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25 जुलाई : मधुबनी की मुख्य खबरें

बड़े जमींदार छोटे प्रसाद सिंह/किरण शाही पर भूहदबंदी कानून के तहत मुकदमा चलाने के लिए माले करेगा आंदोलन

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड अंतर्गत सोनई गांव के परती भूमि पर भाकपा-माले कार्यकर्ताओं के बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा-माले जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण ने कहा कि इलाके के बड़े जमींदार छोटे प्रसाद सिंह/किरण शाही पर भूहदबंदी से जमीन छिपाने के खिलाफ में और भूहदबंदी कानून के तहत मुकदमा चलाने के सवाल पर अगस्त महिना में जिला पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष माले बिशाल प्रदर्शन करेगा।

वहीं, माले नेता राम अशीष राम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य सह बेनीपट्टी प्रखंड माले सचिव श्याम पंडित,खेग्रामस के जिला सचिव बेचन राम, हरलाखी प्रखंड माले सचिव मदन चंद्र झा सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर सैकड़ों माले कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

सोनई गांव में अपहृत महिला की संदेहास्पद मौत, भैंसुर गिरफ्तार, अपहरण व दहेज हत्या का दो मामला दर्ज

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के खिरहर थाना क्षेत्र के सोनई गांव में तीन दिनों से अपहृत महिला की संदेहास्पद मौत हो गई। मृत महिला की पहचान गांव के ही शिवराज खतवे की 22 वर्षीय पत्नी भारती देवी के रूप में हुई है। महिला तीन दिनों से घर से गायब थी, जिसको लेकर उसके ससुर महेंद्र खतवे ने थाने में लिखित शिकायत भी दी थी। लेकिन पुलिस मामले को गंभीरता से नही लिया।

दरअसल मृतक के ससुर महेंद्र खतबे का आरोप है कि आवेदन लेने के बाद पुलिस ने पैसे का डिमांड किया, जबकि चार हजार रुपया पुलिस को दिया भी। हालांकि खिरहर थानाध्यक्ष ने आरोप को गलत बताया है। इधर घटना के बाद मृतका के पिता ने थाना में लिखित आवेदन देकर दहेज प्रताड़ना को लेकर हत्या करने के आरोप में ससुर समेत पांच लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामले में पुलिस ने दो अलग अलग प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

मृतका के पिता जयनगर थाना क्षेत्र के शिलानाथ बरही गांव निवासी सियाराम खतबे ने समधी महेंद्र खतबे, चचेरा भैंसुर रामनाथ खतबे, दीयादनी बरहा वाली, दामाद शिवराज खतबे व भैंसुर श्याम सुंदर खतबे पर हत्या का मामला दर्ज कराया है। दर्ज प्राथमिकी में मृतका के पिता ने कहा है कि मेरी पुत्री की शादी वर्ष 2017 में सोनई निवासी महेंद्र खतबे के पुत्र शिवराज खतबे से हुई थी। शादी में नगद 75 हजार, एक तोला सोना का चेन, कपड़ा व ग्लेमर बाइक उपहार स्वरूप दिया था।

शादी के तुरंत बाद रंगीन टीवी व दुधारू भैंस दहेज रूप में देने के लिए मेरी पुत्री को प्रताड़ित करने लगा, जिसकी सूचना फोन से मेरी पुत्री दी। हमने जाकर कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो लोग अपनी आदत से बाज नही आया और धमकी देकर कहा था कि तुम अपनी पुत्री को ले जाकर अपने घर पर ले जाकर रखो और मांग पूरा करो, फिर तुम्हारी पुत्री को रखेंगे। इसके बाद दो तीन दिन पहले मेरी पुत्री फोन करके कहा कि मुझे जान से मारने की धमकी दे रहा है और शनिवार की शाम इन लोगों ने मिलकर मेरी बेटी की हत्या कर दिया।

बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी चचेरा भैंसुर रामनाथ खतबे को पुलिस ने घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया, जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। जबकि लड़के का ससुर ने कहा कि मुआबजे की लालच में समाधि ने झूठा मुकदमा किया है। उन्होंने कहा कि पुत्रवधू की अपहरण का आवेदन हमने पहले ही दे दिया हुआ है। हालांकि घटना के बाद पुलिस ने इनके द्वारा दिए गए आवेदन पर गांव के ही अजित खतवे व रामदल खतवे के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है, तथा दोनों अभियुक्त घटना के बाद फरार हो गए है। मृतिका के ससुर का आरोप है कि इन्ही दोनों ने हत्या कर फेंक दिया था।

बेनीपट्टी एसडीपीओ ने सोनई गांव पहुंच किया घटना की जांच की। इस घटना को लेकर रविवार की सुबह बेनीपट्टी एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने सोनई गांव पहुंचकर घटना की स्थलीय जांच की। जहां सबसे पहले मृतका के घर पहुंचकर बारीकी से सभी पहलुओं पर गौर किया और उसके बाद एसडीपीओ ने उपस्थित ग्रामीणों से घटना के संबंध में पूछताछ भी की। खासकर महिलाओं से घटना की सही जानकारी हासिल करने की एसडीपीओ ने कोशिश की। ग्रामीणों ने बताया कि हमलोग उस समय शव को देखे, जब शव परोस के एक व्यक्ति के यहां रखा हुआ था। जबकि कई लोगो ने महिला को दिन में उसके घर मे देखे जाने की जानकारी भी दी।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसडीपीओ ने कहा घटना में दो अलग अलग केस दर्ज की गई है। एक ओर जहां मृतका के ससुर के बयान पर अपहरण का केस दर्ज किया गया है। वहीं मृतका के पिता के बयान पर सुसराल वालो पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के सभी पहलुओं की जांच हो रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

सावन मास के प्रथम सोमवारी को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीर जुटने की आशंका को देखते हुए पुलिस की तैनाती

मधुबनी : जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार मंडल ने प्रखंड क्षेत्र के उगना महादेव मंदिर परिसर एवं बलहा घाट पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस वलो कि नियुक्ति कर दी है। सावन माह में प्रथम सोमवारी को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीर जुटने की आशंका को देखते हुए पवित्र जल भरने वाली बलहा धाट एवं मंदिर परिसर को बैरिकेडिंग कर पुलिस की तैनाती कर दी है। गृह विभाग बिहार सरकार के निर्गत पत्र के आलोक में गाइडलाइन का कड़ाई से अनुपालन करने को लेकर धार्मिक स्थान पर पुलिस बल की तैनाती की गई है।

श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं जूटे इसके लिए माइक से प्रचार-प्रसार भी की जा रही है सावन माह में मेला एवं जलाभिषेक, कावड़ यात्रा के आयोजन पर पूर्ण प्रतिबंध किया गया है। प्रतिनियुक्ति सभी पदाधिकारियों को 25 जुलाई से लेकर 22 अगस्त तक के लिए प्रतिनियुक्त गई है, जिसमें पीओ श्याम कुमार, बीसीओ राकेश कुमार को बलहा घाट पर की गई है।

वही, बीसीओ अश्वनी कुमार एव कृषि समन्वयक कौशल किशोर और बीटीएम विनोद कुमार यादव की प्रतिनियुक्ति उगना महादेव मंदिर भैरवा के परिसर में की गई है। वही पुलिस पदाधिकारी माया शंकर सिंह, सुरेश चौधरी उदय सिंह, पूर्ण प्रताप सिंह धनंजय सिंह को लगाया गया है। बीडीओ मनोज कुमार, सीओ श्रीकांत सिन्हा सीआई बसंत झा इन सभी की मॉनिटरिंग करेंगे। सीओ श्रीकांत सिन्हा ने बताया कि सावन माह में जलाभिषेक पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगी।

बलहा घाट एवं कोकला चौक रमुनिया मे भीड़ भार नहीं हो, इसके लिए पूरी सतर्कता के साथ प्रशासन काम कर रही है। लोगों से अपील किया गया है कि अपने घरों में ही पूजा पाठ का आयोजन करें, बाहर ना निकले, दो गज की दूरी बनाए रखें एवं मास्क का उपयोग जरूर करें और समय पर टीका जरूर लगवाएं। इस मौके पर बिस्फी थाना प्रभारी सुरेंद्र यादव, एएसआई उदय सिंह, हरिंद्र राय सहित अधिकारी मौजूद थे।

