16 जुलाई : आरा की मुख्य खबरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

ईंट-पत्थर से कूंच किसान की हत्या

आरा : भोजपुर जिले के चांदी थानान्तर्गत बहियारा गांव में ईंट-पत्थर से कूंचने के बाद गर्म पानी उड़ेल एक अधेड़ किसान की ह्त्या कर दी गयी है| मंगलवार की दोपहर से ही गायब किसान का शव आज सुबह सुबह बधार में स्थित सरकारी बोरिंग के पास खेत से बरामद किया गया। मृतक हरिद्वार पासवान बहियारा गांव के रहने वाले स्व. महावीर पासवान का 58 वर्षीय पुत्र थे। वह गांव पर ही रह कर खेती-बारी करते थे।

स्थानीय पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में कराया। हालांकि हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। किसान के भतीजा सुनील कुमार ने बताया कि मंगलवार की सुबह वह अपने चाचा हरिद्वार पासवान के साथ सब्जी के खेत में दवा का छिड़काव करने गया था। उसके बाद दोपहर करीब 12 बजे वह घर आ गया जबकि चाचा वहीं आम के पेड़ के नीचे आराम करने लगे लेकिन वह शाम में खेत में गया, तो वह चाचा नहीं मिले।

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देर शाम तक जब वह घर नहीं आये तो खोजबीन शुरू की गयी। रात करीब नौ बजे तक तलाश की गयी लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। इस बीच आज सुबह वह खेत जा रहा था, तो उनका शव को खेत में पड़ा देखा। पुलिस भी पहली नजर में ईंट-पत्थर से मारपीट करने और गर्म पानी डाल हत्या करने की आशंका जता रही है। वैसे पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि हत्या कैसे की गयी है।

मंत्री का कॉल नहीं उठाना भरी पड़ा भोजपुर एसपी को

आरा : केंद्रीय मंत्री का फोन नही उठाना भोजपुर एसपी राकेश कुमार दुबे को भारी पड़ गया और उनका तबादला आनन-फानन के पटना कर दिया गया हालाँकि बताया जा रहा है कि उनका तबादला अवैध बालू को लेकर सूबे में मचे बवडंर के बीच हुआ है| राकेश कुमार दुबे की बतौर एसपी भोजपुर जिले में 6 अप्रैल को हुयी थी पर 99 वें एसपी बने राकेश कुमार दूबे ठीक 99 दिन बाद हटा दिये गये। इसे लेकर गृह विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गयी है तथा उनकी जगह पर पटना सिटी के विजय तिवारी को कमान दी गयी है|

हाल के दिनों में जिले में एसपी राकेश कुमार दूबे का कार्यकाल सबसे कम रहा है इसके पूर्व एसपी हर किशोर राय भी साढ़े सात माह ही जिले में रह सके थे।बता दें कि इसी साल छह अप्रैल 2021 को हर किशोर राय का तबादला करते हुये बिहार के राज्यपाल के एडीसी रहे राकेश कुमार दूबे को नया एसपी बनाया गया था। इन्होंने दस अप्रैल को भोजपुर में योगदान दिया था। उसके ठीक 99 दिन बाद राकेश कुमार दूबे भोजपुर से हटा दिये गये। राकेश कुमार दूबे की बतौर एसपी जिले में पहली पोस्टिंग थी।

बताते चलें कि भोजपुर में हाल के दिनों में ताबड़तोड़ एसपी का तबादला किया जा रहा है। सितंबर 2018 के बाद से अबतक जिले के चार एसपी का तबादला किया जा चुका है। इनमें आदित्य कुमार महज नौ माह, तो सुशील कुमार 15 माह तक एसपी रहे। जिले की विधि-व्यवस्था पर इसका प्रतिकुल असर भी पडा।

सितंबर 2018 में जिले के एसपी रहे अवकाश कुमार का तबादला किया गया था। उनकी जगह आदित्य कुमार को नया एसपी बनाया गया। मई 2019 में आदित्य कुमार को हटा कर सुशील कुमार को एसपी बना दिया गया। 15 माह बाद सुशील कुमार का भी तबादला कर दिया गया। तब हर किशोर राय को जिले की कमान दी गयी थी।

