क्वारंटाइन केंद्र में दिख रहा घोर सुविधाओं का अभाव
सिवान : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रखंडों में अन्य राज्यों से लौट रहे प्रवासियों के लिए बने क्वारंटाइन केंद्रों में घोर सुविधाओं का अभाव दिख रहा है। जीरादेई प्रखंड स्थित महेंद्र उच्च विद्यालय के प्रांगण में बने क्वारंटाइन केंद्र का जिला जज ने निरीक्षण किया इस क्रम में उन्होंने केंद्र पर सुविधाओं का घोर अभाव देखा। प्रवासियों की जाँच से लेकर भोजन तक कि व्यवस्था अत्यंत दयनीय हालत में दिखी। बसों में भरकर बाहर से आ रहे प्रवासी की थर्मल स्क्रीनिंग के लिए चिकित्सक की जगह गैर चिकित्सक खड़ा दिखा। जिसे पूछताछ करने पर जांच की प्रारंभिक जानकारी भी नहीं थी।
वही व्यवस्था के अभाव में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जी उड़ा रहे प्रवासी बिना सब्जी की किसी तरह चावल दाल खाते दिखे। वहीं सुबास प्रसाद आईटीआई केन्द्र में काले पॉलीथिन में भोजन दिया जा रहा था। इस बावत जब डीएलएसए के सचिव सह न्यायिक पदाधिकारी एनके प्रियदर्शी ने जब जानकारी लेनी चाही तो मौके पर उपस्थित कर्मियों ने कुछ भी स्पष्ट रूप से बताने से कतराते दिखे।
अलग अलग केंद्र में प्रवासियों की अलग अलग शिकायत मिली। कही चाय नही मिलने की तो कही बिछावन के नहीं होने की थी शिकायत। काफी खोज बिन के बाद भी बीडीओ या किसी अन्य वरीय अधिकारियों से मुलाकात नहीं हो सकी। इस निरीक्षण दाल में डीएलएसए के पैनल एडवोकेट डॉ विजय कुमार पांडेय, रेड क्रॉस सोसाइटी के वरीय सदस्य राजीव रंजन, डीएलएसए के कर्मी रणजीत दुबे, बलवंत कुमार, प्रभात कुमार आदि उपस्थित थे।
डॉ विजय कुमार पांडेय