सावन के पहले दिन शिवालय में पसरा रहा सन्नाटा, दो वर्षों से पुजारी व माली के जीवन मे लगा ग्रहण

मधुबनी : सावन के पहले दिन रविवार को कल्याणेश्वर मंदिर मे सन्नाटा पसरा रहा। पूरे दिन भर में मुश्किल से दो सौ भक्त ही पूजा के लिए पहुंची। इससे पहले सावन शुरू होते ही मंदिर में पूजा पाठ के लिए हजारों श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ पड़ती थी। लेकिन कोविड 19 को लेकर दो वर्षों से सावन का महीना फीका पर रहा है, जिससे पुजारियों का आमदनी न के बराबर हो गया है। और आमदनी कम होने के वजह से घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। जिससे पुजारियों में मायूसी छाया हुआ है।

आपको बता दें कि मंदिर में पूजा अर्चना व देखभाल के लिए करीब पच्चीस पुजारी व 20 से तीस फूल बेचने वाले है,  जिसका रोजी रोटी शिव भक्तों के भरोसे ही चलता है। और भक्तों के द्वारा दिए गए दान दक्षिणा पर ही उन सबका परिवार का भरन पोषण होता है। लेकिन कोरोना के वजह से पुजारी और माली के जीवन मे ग्रहण लग गया हुआ है।

मंदिर के मुख्य पुजारी कृष्ण कुमार पंडा व हीरा कुमार ठाकुर समेत अन्य ने बताया कि हमलोगों का समस्या न तो सरकार समझ रही है और न ही क्षेत्रीय संसद व विधायक। चुनाव से पहले बाबा के दरवार में आशीर्वाद लेने चले आते है। फिर बाबा को भी भूल जाते है। उन्होंने कहा कि कल्याणेश्वर मंदिर की ओर आज तक किसी सरकार का ध्यान नही जा रहा है।

अमित कुमार महतो ने अपना आठवां एवं मो० सोहराब आलम ने अपना पहला रक्तदान कर बचाई महिला की जान

मधुबनी : दरभंगा के सिटी अस्पताल में भर्ती किडनी इंफेक्शन से जूझ रही महिला के लिए रक्तदान कर जान बचाई है। चिकित्सक ने किडनी में इंफेक्शन होने एवं हीमोग्लोबिन का स्तर काफी घाट जाने के उपरांत कल देर शाम एक यूनिट रक्त के लिए पीड़ित परिवार को कहा। उसके बाद से पीडि़त महिला के लड़कों ने माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के सदस्य जयनगर निवासी समाजसेवी सह पेशे से पत्रकार सुमित राउत से संपर्क किया। रात हो जाने के उपरांत आज सुबह एक रक्तविर को लेकर पीड़ित महिला के लड़के के साथ दरभंगा जाकर उनके लिए रक्तदान किया।

हालांकि परिस्थितिवश एक यूनिट ओ नेगेटिव ब्लड के लिए दो यूनिट किसी भी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप की डिमांड रख शुक्ला अस्पताल ने अजीब शर्त रख दिया। बावजूद इसके रक्तविर अमित कुमार महतो ने अपना आठवां एवं पीड़ित महिला के छोटे सुपुत्र मो० सोहराब आलम ने अपना पहला रक्तदान बेझिझक किया। और जरूरतमंद महिला को रक्तदान कर जान बचाई है। दोनों रक्तवीरों ने मानवता सेवा देने के दौरान रक्तदान कर मानवता का मिशाल पेश की है। इन रक्तवीरों के प्रयास से रक्तदान करने वाले युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।

बता दें कि माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के सदस्यों ने पूर्व मव भी कोरोना की वैश्विक महामारी हो या सामान्य स्थिति, स्वास्थ्य कर्मी मरीज़ों के जीवन रक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर मानव सेवा करते हैं। माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के सदस्यों ने नर-नारायण सेवा के साथ ही मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान कर मिशाल पेश की है।