सोन नदी के बालू के काले धंधे के खेल ने सूबे के पुलिस और प्रशासनिक महकमे में खलबली मचा दी। सरकार की ओर से की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से छोटे से बड़े अफसरों तक की नींद उड़ गयी। दारोगा स्तर से शुरू कार्रवाई एसपी तक पहुंच गयी। गत दिनों बालू खनन पर रोक के बावजूद अवैध ढुलाई का एक वीडियो वायरल हुआ था। उसमें पुलिस की देखरेख में अवैध बालू लदी गाड़ियों को पार कराते देखा जा रहा था। वह वीडियो बड़हरा इलाके का बताया जा रहा था। तब एसपी राकेश कुमार दूबे ने बड़हरा के तत्कालीन थानेदार सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। पर तबतक देर हो चुकी थी और वीडियो ऊपर तक पहुंच गया।

उसके बाद आर्थिक अपराध इकाई द्वारा अवैध खनन की जांच शुरू कर दी गयी। इसी की रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार ने कार्रवाई करते हुये पहले चार जिलों के 14 थानेदारों सह दारोगा का रेंज ट्रांसफर कर दिया गया। अब भोजपुर और औरंगाबाद के एसपी भी हटा दिये गये। इसके अलावे पटना के डीटीओ और रोहतास जिले के डेहरी के एसडीओ सहित अन्य अफसर भी बदल दिये गये हैं।

अवैध खनन और ढुलाई से परेशान ब्रॉडसन कंपनी ने बालू का उठाव करने से इनकार कर दिया था तथा एक मई को सरकार को भी अपने निर्णय से अवगत करा दिया। तब सरकार ने सोन नद से बालू के उठाव पर रोक लगा दी लेकिन रोक के बाद भी बालू का अवैध खनन और ढुलाई का खेल पुलिस की मिलीभगत से धड़ल्ले से चलता रहा। बताया जा रहा है कि एक से 17 मई के बीच बालू का अवैध खेल चरम पर रहा। इस बीच वीडियो भी वायरल होता रहा।

पर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री तथा स्थानीय सांसद राज कुमार सिंह ने एक मामले में एसपी को कई बार फोन किया पर एसपी ने फोन उठाने की जहमत नही दिखाई| इसे राज कुमार सिंह ने अपनी बेईज्ज़ती समझी और आनन् फानन में उनका तबादला करा दिया|

कुख्यात छोटू मिश्र के शागिर्द और शूटर ने किया सरेंडर

आरा : आरा नगर थानान्तर्गत अहिरपुरवा निवासी युवा ठेकेदार राजू यादव हत्याकांड में कुख्यात अपराधी छोटू मिश्र के शूटर राहुल कुमार ने पुलिस की दबिश के कारण न्यायालय में समर्पण कर दिया। राहुल यादव हत्या कांड का शूटर और कुख्यात छोटू मिश्रा का खास शागिर्द बताया जा रहा है। पुलिस इसे भी रिमांड पर लेने की तैयारी में जुट गयी है।

ठेकेदार हत्याकांड में अबतक दो लाइनर सहित तीन आरोपितों ने सरेंडर कर दिया है। जबकि छोटू मिश्रा सहित दो को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार राहुल यादव घटना के दिन बाइक चला रहा था। उस पर छोटू मिश्रा और भोलू बैठे थे। छोटू और भोलू के साथ राहुल ने भी ठेकेदार राजू यादव को गोली मारी थी। इस कांड में तीन शूटरों ने गोली मारी थी जबकि तीन ने लाइनर का काम किया था। अभी भोलू सहित दो अन्य फरार चल रहे हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिये छापेमारी कर रही है।

