सुखेत स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में पोषण वाटिका महाअभियान एवं पौधरोपण कार्यक्रम के तहत किसान गोष्ठी का हुआ आयोजन
मधुबनी : इसका उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। बाद में स्थानीय केंद्र पर हुए कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व सांसद हुकुमदेव नारायण यादव व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व सासंद हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र ने कम समय में ही देश में अपना नाम रोशन किया है। प्रधानमंत्री ने सुखेत मॉडल को पूरे देश के पंचायतों में अपनाने की सलाह दी है।उन्होनें कहा कि कुपोषण समाज के लिए कलंक है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, कुपोषण को हटाने के लिए किसान वैज्ञानिकों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि, केंद्र सरकार भी किसानों के लिए एक से एक योजना ला रही है, जिसमें पैदावार ऐसा हो जो पोषण से भरा हुआ हो। उन्होनें किसानों से कई मुद्दों पर बात भी की तथा किसानों के बीच पौधा का वितरण भी किया।
सुखेत मॉडल को भी देखा तथा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए जा रहे कई कार्यों को भी नजदीक से देखा। सुखेत स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में पोषण वाटिका महाअभियान एवं पौधरोपण कार्यक्रम के तहत किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ। पहले इसका उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। बाद में स्थानीय केंद्र पर हुए कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व सांसद हुकुमदेव नारायण यादव व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। मिली जानकारी के अनुसार केंद्र के प्रभारी ने पूर्व सांसद को पुष्प गुच्छ, मिथिला पाग एवं शॉल देकर स्वागत किया।
बता दें कि, मृदा वैज्ञानिक डॉ. सर्वेश कुमार, इफको से आए मधुबनी के क्षेत्र अधिकारी कुणाल कुमार एवं मधुबनी जिला के कई प्रगतिशील किसानों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मृदा वैज्ञानिक डॉ. सर्वेश कुमार ने पोषक अनाज एवं उनका मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। वहीं, क्षेत्रीय प्रबंधक कुणाल कुमार ने सतत कृषि एवं ग्रामीण आजीविका पर पोधरोपण की भूमिका पर प्रकाश डाला।
परिवार नियोजन दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
मधुबनी : जिले में 13 से 25 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में जागरूकता के उद्देश्य से जिले का सदर अस्पताल सहित सभी प्रखंडों में परिवार नियोजन दिवस मनाया गया। जिसके तहत लोगों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन के बारे में जानकारी दी गई। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सोमवार को सभी प्रखंडों में एक-एक सारथी रथ चलाया गया। सारथी रथ के द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
सिविल सर्जन सुनील कुमार झा ने कहा सामुदायिक जागरुकता से परिवार नियोजन साधनों के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी दर्ज हो सकती है। सीमित परिवार हर मायने में खुशहाली का प्रतीक होता है। छोटे परिवार में ही बच्चों की बेहतर परवरिश संभव होती है एवं उन्हें जरूरी संसाधन उपलब्ध हो पाती है। इसलिए आम लोगों को नियोजित परिवार के विषय में संकल्पित होने की जरूरत है। उन्होंने बताया पखवाड़े के दौरान सारथी जागरुकता रथ के जरिए स्वस्थ मां एवं तंदरुस्त बच्चा हेतु सही उम्र में शादी, पहला बच्चा शादी के कम से कम दो साल बाद, दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर एवं बच्चे दो ही अच्छे विषय पर परामर्श देते हुए गर्भनिरोधक उपाय अपनाने को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही परिवार नियोजन उपायों को अपनाने में पुरुषों की भी सामान सहभागिता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया जाएगा।
सारथी रथ से लोगों को किया जाएगा जागरूक :
