16 मई : मधुबनी की मुख्य खबरें

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सामूहिक बाजार स्थल में कोरोना से बचाव को लेकर किया गया जागरूकता कार्य

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के गंगौर पंचायत के सामूहिक बाजार में सोशल डिस्टेंस के पालन हेतु मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन एवं पंचायत के मुखिया शिवचंद्र मिश्रा के द्वारा 2 गज की दूरी पर घेरा बना कर जागरुक किया गया जिसके अंदर ग्रामीण सब्जी विक्रेता बैठकर अपना सब्जी बेचेंगे।

मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा के साथ संस्था के कार्यकर्ता विजय शर्मा , रवि शंकर कुमार एवं मुखिया शिवचंद्र मिश्रा, समाजसेवी गोपाल दास संयुक्त रूप से मिलकर लोगों को जागरूक किया एवं सब्जी विक्रेताओं को सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए घेरे के अंदर रहकर एवं मास्क लगाकर 8:00 से 10:00 के अंदर ही सब्जी बेचने की अपील की , साथ ही बाजार में आए लोगों को भी कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी के साथ-साथ लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने गतिविधियों में बने रहने की अपील की।

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संस्था की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा ने बताया कि ग्रामीण स्तर पर लोगों के अंदर जागरूकता की कमी है लोग किसी भी बात को टालने लगते हैं इसीलिए हम लोग धीरे-धीरे अपने छोटे-छोटे प्रयासों से लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं ,बाजार की स्थिति को देखते हुए हम लोगों ने 2 गज की दूरी पर घेरा लोगों को जागरूक कर दे व स्थित रूप से बाजार लगवाया है जिससे कि कुछ हद तक सब्जी बाजार में राहत दिख रही है।

पंचायत के मुखिया शिवचंद्र मिश्रा ने बताया कि हम लोग लगातार प्रयास में लगे हैं लोगों की हर तरह से मदद हेतु ,इस विपरीत परिस्थिति में कोई भी किसी तरह की लाचारी नहीं करें जिससे कि उनकी जान चली जाए। संस्था के सहयोगी कार्यकर्ता विजय शर्मा ,रवि शंकर कुमार, गोपाल दास ने बताया कि हम लोग हर तरह से समाज हित कार्य के लिए इस विपरीत परिस्थिति में

खड़े हैं पिछले साल भी हम लोगों ने बहुत सारे सकारात्मक कार्य किए थे और इस बार भी शुरू से ही हम लोगों का प्रयास जारी हैं। सामूहिक स्थल पर इस तरह के कार्य से लोग बहुत खुश हैं और बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं, धीरे-धीरे लोग जागरूक हो रहे हैं इन सभी लोगों के छोटी-छोटी कोशिशों से।

सोनई गांव के किसानों को पन्द्रह दिनों में भी नहीं मिल सका न्याय, प्रशासन पर लगाया मूकदर्शक बनने का आरोप

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के सोनई गांव में पिड़ित किसानों ने बैठक कर प्रशासन के उदासीनता पर सवाल खड़े किए है। इस बाबत प्रेसवार्ता करते हुए ग्रामीण मनीष झा, किशोरी शरण शुक्ल, राजेश्वर झा, संजय शर्मा, सीताराम शर्मा, श्याम नारायण शुक्ल, अवधेश झा, रजनीश झा, चंद्रमोहन झा, रमण कुमार, सुशील झा, प्रदीप झा, अनुग्रह झा, विजय झा, श्याम सुन्दर झा, वैधनाथ झा समेत दर्जनों किसानों ने बताया कि एक ओर हमलोगों का दर्जनों एकड़ जमीन को षडयंत्र कर कब्जा किया जा रहा है, और उक्त भूमी पर जबरन घर बनाया जा रहा है।

वहीं दूसरी ओर अतिक्रमणकारियों के द्वारा हम लोगों के उपर फर्जी मुकदमा कर दिया गया है। इतना ही नहीं बगीचे में लगे हरे पेड़ पौधे भी काट रहे है, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है. प्रशासन से न्याय नहीं मिल रहा है। जबकि हमलोगों ने सीओ को जमीन का सबूत भी दे चूकें है। उन्होंने कहा कि हमलोग विवाद नहीं चाहते है, लेकिन गांव के कुछ लोग विभिन्न जाति के लोगों को उकसा कर हमलोगों के निजी जमीन पर कब्जा करवा दिए है।

