के सभी कमरों तक एवं इमरजेंसी वार्ड परिसर में भी पाइपलाइन को बिछाकर कनेक्शन पॉइंट निकाला जा रहा है, जिससे कि मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में सभी जगहों पर ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा सके। छपरा सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के लिए जहां मशीन उपलब्ध हो चुका है। उसे इंस्टॉल कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है।

ऑक्सीजन प्लांट से प्रति घंटे 1000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। जिससे कि सदर अस्पताल के मरीजों को पाइप लाइन के माध्यम से उनके वार्ड में नियमित रूप से ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगा। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीएमओ सह अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।

दूसरी लहर से मृत 27 को दी गई चार-चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान राशि

छपरा: जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचन्द्र देवरे के द्वारा समाहरणालय सभागार में कोविड-19 के दूसरी लहर से मृत 27 व्यक्तियों के आश्रित परिजनों को चार-चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान के रुप में सहायता राशि उनके बैंक खाते के माध्यम से प्रदान किया गया। कुल 27 आश्रितों में एक परिजन जिला-सिवान का निवासी होने के कारण उनका अभिलेख सिवान जिला को हस्तांतरित कर दिया गया है।

इसके पूर्व पहली लहर में मृत हुए कुल-85, दूसरी लहर में मृत-146 मृतकों के परिजनों के खाते में चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान के रुप में दिया जा चुका है। इस प्रकार अबतक कुल 231 मृत व्यक्तियों के आश्रित परिजनों के खाते में अनुग्रह अनुदान की राशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। शीघ्र ही शेष सभी मृतक के आश्रित परिजनों के खाते में भी राशि भेज दी जाएगी।

इस अवसर पर जिलाधिकारी महोदय के द्वारा उपस्थित आश्रित के परिजनों को प्राप्त राशि के सदुपयोग करने हेतु आवश्यक सलाह दी गयी। बताया गया कि वे इस राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई में करें तो ज्यादा उपयोगी होगा। राशि को ऋण के तौर पर किसी को भी नही देने की सलाह दी गयी। सलाह देने का तात्पर्य मिले राशि का सदुपयोग करने से था। इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्त्ता डॉ गगन, आपदा प्रभारी श्री प्रशांत, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी श्री कन्हैया कुमार एवं आपदा शाखा के कर्मी उपस्थित थे।

टीकाकरण लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के उद्देश्य से सोमवार को महा-अभियान 2.0 का आगाज

छपराः जिले में कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के उद्देश्य से सोमवार को महा-अभियान 2.0 का आगाज किया गया। सुबह 7 बजे से हीं टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया। जिसमें सुबह से ही लोगो में टीकाकरण के लिए भारी उत्साह दिखा। बुजुर्ग से लेकर युवा सभी ने टीकाकरण उत्सव में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लोगों में टीका लगवाने का जुनून इस कदर था कि कई केंद्रों पर सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली। इस अभियान के दौरान सेकेंड डोज लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया गया।

कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी पूरी तरह से गंभीर रहा। इसको लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों की टीम पूरे दिन अलग-अलग प्रखंडों में निगरानी करती रही। 18 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों को कोविड-19 टीकाकरण से आच्छादित करने हेतु छह माह छह करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि आम लोगो ने भी टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर टीका लगवाकर खुद और समाज को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभाई है। वैक्सीनेशन की गति यूं ही बरकरार रही तो तीसरी लहर आने से पहले हम सभी लोगों को टीका लगाने में पूर्ण कामयाब भी होंगे। कोविड टीकाकरण अभियान के दौरान सेकेंड डोज पर विशेष जोर दिया गया। सेकेंड डोज से वंचित लाभार्थियों को विशेष रूप से टीकाकरण किया गया।

टीकाकरण केंद्रों पर अधिक से अधिक सेकेंड डोज के ड्यू लाभार्थियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस बीच सिविल सर्जन से लेकर डीपीएम, डीआईओ, डीपीसी व प्रभरी चिकित्सा पदाधिकारी तक लगातार अभियान की मॉनिटरिंग करते रहे। सत्रों का प्रत्येक स्तर पर सघन अनुश्रवण किया गया। इसके लिउ प्रति 3 सत्र पर एक पर्यवेक्षक तथा 10 सत्र स्थलों पर एक सेक्टर पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए थे।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए उनके पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर एसएमएस के साथ-साथ कॉल के माध्यम से सूचित भी किया गया। टीकाकरण महा अभियान में कोविड-19 टीका के दूसरा डोज को विशेष प्राथमिकता देने के लि आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदियों के द्वारा उपलब्ध कराई गई डीयू लिस्ट के अनुसार डोर डोर टू डोर संपर्क स्थापित कर उन्हें मोबलाइज्ड किया गया।

सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कि ऐसे लाभार्थी जिन्होंने कोविडशील्ड टीकाकरण की पहली डोज के बाद 84 दिन या कोवैक्सीन की पहली डोज के बाद 28 दिन पूरे कर लिए हैं, उन्हें ससमय दूसरे डोज से अच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिन लाभार्थियों ने 8 जुलाई से पहले कोविशील्ड और 2 सितंबर से पहले कोवैक्सीन की प्रथम खुराक ली है, उन्हें ससमय दूसरी खुराक देने का लक्ष्य है।कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लेने से लोग कोरोना वायरस से संक्रमण से पूर्ण तौर पर सुरक्षित हो जाते हैं। उनके शरीर में कोविड- 19 वैक्सीन पहली डोज से विकसित रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बना रहे, जिसके लिए सभी लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेना बहुत जरूरी है।

शीघ्र ही विश्वविद्यालय कैम्पस में स्टेडियम बनाने का काम होगा प्रारंभ : प्रो० फारूक अली

छपराः बिहार राज्य शैक्षणिक एवं आधारभूत संरचना के कनीय अभियनता आमोद कुमार, इंजीनियर रोहित कुमार एवं संजीव कुमार शिवनरेश स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली के इंजीनियर एवं टीम कुलपति प्रोफेसर फारूक अली से मिलकर यह बताया कि शीघ्र ही विश्वविद्यालय कैम्पस में स्टेडियम बनाने का काम प्रारंभ हो जायेगा। विदित हो कि यह कार्य कॉन्ट्रैक्ट होने के बाद 1साल के भीतर सम्पन्न होना है। इस कार्य के लिए स्वायल टेस्ट और अन्य कार्य प्रारंभ करने हेतु दिल्ली से टीम आ गयी है।

कुलपति प्रोफेसर फारूक अली के सद्प्रयास के परिणाम स्वरूप खेलो इंडिया से 11 करोण 50 लाख जो कि बिहार के विश्वविद्यालयों में सबसे अधिक है,जयप्रकाश विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर डॉक्टर ए के झा अध्यक्ष छात्र कल्याण, डा प्रोफेसर हरिश्चंद्र, समन्वयक महाविद्यालय विकास परिषद सह प्रभारी कुलसचिव, इंजीनियर प्रमोद कुमार सिंह भी उपस्थित हुए।