आमजनों में परिवार नियोजन के जागरूकता को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अनूठी पहल की गयी है। परिवार नियोजन की महत्ता की जानकारी व सलाह देने के लिए सारथी रथ चलाया जा रहा है। बैटरी स्वचालित 21 ई रिक्शा (सारथी रथ) ऑटो को विभिन्न प्रखंडों में प्रचार- प्रसार के लिए घुमाया जा रहा है। इसके माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न उपायों एवं जागृति के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से जानकारी दी जा रही है। यह सारथी रथ विभिन्न प्रखंडों में सुबह 10:00 बजे से शाम तक हर गली मोहल्लों एवं चौक चौराहों से गुजरते हुए लोगों को परिवार नियोजन को लेकर जागृत कर रही है।
सारथी रथ से परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों की दी जाएगी जानकारी :
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास ने बताया सारथी रथ से परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों की दी जाएगी
•महिला नसबंदी एक स्थायी साधन है जिसे मात्र 15 मिनट में दक्ष चिकित्सक द्वारा किया जाता है| या विधि प्रसव/ गर्भपात के 7 दिन के अंदर या 6 सप्ताह बाद अपनाया जा सकता है।
•पुरुष नसबंदी भी एक स्थायी साधन है जिसे मात्र 10 मिनट में दक्ष चिकित्सक द्वारा बिना चीड-फाड़ के किया जाता है जिसमें 1 घंटा बाद लाभार्थी की छुट्टी भी हो जाती है। यह विधि कभी भी अपनायी जा सकती है एवं इससे किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है।
•कॉपर-टी एक अस्थायी विधि जिससे बच्चों के जन्म में अंतर रखा जा सकता है।कॉपर- टी विधि 10 वर्षों एवं 5 वर्षों के लिए अपनायी जा सकती है।कॉपर-टी निकलवाने के बाद प्रजनन क्षमता तुरंत वापस आ जाती है।
•गर्भनिरोधक गोली माला-एन एक सुरक्षित हार्मोनल गोली है जिसे महिला को एक गोली प्रतिदिन लेनी होती है। माहवारी शुरू होने के 5 वें दिन से गोली की शुरुआत करनी चाहिए| स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रसव के 6 माह तक इस गोली का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए|
• अंतरा एवं छाया दोनों परिवार नियोजन की नवीन अस्थायी विधियाँ हैं। अंतरा एक सुई है जो तीन माह तक प्रभावी रहती है। लंबे समय तक सुरक्षा के लिए हर तीन महीने में सुई लगवानी होती है| जबकि छाया एक गोली है जिसे सप्ताह में एक बार तीन महीने तक, फिर सप्ताह में केवल एक बार जब तक बच्चा न चाहें।
साधन अपनाने पर मिलती है प्रोत्साहन राशि :
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास ने बताया नसबंदी कराने वाले लाभार्थी को 3000 रुपये और उत्प्रेरक को 400 रुपये दिए जाते हैं. इसी तरह प्रसव के तुरंत बाद बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी महिला को 3000 रुपये और उत्प्रेरक को 400 रुपये देने का प्रावधान है। पीपीआईयूसीडी बंध्याकरण पर लाभार्थी को 2000 रुपये, एएनएम को 150 रुपये और आशा कार्यकर्ता को 150 रुपये दिए जाते हैं. इसी तरह सभी अन्य साधनों को अपनाने पर सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशी देने का प्रावधान है।
मिथिला कला विकास समिति के तत्वावधान में बाढ़ पीड़ितों के बीच किया गया राहत वितरण
मधुबनी : जिले के बिस्फी में मिथिला कला विकास समिति के तत्वावधान में गुंज नई दिल्ली के सहयोग से प्रखंड क्षेत्र के जगवन पंचायत के सभी वार्डों में बाढ़ पीड़ितों के बीच बाढ़ राहत वितरण किया गया। समिति के द्वारा अब तक चौदह सौ परिवारों को राहत सामग्री दिया जा चुका है। संस्था के सचिव मनोज कुमार झा ने बताया की क्षेत्र में दो महीनों से यह कार्यक्रम चला रही है। जब से बाढ़ का पानी गांव में घुसा है, तब से लगातार संस्था काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
हर इंसान को भोजन मिलना बहुत जरूरी है, जब तक भोजन नहीं मिलेगा वह स्वस्थ नहीं रहेगा। अगर स्वस्थ नही होगा तो स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं कर सकता। स्वस्थ समाज बनाने के लिए संस्था मेडिकल किट का भी वितरण कर रही है, और कार्यकर्ताओं को कई दिशा निर्देश भी दे रहे हैं। समाजसेवी इस में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में समाजसेवी जुगनू मिश्रा, गणेश दास, सुनील मंडल, गोविंदा ठाकुर सहित कई कार्यकर्ताओं ने बाढ़ पीड़ितों के बीच वितरण के दौरान बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
