पटना : देश की पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह का लंबी बीमारी के बाद 87 साल की उम्र में निधन हो गया। सरदार बूटा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि वे कुशल प्रशासक थे जिसको उन्होनें केंद्रीय मंत्री परिषद में अनेक विभागों के मंत्री रहते हुए और बिहार के राज्यपाल रहते हुए साबित किया था।
दलित राजनीति को हमेशा राष्ट्रीय राजनीति से जोड़कर रखने में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। बूटा सिंह के रूप में हमने दलित समाज के एक बड़े नेता को खो दिया है जिसकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी। रामविलास पासवान के बाद बूटा सिंह केअसमय जाने से दलित राजनीति में एक रिक्तता आ गई है। उन्होंने गरीबों के उत्थान के लिए लगातार उन्होंने कार्य किया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति दें।