बताया गया कि सिटी हॉस्पिटल में में भर्ती एक महिला को ओ-नेगेटिव रक्त की आवश्यकता थी। दरभंगा ब्लोड्ड बैंक में ये रक्त समूह उपलब्ध नही होने पर शहर के ही शुक्ला हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में संपर्क करने पर 1 यूनिट ओ नेगेटिव ब्लड उपलब्ध हो पाया, पर एक यूनिट ओ नेगटिव के लिए दो यूनिट किसी भी पॉजिटिव रक्त समूह का दो यूनिट ब्लड की बात कही गयी। अक्सर हर किसी सरकारी ब्लड बैंक में आपको जितने यूनिट ब्लड चाहिए होता है, उतने ही यूनिट आपको डोनेट करने पड़ते हैं। पर इस ब्लड बैंक के प्रबंधक ने अपने आलीशान व्यवस्था और AC एवं अस्पताल मेंटेनेंस का हवाला देते हुए ऐसी अजीब सी शर्त रखी।

श्रावणी मेले को लेकर जयनगर टीपीसी भवन में शांति समिति की हुई बैठक

मधुबनी : जिले के जयनगर में अपर अनुमंडल पदाधिकारी गोविंद कुमार की अध्यक्षता में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ० शौर्य सुमन की मौजूदगी में टीपीसी भवन में आगामी श्रावणी मेले को लेकर बैठक किया गया। इस बैठक में जानकारी देते हुए अपर एसडीओ गोविंद कुमार ने बताया कि कोविड को लेकर इस बार भी श्रावणी मेले को लेकर किसी तरह का कोई भी आयोजन ओर भीड़-भाड़ नही करना है। फिर चाहे वो सड़क किनारे लगने वाले लंगर हों या कमला पुल पर लगने वाला मेला हो, इस बार सभी पूरी तरह बंद किये जायेंगे।

वहीं, बैठक में एएसपी डाॅ० शौर्य सुमन ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार के द्वारा जारी गाईड लाईन को हर हाल में अमल करना होगा। पूर्व में जिस तरह श्रावणी पूजा और मेला लगती थी। अब कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल मेला व दुकान नहीं लगाई जाऐगी। यह आदेश सिर्फ जयनगर में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में लागू किया गया है। पूजा आस्था पर कोई स्पष्ट अनुमति नहीं है। पूजा से कोई दिक्कत नहीं। मेला से दिक्कतें हैं। मेला किसी भी स्थिति में नहीं लगाई जाए। किसी व्यक्तिगत आस्था से त्योहार को नहीं जोड़े।

इस बैठक में एएसपी डाॅ० शौर्य सुमन, अपर अनुमंडल पदाधिकारी गोविंद कुमार, पीजीआरओ उपेंद्र कुमार, थाना इंस्पेक्टर संजय कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार, बीडीओ मो० मुर्शिद अंसारी, सीओ सुधीर कुमार, जयनगर थानाध्यक्ष संजय सिंह समेत शहर के मंदिर कमिटी प्रबंधन के प्रतिनिधि, मेला आयोजन कमिटी के प्रतिनिधि, लंगर कमिटी के प्रतिनिधि एवं कई अन्य जन-प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

टीकाकरण को लेकर चलाया गया मेगा ड्राईव

मधुबनी : जिले में रविवार को शहरी क्षेत्र सहित पंडौल प्रखंड में विशेष अभियान के तहत मेगा ड्राइव चलाकर टीकाकरण किया गया है वहीं शनिवार को संपूर्ण जिले शहरी क्षेत्रों में 4,583 लोगो का टीकाकरण किया गया.कोविड-19 टीकाकरण के मेगा अभियान में शहरी क्षेत्र में 24000 को कोवीशिल्ड वैक्सिन जिले को प्राप्त हुई व 5000 कोवैक्सीन के साथ पंडौल प्रखंड के 11 सत्र स्थलों पर लोगों का टीकाकरण किया गया।

