बैंक लूटने की योजना बनाते अपराधी गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर : जिले के सकरा थाना अन्तर्गत सरमसत पुर बाजार के पास से पांच अपराधियों को हथियार के साथ बैंक लूटने की योजना बनाते हुए गिरफ़्तार किया गया। उक्त जानकारी वरिय पुलिस कप्तान जयकांत ने संवाददाता सम्मेलन में दी। घटना के संबंध में बताया जाता है कि पुलिस को इस संबंध में गुप्त सूचना मिली कि कुछ लोग बैंक लूटने वाले हैं। सूचना के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी को छापामारी कर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अपराधियों के पास से 3 देशी कट्टा, 10 जिन्दा कारतूस, 3 मोटरसाइकिल एवं 2 मोबाइल बरामद किया गया है।
गिरफ्तार अपराधियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। गिरफ्तार अपराधी मो० तुफेल पे० शमसे आलम सा० केशोपुर सकरा, राजीव कुमार पे० स्व महेंद्र प्रसाद केशोपुर सकरा, गुड्डू कुमार पे० रामजतन प्रसाद सा० केशोपुर सकरा, मो० आलम, मो० लतीफ सा० केशोपुर सकरा एवं मिंटू कुमार पे० रामानंद सिंह सा० सरमसत पुर सकरा को गिरफ्तार किया गया है। टीम में मनोज कुमार पाण्डेय पुलिस उपाधीक्षक पुर्वी ,सकरा थाना प्रभारी एवं एस०आ०टी० के साथ सकरा पुलिस बल शामिल थे।
राजस्व वसूली में तेजी लाने को जिलाधिकारी द्वारा दिया गया सख्त निर्देश
मुज़फ्फरपुर : जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आज आंतरिक संसाधन की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों को राजस्व वसूली में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया है। बैठक में निबंधन विभाग, परिवहन विभाग, खनन, राष्ट्रीय बचत, राजस्व विभाग, जिला नीलाम शाखा, माप तौल विभाग, नगर निगम, वन प्रमंडल तथा अन्य विभागों की समीक्षा की गई एवं राजस्व वसूली से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश उन्हें दिए गए।
परिवहन विभाग की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि उनका वार्षिक लक्ष्य 224 करोड़ है, जिसके विरुद्ध 118 करोड़ 97 लाख की वसूली परिवहन विभाग द्वारा की गई है ,जो कि लक्ष्य का 53.11% है।विगत 15 दिनों में लगभग 16 करोड़ की वसूली की गई है।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अभियान चलाकर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति करें। कार्य में कोताही नहीं बरतें।
खनन विभाग की समीक्षा के क्रम में जिला खनन अधिकारी ने बताया कि उनका वार्षिक लक्ष्य 31.92 करोड़ की है, जिसके विरुद्ध वसूली 12.94 करोड़ की हुई है जो कि 40.54% है जबकि मासिक लक्ष्य के विरुद्ध वसूली 100% से अधिक है। राष्ट्रीय बचत की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि उनका वार्षिक लक्ष्य 175 करोड़ रूपया था, अभी तक 155 करोड़ रुपये की वसूली की गई है जिसका निर्धारित लक्ष्य का लगभग 88.61% है। संबंधित विभाग द्वारा की गई वसूली संतोषजनक थी।
भूमि विकास बैंक की स्थिति अच्छी नहीं थी। भूमि विकास बैंक द्वारा राजस्व वसूली का लक्ष्य 10 करोड़ 89 लाख रखा गया था, जिसके विरूद्ध वसूली मात्र 58लाख की गई जो कि वार्षिक लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 5.1% ही है। बताया गया कि कोरोना के मद्देनजर वसूली की गति धीमी रही है। निर्देश दिया गया कि अभियान चलाकर निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना सुनिश्चित किया जाए।
नगर निगम की समीक्षा के क्रम में नगर निगम द्वारा बताया गया कि उनका वार्षिक लक्ष्य 25.71 करोड़ था जिसके विरुद्ध अभी तक मात्र 7.82 करोड ही वसूली हुई है जो कि लक्ष्य का मात्र 30% है।निर्देश दिया गया कि अभियान चलाकर निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना सुनिश्चित करें।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया लक्ष्य और वसूली की अद्यतन स्थिति का स्पष्ट प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।।जिलाधिकारी ने कहा कि कैम्प मोड में राजस्व वसूली का कार्य करना सुनिश्चित करें।
