Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

आरा की मुख्य ख़बरें
आरा बिहार अपडेट

25 जुलाई : आरा की मुख्य ख़बरें

क्रिकेट खेलने के दौरान दो गुटों में झड़प, 7 जख्मी

आरा : भोजपुर जिले में क्रिकेट खेलने के विवाद में जहां 7 लोग जख्मी हो गए वही मारपीट की घटनाओं में एक और व्यक्ति जख्मी हो गये. जानकारी के अनुसार तियर थाना क्षेत्र के सिकरिया गांव में शुक्रवार की देर शाम बच्चों के बीच क्रिकेट खेलने के दौरान हुए विवाद में बड़े भी भिड़ गये और जमकर दोनों तरफ से लाठी-डंडे चले. मारपीट की इस घटना में 7 लोग जख्मी हो गये. घटना में जख्मी सिकरिया निवासी उमाशंकर यादव, मुन्ना सिंह, मोहन कुमार यादव, सुदर्शन सिंह यादव, संतोष कुमार, शशिकांत यादव व सत्यपाल यादव का बिहिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया गया।

थानाध्यक्ष हरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि घटना को लेकर एक पक्ष के उमाशंकर यादव के पुत्र मोहन यादव व दूसरे पक्ष की सुदर्शन यादव की पत्नी दुर्गावती देवी ने कई लोगों को नामजद करते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं जगदीशपुर थाना क्षेत्र के बरहर टोला में आपसी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुयी मारपीट की घटना में धर्मेन्द्र कुमार जख्मी हो गए जिनका इलाज बिहिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कराया गया. पुलिस मामलों की छानबीन कर रही है।

डीलर्स एसोसिएशन ने की हड़ताल की घोषणा

आरा : ठाकुरबाड़ी मंदिर परिसर में बिहिया प्रखंड के जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं की बैठक आयोजित की गयी. बिहिया में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता फेयर प्राईस डीलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नंद कुमार ओझा ने की. बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए सरकार एवं प्रशासन द्वारा आज तक डीलर के बचाव के लिए कोई उपाय नहीं किया गया जिसको लेकर प्रदेश कमिटी एवं जिला कमिटी के आह्वान पर प्रखंड के सभी विक्रेता माह अगस्त का ई-चालान जमा नहीं करेंगे और न हीं अनाज का उठाव करेंगे।

बैठक में डीलर की आठ सूत्री मांगों को रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाता है तब तक आगामी 10 अगस्त से सभी जनवितरण प्रणाली दुकानों के विक्रेता हड़ताल पर चले जाएंगे. बैठक में डीलर शारदानन्द सिंह, दुर्गा प्रसाद, श्याम नारायण मिश्र, हरेराम, विजय सिंह, नगीना प्रसाद, रामाशंकर साह समेत दर्जनों डीलर मौजूद थे।

भूमि विवाद को ले बाप-बेटा सहित तीन पीट-पीटकर किया जख्मी

आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेला गांव में शुक्रवार की शाम जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हुई। इसमें एक पक्ष के बाप-बेटा सहित तीन लोग जख्मी हो गए। सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जख्मियों में पारस यादव, उनका पुत्र जितेंद्र यादव एवं हरेंद्र यादव है।

जख्मी पारस यादव ने बताया कि उनके भाई मन्नू यादव से जमीन को लेकर कुछ दिनों से जमीनी विवाद चला आ रहा था। आज शाम उसी विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया। इसके बाद मन्नू यादव के द्वारा तीनों की जमकर पिटाई कर दी गई। हालांकि दूसरे पक्ष का बयान नही मिल पाया है।

मवेशी बांधने को ले उत्पन्न विवाद में महिला समेत चार जख्मी

आरा : जिले के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के महुआरी गांव में गैरमजरूआ जमीन पर मवेशी बांधने को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई। इसमें एक पक्ष से एक महिला समेत चार लोग जख्मी हो गए। सभी को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया। जख्मियों में बबन सिंह, उनका पुत्र चंदन कुमार, विमलेश सिंह एवं ललिता देवी है।

बताया जाता है कि गांव में ही एक गैरमजरूआ जमीन पर जख्मियों द्वारा मवेशी बांधा जा रहा था। इसी बीच दूसरे पक्ष के लोग वहां आ धमके और मवेशी बांधने से मना करने लगे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच बहस हो गई। जिसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और मारपीट शुरू कर दी। जिसमें एक पक्ष से एक महिला समेत चार लोग जख्मी हो गए।

कोरोना की अफवाह फैलाने में दो के विरुद्ध प्राथमिकी

आरा : जिला मुख्यालय आरा में कोरोना संबंधी अफवाह और तीन चर्चित डाक्टरों के संक्रमित होने की गलत सूचना प्रचारित करना दो लोगों को काफी महंगा पड़ गया। दोनों के विरुद्ध मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी।

थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी के अनुसार घेंघटा निवासी वीरबल केसरी और पिरौंटा निवासी मुकेश कुमार द्वारा शहर के तीन चर्चित डाक्टरों के कोरोना से संक्रमित होने की भ्रामक खबर फैलायी गयी थी। थाने के साइबर सेनानी ग्रुप में यह खबर पोस्ट की गयी थी। इसे लेकर दोनों के खिलाफ केस किया गया

भोजपुर में 29 पुलिस कर्मियों का तबादला

आरा : जिले में शनिवार को बड़े पैमाने पर पुलिस कर्मियों का तबादला किया गया। इस दौरान पुलिस लाइन से 29 पुलिस कर्मियों को थानों सहित अन्य कार्यालयों में भेजा गया है। इनमें 9 एएसआई, दो महिला सिपाही और 18 प्रशिक्षु पीटीसी शामिल हैं। इसे लेकर एसपी सुशील कुमार द्वारा जिलादेश भी जारी कर दिया गया है।

एसपी द्वारा सूची के अनुसार एएसआई शिलनाथ यादव व अरुण कुमार सिंह को धोबहां ओपी, बाल कृष्ण सिंह व अजीत कुमार सिंह को खवासपुर ओपी, प्रभाष कुमार सिंह को आरा टाउन थाना, धनंजय कुमार शर्मा को कोईलवर, रामबाबू राय को गजराजगंज, धुनी लाल मंडल को तरारी और तरारी थाने से राजकुमार सिंह को यातायात थाना भेजा गया है।

इसी तरह लाइन से प्रशिक्षु पीटीसी शंभु कुमार, सुमन कुमार मंडल व रंजन कुमार झा को हिन्दी शाखा, धर्मेंद्र यादव, जयप्रकाश सिंह व मुकेश कुमार चौधरी को आरा एसडीपीओ ऑफिस, मनोज कुमार, जीतेंद्र कुमार वीरेंद्र प्रसाद को जीआर शाखा, धीरेंद्र मंडल को चरित्र सत्यापन शाखा, मुकेश कुमार व संजय राजगीर को सअनि प्रथम कार्यालय, कमलेश्वरी मंडल, योगेंद्र कुमार साह व मुकेश राय को पीरो एसडीपीओ ऑफिसऔर सुनील कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह व अरुण रजक को एसडीपीओ ऑफिस जगदीशपुर भेजा गया है।

वहीं महिला सिपाही कृष्णावती कुमारी आरा एसडीपीओ ऑफिस व श्वेता कुमारी को एसपी ऑफिस के अपराध शाखा में प्रतिनियुक्त किया गया है। सभी को 24 घंटे के अंदर योगदान करने का निर्देश दिया गया है|

अंग्रेजो के जमाने का बना पुल ध्वस्त होने पर अभियंता ने किया निरीक्षण

आरा : बिहिया – तियर पथ पर भड़सरा गांव के समीप अंग्रेजो के जमाने से बना सिंगल लेन पुल के टूटने की खबर पर संज्ञान लेते हुए पथ निर्माण मंत्री के पहल पर पीडब्लूडी के सहायक अभियन्ता सुरेश कुमार शनिवार को मौके पर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने पुल और पुल के टूटे हुए भाग का बारीकी से निरीक्षण किया।

सहायक अभियंता ने कहा कि फिलहाल पुल के जर्जर भाग को तोड़ कर रिस्टोर किया जाएगा। ताकि सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही पुरे पुल को तोड़ कर नया पुल बनाने का प्रस्ताव आगे बढ़ाया जाएगा।

बताते चलें कि गुरुवार को गारा चुना से बने इस वर्षो पुराने पुल पर अचानक बड़ा होल बन गया इस दौरान वाहन होल में गिरते गिरते बचे। फिलहाल बाइक ऑटो को छोड़ सभी तरह के वाहनों का परिचालन बंद हो गया है।यह सड़क पहले आरईओ के जिम्में थी।

पूर्व मुख्यमंत्री विन्देश्वरी दुबे जब इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे उसी समय यह रोड पीडब्लूडी को सौपी गयी थी । गड्ढ़े में तब्दील इस सड़क का दिन लौटा भाजपा जद यु की पहली सरकार में। करोड़ों की लागत से बिहिया से तियर तक के 15 किलोमीटर लम्बी सड़क को डबल करते हुए बेहतर बनाया गया था।पर दुर्भाग्य से निर्माण एजेंसी व विभागीय अधिकारीयों ने इस पुल के भविष्य पर कोई संज्ञान नही लिया जिसके कारण पुल अपने पुराने स्वरुप में सिंगल लेन ही रह गया। बारिश के कारण इसका दक्षिणी किनारा कई दिनों से दब रहा था जिसके कारण आशंका थी कि पुल ढहेगा जो सच साबित हुआ।

निरीक्षण के दौरान गंदा बेडसीट, देख भड़के डीएम, अस्पताल प्रबंधक से मंगा स्पष्टीकरण