बता दें कि चार जुलाई की सुबह शहर में नगर थाना क्षेत्र के सपना सिनेमा मोड़ के पास ठेकेदार राजू यादव को गोलियों से भून दिया गया था। उसे लेकर छोटू मिश्रा सहित सात अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। हत्या के पांच रोज बाद ही पुलिस ने छोटू मिश्रा को हथियार सहिथ दबोच लिया था। उसके दो दिन बाद दो आरोपितों ने सरेंडर कर दिया और उसी दिन पुलिस ने मेन लाइनर को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद शूटर राहुल ने भी कोर्ट में सरेंडर कर दिया।

आरा के MVI को सस्पेंड, बालू के अवैध खनन में ‘नोट छापने’ का आरोप, दो और बड़े अधिकारियों पर भी गिरी गाज

आरा : बिहार सरकार ने बालू के अवैध खनन में मिलीभगत को लेकर आरा के एमवीआई विनोद कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. विनोद को 10 जुलाई को शोकॉज नोटिस देकर दो दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया था. मोटरयान निरीक्षक विनोद की ओर से जो स्पष्टीकरण दिया गया, सरकार ने उसे संतोषजनक नहीं पाया. आखिरकार सरकार ने विनोद के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए निलंबित कर दिया।

विभाग की ओर से जारी पत्र संख्या 3954 के मुताबिक 9 जुलाई को गृह विभाग की विशेष शाखा ने बताया गया कि 1 मई से बालू उत्खनन का काम बंद किये जाने के बावजूद भी कुछ जगहों पर अवैध बालू का उत्खनन और गैर कानूनी धंधा किया जा रहा था। आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले की जांच की।आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी ने भोजपुर जिले में तैनात एमवीआई विनोद को अवैध बालू उत्खनन में शामिल पाया. इसके ऊपर बालू के अवैध कारोबार में शामिल लोगों का साथ देने का आरोप लगा. इस मामले को लेकर विनोद से परिवहन विभाग ने पत्र (पत्रांक 3887) लिखकर आरोपी एमवीआई विनोद से दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण माँगा. जो जवाब इन्होने विभाग को सौंपा, सरकार उससे बिलकुल भी संतुष्ट नहीं हुई।

मोटरयान निरीक्षक विनोद की कार्यशैली में काफी चूक देखी गई. जिसके कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। फिलहाल इन्हें निलंबन अवधि में मधेपुरा जिला परिवहन कार्यालय में भेजा गया है। गौरतलब हो कि विनोद के अलावा बिहार सरकार ने बुधवार को भोजपुर एसपी राकेश दुबे का तबादला कर दिया. राकेश दुबे को पुलिस कप्तान के पद से हटाने के बाद आईपीएस विनय तिवारी को जिले का कमान सौपी गयी है।

आरा के एमवीआई के साथ-साथ पटना के एमवीआई कुमार विवेक और गया के एमवीआई मृत्युंजय कुमार सिंह पर भी गाज गिरी है। नीतीश सरकार ने कुमार विवेक और मृत्युंजय कुमार सिंह को पद से हटाकर संटिंग में डाल दिया है। इन दोनों को पदस्थापन की प्रतीक्षा में रखा गया है. फिलहाल ये दोनों अधिकारी पटना परिवहन विभाग के मुख्यालय में अपना योगदान देंगे।

करोनाकाल में सभी मृतक परिवारों को मुआवजा की मांग को लेकर भाकपा-माले ने अंचलाधिकारी के समक्ष दिया धरना

आरा : भाकपा-माले के राज्यव्यापी आह्वान के तहत आज आरा अंचलाधिकारी के समक्ष एक दिवसीय धरना के माध्यम से करोना काल में सभी मृतक परिवारों को 4 लाख मुआवजा की मांग को लेकर धरना दिया गया!धरना में सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष शामिल थे! धरना की अध्यक्षता भाकपा- माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने की|

धरना को सम्बोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि सरकार की आपराधिक लापरवाही की वजह से पूरे देश में 50 लाख लोगों की मौत हुई हैं| अगर सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक होती तो बहुत सारे लोगों को जान बचाई जा सकती थी लेकिन यह सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने में नाकाम रही और देश की जनता को कोरोना से लड़ने के लिए छोड़ दिया|