माप तौल विभाग की समीक्षा के क्रम में बताया गया उनका वार्षिक लक्ष्य 2 करोड़ 08 लाख था।84 लाख रुपये की ही वसूली की गई है जो मात्र 40% है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया सूची प्राप्त कर सभी दुकानों का सत्यापन करना सुनिश्चित किया जाए। सभी पीडीएस की दुकानों का सत्यापन करें साथ ही कपड़े की दुकान ,पेट्रोल पंप का भी सत्यापन किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्य के प्रति गंभीरता बरतें अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
सैरात बंदोबस्ती की किसके समीक्षा के क्रम में बताया गया की 214 सैरातो को त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था को हस्तांतरित किया गया था। जिसमें 26 सैरात जिला परिषद को ,17 पंचायत समिति को और 171 पंचायतों को हस्तांतरित कराया गया था। निर्देश दिया गया कि जिला परिषद से संबंधित 26 सैरातो की बंदोबस्ती स-समय विहित प्रक्रिया के तहत ससमय कराना सुनिश्चित करें ताकि सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो सके। उन्होंने कहा कि जिला परिषद ,पंचायत समिति और पंचायतों को हस्तांतरित हुए सभी सैरातो की बन्दोबस्ती का सतत अनुश्रवण करना सुनिश्चित किया जाए।
निबंधन विभाग की समीक्षा के क्रम में जिला अवर निबंधक के द्वारा बताया गया कि वार्षिक लक्ष्य 264 करोड़ का है जिसके विरुद्ध अभी तक वसूली 127 करोड़ की हो पाई है जो कि वार्षिक लक्ष्य का अभी तक 49 प्रतिशत ही है। उन्होंने बताया कि कम वसूली का कारण कोविड-19 भी रहा है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए निर्धारित अवधि के अंदर लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा।
कार्यपालक अभियंता विद्युत शहरी-01 ने बताया कि उनका मासिक लक्ष्य 11 करोड़ 70 लाख था ,जिसके विरुद्ध वसूली 14 करोड़ 50 लाख रुपये की हुई है जो कि 115% है वही ओवरऑल वार्षिक उपलब्धि उनकी अब तक 93% रही है। कार्यपालक अभियंता शहरी-02 ने बताया कि मासिक लक्ष्य 13.50 करोड़ के विरुद्ध वसूली 15 करोड़ 60 लाख रुपये की हुई है। वार्षिक लक्ष्य के बारे में उन्होंने बताया वार्षिक लक्ष्य विरुद्ध वसूली अभी तक 66% है जिसे जिलाधिकारी ने वसूली अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया ताकि वार्षिक लक्ष्य …
जिलाधिकारी की साप्ताहिक बैठक में कई मुद्दों को लेकर हुई वार्ता
मुज़फ्फरपुर : आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में सप्ताहिक बैठक हुई जिसमें विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की गई एवं निर्धारित अवधि के अंदर योजनाओं के क्रियान्वयन का सख्त निर्देश भी दिया गया। नल जल योजना की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया कि विभिन्न प्रखंड अंतर्गत जिन वार्डों में कार्य पूर्ण नहीं है, वहां कार्यों को शीघ्र पूर्ण करें और जहां कार्य शुरू नहीं हुए हैं ,उन वार्डों में शीघ्र कार्य शुरू कराते हुए तय मानकों के अंतर्गत कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पारू में सबसे अधिक 62,कुढ़नी में 17 औराई में 26, साहेबबगंज में 16, सरैया में 13 ,कटरा में 18, सकरा में 10 वार्डो में कार्य पूर्ण नहीं है। इस पर जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त और जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित प्रखंडों के अंतर्गत जिन वार्डों में कार्य पूर्ण नहीं किया गया हैं या जहां कार्य प्रारंभ नहीं है, उनका सप्ताहिक समीक्षा करें। उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिया कि उक्त योजना का सतत अनुश्रवण करना सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने नल जल योजना अंतर्गत अनुरक्षकों की बहाली की धीमी गति पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि शीघ्र ही सभी वार्डों में अनुरक्षको की बहाली करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया है, कि विभिन्न प्रखंड अंतर्गत जिन वार्डो में कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं ,उनसे संबंधित कार्य -पूर्णता प्रमाण पत्र प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
