विदेश से लौटे प्रवासी बिहारियों का करें सहयोग : सुदामा कुमार
गया : भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के आदेश पर मगध प्रमंडल के आयुक्त की देखरेख में विदेशों से आ रहे बिहार के लोगों के लिए बोधगया के होटलों, गेस्ट हाउसों और बुद्धिस्ट मठों में इक्कीस दिनों के लिए क्वारंटाइन करने का निर्णय लिया गया है। इससे बोधगया के महीनों से लॉकडाउन के चलते बंद पड़े होटल व्यवसाय को जहां प्रोत्साहन मिलेगा वहीं कोरोना वैश्विक महामारी के समय में विदेशों से आ रहे आगंतुकों को सेवा करने का एक मौका भी मिलेगा।
बोधगया होटल एसोसिएशन के महासचिव सुदामा कुमार को प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि इनके आवासन और खानपान के खर्चों का वहन आगन्तुकों द्वारा स्वयं किया जाएगा। होटलों एवम गेस्ट हाउसों के कर्मियों की इस लॉकडाउन के कारण अनुपस्थिति के संबंध में बताए जाने पर बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि चूंकि आनेवाले आगन्तुकगण क्वारंटाइन में रहेंगे इसलिए उन्हें बहुत ज्यादा विलासितापूर्ण सुविधा की आवश्यकता नहीं रहेगी।
होटल के सभी कर्मी पूर्ववत लौटकर इनके आवासन के दौरान अगर नहीं आ पाते हैं तो विशेष परिस्थितियों में थोड़ा कम सुविधा और जरूरतभर कर्मियों से भी होटल/गेस्ट हाउस संचालक आवासन देने को तत्पर रहें। मंदिर संचालकों को भी आवासन के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। हालांकि कुछ बौद्ध मठों/धर्मशाला/मंदिरों के संचालको ने बैठक के दौरान प्रशासन को देश के इस विपदा की घड़ी में कन्नी काटने के लिये सिर्फ होटलों में ही आवास न सुनिश्चित करने के लिए कहा जिसे प्रशासन ने अनसुना कर दिया। जबकि बोधगया में बने ये बौद्ध मठ आम दिनों में विदेशी आम दिनों में विदेशी पर्यटकों को अपने यहां निरन्तर ठहराते रहे हैं।
विदित हो कि 13 मई के बाद से लगभग आठ हजार आगन्तुकगणों का बोधगया में आना प्रस्तावित है जिसके लिए बोधगया में क्षमता के अनुसार होटलों व गेस्ट हाउसों में पर्याप्त कमरे उपलब्ध नही हो सकेंगे। विदेशी मंदिरों और बौद्ध मठों के नाम पर इनके द्वारा जो सैकडों-सैकड़ो आधुनिक सुविधायुक्त कमरे बनाए गए हैं वे आखिर किनके लिए बनाए गए हैं और फिर ये अपने मठों में अन्य विदेशी पर्यटकों को किन नियमों के आधार पर ठहराते हैं इसकी तहकीकात जिला प्रशासन को करनी चाहिए। दुनियां में व्याप्त इस महामारी के समय ट्रस्ट और सोसायटी एक्ट के अंतर्गत बने इन विदेशी मठों/धर्मशालाओं के संचालक अगर अपने विशाल भवनों और उनमें बने कमरों के उपयोग करने से मना करते हैं तो इनका धर्मशाला का कोई औचित्य भारत के परिपेक्ष्य में नही है और ट्रस्ट/सोसाइटी एक्ट का उल्लंघन भी है।
सुदामा कुमार ने बताया कि इस संबंध में हुई बैठक में आयुक्त, जिलाधिकारी के अलावा, सिटी एसपी, पुलिस उपाधीक्षक बोधगया, थानाध्यक्ष, सेक्रेटरी बीटीएमसी, विभिन्न मंदिरों/मठों के संचालकगण, होटल एसोसिएशन के पदाधिकारीगण व संचालकगण, ट्रैवेल एसोसिएशन के अध्यक्ष, बोधगया नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी व अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे।
केसी त्यागी को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने पर दी बधाई
गया : जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव समाजवादी विचार धारा के शुभचिंतक केसी त्यागी को उत्तर प्रदेश जनता दल यूनाइटेड का प्रभारी बनाए जाने पर जदयू राज्य परिषद सदस्य अरुण कुमार राव, जदयू महानगर के सचिव प्रमोद कुमार सिन्हा अधिवक्ता, जदयू नेता अरविंद प्रियदर्शी एवं जदयू नेता ऋतुराज(मुन्नू ) ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इन नेताओं ने कहा उन्हें पूरा विश्वास है की आपके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में पार्टी न सिर्फ और मजबूत होगी बल्कि उत्तर प्रदेश की जनता कि उम्मीदों पर खरी उतर कर जन-जन की आवाज बनेगी
जदयू के पूर्व उपाध्यक्ष भोला यादव ने सिंदुआरी गोलीकांड की सीबीआई जांच की मांग
गया : जदयू के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सह समाजसेवी भोला यादव प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहां की विगत कुछ दिन पूर्व गया जिले के कोंच प्रखंड के सिंदुआरी गांव में जो घटना घटी है वह मार्मत करने वाली घटना है। श्री यादव ने कहा कि हम भारत सरकार एवं बिहार सरकार से मांग करते हुए कहा कि सिंदुआरी गोलीकांड का घटना को सीबीआई जांच कराया जाना चाहिए तभी मामले का उजागर होना संभव होगा। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उसे अविलंब गिरफ्तारी किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिहार में अभी सुशासन की सरकार है कोई भी अपराधी घटना का अंजाम देकर बच नहीं सकता है। श्री यादव ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में जो लोग जाति के नाम पर आग लगाने का काम कर रहे हैं उन्हें भी चिन्हित करके अविलंब गिरफ्तार होना चाहिए।
पंकज कुमार सिन्हा