लोग इलाज के अभाव में तड़प-तड़प कर मर गए| अस्पतालों में बेहतर सुविधा होती तो बहुत सारे लोगों को जान बचाई जा सकती थी लेकिन जनता को अपने उपर इलाज कराने के लिए मजबूर किया गया इसी वजह से लोगों की मौतें हुई है और इस करोन काल में हर एक मौत की जिम्मेदार सरकार है इसलिए भाकपा-माले ने करोना काल में सभी मृतक परिवारों को 4 लाख रुपया मुआवजा देने की मांग की| माले नेताओं कहा कि यह सरकार मुआवजा देने से भाग रही है|

यह सरकार करोना से मृतकों की संख्या को छुपा रही है जबकि देश में 50 लाख लोगों की मौत हुई है जबकि सरकार मात्र 3 लाख लोगों को मौत की सूचना दे रही है| यह सरकार मुआवजा देने से पीछे हट रही है इसलिए सरकार मौत के आंकड़ों को छुपा रही है| भाकपा-माले ने अभियान चलाकर मृतकों की संख्या इकट्ठा कर रही है और तमाम मृतक परिवारों को मुआवजा की मांग को लेकर आंदोलन छेड़ दिया है| धरना के माध्यम से माले नेताओं ने कहा कि अगर सरकार तमाम मृतकों को मुआवजा नहीं देगी तो आगे आने वाले दिनों में इस मांग को लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा| धरना के बाद अंचलाधिकारी को आवेदन के साथ मांग-पत्र दिया गया!

धरना में आरा मुफ्फिसल प्रखंड सचिव विजय ओझा,राज्य कमेटी सदस्य कयामुद्दीन अंसारी,जिला कमेटी सदस्य राजनाथ राम,आइसा राज्य सचिव शब्बीर कुमार, जिला कमेटी सदस्य गोपाल प्रसाद, बालमुकुंद चौधरी वार्ड पार्षद अमित कुमार बंटी, सत्मदेव कुमार, हरिनाम रासहरिशंकर साह, रामाशंकर पासवान, जनार्दन गौड़, मनोरमा देवी, कामता प्रसाद बिंद, लालमोहर बिंद,राजेंद्र यादव, अभय कुशवाहा, संत विलासराम,कृष्णरंजन गुप्ता, हरिनारायण गुप्ता,धीरेन्द्र आर्यन,मु०राजन,सोनिया देवी,रामाशंकर यादव आदि लोग शामिल थे!

विनय तिवारी भोजपुर एसपी

आरा : बिहार सरकार ने भोजपुर एसपी राकेश कुमार दुबे को पटना स्थानांतरित करते हुए पटना मध्य के एसपी विनय तिवारी को भोजपुर जिला का एसपी बनाया गया है| दानापुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विनीत कुमार को पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के पद पर पदस्थापित किया गया है। बाढ़ के एसडीपीओ अंबरीश राहुल को पटना सिटी एसपी मध्य के पद पर पदस्थापित किया गया है।

विदित हो कि बिहार सरकार ने आज 2 जिलों के एसपी को हटा दिया था। भोजपुर के एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के एसपी सुधीर कुमार पोरिका को पुलिस मुख्यालय में योगदान का आदेश जारी किया गया था। शाम में इन दोनों जिलों के अलावे पांच जगहों पर नये एसपी की तैनाती की अधिसूचना जारी कर दी गई है।

वैसे 2015 बैच के आईपीएस विनय तिवारी की भी कई उपलब्धियों में मिशाल हासिल है। 2019 में पटना सेंट्रल के एसपी पद पर रहे और उससे पहले गोपालगंज में एएसपी के पद पर रहते हुए पशु तस्कर गिरोह का पर्दाफाश कर मिसाल हासिल किया था वही दूसरी ओर अभिनेता शुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड मामला में अपनी कार्य से शुर्खियो में बने रहे है।

राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट

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