स्वास्थ्य विभाग जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए प्रतिबद्ध है। अब लोगों को विश्वास हो रहा कोविड-19 टीका बिल्कुल सुरक्षित है और यह लोगों की प्रतिरोधक क्षमता के विकास में सहायक होता है। इसलिए सभी लोगों को कोविड-19 का टीका लगाना जरूरी है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा ने अभियान में बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाने के लिये आम जिलावासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। ज़िले से कोरोना संक्रमण वायरस को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक भवन, स्कूल एवं महाविद्यालयों में मेगा टीकाकरण अभियान का आयोजन किया जा रहा है। जिले में शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के सभी लाभार्थियों का कोविड-19 टीकाकरण किया जा रहा है।

समय पर दूसरा डोज लेना जरूरी: डीआईओ:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के. विश्वकर्मा ने कहा जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, सहयोगी संस्था, मीडिया व अन्य विभागों के सामूहिक प्रयास से लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरूकता हुई है और लोग टीकाकरण के आगे आ रहे हैं। यह बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि लोग टीका लगाकर ही कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने कहा लोगों को कोविड-19 से सुरक्षित रहने के लिए टीका का दोनों डोज लेना जरूरी है। कोविशील्ड की दूसरी डोज 84 दिनों के अंतराल पर लगायी जाती है। लोगों को कोविड-19 की दूसरी डोज लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों के पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर एसएमएस के माध्यम से सूचना भी दी जाती है। लोग टीका की दोनों डोज लगाकर ही ज्यादा सुरक्षित रह सकते हैं। इसलिए सभी लोगों को कोविड-19 टीका की दोनों डोज लगानी चाहिए।

अभियान की सफलता से बढ़ा कर्मियों का उत्साह :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा के कुशल नेतृत्व व बेहतर मार्गदर्शन अभियान की सफलता में बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ। स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका, आशा कर्मियों ने अभियान को सफल बनाने में जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत की। इसका नतीजा रहा कि जिले में संचालित मेगा टीकाकरण अभियान अप्रत्याशित रूप से सफल साबित हुआ। इससे अभियान को सफल बनाने में जुटे कर्मियों का उत्साह व मनोबल ऊंचा हुआ है।

जिले में 31.43 लाख लोगों का होना है टीकाकरण :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया जिले में 31 लाख 43 हजार 919 लोगों का टीकाकरण किया जाना है व जिसमें अब तक 8 लाख 14 हजार 255 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिसमें 16,283 हेल्थ केयर वर्कर को प्रथम डोज,12,519 हेल्थ केयर वर्कर को सेकंड डोज, 11,378 फ्रंटलाइन वर्कर को प्रथम डोज, 6,080 फ्रंटलाइन वर्कर को सेकंड डोज, वही 6,75,661 युवाओं का टीकाकरण का प्रथम डोज तथा 92,334को दूसरा डोज दिया जा चुका है।

अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुनः ग्राम रक्षा दल से लिये जाएंगे कार्य

मधुबनी : सामाजिक क्रियाकलापों के अलावा हर जगह आवश्यकता अनुसार अपनी सेवा देनेवाले ये ग्राम रक्षा दल संगठन के सदस्य सदैव तत्पर रहते हैं। रक्षा और सुरक्षा का दायित्व निभाते हैं।आज बासोपट्टी थाना परिसर स्थित बाबा तपसी मंदिर प्रांगण में थानाध्यक्ष अरविंद कुमार के निर्देश पर एक बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय महामंत्री विजय कुमार साह ने की और बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि पूरे बिहार में जिस तरह से अपराध की घटनाओं में बृद्धि आयी है। उस पर अंकुश लगाने के लिए ग्राम रक्षा दल सदस्यों को पुनः सक्रिय करने की आवश्यकता है, जिससे अपराध पर अंकुश लग सके। वहीँ थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने आश्वासन देते हुए बताया कि ग्राम रक्षा दल को अपने ढंग से कार्य लेंगे व लाठी, टॉर्च व सुचक वर्दी भी प्रदान करेंगे। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष अशोक पासवान, गुड्डू साह, बिनोद राय, प्रभाकर कुमार ठाकुर, नरेश पासवान,रामशरण राम समेत प्रखंड के सभी ग्राम रक्षा दल सदस्य मौजूद रहे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट