13 मई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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प्रखंड अध्यक्ष जयनगर नगर पंचायत क्षेत्र को करवा रहे सैनिटाइज

मधुबनी : कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन किया गया है। डब्लूएचओ एवं केंद्र एवं राज्य सरकार के ओर से बार-बार साफ-सफाई और सेनेटाइज रहने की बात लगातार कही जा रही है। इसी के मद्देनजर मधुबनी जिले के खजौली विधानसभा के जयनगर प्रखंड के आम आदमी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष अमित कुमार महतो लगातार दो दिनों से जयनगर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्डों के घरों के बाहरी परिसर एवं सड़क,मोहलों को निजी स्तर पर आम आदमी पार्टी के बैनर तले करवा रहे हैं।

वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19 नोबल कोरोना वायरस के प्रति सचेत करने और स्वच्छता के लिए जागरूकता के उद्देश्य से खजौली विधानसभा के कई गाँव में राशन, फेस मास्क ओर साबुन गाँव के लोगों के बीच वितरण डोर-टू-डोर एवं जयनगर के पटना गद्दी चौक पर पिछले 21 दिनों से कम्यूनिटी किचन चला कर निर्धन, गरीब, निःसहाय, मजदूर वर्ग के लोगों को खाना खिलाते हुए समाजसेवी सह खजौली विधानसभा प्रत्याशी अमित कुमार महतो ने ग्रामीणों के बीच जाके उनको इस वायरस से सावधान रहने को आगाह किया।

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उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जो कहा है, और जो दिशा-निर्देश हमें सरकार के तरफ से मिले हैं, उनका पालन हम सभी को शत-प्रतिशत करना है। सोशल डिस्टेंस बनाये रखना है, ओर अधिक जरूरत नही हो तो घर से बाहर बिल्कुल नही निकलें। कई मौकों पर श्री महतो ने लोगों से कहा कि बहुत जरूरत होने और ही घर से बाहर निकालें, ओर मास्क लगाएं एवं घर से बाहर जाने-आने के क्रम में हाथ को बढ़िया से धोएं ओर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।

उन्होंने स्थानीय लोगों से उनके घर-घर जाके कहा कि ये एक महामारी बन चुका है, इसलिए अपने यहां भी हम इसके प्रभाव से बचने के लिए इससे बच कर रहें। क्योंकि अभी तक इसकी वैक्सीन या इससे निपटने की दवा का ईजाद नही हुआ है।

आपको बता दें कि अमित कुमार महतो वर्ष 2015 में खजौली विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं, और 2020 में खजौली विधानसभा से भावी प्रत्याशी भी हैं।
इससे पहले वो कई खजौली विधानसभा के दर्जनों प्रखंड के गाँव में जाकर अनाज, राशन, फेस मास्क ओर साबुन इत्यादि चीजों का वितरण कर चूके हैं।

आंगनबाड़ी सेविका करेंगी लोगों को एईएस के प्रति जागरूक

मधुबनी : एईएस/जेई की रोकथाम एवं उपचार में अब आइसीडीएस कार्यकर्ता भी सहयोग करेंगी इस संबंध में आईसीडीएस के निदेशक ने एक पत्र के माध्यम से यह निर्देश दिया है। कुपोषित एवं अति-कुपोषित बच्चों पर अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत है लिए आंगनबाड़ी सेविका को एईएस के प्रति सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।

कोरोना संकट के बीच राज्य के सामने एईएस (चमकी बुखार) पर प्रभावी नियंत्रण की चुनौती भी आ गयी है। विगत साल मुज्जफरपुर सहित आस-पास के अन्य जिलों में एईएस (चमकी बुखार) एवं मस्तिष्क बुखार (जेई) के कई मामले सामने आये थे, जिससे कई बच्चों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी। इसे ध्यान में रखते हुए अभी से राज्य सरकार एईएस प्रबंधन पर कार्य शुरू कर दी है. अब एईएस के खिलाफ़ इस जंग में आईसीडीएस के कार्यकर्ता भी सहयोग करेंगे. इसको लेकर आईसीडीएस के निदेशक आलोक कुमार ने सभी आइसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखकर जानकारी दी है. पत्र में बताया गया है कि महिला पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका अपने क्षेत्रों में एईएस से बचाव एवं त्वरित राहत कार्य में अपना सहयोग देंगे. इसके लिए सभी कार्यकर्ता को राज्य सरकार द्वारा एईएस प्रबंधन को लेकर जारी स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम( एसओपी) को अनुसरण करते हुए कार्य करना है.

आंगनबाड़ी सेविका ऐसे करेगी सहयोग :

पत्र में बताया गया है कि समुदाय में यदि कोई बच्चा एईएस से ग्रसित पाया जाता है तो आंगनबाड़ी सेविका बच्चे की जान बचाने के लिए त्वरित कार्रवाई करेंगी. इसके लिए आंगनबाड़ी सेविका को जरुरी निर्देश दिए गए हैं :

• मरीज यदि बेहोश नहीं है तो उसे तुरंत ओआरएस का घोल देगी
• आशा एवं एएनएम के पास ग्लूकोमीटर होने पर मरीज के खून में शुगर की मात्रा की जांच करेगी
• बुखार की दवा( पारासीटामोल) चिकित्सक की परामर्श के मुताबिक रोगी को देगी
• नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या रेफेरल अस्पताल को मरीज के आने के पूर्व सूचना देगी
• एम्बुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर 108/102 नंबर पर कॉल करेगी
• चिन्हित किये गए कुपोषित एवं अति-कुपोषित बच्चों पर अतिरिक्त ध्यान देने की बात परिवार के सदस्यों को बताएगी
• समुदाय में एईएस की पहचान एवं रोकथाम पर सामुदायिक जागरूकता बढ़ाएगी
• कोविड-19 को देखते हुए व्यक्तिगत दूरी सहित मुँह एवं नाक को ढकने एवं हाथों की सफाई पर खुद भी ध्यान देगी एवं इसके विषय में दूसरों को भी जागरूक करेगी

इन लक्षणों पर जानें एईएस/जेई को :

• अचानक पूरे शरीर या शरीर के किसी खास अंग में एंठन, मुँह से झाग निकलना, दांत पर दांत का बैठ जाना
• अचानक सुस्ती/ अर्द्ध बेहोशी/ बेहोशी
• चिउंटी काटने पर शरीर में कोई हरकत नहीं होना
• उल्टी/ तेज साँस का चलाना

एईएस/ जेई होने पर ये करें:

• तेज बुखार होने पर शरीर को ताजे पानी एवं पंखे से हवा करें ताकि बुखार 100 डिग्री फारेनहाइट से कम हो सके. मरीज को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएँ
• बच्चा बेहोश नहीं हो तो साफ़ पानी में डालकर ओआरएस का घोल दें
• बेहोशी या मिर्गी की स्थिति में बच्चे को हवादार जगह पर रखें
• बच्चे के शरीर से कपडे हटा दें एवं बच्चे की गर्दन सीधी कर उसे छायादार जगह पर लिटायें
• कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बच्चे के पास जाने से पूर्व मुँह एवं नाक को जरुर ढंक लें एवं हाथों की सफाई पर भी ध्यान दें
• रोगी की देखभाल यथासंभव घर के सदस्य ही करें।

मजदूरों के कानून ख़त्म किए जाने पर भाकपा ने दिया धरना

मधुबनी : ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) के आव्हान पर मजदूरों के कानून खत्म करने के खिलाफ भाकपा (माले) ने जयनगर में धरना दिया।  प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा कि लॉकडाउन में जहाँ मजदूरों की हालत मौत से भी बदतर हो गई है ऐसी स्थिति में भाजपा शासित राज्यों में गुपचुप तरीके से मजदूरों के अधिकार की कानून खत्म करना कुठाराघात है।

देशव्यापी आंदोलन के तहत भाकपा (माले) से संबंधित ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) के द्वारा देशव्यापी आव्हान पर भाजपा शासित राज्यों में लॉक डाउन के क्रम में गुपचुप तरीके से मजदूरों के अधिकार के कानून समाप्त करने के खिलाफ भाकपा (माले) जयनगर के द्वारा राजपूताना मोहल्ला में फिजिकल डिस्टेंस के साथ एक दिवसीय धरना दिया गया।

इस धरना के माध्यम से मांग किया गया की लॉकडाउन के बहाने, मजदूरों के अधिकारों को छीनना बन्द करो, लॉक डाउन की आड़ में गुलामी की आग में झोंकना बन्द करो, श्रम कानूनों के निलंबन बन्द करो, 12 घन्टे के कार्यदिवस का आदेश वापस लो, हर हप्ते में 72 घन्टे का काम ओवरटाइम वेतन खत्म करने, और डीए/डीआर कटौती करना बंद करो, मजदूरों की छंटनी करना बंद करो, श्रम अधिकारों को खत्म करना बंद करो, सभी भाजपा शासित राज्यों में श्रम कानूनों का निलंबन वापस लो, एवं लॉक डाउन में मालिको की तिजोरी भरने के लिए मजदूरों को बंधुआ बनाना बन्द करने की मांग सामिल है।

धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा कि श्रम कानूनों में बदलाव से 100 साल बाद आज फिर मजदूर को बंधुआ और दास बनाने का षड्यंत्र चल रहा है इस पर सारे मीडिया चुप है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान व गुजरात की भाजपा शासित सरकार आर्थिक गतिविधि पुनर्जीवित करने के नाम पर तीन साल के लिए विभिन्न श्रम कानूनों से राज्य के उद्योग को छूट देने की बात हैरान करने वाला है, यह कानून मजदूरों के लिए दास प्रथा जैसी स्थिति पैदा कर देगा। इसे बिल्कुल स्वीकार नही किया जा सकता। यह मानवाधिकारो का उलंघन करता है। आयोजित धरना में मो० मुस्तफा, चलित्तर पासवान, सुभाष चौधरी, रामचंद्र यादव, उपेंद्र यादव, केवल मंडल, मो० उमेद, रामसरण राम, कामेश्वर भगत सहित कई लोगों ने संम्बोधित किए।

मारवाड़ी युवा मंच ने जागरूकता अभियान चला बांटे मास्क

मधुबनी : जयनगर में मारवाड़ी युवा मंच शाखा के द्वारा आज बुधवार को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक महावीर चौक पर कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरुकता अभियान एवं फेस मास्क का वितरण किया गया। महावीर चौक पर इस अभियान के दौरान मारवाड़ी युवा मंच जयनगर शाखा के द्वारा जरूरतमंदों जैसे सब्जी विक्रेता, दूध विक्रेता, रिक्शा चालक आदि के बीच मास्क का वितरण किया गया। तथा कोविड 19 से बचने के उपायों से रूबरू कराया। कहा कि सतर्कता ही कोरोना से सुरक्षा दे सकता हैं। मास्क लगाएं और हाथों को सैनेटाइज जरूर करें।

कार्यक्रम के तहत लोगों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की सलाह भी दी।इस अवसर पर मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष मनीष कुमार बंका ने कहा की लॉकडाउन का पालन करें,घर पर रहे, सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।बेवजह घर से नही निकले,जरूरत कार्य से अगर घर से बाहर निकलते है तो फेस मास्क पहनकर ही निकले,कोई भी खाद्य सामग्री खरीदते या बेचते समय सोशल डिस्टेन्स का ख्याल रखें।इस अवसर पर मारवाड़ी युवा मंच के सचिव संदीप बैरोलिया,सुमीत सिंघांची, प्रकाश केसान, दिपक सुरेका, सौरभ जोशी, रोहित मोर,सोनू जोशी,रोशन बैरोलिया,संदीप सराफ, प्रशांत सराफ, अंकित अग्रवाल,पियूष सिंघानिया,राजू अग्रवाल,अंकित अग्रवाल, विजय चौधरी,मनीष मुरारका, संदीप सर्राफ अन्य मौजूद थे।

विधायक ने कोरोना वॉरियर्स को राहत सामग्री दिए, किया सम्मानित

मधुबनी : वैश्विक महामारी से विश्व परेशान है। इसे लेकर पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है। कोरोना से बचाव के लिए कई कड़े कदम उठाए गए है। लोगों से अपील की जा रही है कि अपने घरो मे रहकर सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन का पालन करें। आवश्यक कामों से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है।

ऐसे मे हमलोगो की सुरक्षा मे अपनी जान की परवाह किये बैगैर यह कोरोना वारियर्स सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी लगातार ड्यूटी निभा रहे है। खासकर सफाईकर्मी के द्वारा लगातार नगर की सफाई कर हमें स्वक्ष्ता प्रदान की जा रही है। उसी के मद्देनजर नगर के सुड़ी हाई स्कूल के प्रांगण मे सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुये नगर परिषद के सफाईकर्मियों कोरोना वारियर्स के बीच राष्ट्रीय जनता दल के नगर विधायक समीर कुमार महासेठ ने राहत सामग्री बाँटकर उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर मौके पर समाजसेबी निर्मल राय, सप्पू बैरौलिया सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। राहत सामग्रीयों के साथ विधायक समीर कुमार महासेठ के हाथो सम्मानित होने पर नगर परिषद के कोरोना वारयिर्स सफाई कर्मियों के चहरे पर काफी खुशी देखी गई।

14 मई को प्रवासी श्रमिकों के जगमग को ले तैयारियां हुई पूरी

मधुबनी : प्रवासी मजदूरों के आगमन को ले 12 मई को जिलाधिकारी डॉ० निलेश रामचन्द्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्य प्रकाश के द्वारा मधुबनी रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए निर्देश दिया गया था और तैयारियों का जायजा लिया था।

मधुबनी जिलाधिकारी के उक्त आदेश के अनुपालन के क्रम में कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद मधुबनी के द्वारा आज मधुबनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु घेरा एवं बैरिकेडिंग का निर्माण कराया गया है। उक्त ट्रेन से आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों के मेडिकल जांच की भी व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर की गयी है।

छात्रवास के किराए माफ करने को ले डीएम को लिखा पत्र

मधुबनी : छात्र संघर्ष समिति अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने जिला पदाधिकारी मधुबनी को पत्र लिखकर मधुबनी जिला के विभिन्न जगहों एवं मधुबनी शहरी स्थित छात्रावासों में रहकर अध्ययनरत छात्रों को करोना महामारी को लेकर मार्च से लेकर मई महीने तक तीन माह का छात्रावास का रूम किराया माफ करवाने का मांग किए है।

उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि मधुबनी शहरी में लगभग 500 से ऊपर छात्रावास है। सभी छात्रावासों में गरीब और किसान परिवार के छात्र रह कर अध्ययन कर रहे हैं। करोना महामारी को लेकर सरकार के आदेशानुसार सभी छात्रावासों से छात्रों को मार्च महीने में ही खाली करवा दिया गया था, जिसके कारण सभी छात्रावासों से छात्र मार्च महीने में ही अपने अपने घर चला गया था और अभी तक सभी छात्रावासों के छात्र अपने-अपने घर पर ही रह कर सरकार के आदेशानुसार लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं।

छात्रावासों के मालिकों द्वारा छात्रावास के छात्रों को लॉक डाउन अवधि मार्च से लेकर मई महीने का रूम किराया देने के लिए मोबाइल पर बार-बार फोन करके दवाब दिया जा रहा है। मधुबनी शहरी स्थित सभी छात्रावासों में गरीब और किसान परिवार के छात्र रहकर अध्ययन कर रहे हैं, जिसके कारण छात्रों को एकमुश्त मार्च से लेकर मई महीने तक तीन माह का छात्रावासों का रूम किराया देने में सक्षम नहीं है। इसीलिए मधुबनी शहरी स्थित सभी छात्रावासों में रह कर अध्ययनरत छात्रों को लॉक डाउन अवधि का मार्च से लेकर मई महीने तक 3 माह का छात्रावास का रूम किराया माफ करवाने की मांग किया है।

सुमित राउत

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