बता दें कि जो लोग विकलांग है, बुजुर्ग है, या अहसहाय है, जो आ नहीं आ सकते हैं वितरण स्थल पर, उन्हें गूंज के कार्यकर्ताओं ने उनके घर तक राहत सामग्री पहुंचाया। जानकारी देते हुए सदस्यों ने संयुक्त रुओ से बताया कि हमारी संस्था का मुख्य उद्देश है, सब को खाना पहुंचाना। हर भूखे को खाना हर घर खाना होना चाहिए, इसी उद्देश्य को लेकर यह कार्यक्रम लगातार जारी है। इस मौके पर एनजीओ संघ के सचिव अधिवक्ता संजय कुमार बबलू भी मौजूद थे।
अपहरण के मामले में पुलिस ने भागलपुर से किया बरामद अफहरणकर्ता पुलिस से बच के फरार
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के सिहांसो पंचायत के सिलोखर गांव से बीते दो सितंबर को एक महिला को भगाकर ले जाया गया था, जिसे बिस्फी थाना पुलिस ने भागलपुर जिला से बरामद कर लिया है। इस मामले को लेकर महिला के पति विनोद शर्मा के द्वारा बीते 10 सितंबर को अज्ञात के विरुद्ध बिस्फी थाना में अपहरण को लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।
इस बाबत बिस्फी थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया है कि गुप्त सूचना के आधार पर एएसआई सुरेश चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने भागलपुर जिला के खड़ीक थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में अपहरणकर्ता विकी कुमार के घर छापेमारी कर बरामद करने में सफलता हासिल किया, जबकि अपहरणकर्ता मौके से फरार हो गया। उन्होंने बताया कि अफहर्ता को मेडिकल जांच एवं 164 बयान के लिए मधुबनी भेजा जा रहा है।
विद्यालय में अनियमितता एवं छात्रों से अवैध वसूली को लेकर डीईओ ने प्रधानाध्यापक पर शोकॉज
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय शिबौल के प्रधानाध्यापक पर अवैध वसूली एवं मनमानी के खिलाफ स्थानीय ग्रामीण एवं प्रबंधक समिति के सदस्य जय किशोर यादव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी मधुबनी को एक लिखित आवेदन दिया गया था, जिसमें अंकित की गई है कि छात्रों से विभाग द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क लेना एवं प्राप्ति रसीद नहीं देना है।
नौवीं कक्षा में नामांकन रजिस्ट्रेशन परीक्षा फॉर्म में निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूली करना एवं अवैध नामांकन फॉर्म भरना तथा विद्यालय के विकास कोष एवं छात्र कोष की राशि अवैध ढंग से निकासी किये जाना तथा प्रभारी प्रधानाध्यापक विद्यालय समय से नहीं आने जिसने विद्यालय का पठन-पाठन बाधित होने के विरूद्ध शिकायत की गई थी। जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी उपरोक्त बिंदुओं पर विद्यालय प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण अपने मंतव्य के साथ अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध करना सुनिश्चित करने को कहा गया है। वही प्रधानाध्यापक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाने की बात बताई गई।
मिस कॉल के विवाद में मारपीट एक की हुई थी मौत दो फरार अभियुक्त गिरफ्तार
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के भोजपंडोल गांव निवासी बुधनी देवी एवं अंजली कुमारी को बिस्फी थाना के द्वारा सघन छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
बिस्फी थाना अध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि आरोपी पर मिस कॉल करने के विवाद में दो पक्षो में जम कर मारपीट हुई, जिसमें कारी चौपाल का मौत हो गया था। आरोपी बहुत दिनों से फरार चल रहा था। पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दी गई।
कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए उठना होगा कड़ा कदम :- अमित कुमार
मधुबनी : अमित कुमार, भाoप्रoसेo, जिलाधिकारी, मधुबनी द्वारा जिले में कोरोना के बढ़ते मामले की खबरों को देखते हुए जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की गई। इस दौरान कई आवश्यक निर्देश दिए गए। कोरोना पर प्रभावी तरीके से काबू पाने के लिए जिले के सभी दुकानों में, सभी के लिए हमेशा मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। सभी आगंतुकों के इस्तेमाल के लिए सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी दुकानों एवं प्रतिष्ठानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके लिए सफेद गोला बना कर लोगों को उसके दायरे में रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नजर आने पर उन्हें तत्काल जांच कराने के आदेश पूर्व से ही दिए गए हैं। साथ ही जिले में सभी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना आवश्यक कर दिया गया है।
