क्वारंटीन सेंटर्स पर सोशल डिस्टेंसिंग लागू करवाने में अधिकारी विफल, उड़ रही धज्जियां
नवादा : कोरोना पॉजिटिव मामले में जिले ने दहाई का अंक पार कर लिया है। सरकार की ओर से हर निर्देश में अधिकारियों को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करवाने को कहा जा रहा है। लेकिन, क्वारंटीन सेंटर्स पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और अधिकारी बेखबर है।
जिले के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग ने पत्रकारों के सूचना देने के उद्देश्य से बनाये गए ग्रुप में एक वीडियो डाला है जोकि रजौली के क्वारंटीन सेंटर का है। रोजा के दौरान अपल्पसंख्यक समुदाय के लोग एक जुट होकर रोजा तोड़ने और अल्लाह से कोरोना जैसी महामारी से देश को बचाने के लिए इबादत कर रहे हैं। लेकिन, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखा गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा उल्लंघन :
तस्वीर में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि इस क्वारंटीन सेंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है। लेकिन, आश्चर्य की बात यह है कि इस क्वारंटीन सेंटर पर एसडीओ, बीडीओ, सीओ को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें सरकार के सारे निर्देशों का पालन कराना है। ये अधिकारी यहां हर दिन दौरा करते हैं। बावजूद इसके वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करवा पा रहे हैं।
सेंटर पर मिल चुका है कोरोना पॉजिटिव मरीज :
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिले में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के खतरे से अधिकारी बेखबर हैं? क्या उन्हें नियमों की जानकारी नहीं है? या ऐसा सबकुछ उनकी लापरवाही की वजह से हो रहा है? अगर ऐसा है तो ये लापरवाही सब पर भारी पड़ सकती है। क्योंकि पिछले दो दिनों में जिले के विभिन्न क्वारंटीन सेंटर से 8 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। जिसमें एक पॉजिटिव मरीज इस सेंटर पर भी मिल चुका है।
ऐसे में अधिकारियों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है। नहीं तो लेने के देने पङने से कोई रोक नहीं सकता ।
डीएम ने मांगी विद्यालयों व शिक्षकों की सूची
नवादा : जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों के जिला में आगमन के मद्देनजर की जाने वाली व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है। बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का आगमन जिला में होना संभावित है। ऐसे में सभी मजदूरों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाना है ताकि उनकी जांच आदि एवं अन्य कार्रवाई की जा सके।
इस क्रम में शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि जिले के वैसे सभी विद्यालय जिसमें 20 या 20 से अधिक व्यक्तियों को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए रखा जा सकता है, उसकी सूची अविलम्ब प्रस्तुत करें। विद्यालय में प्रत्येक 10 व्यक्तियों पर एक शौचालय की व्यवस्था करें। उन्हें निर्देश दिया कि क्वारेंटाइन सेंटर संचालन हेतु चिन्हित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक ,शिक्षक की सूची, पदनाम एवं मोबाइल संख्या के साथ प्रतिवेदन उपलब्ध करायें। कस्तूरवा गॉधी बालिका विद्यालय में महिलाओं को रखा जाना है।
इस संबंध में उन्हें निर्देश दिया कि जिला अन्तर्गत सभी कस्तूरवा गॉधी बालिका विद्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए रखे जाने वाली महिलाओं की क्षमता का प्रतिवेदन तथा केन्द्र संचालक का विस्तृत व्योरा अविलम्ब उपलब्ध करायें। विद्यालय में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों हेतु भोजन बनाने के लिए रसोइया तथा साफ-सफाई करने वाले कर्मी की सूची तैयार करें। सभी विद्यालय में चाहरदिवारी, चापाकल, समरसेबुल अनिवार्य रूप से हो,इसकी सूची तैयार करें।
विद्यालयों एवं प्रखंड के बीच समन्वय स्थापित करते हुए शिक्षा विभाग की ओर से सभी सीआरसीसी कार्य करेंगे। जिले के सभी विद्यालयों में क्वारेंटाइन केन्द्र बनाया जायेगा, जिसका पर्यवेक्षण एवं कार्यां काअनुश्रवण जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया।
पुलिस से पति को बचाने के लिए पत्नी ने किया ये उपाए
नवादा : मंगलवार करीब साढे नौ बज रहे थे। नवादा नगर के मेन रोड में एक अधेड़ दंपती पर नजर पड़ी। पूछने पर महिला ने बताया कि नवीन नगर मोहल्ला से आए हैं। बाजार में काम क्या था, क्या खरीदारी करनी थी इन सवालों पर पति झेप गए। पत्नी ने पति की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनको कुछ काम था, पुलिस पीट न दे इसलिए मैं साथ आ गई। कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन चल रहा है। नियम कानून सख्त हैं। कुछ ढील दी गई है तो शर्तों के साथ। अर्थात बेवजह बाहर नहीं आना है। लेकिन, घर में बैठे-बैठे लोग ऐसे उब गए हैं कि बिना काम काज के ही बाहर आ जा रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि बाजार की तस्वीर क्या है कम से कम लॉकडाउन की अवधि में एक बार जरूर देख लें।
नवादा कलेक्ट्रेट के पास भदौनी गांव के अर्जुन प्रसाद मिले। पूछने पर बताया कि सामान लेने आया हूं। बिहारशरीफ बस पड़ाव की ओर जा रहे थे। क्या काम था, बताने से परहेज कर गए। कई लोगों से बातचीत हुई लेकिन काम क्या है, साफ बताने से मुकरते दिखे। पुलिस-प्रशासन का काम वाहनों की जांच तक सिमट गया है। जहां-तहां नाका लगा दो पहिया व चार पहिया वाहनों की जांच की जाती है। परिवहन नियमों का उल्लंघन और कागजातों की कमी पर वाहनों की जब्ती या जुर्माना वसूली तक ही प्रशासन सिमट कर रह गई है।
ऐसे में बाजारों में भीड़-भाड़ बढ़ी है, तो लॉकडाउन व फिजिकल डिस्टेंसिग का उल्लंघन भी हो रहा है। वैसे बाजार भी धीरे-धीरे खुल रहे हैं तो लोगों का आना-जाना भी स्वभाविक ही है।
सिरदला, हिसुआ व मेसकौर के छह प्रवासी कोरोना पॉजिटिव
नवादा : जिले में प्रवासी मजदूरों में कोरोना संक्रमण का सिलसिला शुरू हो गया है। लगातार छह और प्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी जिले के सिरदला (4), हिसुआ (1) और मेसकौर (1) प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले हैं। सभी संबंधित प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे थे। सैंपल लिए जाने के बाद उन्हें जिला मुख्यालय स्थित क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया था। बहरहाल, जिले में अब तक कुल 13 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें नौ प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं। रेड जोन से वापस लौटे लोगों की रैंडम सैंपल जाच के तहत इन छह युवकों के भी सैंपल लिए गए थे और जाच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है।
हिसुआ के कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बारे में कहा जा रहा है कि वह 8 मई को मुंबई से वापस लौटा था। जबकि सिरदला का एक कोरोना संक्त्रमित दिल्ली से वापस लौटा था। सिरदला आइटीआइ में थर्मल स्क्त्रर्ींनग के बाद उसे प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया था। मेसकोर का 7 मई श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मुंबई से लौटा था। छह संक्त्रमिकों की पुष्टि होने के बाद उनके संपर्क चेन के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। हाई कॉन्टैक्ट वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।
सिरदला प्रखंड के अब तक छह मजदूर पाए गए कोरोना संक्त्रमित जिले के सिरदला प्रखंड क्षेत्र में अब तक छह प्रवासी मजदूर कोरोना संक्त्रमित पाए गए हैं। इसमें शामिल पहले युवक की जाच रिपोर्ट 8 मई को आई थी। जबकि दूसरे की रिपोर्ट 10 और चार की रिपोर्ट 11 मई को आई। दो गुजरात के अहमदाबाद से व तीसरा दिल्ली से वापस लौटे हैं।
