छपरा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार प्रदेश के कार्यालय पर शुक्रवार को आधी रात हुई छापेमारी के विरोध में विद्यार्थी परिषद छपरा के कार्यकर्त्ताओं ने शहर के नगरपालिका चौक पर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का पुतला दहन किया। इस दौरान अभाविप बिहार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वंसीधर कुमार ने कहा कि “मर जाऊंगा पर शराब से समझौता नहीं करूँगा” कहने वाले हमारे सुशासन बाबू ने शराब कारोबारी के बेटे को ही पटना विवि छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बना दिया है। और जब हार नजर आने लगी तो सत्ता का दुरुपयोग खुलेआम चालू कर दिया। किसी कुख्यात अपराधी को पकड़ने के लिए भी जिस पुलिस ने कभी छापे नहीं मारे, वह पुलिस आधी रात को एक छात्र संगठन ABVP के कार्यालय पर छापे मार रही है। यह निंदनीय है।
वहीं नगर संगठन मंत्री अभिमन्यु कुमार ने कहा कि अभाविप के कार्यालय पर छापा मरवा कर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री ने अपने मानसिक दिवालियापन का परिचय दिया है और इन सब के बाद भी सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और नंदकिशोर यादव जैसे नेता धृतराष्ट्र बने बैठे हैं। जबकि उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत ही ABVP से हुई है। खैर समय-समय की बात है, चिंता मत कीजिये मुख्यमंत्री जी । आपके हर “जोर-जुल्म की टक्कर में संघर्ष हमरा नारा है।” पटना विवि के छात्र और प्रदेश के युवा इसका जवाब जरूर देंगे। इस मौके पर मुख्य रूप से नगर सह मंत्री हर्षवर्धन सिंह, दीपक मधेसिया, रामजयपाल कॉलेज छात्र संघ महाविद्यालय प्रतिनिधि शुभम कुमार, जगदम कॉलेज अध्यक्ष सुमित सिंह, नगर कार्यालय प्रभारी कुमार सौरभ, प्रकाश राज, जगलाल चौधरी कॉलेज अध्यक्ष सुबोध शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, सुधाकर कुमार, अनमोल पांडेय, विश्वजीत कुमार, नीरज कुमार, गुलशन कुमार समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।