02 दिसंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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मधुबनी के एक बच्चों को दिल में छेद की नि:शुल्क सर्जरी के लिए भेजा गया अहमदाबाद

मधुबनी : मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय पार्ट-2 में शामिल बाल हृदय योजना, जन्मजात दिल में छेद से ग्रसित बच्चों के लिए जीवनदायनी साबित हो रही है। मधुबनी जिले के अब तक कई बच्चों की इस योजना के तहत सर्जरी की जा चुकी है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के द्वारा चयनित मधुबनी जिले के विस्फी प्रखंड के चन्दन कुमार, पिता-गंगाधर मुखिया, ग्राम पोस्ट -जफरा को आरबीएसके टीम द्वारा चिन्हित कर 2 दिसंबर (शुक्रवार) को मधुबनी से पटना एंबुलेंस से भेजा गया। जिसमें बच्चे के साथ उसके माता पिता साथ गए बच्चे के माता पिता के आने-जाने एवं खाने-पीने, इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।ऑपरेशन सत्य साईं अस्पताल अमदाबाद में सरकारी खर्चे पर किया जाएगा।

मधुबनी जिले से अब तक 37 बच्चे को ऑपरेशन के लिए भेजा गया अहमदाबाद

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राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. कमलेश कुमार शर्मा ने बताया कि मधुबनी जिले से एक बच्चे को दिल के ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजा गया था। अब तक जिले में 37 बच्चे ऑपरेशन किया गया है।

प्रखंड स्तर पर आरबीएसके की टीम करती है स्क्रीनिंग 

सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कि योजना के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों की पहचान के लिए जिलास्तर पर स्क्रीनिंग की जाती है। जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा अन्य अधिकारी भी शामिल होते हैं। जहां से बच्चों को इलाज के लिए आईजीआईएमएस, एएआईएमएस, आईसीआईसीआई पटना या फिर अहमदाबार रेफर किया जाता है। स्क्रीनिंग से लेकर इलाज पर आने वाला पूरा खर्च सरकार उठाती है। किसी बच्चे के हृदय में छेद हो जाता है, तो किसी को जानकारी रहती नहीं है। बाद में कुछ उम्र के बाद बच्चों को कई तरह की कठिनाई होने लगती है। इसको ध्यान में रखते हुए यह बच्चों की निःशुल्क जांच एवं इलाज की व्यवस्था की गयी है।

एंबुलेंस की सुविधा नि:शुल्क

जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयाशंकर निधि ने कहा कि बाल हृदय योजना के तहत बच्चों को नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधा मुहैया करायी जाती है। बच्चों को घर से अस्पताल या अहमदाबाद जाने के लिए एयरपोर्ट तथा रेल्वे स्टेशन या अस्पताल से घर तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा मुहैया करायी जाती है, जिसका खर्च विभाग की तरफ से वहन किया जाता है। आरबीएसके कार्यक्रम मुख्य रूप से बच्चों की बीमारी दूर करने का कार्यक्रम है। इसके तहत कई बीमारी का इलाज किया जा रहा है। टीम के सदस्य ऐसे गांव में पीड़ित परिवार से जाकर मिलते हैं। उन्हें सरकारी कार्यक्रम की जानकारी देते हैं। इसके बाद बच्चों का इलाज होता है।

तीन अपहर्ता लड़की एवं एक लड़का की हुई बरामदगी, बिस्फी पुलिस को फिर मिली एक बड़ी सफलता

मधुबनी : जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के अलग अलग जगहों से कुल तीन लड़की एवं एक लड़का का अपहरण कर लिए जाने को लेकर बीते दिनों बिस्फी थाना में कांड संख्या 406/22 एवं 412/22 तथा 382/22 और 378/22 दर्ज कराई गई थी।

बिस्फी पुलिस ने तत्परता के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहर्ता तीनों लड़की एवं उक्त लड़का को बरामदगी कर लिया। उक्त जानकारी देते हुए बिस्फी थानाध्यक्ष राज कुमार राय ने बताया कि तीनों लड़की को मेडिकल जांच एवं कोर्ट में बयान कराने को लेकर भेजा गया है। श्री राय ने कहा कि उक्त बयान आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस, राजद एवं सीपीएम के प्रतिनिधि ने सदर एसडीओ के खिलाफ डीएम से मिल जांच की मांग की

मधुबनी : आज जिलाधिकारी मधुबनी से महागठबंधन के कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो. शीतलाम्बर झा, राजद के बरिष्ट नेता राज कुमार यादव एवं सीपीएम के जिला मंत्री मनोज यादव ने संयुक्त रूप से उनके कार्यालय प्रकोष्ट में मिलकर जिले में ब्याप्त खाद बीज एवं कीटनाशक दवाओं में कालाबाजारी के मामले को लेकर मिले।इस मौके पर उन्होंने प्रेस प्रतिनधियों को विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जिला के किसानों को उचित मूल्य पर आज खाद एवं बीज मिलना मुश्किल हो गया है।

