बक्सर : आरा रोड एनएच 84 सडक पर पुरवा गाव के समीप बाइक और एसयुवी महिंद्रा कार की हुई आमने सामने टक्कर में बाइक पर सवार दो बच्चे सहित देवर, भाभी की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी, इतनी भीषण टक्कर हुयी की जोरदार आवाज के साथ बाइक की परखचे उड़ गये, इस विभशत सडक दुर्घटना में छोटू कुमार चौधरी उम्र 25 वर्ष भाभी दुलारी देवी उम्र 26 वर्ष, अमित कुमार उम्र 7 वर्ष प्रिंस कुमार उम्र 3 वर्ष असमय कल के गाल में समा गये, सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य है तथा जयपाल राय के डेरा (चक्की) के रहने वाले है। घटना सोमवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे की बतायी जा रही है, ग्रामीणों ने घटना की सुचना ब्रहमपुर पुलिस को दी।
तबतक घटना स्थल पर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण जुट गये, प्रत्यक्ष दर्शियो का कहना है कि सुचना देने के बावजूद पुलिस करीब एक घंटा बिलम्ब से घटना स्थल पर पहुची, जिसके कारण मुख्य सडक पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा, पुलिस के लेटलतीफी रवैये से आसपास के लोग काफी नाराज दिखे, पुरे क्षेत्र में इस मार्मिक घटना को लेकर सदमे में है। मृतक छोटू के बड़ा भाई कमलेश चौधरी ने बताया की मृत पत्नी दुलारी देवी के भाई की तबियत ख़राब होने की सुचना मिला था, पत्नी अपने भाई को देखने मायके जारही थी, बाइक मेरा भाई छोटू चला रहा था, मेरी पत्नी के साथ मेरा दो बच्चे अमित कुमार और प्रिंस कुमार को बाइक पर बैठाकर जवैनिया गाव जिला भोजपुर ले जारहा था, की सडक दुर्घटना होने की सुचना मिली, मेरा तो पूरा परिवार ही उजड़ गया।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी रामनाथ पासवान खेत ने बताया की हमलोग सडक किनारे खेत में बोरिंग कर रहे थे तभी सडक पर जोरदार आवाज सुनायी पड़ी तो देखा की बाइक और कार लड़ गया है। पास जाकर जब दृश्य देखा तब मेरे होश उड़ गये, किसी का शारीर से सिर धड से अलग तो किसी का पाव अलग तो किसी का बाह अलग सडक पर बिखरा पड़ा था, तबतक घटना स्थल पर सैकड़ो की संख्या में लोग जुट गये, सडक पर अफरा तफरी मच गयी, बक्सर आरा मुख्य सडक काफी व्यस्त सडक मानी जाती है मालवाहक वाहनों की आवागमन से सडक पर हमेशा दबाव बना रहता है, ब्रहमपुर पुलिस का अमानवीय चेहरा उजागर हुयी।
सोमवार को पुरवा गाव के समीप हुयी भीषण सडक दुर्घटना में ब्रहमपुर पुलिस का अमानवीय चेहरा उजागर हो गयी, प्रत्यक्षदर्शियो का कहना है कि दुर्घटना की सुचना देने के बाद भी पुलिस करीब एक घंटा विलम्ब से घटना स्थल पर पहुची, बिना स्ट्रेचर या कपडा लेकर जिससे की सडक पर बिखरे पड़े शरीर के विभिन्न अंगो को समेट कर इकठा किया जासके, यहा तक की शवो को ले जाने के लिए कोई वाहन भी साथ नही लेकर आये, पुलिस अपनी नाकामी और लोगो की आक्रोश से बचने के लिए कई टुकडो में बटे शवो को जैसे तैसे उठाकर पुलिस गाड़ी में एक के उपर दूसरा शव लादकर थाने लेकर चली गयी, पुलिस के इस रवैये से आसपास के लोगो में काफी आक्रोश देखा गया, हद तो तब हो गयी वेशर्म पुलिस कर्मी सडक पर बिखरे पड़े शवो को उठाने की बदौलत वीडियो बनाता रहा,
शेषनाथ पाण्डेय की रिपोर्ट