सामुदायिक शौचालय की समीक्षा के क्रम में उप-विकास आयुक्त द्वारा बताया गया है, कि सभी पंचायतों में दो-दो सामुदायिक शौचालय केंद्र यानी कुल 770 के लक्ष्य के विरुद्ध 342 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है 168 पर कार्य प्रगति में है। लक्ष्य के अनुरूप कार्य की धीमी गति को देखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कार्य में तेजी लाएं। कहा कि तय मानकों एवं विशिष्टियों के अंतर्गत कार्य करना सुनिश्चित कराया जाए।
वही शौचालय निर्माण से संबंधित बकाया भुगतान के सम्बन्ध में डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर के द्वारा बताया गया कि 80% भुगतान किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि 25 जनवरी तक शेष बकाए का भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में उन्होंने उप विकास आयुक्त को भी निर्देशित किया कि उक्त कार्य का सतत अनुश्रवण करेंगे। उन्होंने कहा कि शिविर लगाकर भुगतान करें। बैठक में इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ,ई-म्यूटेशन, जल संचयन संरचनाओं का अतिक्रमण तथा अन्य विभागों की भी समीक्षा की गई एवं महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
बैठक में उप विकास आयुक्त सुनील कुमार झा, अपर समाहर्ता राजस्व राजेश कुमार, अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
अंचलअधिकारी एवं कर्मचारी अपनी जवाबदेही समझ, ऑनलाइन म्यूटेशन कार्य में तेजी लाएं
मुजफ्फरपुर : जमीन से संबंधित ऑनलाइन म्यूटेशन के कार्य में तेजी लाएं। अंचलअधिकारी एवं कर्मचारी अपनी-अपनी जवाबदेही को समझें। वरीय पदाधिकारी भी म्यूटेशन का सतत अनुश्रवण करें। लंबित आवेदनों का शीघ्र करें निष्पादन। उक्त बात जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने सप्ताहिक बैठक में ऑनलाइन म्यूटेशन की समीक्षा के क्रम में कहीं।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिन अंचलों की प्रगति संतोषजनक नहीं है, वहां के अंचलाधिकारी गंभीरता पूर्वक कार्य करते हुए कार्य को गति देना सुनिश्चित करें ताकि निर्धारित लक्ष्य को स-समय हासिल किया जा सके। इसमें किसी भी तरह की कोताही पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।
समीक्षात्मक बैठक में अपर समाहर्ता राजस्व राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि ई म्यूटेशन के कुल 196844 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 101804आवेदनों का डिस्पोजल किया गया।47902 रिजेक्ट किये गए। टोटल निस्तारण 149706 आवेदनों का किया गया। इस तरह ई म्यूटेशन के मामले में जिला की उपलब्धि 76.05% रही। बताया कि अभी भी 47138 केस पेंडिंग है। लक्ष्य के अनुरूप डिस्पोजल के मामले में मुरौल 91.81%के साथ पहले स्थान पर है। वही 79. 45% के साथ साहेबगंज एवं बोचहां दूसरे स्थान पर तथा 79.20% के साथ सरैया तीसरे स्थान पर है। जबकि 69. 77% के साथ मड़वन सबसे निचले स्थान पर है।
पिछले 15 दिनों की उपलब्धि देखी जाए तो सबसे बेहतर कार्य सकरा अंचल के द्वारा किया गया है। उसके बाद मोतीपुर अंचल दूसरे स्थान पर है। जबकि सबसे निचले स्थान पर पारु है।नीचे से दूसरे स्थान पर बोचहां।वही 63 दिन से अधिक के ज्यादा मामले 658 आवेदन कांटी में पेंडिंग है। वही कुढ़नी में 617 पेंडिंग है। जबकि बोचहा में जीरो, मुरौल में 02 ,बन्दरा में 7 एवं पारू में 8 आवेदन ऐसे हैं ,जो 63 दिन से अधिक से पेंडिंग है। 63 दिन से अधिक कूल (सभी प्रखंडो में) 2035 आवेदन पेंडिंग है।