किसान गेहूं की खेती करने हिचकने लगें है। एक तो पहले से ही किसान अल्प वर्षात के कारण धान की खेती नही कर सका, ऊपर से पूरे जिले में निजी खाद बीज वितरक जिला के कृषि विभाग के मिलीभगत से बड़े पैमाने पर कालाबाजारी करने में लगा हुआ है। वहीँ, कृत्रिम खाद-बीज संकट पैदा किया है, तब जबकि सरकार के स्तर से जिला के किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में आवंटन किया है।

वहीं शिष्टमंडल में जिलाधिकारी को ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा है पिछले दो दिनों से जिला के खाद बीज वितरक एवं कृषि विभाग के पदाधिकारियों हड़ताल पर है, जिससे संकट और गहरा गई है। जानकारी प्राप्त हुआ कि तीस नवम्बर को आपके ही आदेश पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर ने मुख्यालय में कुछ खाद बीज वितरकों के यहां छपामारी किया है और खाद बीज गोदाम को सील किया है, जो जिला प्रशासन के सक्रियता को दर्शाता है। लेकिन जांच के क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी के साथ गाली-गलौज एवं मारपीट करना कानूनी अपराध है।

शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी को सदर अनुमंडल पदाधिकारी के व्यवहार से अवगत करवाया और कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी अपने पद का रौब पूर्व में भी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं साथ एवं अतिक्रमण हटाने के दौरान भी लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया है। अब एक बार फिर से जिला के बरिष्ट अधिकारी से साथ मारपीट करने का काम किया है, जिसका हमलोग निंदा करते हैं और मांग करते है कि अविलम्भ जांच कर दोषी अनुमंडल अधिकारी पर कठोर कार्रवाई किया जाय। जिलाधिकारी ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि उपविकास आयुक्त को निष्पक्ष जांच करने का आदेश दिया गया है, जांचकर अविलम्ब दोषी अधिकारी पर ठोस कार्रवाई अवश्य होगी।

सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता लोगों ने जमकर किया हंगामा

मधुबनी : जिले के कलुआही प्रखंड के पुरसौलिया पंचायत अंतर्गत बरदीपुर गांव स्थित वार्ड नंबर-12 में सड़क निर्माण कार्य में घटिया किस्म की ईंट लगाए जाने को लेकर स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। ज्ञातव्य हो कि प्रखंड के पुरसौलिया पंचायत के वार्ड नंबर 12 में 15वीं वित आयोग योजना की राशि से राजाराम गुप्ता के घर से लेकर हरिहर झा के घर तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है, जिसमें अभिकर्ता द्वारा घटिया किस्म की ईंट लगाए जाने को लेकर लोगों ने जमकर हंगामा किया।

एमएसयू के प्रशांत रंजन, ग्रामीण प्रवीण शाह विक्की कुमार राजगीर सहित कई लोगों का का कहना था कि कार्यस्थल पर योजना से संबंधित किसी प्रकार का साइन बोर्ड नहीं लगा हुआ है। स्थानीय लोगों ने इस संबंध में डीएम को आवेदन देकर इसकी जांच की मांग किया है। कार्यस्थल पर उपस्थित वार्ड सचिव ने दो नंबर का लगाए जाने की बात स्वीकार किया। इस संबंध में कलुआही के बीडीओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक आवेदन मेरे पास नहीं आया है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

15 दिसम्बर को जिला स्तरीय तरंग प्रतियोगिता हेतु विद्यालय, प्रखंड एवं जिला स्तरीय तरंग प्रतोयोगिता के सफल आयोजन को लेकर डीएम ने किया बैठक

मधुबनी : जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में दिनांक 15 दिसंबर 2022 को आयोजित होने वाली जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता “तरंग” की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के किशोर किशोरियों में छुपे खेल प्रतिभा को प्रकट करने के लिए विद्यालय से प्रखंड और फिर जिला स्तर पर आयोजित होने वाली यह प्रतियोगिता बेहद महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है। इसलिए सभी संबंधित शिक्षक और अधिकारी इसे गंभीरता से लें। उन्होंने 15 दिसंबर को वॉटसन स्कूल में होने वाले उद्घाटन समारोह की तैयारियों पर भी व्यापक निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने विद्यालय स्तर पर एवं प्रखंड स्तर पर हर हाल में तरंग प्रतियोगिता को ससमय संपादित कर लेने के निर्देश दिए हैं। ताकि, 15 दिसंबर को जिला स्तर पर आयोजित होने वाली तरंग प्रतियोगिता में सुयोग्य प्रतिभागी भाग ले सकें। बताते चलें कि 12 एवं 14 वर्ष के आयुवर्ग की सीमा के अंतर्गत आने वाले बच्चों के लिए एथलेटिक्स की प्रतिगिता आयोजित की जाएगी। वहीं, 17 वर्ष के आयुवर्ग की श्रेणी में एथलेटिक्स के साथ साथ कबड्डी, खो-खो एवं फुटबॉल की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा।

जिले से प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी प्रमंडल स्तर पर आयोजित होने वाले तरंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे तथा प्रमंडल स्तर पर चयनित होने वाले प्रतिभागी राज्य स्तरीय तरंग प्रतियोगिता में भाग लेंगे। गौरतलब है कि एथलेटिक्स, खो-खो एवं कबड्डी खेलों का आयोजन वॉटसन स्कूल के परिसर में खेला जाएगा। वहीं, फुटबॉल का आयोजन आर.के. कॉलेज, मधुबनी के ग्राउंड में खेला जाएगा।

100 मीटर और 800 मीटर दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद, गोला फेंक जैसी एथलेटिक्स की प्रतियोगिता में विधा के हिसाब से और कबड्डी में बालक/बालिका में क्रमशः 12, खो-खो में क्रमशः 12 तथा फुटबॉल में 16 की संख्या में प्रतिभागी हिस्सा ले सकेंगे। उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त, विशाल राज, वरीय उप समाहर्ता सह प्रभारी खेल पदाधिकारी, कुमारी आरती, जिला शिक्षा पदाधिकारी, दिनेश कुमार चौधरी सहित विभिन्न खेलों से जुड़े एक्सपर्ट और आयोजन समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे।

मेडिकल संस्थान एवं प्राइवेट क्लिनिक पर स्वास्थ विभाग ने किया औचक निरिक्षण, मिली कई खामिया

मधुबनी : बिहार सरकार के निर्देश के आलोक में। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित मेडिकल टीम के द्वारा मधुबनी जिले के हरलाखी एवं बासोपट्टी प्रखंड क्षेत्र में संचालित नर्सिंग होम एवं निजी अस्पतालों की जांच की गई।

गठित टीम में उप स्वास्थ्य केंद्र गंगौर के प्रभारी डॉ. गणेश शंकर विद्यार्थी, स्वास्थ्य कर्मी उपेंद्र मंडल व सीसीएच योगेंद्र पासवान समेत अन्य कर्मी कई अस्पतालों की जांच की। जांच के क्रम में कलना स्थित गायत्री हॉस्पिटल पहुंचकर पंजीयन समेत अन्य जांच की गई, जहां चिकत्सक ने कागजात उपलब्ध कराया। जिसे जांच के लिए टीम ने कागजात को आगे भेज दिया।

इसके बाद उमगांव बाजार चौक स्थित मां भगवती क्लिनिक पहुंचे, जहां पहले से ही चिकित्सक क्लिनिक बंद करके गायब था। इसी तरह एसके इमरजेंसी पहुंचे। जहां चिकित्सक मौजूद नही था, लेकिन कंपाउंडर द्वारा ओपीडी का संचालन किया जा रहा था। जिसे टीम ने बंद करने का आदेश दिया है।

वही निर्मल दंत चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय अस्पताल खाली था। अस्पताल प्रबंधक को दो दिनों के भीतर संबंधित कागजात उपलब्ध कराने को कहा। इसी तरह बैंक चौक एवं हरलाखी में एसएन मेमोरियल हेल्थ केयर सेंटर समेत संचालित अन्य क्लिनिक की जांच किया गया और दो दिनों के भीतर कागजात उपलब्ध कराने को कहा गया है।

वही इस जांच पर समाजसेवी श्री रमन ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के नाम पर महज खानापूरी की गई है। हरलाखी में दर्जनों बड़े-बड़े अवैध नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा है, लेकिन टीम द्वारा महज एक दो और छोटे छोटे अस्पतालों का निरीक्षण किया गया है। जिससे साफ जाहिर होता है कि इनकी मिलीभगत से ही अवैध नर्सिंग होम संचालित होता है।

उन्होंने यह भी कहा कि जांच अभियान में गठित टीम में ऐसे कर्मी को लगाया गया है, जो खुद अपने ड्यूटी से गायब रहते है। प्रमुख के निरीक्षण के दौरान गंगौर अस्पताल से ये लोग गायब थे, जिस पर स्पष्टीकरण भी पूछा गया है। बावजूद विभाग ऐसे कर्मियों को महत्वपूर्ण कार्य में लगाया जाता है। इसलिए विभाग को अपने स्तर से बाहरी टीम के द्वारा जांच करानी चाहिए।

नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड को सील किया गया, छापेमारी की कार्रवाई तेज

मधुबनी : जिले के खुटौना प्रखंड में अवैध रूप से चल रहे निजी नर्सिंग होम तथा अल्ट्रासाउंड संस्थान को जिला से आए जांच टीम ने सील कर दिया है। बता दें कि सिविल सर्जन मधुबनी के आदेशानुसार शुक्रवार को बाजार में चल रहे अवैध रूप से संस्थानों के विरुद्ध छापेमारी अभियान तेज कर दी गई है।

बता दें कि सिर्फ खुटौना में 32 स्थानों पर करवाई थी अनुशंसा की गई थी। मालूम हो कि विनोद कुमार झा के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की गई है। छापेमारी एवं जांच दल ने 3 नर्सिंग होम तथा 2 अल्ट्रासाउंड को कागजात, उपकरण एवं चिकित्सक की जांच की गई। जानकारी के अनुसार एक भी संस्थानों में डॉक्टर नहीं पाया गया, लिहाजा जांच के दौरान कृष्णा नर्सिंग होम तथा पटना अल्ट्रासाउंड के संचालक ने जांच दल को अपना-अपना कागजात प्रस्तुत किया गया, लेकिन कुछ कागजात में कमी तथा डॉक्टरों की अनुपलब्धता के कारण उन्हें भी सील कर दिया गया है।

कुछ नर्सिंग होम में मरीज अंदर ही था लेकिन मेन गेट में ताला लगाकर संस्थान के संचालक फरार थे। कुछ संस्थान बिना बोर्ड लगाए बेखौफ नर्सिंग होम चलाते पाए गए। जांच दल में शामिल डॉ. झा ने कहा कि अवैध रूप से संचालित क्लीनिक, नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, ए तो तथा एक्स-रे की गहनता से जांच कर सील किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि अवैध पाए गए सभी संस्थानों पर मामला दर्ज किया जाएगा। बाकी बचे और संस्थानों की जांच की जानी बाकी है।

डीएम के जनता दरबार मे 119 लोगों ने मिलकर दिया आवेदन, जल्द कार्रवाई का मिला आश्वासन

मधुबनी : जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में जिले के विभिन्न हिस्सों से आए परिवादियों मिलकर उनकी शिकायतों को सुना एवं कई शिकायतों का ऑन स्पॉट निष्पादन भी किया। जिलाधिकारी को मिलने वाली शिकायतों में सबसे अधिक शिकायत भूमि विवाद से संबंधित रही। इसके अतिरिक्त आवास योजना, दाखिल खारिज की समस्या सहित अन्य मामले भी शामिल थे।

परिवादियों में पंडौल प्रखंड के श्रीपुर हाटी दक्षिणी के रहने वाले मंगल पासवान ने जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की कि उनके जन वितरण प्रणाली केंद्र के विक्रेता द्वारा खाद्यान की कालाबाजारी की जा रही है। बिस्फी प्रखंड के बलहा पंचायत के रहने वाले प्रकाश पासवान ने शिकायत की है कि उनके पंचायत के विकास कार्यों को अधूरा छोड़ दिया जा रहा है।

अंधराठाढी के विनय कुमार यादव ने शिकायत की है कि उनके स्थानीय पी एन बी बैंक में उन्हें सरकारी योजनाओं से प्राप्त उनकी राशि निकालने नहीं दी जा रही है। प्रखंड झंझारपुर के परसा पंचायत के निवासी श्रवन सादाय ने आवेदन दिया है कि उनके पंचायत में नए बनने वाले पंचायत सरकार भवन को सामूहिक शमशान भूमि से दूर बनाया जाए।

पंडौल प्रखंड के सरिसव पाही के रहने वाले इन्द्रनाथ झा ने असामाजिक तत्वों से अपने जान माल की रक्षा की गुहार लगाई। वहीँ, झंझारपुर के वार्ड नंबर 5 के रहने वाले राम अवतार चौधरी ने आरोप लगाया कि गड़बड़ी फैलाने के उद्देश्य से सरकारी रास्ते को अतिक्रमित कर बंद कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने सभी शिकायतों को पूरी गंभीरता से लेते हुए संबधित अधिकारियों को त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया। बताते चलें कि जिलाधिकारी से आज 119 लोगों ने मिलकर अपनी आवेदन दी।

अंचल अधिकारी के खिलाफ डीएम को दिया गया आवेदन

मधुबनी : जिले के पंडौल प्रखंड के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 26 के पार्षद राही कूमारी ने पंडौल अंचल अधिकारी नंदन कूमार के खिलाफ एनओसी नही देने के कारण डीएम के जनता दरबार मे पहूची। जानकारी के मुताबिक श्रीपूर हाटी मे शेड निर्माण मे एनओसी देने मे सीओ नंदन कूमार आनाकानी कर रहे है। वही खाता खेसरा उपलब्ध करा दिया गया। डीएम ने जांच का आदेश दिया है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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