लोग इन नियमों का सही से पालन करें और जागरूक बने, इसकी आवश्यकता को देखते हुए मधुबनी शहरी क्षेत्र में भिड़ भाड़ वाली जगहों पर निर्गत आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराने को कहा गया है। इस उद्देश्य से शहरी क्षेत्र को ग्यारह अलग अलग जोन में बांट कर वरीय पदाधिकारियों एवं पुलिस अफसरों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला पदाधिकारी, मधुबनी एवं पुलिस अधीक्षक, मधुबनी के संयुक्त हस्ताक्षर द्वारा निर्गत आदेश पत्र में दिए गए निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वाले लोगों एवं प्रतिष्ठानों से जुर्माना वसूलने का भी निर्देश दिया गया है। सभी अधिकारी अपने द्वारा उठाए गए कदमों से संबंधित प्रतिवेदन नित्य प्रतिदिन प्रतिवेदित करेंगे।
बताते चलें कि कुछ दिनों से जिले में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर पूरा जिला प्रशासन साकांक्ष है और इसकी रोकथाम को लेकर सजग है। अपने वक्तव्य में जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में वैक्सिनेशन का कार्य पूरी तेजी से किया जा रहा है। परंतु, अभी भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए आम नागरिकों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का अनुसरण करना अत्यंत आवश्यक है।
आज की इस ऑनलाइन बैठक में सत्यप्रकाश, पुलिस अधीक्षक, मधुबनी, विशाल राज, भाoप्रoसेo, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, डॉ० सुनिल कुमार झा, सिविल सर्जन, मधुबनी, डब्लूएचओ से डॉ० आदर्श, यूनिसेफ से प्रमोद कुमार झा, केयर इंडिया से महेंद्र सिंह सोलंकी एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी वरीय पदाधिकारियों के साथ साथ सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं सभी थाना प्रभारी शामिल थे।
प्रखंड क्षेत्र में कई जगह चलायें जा रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान
मधुबनी : जिले के बिस्फी में कोविड-19 टीकाकरण का व्यापक व्यापक चरण की शुरूआत हो गया है।बिस्फी प्रखंड क्षेत्र में कई जगह कोविड-19 टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। नाहस खंगरैठा हाई स्कूल में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में अरविंद कुमार, अजय कुमार, शिला देवी ने बताया की लोगो ने बढ चढ़ कर हिस्सा लिया। राष्ट्रीय उन्नति पार्टी जिला अध्यक्ष बिमलेश कुमार यादव, गुलाव यादव, नवल किशोर यादव, सीताराम यादव सहित कई लोगों ने टिका लगवाएं। उन्होंने कोविड टीका लेने योग्य सभी नागरिकों से खुद को टीका लगाने और अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है। आज की उपलब्धि भारत के लोगों द्वारा सरकार पर किए गए भरोसे को दर्शाती है, जो कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए शुरू की गई है।
केंद्र सरकार राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान को गति और विस्तार देने के दायरे में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्ध है। नए टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए अधिक टीकों की उपलब्धता, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए वैक्सीन उपलब्धता की अग्रिम लक्ष्य के माध्यम से टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है, ताकि उनके द्वारा बेहतर योजना बनाई जा सके और वैक्सीन आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित किया जा सके। केंद्र से मिली अग्रिम सूचना ने राज्यों को जिला-वार, प्रखंड-वार और पंचायत-वार कोविड टीकाकरण केंद्र के अनुसार प्रभावी तरीके से वैक्सीन वितरण योजनाएं बनाने में सक्षम बनाया। इसने देश भर में वैक्सीन का प्रबंधन बड़े पैमाने पर तैयार करने में मदद की है।
सुमित कुमार की रिपोर्ट