जिलाधिकारी ने धीमी प्रगति वाले अंचलों को हिदायत देते हुए कहा है कि आवेदनों के निष्पादन की गति यदि यही रही तो कार्रवाई तय है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि लक्ष्य के अनुरूप कार्य में तेजी लाना सुनिश्चित करें, ताकि दाखिल खारिज से संबंधित आवेदनों का निष्पादन तीव्र गति से हो सके।
सड़क दुर्घटना को लेकर हमें स्वयं व दूसरों को भी करना होगा जागरूक
मुज़फ्फरपुर : सड़क दुर्घटनाएं अर्थव्यवस्था जन स्वास्थ्य तथा जनता के कल्याणकारी कार्यों पर निषेधात्मक प्रभाव डालती है। दुर्घटनाएं /असामयिक मृत्यु मानव जीवन के लिए त्रासदी है अतः हमें स्वयं जागरूक होना होगा तथा दूसरों को भी जागरूक करना होगा ताकि सड़क सुरक्षा की अवधारणा को मूर्त रूप दिया जा सके। उक्त बात जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने सड़क सुरक्षा माह के उद्घाटन सत्र पर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवानगी करने के क्रम में कही।
उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि यात्रा करते समय सीट बेल्ट तथा हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग ना करें। निर्धारित गति से तथा निर्धारित लेन में ही वाहन चलाएं। सड़क सुरक्षा यातायात के नियमों का पालन करते हुए खुद के साथ औरों को भी सुरक्षित रखें। मौके पर नगर आयुक्त, जिला परिवहन अधिकारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी के साथ अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
मालूम हो कि 18 जनवरी 2021 से 17 फरवरी 2021 तक सड़क सुरक्षा माह का आयोजन जिला परिवहन विभाग के द्वारा किया जा रहा है। जिलाधिकारी और नगर आयुक्त द्वारा जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर “सड़क सुरक्षा माह” का आगाज किया गया। जागरूकता कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा के संबंध में विस्तृत जानकारी मुहैया कराते हुए उन्हें जागरूक किया जा सके।
सड़क सुरक्षा मार्च, reflective tape/ SLD पर जांच अभियान,सड़क सुरक्षा विषय पर विशेष जांच अभियान, ज़ेबरा क्रॉसिंग पेंटिंग लेन मार्किंग, स्वास्थ्य जांच एवं नेत्र जांच शिविर,नुक्कड़ नाटक,वाद विवाद प्रतियोगिता, परमिट विशेष जांच अभियान, फिटनेस कैंप का आयोजन, सड़क सुरक्षा विषय पर विशेष जांच अभियान ,रक्तदान शिविर, पेंटिंग प्रतियोगिता, प्रेशर हॉर्न /मल्टी टोन हॉर्न पर विशेष अभियान, सुरक्षा संकेत संकेतक चिन्ह के बारे में जानकारी ,बीमा दावों का निपटारा ,प्रशिक्षण ,पोस्टर क्विज प्रतियोगिता ,एनएच/एस एच हाईवे जांच अभियान, नंबर प्लेट/ फैंसी नंबर प्लेट/ एवं लोगो संबंधित जांच अभियान, चश्मा वितरण तथा अन्य कई कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है, जिसके आलोक में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जनसमूह को जागरूक करने को लेकर लगाई गई प्रदर्शनी
मुजफ्फरपुर : जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुजफ्फरपुर द्वारा एसडीआरएफ मुजफ्फरपुर एवं जिला अग्निशमन कार्यालय मुजफ्फरपुर के सहयोग से समाहरणालय परिसर में स्थित सभी कार्यालयों में भूकंप जागरूकता कार्यक्रम निष्कासन अभ्यास एवं भूकंप आने पर की जाने वाली बचाव विधियों पर अभ्यास किया गया। इस अवसर पर एसडीआरएफ मुजफ्फरपुर एवं जिला अग्निशमन मुजफ्फरपुर द्वारा भूकंप तथा विभिन्न आपदाओं में राहत एवं बचाव कार्य में प्रयोग में लाए जा रहे महत्वपूर्ण उपकरणों के बारे में उपस्थित कर्मियों, जनसमूह को जागरूक करने के उद्देश्य से एक जागरूकता प्रदर्शनी भी लगाई गई।