पूर्व में मिले दो कोरोना संक्रमित एक ही ट्रक से अहमदाबाद से लौटे थे। तीसरे के बारे में कहा जा रहा है कि वह निजी वाहन से गोपालंगज और फिर वहा से सरकारी बस से नवादा लौटा है। हालाकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। इधर, हिसुआ के एक गाव के रहने वाले प्रवासी मजदूर के बाबत मिल रही जानकारी के अनुसार, वह 8 मई को मुंबई से वापस लौटा है।
जिले के पाच प्रखंडों में पहुंचा कोरोना संक्रमण :
जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या नौ तक पहुंच गई है। अब तक जिले के पाच प्रखंड इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। नवादा नगर सहित मेसकौर, हिसुआ सिरदला व रजौली प्रखंड में कुल नौ लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। फिलहाल जिले के नौ प्रखंड सुरक्षित है। दूसरी ओर, नौ संक्रमितों में तीन लोग कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ हो चुके हैं। नवादा नगर के एकमात्र और मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के दोनों मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वहीं, हिसुआ की एक महिला का इलाज गया जिला स्थित एएनएमसीएच में चल रहा है। शेष नवादा जिला मुख्यालय स्थित आइसोलेशन वार्ड में हैं। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने की संभावना बनी हुई है।प्रवासी मजदूरों में लगातार शिकायतें आने के बाद जिला प्रशासन सकते में है।
पुलिस द्वारा दवा दुकानदार की पिटाई से आक्रोश
नवादा : पुलिस द्वारा नगर के अस्पताल रोड में दवा दुकानदार की बेरहमी से पिटाई कर दी गयी। जख्मी को ईलाज के लिये सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद दवा दुकानदारों में आक्रोश देखा जा रहा है । यह हाल तब है जब कुछ शर्तों के साथ अधिकांश दुकानों को खोलने के आदेश निर्गत किये गये हैं।
बताया जाता है कि दुकानदार जो अस्पताल रोड में सूरज मेडिकल हॉल के नाम से है उसका प्रोपराइटर अपने दुकान के पास दुकान खोल कर खड़ा था और उसको बेरहमी से पुलिस वाले ने मारपीट किया। दुकान पर मारपीट किया उससे पुलिस को मन नहीं भरा तो प्रजातंत्र चौक पर ले जाकर मारपीट किया। मारपीट की घटना में वे बुरी तरह से जख्मी हो गए । जख्मी को ईलाज के लियेसदर अस्पताल में भर्ती कराया गया ।दवा बिक्रेता संघ द्वारा जारी अपना पहचान पत्र दिखाने के बाद भी पुलिस ने अपने अमानवीय हरकत से आज दवा विक्रेता के साथ मारपीट कर अपना असली रूप दिखा दिया।
नवादा जिला दवा विक्रेता संघ इस घटना का पुरजोर विरोध किया है । संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश राय ने कहा है कि अगर पुलिस वाले इसी तरह से नवादा जिला के दवा विक्रेता के साथ मारपीट करते रहेंगे तो विवश होकर नवादा जिला के सभी दवा दुकानदार अपने-अपने दवा दुकान को बंद कर देंगे।
जिला भाजपा महामंत्री का हृदयगति रूकने से निधन
नवादा : जिला भाजपा महामंत्री रंजीत कुमार का अचानक देर रात हृदयगति रूकने से निधन हो गया । उनके निधन की सूचना मिलते ही भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई । मंगलवार सुबह उनके पैतृक गांव नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के कोशला श्मशान में समर्थकों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया ।
बताया जाता है कि देर शाम उनकी तबियत अचानक खराब होने के बाद उन्हें इलाज के लिए ग्रामीण नवादा ला ही रहे थे कि रास्ते में उनकी मौत हो गयी । वे भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ताओं में से एक थे। इसके पूर्व वे उपाध्यक्ष पद पर रह चुके थे। गायत्री परिवार नवादा के सक्रिय सदस्य रहे । वे अपने पीछे पत्नी समेत एक पुत्र व एक पुत्री छोङ गये हैं ।
उनके निधन पर विधायक अनिल सिंह, अरूणा देवी, जिलाध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना, महामंत्री रामानुज कुमार पूर्व अध्यक्ष केदार सिंह, प्रो डा विजय कुमार सिन्हा, विनय कुमार, मोहन कुमार गुप्ता, अरविंद कुमार गुप्ता, विनोद कुमार भदानी, गौरव कुमार शांडिल्य समेत सैकङों कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त करते हुए परिवार को सांत्वना दी है ।
महिला की रहस्यमयी मौत, सनसनी
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के ढकनी छोर गांव में तड़के एक महिला की रहस्यमयी मौत हो गई। मृतका की पहचान चमेलिया देवी (35 वर्ष) के रूप में हुई। इससे इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना के बाद थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी एसटीएफ के जवानों के साथ गांव पहुंचे। मृतका के स्वजनों और ग्रामीणों से पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, नवादा भेज दिया। मृतका की मां समरी देवी ने थाने में लिखित आवेदन देकर जांच की मांग की है।
क्या है घटना
मृतका के पति सिरदला थाना क्षेत्र के पड़रिया गांव निवासी मुनेश्वर भुइयां ने बताया कि ससुराल (ढकनी छोर गांव) में रात सभी लोग साथ में खाना खाकर घर में सो गए थे। तड़के अपनी पत्नी को उठाया तो व कुछ नहीं बोल रही थी। जिसके बाद शोर मचाया तो दूसरे घर से सास-ससुर आए। कुछ ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए। महिला के नहीं उठने पर सभी ने कहा कि मौत हो गई है। स्वजनों का कहना है कि महिला पूरी तरह से स्वस्थ थी, लेकिन अचानक हुई मौत से स्वजन से लेकर ग्रामीण तक काफी चितित है।
कहते हैं थानाध्यक्ष
शुरुआती जांच में महिला की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चलेगा। मामले की जांच की जा रही है, सुजय विद्यार्थी, थानाध्यक्ष।
चार बच्चों से छिना मां का साया :
मृतका चेमेलिया देवी अपने पीछे चार बच्चों को छोड़ गई। मां का साया छीन जाने से उनके बच्चों की हालत खराब है। बच्चे अपनी मां के शव से लिपटकर रो-रो कर कह रहे थे कि मां उठ जाओ, सुबह हो गई है, खाना बनाओ, खाना है। बच्चों की यह दशा देख वहां मौजदू सभी की आंखे नम हो जा रही थी। मृतका का बड़ा पुत्र 10 वर्षीय पप्पू कुमार को इस बात की जानकारी हो गई थी कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है ,लेकिन वह अपनी छोटी बहनों को संभाल पाने की हालत में नहीं था। 9 वर्षीय बेटी कंचन ने रो-रो कर बताया कि मां उसे बहुत प्यार करती थी और मेहनत मजदूरी कर दो पैसा कमा कर हम लोगों के लिए सभी जरूरत की चीज पूरी करती थी।
लॉकडाउन के बाद वारिसलीगंज के नए आरओबी पर दौड़ने लगेंगे वाहन
नवादा : जिले के वारिसलीगंज बाजार को जाम से मुक्ति दिलाने को लेकर एसएच-83 पर वारिसलीगंज बाइपास में रेलवे स्टेशन के उत्तर आरओबी का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। कार्य समाप्ति पर है। लॉकडाउन के बाद आम लोगों के लिए खोले जाने की संभावना है। निर्माण कंपनी के अधिकारियों के अनुसार 99 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। लॉकडाउन की समाप्ति तक लगभग सभी कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बीच के दिनों में काम बंद था, लेकिन सरकार से आदेश मिलने के बाद इधर कुछ दिनों में बचे हुए कार्य को लगभग पूरा कर लिया गया है। शनिवार तक ढ़लाई वाले स्थान पर कालीकरण का बचा हुआ कार्य भी पूरा कर लिया गया है।
बता दें बाघी बरडीहा मोड़ से बरबीघा तक करीब 38 किलोमीटर एसएच-83 सड़क दो वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो चुका है। परंतु सड़क बनने के बाद बरबीघा से झारखंड, सिकन्दरा से धनबाद, कोलकाता आदि स्थानों तक चलने वाले वाहनों समेत सकरी नदी के विभिन्न बालू घाटों से प्रतिदिन सैकड़ों छोटे बड़े वाहन वारिसलीगंज बाजार होकर गुजरती है। जिससे बाजार वासियों को जाम से जूझना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों की मांग पर बाइपास होकर रेलवे स्टेशन से उत्तर सिमरीबीघा गांव के पास आरओबी के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई थी। 2016 में जब आरओबी का कार्यारंभ किया गया तब भूमि अधिग्रहण से संबंधित विवाद उभरा। जिसमें निर्माण कंपनी को एक वर्ष तक कार्य रोकना पड़ा।
अब निर्माण में आए सारी बाधाएं दूर कर कार्य पूरा कर दिया गया है। जिससे वारिसलीगंज निवासियों को जाम से बड़ी राहत मिलेगी। कार्य पूरा होने की सूचना पर क्षेत्र वासियों में खुशी है। अधिकारियों ने बताया कि इसी माह में आरओबी का उद्घाटन संभावित है।
तीन वर्षों से फॉगिग मशीन खराब, मच्छरों का प्रकोप बढ़ा
नवादा : एक तरफ लोग कोरोना महामारी से भयभीत हैं। वहीं दूसरी तरफ, जलवायु परिवर्तन के बाद मच्छरों का कहर आफत बनकर टूट पड़ा है। इससे हर कोई परेशान है। रोगों के संवाहक मच्छरों से निपटने के लिए नगर परिषद उदासीन है। पिछले तीन साल से फॉगिग मशीन खराब पड़ी हुई है। अब तक न तो मशीन दुरुस्त हुई और ना ही नई मशीन खरीदने की दिशा में पहल की गई। इसके कारण शहर में दवा का छिड़काव नहीं हो पा रहा है। इसका शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। 2013 में मशीन की हुई थी खरीदारी
नप कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, 013 में फॉगिग मशीन की खरीदारी की गई थी। उस वक्त करीब दो लाख रुपये लागत आई थी। गर्मी का मौसम आते ही नगर परिषद के हरेक वार्ड में दवा का छिड़काव कराया जा रहा था। 2017 से खराब पड़ी है फॉगिग मशीन
नगर परिषद द्वारा वर्ष 2016 में मोहल्लों में दवा का छिड़काव कराया गया था। इसके बाद फॉगिग मशीन खराब हो गई। बेंगलुरु से कंपनी के इंजीनियर मशीन को दुरुस्त करने नवादा पहुंचे थे, लेकिन मशीन को ठीक नहीं किया जा सका। इसके बाद बुडको को फॉगिग मशीन उपलब्ध कराने को कहा गया था, लेकिन मशीन उपलब्ध नहीं हो सकी। फॉगिग मशीन खराब रहने के कारण शहरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मच्छरों के डंक से परेशान हैं शहरवासी
मौसम में बदलाव होने के बाद मच्छरों का कहर जारी है। मच्छरों की डंक से परेशान शहरवासियों की नींद उड़ गई है। मच्छरों का कहर दिन-रात एक समान है। लोगों की नींद पूरी नहीं हो पा रही है। इससे कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। डेंगू, जेई व मलेरिया रोग फैलने का सता रहा भय
शहरवासियों को बीमारी फैलने का भय सताने लगा है। मच्छरों के काटने से होनी वाली डेंगू, जेई व मलेरिया जैसे जानलेवा बीमारी फैलने के डर से लोग भयभीत दिख रहे हैं। लोग अपने-अपने क्षेत्र के वार्ड पार्षदों के पास शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
नियमित साफ-सफाई नहीं होने से मोहल्लों में गंदगी का अंबार
शहर के मिर्जापुर मोहल्ला निवासी सुमीत कुमार, बंटू कुमार, रिक्की कुमार, प्रीतम कुमार, मालगोदाम के दिव्य रौशन, उदय कुमार, न्यू एरिया के संजीव कुमार, विश्वास कुमार समेत कई लोगों ने वार्ड पार्षद के पास शिकायत दर्ज कराई है। लोगों ने बताया कि नियमित साफ-सफाई नहीं होने से मोहल्लों में गंदगी का अंबार लगा है। नाला हमेशा जाम रहता है।
गर्मी का मौसम आते ही मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। रात में नींद पूरी नहीं हो पाती है। बीमारी फैलने का भी डर बना हुआ है। लोगों ने वार्ड पार्षदों से शिकायत दर्ज कर नियमित साफ-सफाई कराने व अविलंब फॉगिग मशीन से दवा का छिड़काव कराने की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
शहर की नियमित साफ-सफाई कराई जा रही है। नगर परिषद क्षेत्र के हरेक मोहल्लों में ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव कराया गया है। साथ ही मोहल्लों को सैनिटाइज किया गया है। फॉगिग मशीन खराब रहने के कारण दवा का छिड़काव नहीं हो पा रहा है। नप की बैठक में नई फॉगिग मशीन की खरीदारी करने का प्रस्ताव पारित हो चुका है। खरीदारी के लिए ऑर्डर दिया जा चुका है। बहुत जल्द फॉगिग मशीन नप कार्यालय में उपलब्ध हो जाएगा। इसके बाद हरेक वार्ड को अलग-अलग मशीन उपलब्ध हो जाएगा। शहरवासियों की परेशानी को बहुत जल्द दूर किया जाएगा।
देवेंद्र सुमन, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नवादा।