विवाद को बढते देख थानाध्यक्ष के द्वारा उक्त सभी भूमी पर 144 की कार्रवाई भी किया गया। बावजूद असमाजिक तत्वों के द्वारा कानून का पालन नहीं किया जा रहा है। यदी प्रशासन के द्वारा एक सप्ताह में अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया, तो हमलोग अपने हक व अधिकार के लिए अतिक्रमित भूमी को खुद से खाली करवाने के लिए जाएंगे। और ऐसी परिस्थिति में यदि विवाद बढेगा तो उसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।

क्या है मामला :

किसान रबी झा ने बताया कि सभी अतिक्रमणकारी पहले गांव के ही कोशी नहर पर घर बनाकर रह रहे थे, जहां कोषी नहर की उड़ाही शुरु होने पर वहां से सबको हटा दिया गया। फिर गांव के ही कुछ नेता के उकसाने पर विगत एक मई को हमलोगों के जमीन पर कब्जा करना शुरु कर दिया गया। हमलोगों ने इसकी जानकारी अंचल अधिकारी को दिया। प्रशासन मौके पर जाकर लोगों को समझाने की कोशिश किया, लेकिन वे लोग मानने को तैयार नहीं। उसके बाद पुलिस के द्वारा 144 व 107 की कार्रवाई किया गया। बावजूद निर्भिक होकर घर बना रहे है, जिससे दोनों पक्षों में तनाव का माहौल कायम है।

क्या कहते है एसडीएम :

एसडीएम अशोक मंडल ने बताया कि अतिक्रमण को खाली करवाने हेतू सीओ को निर्देश दे दिया गया है। मजिस्ट्रेट बहाल भी कर दिया गया है, जल्द ही मामले का निष्पादन कर दिया जाएगा।वहीं, सीओ सौरभ कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों को सोमवार को थाना पर बुलाया गया है। वार्ता के बाद प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगी।

बिस्फी में चलाया गया सघन वाहन जांच अभियान, पुलिस ने बरती सख्ती

मधुबनी : जिले के बिस्फी थाना परिसर में जिला प्रशासन के आदेशानुसार थाना परिसर में लॉक डॉन अनुपालन कराने को लेकर सघन वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान आवश्यक रूप से घूम रहे लोगों को धर पकड़ किया गया अनावश्यक रूप से सड़क पर घूम रहे लोगो से पूछताछ कर बगैर हेलमेट मार्क्स पहने लोगो को कड़ी फटकार लगाते हुए चालान काटा गया।

वही बिस्फी थाना अध्यक्ष संजय कुमार के नेतृत्व में दो पहिये चार पहिये का परमिशन जांच किया गया। जाँच दौरान दर्जनों गाड़ी को जप्त किया गया, एवं गाड़ियों की आवश्यक कागजात चेक कर चलान काटा गया। इस बाबत बिस्फी थाना अध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि लॉक डाउन को लेकर सड़कों पर अनावश्यक रूप से चलना कानूनी जुर्म है, जिस दौरान सड़कों पर अनावश्यक रूप से पाए जाने वाले व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इस जांच के दौरान बिस्फी थाना के एएसआई हरिंदर राय, उदय सिंह सहित सहित अन्य कई पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

मारपीट ने लिया खूनी संघर्ष की शक्ल, कई घायलों को मधुबनी सदर अस्पताल किया गया रेफेर

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के कमलावरपट्टी गांव में आपसी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हो गई। जिसमें महिला समेत चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। सभी जख्मियों का इलाज उमगांव सीएचसी में चल रहा है। चिकित्सकों ने एक महिला की स्थिति नाजुक देखते हुए सदर अस्पताल, मधुबनी रेफर कर दिया है।