इस महत्वपूर्ण मौके पर उपस्थित जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने कहा कि भूकम्प को लेकर आम-आवाम को जागरूक करने के मद्देनजर भूकंप के पूर्व की तैयारी को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है ताकि किसी भी परिस्थिति में आम लोगों को रिस्पॉन्ड करने में उन्हें कठिनाइयों का सामना न करना पड़ें।उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में प्रथम रिस्पांडर पब्लिक होती है ,वहां के नागरिक होते हैं। इसलिए एक- एक व्यक्ति को आपदा के संबंध में जागरूक करना निहायत ही जरूरी है ताकि आपदा के पश्चात होने वाले दुष्परिणाम,/विभीषिका को कम किया जा सके।
वहीं अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा ने बताया कि 15 जनवरी से 21 जनवरी 2021 तक भूकंप सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन चल रहा है। इस अवधि में भूकंप के प्रति सुरक्षा, संवेदनशीलता में जागरूकता बढ़ाने के दृष्टिगत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं ताकि आपदा के पूर्व या आपदा की स्थिति में और आपदा के बाद क्या करना है क्या नहीं करना है इससे संबंधित विस्तृत जानकारी लोगों को दी जा सके। उन्होंने कहा है कि इसी परिपेक्ष्य में आज जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
आज के कार्यक्रम में मोहम्मद साकिब खान कंसलटेंट डीएम प्रोफेशनल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र मुजफ्फरपुर से सुश्री विद्या, सुरुचि ,श्री राकेश कुमार ,श्री राजीव कुमार ,श्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ,श्री रोहित कुमार जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा के प्रधान लिपिक विजय दत्ता, सहायक लिपिक श्री मूनटून कुमार, विग कमांडर एसडीआरएफ सत्येंद्र कुमार एसडीआरएफ के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी तथा अग्निशमन विभाग मुजफ्फरपुर के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य क्षेत्र में युवाओं की उभरती संभावनाओं पर लिया गय सत्र
मुजफ्फरपुर : आज नेहरू युवा केंद्र मुजफ्फरपुर द्वारा राष्ट्रीय युवा सप्ताह 2021 अंतर्गत कौशल विकास दिवस के अवसर पर आपदा प्रबंधन सामाजिक, कार्य एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में कैरियर पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन समाहरणालय सभागार मुजफ्फरपुर में किया गया इन सभी क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा युवाओं को मार्गदर्शन दिया गया।
डॉ० शिवचंद्र चौधरी, विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग जगरनाथ मिश्रा कॉलेज मुजफ्फरपुर के द्वारा सामाजिक कार्य एवं समाजशास्त्र का आज के परिदृश्य में महत्व एवं संबंधित क्षेत्र में करियर परिवार को मार्ग दर्शित किया गया। वहीं श्री सुनील पांडे क्षेत्रीय प्रबंधक, आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) द्वारा कॉरपोरेट सामाजिक सरोकार क्षेत्र में युवाओं के कैरियर हेतु असीम संभावनाओं वाला नवीन क्षेत्र विषय वस्तु पर प्रकाश डाला गया।
श्री सौरभ तिवारी जिला प्रतिनिधि,के यर द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में युवाओं के लिए उभरती संभावनाओं पर एक सत्र लिया गया। इसमें उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य क्षेत्र एक उभरता हुआ क्षेत्र है एवम् युवा इसमें कई प्रकार से कैरियर विकल्प को चुन सकते है। यह सेमिनार युवाओं का मार्गदर्शन करने के साथ-साथ अन्य कैरियर विकल्पों के तौर पर इन सभी क्षेत्रों को भी प्राथमिकता में रखा, अपने कैरियर को नई दिशा देने तथा इसके बारे में जागरूकता हेतु रखा गया था।
आखिरी सत्र में मोहम्मद साकिब खान कंसलटेंट जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुजफ्फरपुर द्वारा प्रबंधन के क्षेत्र में युवाओं के करियर से जुड़े अवसर पर बातें रखी गई। विभिन्न क्षेत्रों के इन सत्रों से जुड़े कुछ सवाल युवाओं द्वारा विशेषज्ञों के समक्ष भी रखे गए। तत्पश्चात जिला युवा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र मुजफ्फरपुर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन पश्चात कार्यक्रम समाप्त किया गया।
सुनील कुमार अकेला की रिपोर्ट