नवादा : हस्त (हथिया) नक्षत्र के मंगलवार की दोपहर प्रवेश के साथ बारिश होने से किसानों में मायूसी देखी जा रही है। ऐसा इसलिए कि हस्त नक्षत्र के पहले चरण का बारिश धान फसल के लिये लोहा माना जाता है।
पूर्व में उतरा नक्षत्र के अंतिम चरण में हुई बारिश ने धान फसल को जीवन दान दिया था। तब किसानों में अच्छी फसल की आश जगी थी। लेकिन हस्त नक्षत्र के प्रवेश के साथ बारिश होने से किसानों में मायूसी देखी जा रही है।
फिलहाल कहीं कहीं धान फूटने लगी है तो कहीं फूटने के कगार पर है। ऐसे में धान को पानी की आवश्यकता है लेकिन बारिश की पानी की नहीं।बारिश होने से फूट चुके फसल में फूल के झङने से उत्पादन का प्रभावित होना तय है। हस्त नक्षत्र का अंतिम चरण का बारिश सोना माना जाता है। लेकिन प्रकृति के आगे किसान बेवश हैं।