द्वितीय चरण के मतदान केन्द्र पर उपस्थित न होने पर प्राथमिकी दर्ज का निर्देश
मधुबनी : बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2020 के द्वितीय चरण के मतदान हेतु प्रति नियुक्त मतदान दल कर्मियों में 36-मधुबनी विधानसभा से योगदान नहीं देने वाले श्री रमेश कुमार पाण्डेय, मो अयूब खान, श्री इंद्रदेव पासवान, श्री इंद्र कुमार राय , 38-झंझारपुर विधानसभा से रोहित कुमार, अनंत कुमार, अर्जुन कुमार तथा 37- राजनगर विधानसभा संजय कुमार सुमन, नुर मोहम्मद के खिलाफ आर0 पी0 एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी ,मधुबनी ने संबंधित विधान सभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी को दिया है।
इसके अतिरिक्त इन कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलाकर सेवा से बर्खास्त करने की अनुशंसा भेजने का भी निर्देश दिया गया। साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी मतदान दल कर्मियों को ससमय योगदान एवं पूरी निष्ठा, ईमानदारी से कार्य करने का आवाहन किया है।
जिले के चार विधानसभा क्षेत्र के चुनाव प्रक्रिया के समापन
मधुबनी : में बिहार विधानसभा निर्वाचन 2020 के द्वितीय चरण के चुनाव प्रक्रिया के समापन के अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, मधुबनी डाॅ0 निलेश रामचन्द्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डाॅ0 सत्य प्रकाश संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित किया गया। इस दौरान प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया, मीडिया के पत्रकार/संवाददाता मौजुद थे।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने अपने संबोधन में बताया कि जिला में द्वितीय चरण के चार विधानसभा क्षेत्र (36-मधुबनी, 37-राजनगर (अ0जा0), 38-झंझारपुर, एवं 39-फुलपरास) में मतदान 03.11.2020 एवं मतगणना दिनांक 10.11.2020 को होना है। द्वितीय चरण में कुल चारो विधान सभा क्षेत्र (36-मधुबनी, 37-राजनगर (अ0जा0), 38-झंझारपुर, एवं 39-फुलपरास) में मतदान केन्द की संख्या 1324, सहायक मतदान केन्द्र की संख्या 581 तथा कुल मतदान केन्द्र की संख्या 1905 है। जिसमें सात(07)महिला मतदान केन्द्र है। सभी प्रखंडों में आदर्श मतदान केंद्रों की भी बनाए गए है ,जिसमें सर्वाधिक 18 आदर्श मतदान केंद्र 36- मधुबनी में है। द्वितीय चरण के चारो विधान सभा क्षेत्रो के कुल मतदाताओं की संख्या 1320248 है जिसमें पुरूष मतदाता की संख्या 692469, महिला मतदाता की संख्या 627716 तथा टी0जी0 मतदाता की संख्या 63 है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी मतदान केंद्रों पर कोविड-19 के प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु मतदान के एक दिन पूर्व सेनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है।साथ ही सभी मतदान कर्मी का थर्मल स्कैनिंग किया जायेगा। कोविड संक्रमित मतदाताओं का मतदान शाम 05से 06 के बीच कराया जाएगा।सभी मतदान कर्मी एवम् सुरक्षा बल को कोविड किट वितरण किया गया है। मधुबनी जिले में बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2020 हेतु भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा कुल 65 अर्द्धसैनिक बलो की कम्पनियाँ एरिया डोमिनेशन हेतु भेजी गयी है।जिनकी प्रतिनियुक्ति सभी1905 मतदान केंद्रों पर भी की गई है।
पुलिस अधिक्षक डाॅ0 सत्यप्रकाश द्वारा बताया गया कि जिले के सभी विधान सभा क्षेत्रो से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के 26 मामले प्रकाश में आये है। जिन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।जिले में वाहन चेकिंग के दौरान एफ0एस0टी0/एस0एस0टी0 द्वारा 36-मधुबनी विधान सभा क्षेत्र से 599770 (पाँच लाख निनान्वे हजार सात सौ सत्तर) रू0 तथा 38-झंझारपुर विधान सभा क्षेत्र से 365000 (तीन लाख पैसठ हजार)रू0 की राशि जब्त की गयी है। मतदान की स्थिति पर सूक्ष्म निगरानी रखने के उद्देश्य से जिला समाहरणालय के सभा कक्ष में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है .