आरा : डीएम रोशन कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार के द्वारा शुक्रवार को आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण देर शाम तक किया गया। निरीक्षण के दौरान डीएम श्री कुशवाहा ने सदर अस्पताल की साफ-सफाई कराने, मेडिकल वार्ड में लाईट एवं पानी की व्यवस्था कराने, लेबर रूम के सामने जल जमाव को रोकने के लिए सोकपीट बनाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि अस्पताल परिसर में पूर्व से जो नाला है। वह जर्जर अवस्था में होने के कारण कई जगहों पर बंद है इसके कारण संभवतः पानी का निकास नहीं हो पाता है। डीएम ने अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि अविलंब नालों की मरम्मती का कार्य कराना सुनिश्चित करेंगे।

निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि सदर अस्पताल में खाली पड़े बेड पर जो बेडसीट बिछाया गया था वह काफी गंदा था। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक, सदर अस्पताल आरा से स्पष्टीकरण की मांग की गयी। डीएम ने कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए 50 बेड का वार्ड तैयार करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। सदर अस्पताल, आरा की चिकित्सीय व्यवस्था को दुरूस्त रखने एवं समस्याओं का ससमय समाधान कराने के निमित सदर अस्पताल आरा में उप विकास आयुक्त, भोजपुर के पर्यवेक्षण में चिकित्सा व्यवस्था कोषांग का गठन किया गया है तथा कोषांग में तीन पालियों में पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्ति की गयी है।

प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को दायित्व दिया गया है कि सदर अस्पताल, आरा के अंदर सामान्य (OPD) एवं इमरजेन्सी स्वास्थ्य सेवाएं हर हाल में बहाल कराना सुनिश्चित करायेंगे। इसके लिए सम्पर्क पदाधिकारी-अधीक्षक, सदर अस्पताल, आरा मो.-9470003156 होंगे, रोस्टर के अनुसार चिकित्सक/स्वास्थ्य कर्मियों की ससमय उपस्थिति का अनुश्रवण करेंगे, अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे, अस्पताल में रोगियों को दिये जाने वाले नास्ता, भोजन एवं अन्य देय सुविधाओं का अनुश्रवण करेंगे, अस्पताल परिसर के बाहर प्रवेश एवं निकास के आस-पास आवश्यक साफ-सफाई का पर्यवेक्षण करेंगे, अस्पताल के अंदर एवं प्रवेश व निकास के आस-पास यदि कोई विधि-व्यवस्था की समस्या हो तो उसका निदान करायेंगे, अस्पताल कर्मियों,रोगियों की यदि कोई शिकायत हो तो उसका अनुश्रवण करना एवं संबंधित पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उसका निदान करायेंगे, कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के निमित अस्पताल के अंदर डाक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, रोगियों एवं उनके परिजनों द्वारा मास्क के उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित करायेंगे।

जिंदा रिक्शा चालक ने मुर्दा बनकर खाने के लिए जुटाए पैसे

आरा : कोरोना जैसी वैश्विक त्रासदी में जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चौपट साबित हो रही हैं वहीं गरीबों के लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था करना भी बड़ा मुश्किल भरा काम है। अनलॉक के बाद फिर लॉकडाउन लगने से समस्या और बढ़ गई है। इस संकट काल में एक रिक्शेवाले को थोड़ा सा धन इकट्ठा करने को नाटकीय रूप से अपनी जान गंवानी पड़ी। लाश को सड़क किनारे पड़ी देखकर लोग उस पर कुछ पैसे चढ़ा गए।

यह मामला बिहार के भोजपुर जिले मुख्यालय आरा का है। पटना के बिहटा निवासी रामदेव यहां रिक्शा चलाकर पैसे कमाता था। अब कोरोना काल में लोग घर से कम बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में उसकी कमाई पूरी तरह से चौपट हो गई। परेशान रिक्शा चालक को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने मरना मुनासिब समझा, यानि वह कफन लपेटकर डिस टैंक रोड़ पर लेट गया और नाटक असली लगे इसके लिए माला भी डाल ली, पास में अगरबत्ती जला ली।

आने जाने वाले लोगों ने उस पर कुछ पैसे चढा दिए। खाने पीने का सामान खरीदने जितनी रकम इकट्ठा होने के बाद वह खड़ा हो गया। रामदेव का कहना है कि मजबूरी में उसे यह तरीका अपनाना पड़ा है, वह एक मेहनतकश है और पसीना बहाकर पैसा कमाने पर विश्वास रखता है। लेकिन काम नहीं होने पर जब भुखमरी की हालत हुई तो उसने परिवार का पेट पालने के लिए यह रास्ता अपनाया। यह घटना सरकार के गरीबों को राशन वितरण प्रणाली की पोल खोलती

नजर आती है। ना जाने ऐसे कितने ही गरीब इस मुश्किल भरे वक्त में भोजन के लिए संघर्ष कर रहे होंगे। गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया। 16 जुलाई से लागू हुआ लॉकडाउन 31 जुलाई तक चलेगा। फिलहाल बिहार में अभी तक 33,511 लोग संक्रमित हो चुके हैं, इनमें से 212 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

राजीव एन अग्रवाल