जख्मियों की पहचान उसी गांव की शीला देवी, घुरणी देवी, एक अन्य मासूम बच्ची व बासोपट्टी थाना क्षेत्र के जसो गांव निवासी रामसोगारथ मंडल के रूप में बताई गई है। जिसमें घुरणी देवी की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। जिसे रेफर कर दिया गया है। जख्मियों ने बताया कि वे लोग बेटी की शादी के बाद जसो से कमलावरपट्टी पुछारी में आए थे।

जहां गांव के ही बिन्दे मंडल व चंदे मंडल समेत अन्य ने एक पुराने विवाद को लेकर धारदार हथियार से मारपीट कर दिया। थानाध्यक्ष प्रेम लाल पासवान ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

जल्द बनेगा एक और डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर, पूरे जिले भर के लोगों को होगा फायदा

मधुबनी : जिले के झंझारपुर एवं फुलपरास अनुमंडल क्षेत्र के कोविड मरीजों को इलाज के लिए अब रामपट्टी के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) में जाने की आवश्यकता नहीं। इसके लिए अरडि़या संग्राम स्थित एनएच-57 किनारे बने ट्रॉमा सेंटर में ही व्यवस्था की जाएगी। यह बातें अनुमंडल अस्पताल स्थित कोविड केयर सेंटर एवं ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण करने के बाद डीएम अमित कुमार ने कही।

उन्होंने बताया कि जिला क्षेत्र में मात्र रामपट्टी में डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की व्यवस्था होने के कारण संपूर्ण जिला के कोविड मरीजों का भार उसी सेंटर पर था। अब झंझारपुर में भी एक-दो दिनों में डीसीएचसी कार्य करने लगेगा। एनएच किनारे होने के कारण इस सेंटर पर आसानी से मरीजों को पहुंचाया जा सकता है।

डीएम ने कहा कि अनुमंडल अस्पताल में झंझारपुर मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। वहां के कोविड सेंटर तक सुलभ पहुंच पथ नहीं है। कोविड केंद्र के बाहर पानी जमा है। भवन निर्माण कार्य के कारण धूल-मिट्टी एवं प्रदूषण से मरीजों को बचाना मुश्किल हो गया है। इसलिए ट्रॉमा सेंटर में ही डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर की अविलंब व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।

ट्रॉमा सेंटर के प्रथम फ्लोर पर सीसीसी एवं ग्राउंड फ्लोर पर डीसीएचसी की व्यवस्था की जाएगी। यहां तत्काल 25 बेड का डीसीएचसी प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए झंझारपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार को एक-दो दिनों में सभी तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया है।

बताया कि ट्रॉमा सेंटर में कोविड मरीजों की व्यवस्था हो जाने के बाद अनुमंडल अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में लगाए गए बेड एवं वहां भर्ती सभी मरीजों को इस ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि यहां आवश्यक उपकरण एवं मानव बल को जल्द ही भेजा जाएगा।

पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि यहां सीसीसी एवं डीसीएचसी के लिए 40-40 बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। इसी व्यवस्था में लगे हुए हैं। निरीक्षण के समय डीएम के साथ एसडीएम शैलेश कुमार चौधरी, अनुमंडल अस्पताल के डीएस डॉ. प्रसन्न कुमार मिश्र, पीएससी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार, अनुमंडल अस्पताल के प्रबंधक श्याम चौधरी आदि मौजूद थे।

अमित कुमार ने किया विवाह भवन में संचालित सामुदायिक किचेन का निरीक्षण

मधुबनी : जिला पदाधिकारी अमित कुमार,अपर समाहर्ता अवधेश राम,अनुमंडल पदाधिकारी, सदर मधुबनी अभिषेक रंजन द्वारा नगर परिषद, मधुबनी अवस्थित विवाह भवन में संचालित सामुदायिक किचेन का निरीक्षण किया गया।

उल्लेखनीय है कि जिला आपदा प्रशाखा, मधुबनी द्वारा लगातार कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु प्रभावी लॉकडाउन अवधि में जिले के सभी सीसीसी सेंटर में इलाजरत कोरोना संक्रमित लोगो के अटेंडेंट, बेसहारा, बेघर, एवम् निराश्रित लोगों के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर परिषद, मधुबनी के अलावा झंझारपुर, बेनीपट्टी, जयनगर एवम् रामपट्टी में सामुदायिक किचेन के माध्यम से लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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