जिसका नंबर इस प्रकार है:-
06276221011,221012,221013,221014,221021,221022,221023,221024 उपरोक्त दूरभाष संख्या पर निर्वाचन से संबंधित कोई भी शिकायत /सूचना जिला नियंत्रण कक्ष में किया जा सकता है।
बदलकर अपना व्यवहार, करें कोरोना पर वार
– 2 गज की दूरी, मास्क है जरूरी
– कोविड-19 के दौर में आपकी सतर्कता ही संक्रमण से आपको रखेगी दूर
मधुबनी : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा कोविड- 19 को लेकर लगातार दिशानिर्देश जारी किये जा रहे हैं। वहीं सुरक्षा और बचाव की कवायद भी जारी है। लेकिन इन सब के मध्य भी संक्रमण कम नहीं हो रहा है। इसका मुख्य कारण अभी भी लोगों में सतर्कता और जागरूकता का अभाव है। कई लोग इसे आज भी हल्के में ले रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे इसके प्रभाव में नहीं आएंगे। ऐसे में नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। लेकिन उन्हें यह ध्यान में रखना चाहिए कि आज कोविड-19 की चपेट में कई ऐसे लोग आ चुके हैं, जिनके संक्रमण में आने की संभावना नहीं थी। कई राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री भी संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में सोचने की बात यह है कि जब ऐसे लोग संक्रमित हो सकते हैं, तो हम और आप क्यों नहीं।
इसलिए हम लोग अपने व्यवहार में परिवर्तन ला कर कोरोना पर वार कर सकते हैं अस्पताल या किसी अन्य भीड़भाड़ वाले जगह पर जाएं तो 2 गज शारीरिक दूरी बनाए रखें तथा मास्क का निश्चित प्रयोग करें।
अस्पताल आने वाले मरीज भी करें कोविड 19 सुरक्षा मानकों का पालन:
अस्पतालों में आने वाले मरीज इस दौरान न तो शारीरिक दूरी (दो गज या छह फीट) और न ही मास्क और स्वच्छता का ही ख्याल रखा जा रहा है। यहां लोगों की भीड़ भी अक्सर बढ़ जाती है। इसलिए ऐसे जगहों पर लोगों को जागरूक और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों को भी संक्रमण के बढ़ते प्रभाव पर सजग रहकर सतर्कता बरतनी चाहिए तथा कोविड 19 सुरक्षा मानकों का पालन करना चाहिए।
गर्भवती महिला, बच्चों तथा बुजुर्ग को ज्यादा सतर्क रहने की की जरूरत:
अस्पताल में आने वाले मरीजों बच्चों तथा बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि इनमें संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। उन्होंने बताया जब नवजात को अस्पताल ले जाएं तो किसी साफ तौलिए से पूर्ण रूप से ढक कर ले जाएं। ध्यान रहे बच्चे को सांस लेने में कठिनाई ना हो। वहीं बुजुर्ग जब भी अस्पताल जाएँ मास्क जरूर लगाएं। गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व जांच अनिवार्य है। इसीलिए जब भी अस्पताल जाएँ पूर्ण रूप से एहतियात बरतकर ही जाएं।
सभी को समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी:
सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने कहा कोविड-19 को हराना है तो देश के सभी जिम्मेदार नागरिकों को केंद्र व राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। संक्रमण के इस दौर में डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। अगर हम इसका बेहतर रूप से पालन करेंगे और अपने साथ दूसरों का भी ख्याल रखेंगे तभी देश जल्द इस महामारी से मुक्त हो सकेगा। इस समय हम सभी का यही कर्तव्य है कि हम पूरी सुरक्षा, गंभीरता, योग्यता, क्षमता और सतर्कता के साथ इस चुनौती का डटकर सामना करें और स्वयं के बचाव के साथ अपने आसपास के लोगों को भी संक्रमण से मुक्त रखें।
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
– व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
-बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
-साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
– छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें
-उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंकें .
-घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
– बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
– मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
– बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
– कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
– बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें