भोजपुर के सात विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों की मतगणना पूर्व स्थिति – एक नज़र में
आरा : अब जबकि सिर्फ एक दिन रह गया है मतगणना में| शहर के चौक चौराहों पर लोगों में जीत हार को लेकर चर्चा जोरों पर है| प्रत्याशी तो प्रत्याशी उनके समर्थक भी अपनी अपनी जीत को लेकर बहस करते नज़र आ रहे है| बिहार विधान सभा का चुनाव विश्व व्यापी कोरोना संकट के बीच हुआ| इसी कारण यह अपने में एक ख़ास चुनाव माना जा रहा है जिसमे किसी भी दल के नेता परंपरागत ढंग से चुनाव प्रचार नहीं कर सके हालाँकि कुछ जगहों पर प्रधान मत्री णना से लेकर मुख्यमंत्री तक चुनाव प्रचार के लिए जन सभा करते रहे पर किसी भी मौके पर भीड़ बहुत नहीं दिखी|
बिहार के भोजपुर जिले में आरा, बडहरा, शाहपुर, सन्देश, तरारी, जगदीशपुर तथा अगिआव (सुरक्षित) सात बिधान सभा क्षेत्र है जहाँ से जद यू, भाजपा, भाकपा-माले, लोजपा, रालोसपा, अखंड भारतीय युवा पार्टी, राजद सहित कई राजनितिक पार्टियां एवं निर्दलीय चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं|
आरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह, भाकपा माले के कयामुद्दीन अंसारी और भाजपा के बागी उम्मीदवार हाकिम प्रसाद, अखंड भारतीय युवा पार्टी की काजल कुमारी तथा निर्दलीय उम्मीदवार शबाना के बीच कांटे का मुकाबला होने की समभावना है| हाकिम प्रसाद के बागी होने तथा अखंड भारतीय युवा पार्टी की काजल कुमारी की वजह से भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह का संकट बढ़ गया है| कहा जा रहा है कि अगर ऐसी स्थिति बनी तो भाकपा माले की जीत हो सकती है| हालाँकि भाजपा, भाकपा-माले, अखंड भारतीय युवा पार्टी, तथा दो निर्दलीय उम्मीदवार अपनी अपनी जीत की दावेदारी पेश कर रहे हैं|
वही जगदीशपुर विधान सभा क्षेत्र से जदयू की सुशुमलता, आरजेडी के वर्तमान विधायक एवं उम्मीदवार राम विशुन सिंह लोहिया, जदयू के बागी तथा लोजपा से उम्मीदवार श्री भगवान सिंह कुशवाहा के बीच टक्कर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है| ऐसा कहा जा रहा कि श्री भगवान् सिंह जो कि पूर्व में आरजेडी में मंत्री भी रहे थे, को जदयू ने टिकेट नही दिया था इसलिए वे बागी हो गए तथा वे लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है| सुषुमलता ने जगदीशपुर के दावा पंचायत की मुखिया रहते हुए पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाई है और वे अपने काम के बल पर अपनी जीत का दंभ भर रही है| ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि सबकुछ ठीक रहा तो राजद के वर्तमान विधायक और उम्मीदवार राम विशुन सिंह लोहिया निकल सकते हैं|
तरारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के कौशल कुमार विद्यार्थी, लोजपा के बागी तथा निर्दलीय उम्मीदवार नरेन्द्र कुमार पाण्डेय उर्फ़ सुनील पाण्डेय तथा भाकपा माले के वर्तमान विधायक सुदामा प्रसाद के बीच कांटे की टक्कर है| भाजपा के कौशल कुमार विद्यार्थी को लोग बलि का बकरा मान रहे हैं, जबकि लोग निर्दलीय उम्मीदवार नरेन्द्र कुमार पाण्डेय उर्फ़ सुनील पाण्डेय के पक्ष में ज्यादा दीख रहे है| अब ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो समय ही बताएगा| हालाँकि चौक चौराहों पर सभी एक दुसरे को हराते हुए नज़र आ रहे है|
शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की मुन्नी देवी, इनकी गोतनी तथा भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाधयक्ष विशेश्वर ओझा की पत्नी शोभा देवी तथा राजद के वर्तमान विधायक राहुल तिवारी के बीच भी कांटे की टक्कर है| फिर भी शोभा देवी का पलड़ा भारी दीख रहा है जबकि राहुल तिवारी तथा मुन्नी देवी की स्थिति बहुत कठिन हो गयी है| सन्देश विधान सभा क्षेत्र से आरजेडी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष तथा वर्तमान में जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक विजयेन्द्र यादव, उनके छोटे भाई तथा आरजेडी के वर्तमान विधयाक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी तथा लोजपा की श्वेता सिंह के बीच मुकाबला मजेदार होने की संभावना है| वर्तमान स्थिति में किरण देवी आगे है पर विजयेन्द्र यादव, श्वेता सिंह को कम आंकना भारी भूल साबित हो सकती है|
बडहरा विधान सभा क्षेत्र में आरा सांसद तथा केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है| यहा से राज कुमार सिंह के दबाव में ही भाजपा के टिकट पर आरजेडी एक पूर्व मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ लाल बिहारी, वर्तमान आरजेडी विधायक सरोज यादव तथा पूर्व विधायक भाजपा की बागी एवं निर्दलीय उम्मीदवार आशा देवी चुनाव मैदान में है| चुनाव के दिन सरोज यादव एवं आशा देवी को लोगों के आक्रोश का सामना करना पडा था फिर भी इन दोनों को कम आकना जल्दबाजी होगी| फिर भी लोग राघवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ लाल बिहारी की जीत के प्रति ज्यादा आश्वस्त हैं|
भोजपुर के अगिअव (सुरक्षित) विधान सभा क्षेत्र से वर्तमान जदयू विधायक तथा भाकपा माले के मनोज मंजील के बीच टक्कर है और दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे है| पर आज की तारीख में मनोज मंजिल की स्थिति मज़बूत दीख रही है| लोगों में प्रभु नाथ राम के प्रति आक्रोश है| इस तरह आज की तारीख में जो समीकरण बन रहा है उसके अनुसार राजग गठबंधन की स्थिति भोजपुर में बहुत अच्छी नही कही जा सकती है जबकि दो निर्दलीय और महागठबंधन की स्थिति अच्छी रह सकती है|