10 मई : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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जिओजेब्रा ज्यामिति प्रमेय को प्रमाणित करने का बेहतर सॉफ़्टवेयर

दरभंगा : स्नातकोत्तर गणित विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा एवं गणित विभाग ,आर के कॉलेज , मधुबनी के संयुक्त प्रयास से सुदूर प्रशिक्षण मोड के माध्यम से गणितीय सॉफ़्टवेयर ‘जिओ जेब्रा ‘ पर एक सप्ताह के संकाय विकास कार्यक्रम का आज पाँचवा दिन है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे द्वारा विकसित स्पोकन-ट्यूटोरियल सॉफ्टवेयर ट्रेनिंग प्रोजेक्ट के सहयोग से यूनिवर्सिटी को-ऑर्डिनेटर-स्पोकन ट्यूटोरियल की प्रेरणा, जो भारत सरकार ,मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित आईसीटी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन की एक परियोजना है।

आज का कार्यक्रम गणितीय प्रमेय पाइथागोरस प्रमेय की शुरुआत के साथ शुरू हुआ, जो कि एक प्राचीन गणितज्ञ बौधायन के नाम और वैदिक गणित पर आधारित इसके प्रमाण के बाद, बौधायन प्रमेय के समान है। डॉ डी के यादव ने कहा कि पाइथागोरस प्रमेय को पाइथागोरस से कई दशक पहले ही भारत में विकसित किया जा चुका है और 8 वें ऑडियो-वीडियो व्याख्यान में चर्चा किए गए प्रमाण पूरी तरह से बौधायन प्रमेय पर आधारित है। उन्होंने वैदिक गणित से ली गई पाइथागोरस प्रमेय की एक प्रति भी समूह में प्रतिभागियों को साझा की। स्नातकोत्तर गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो एन के अग्रवाल ने मिड-पॉइंट प्रमेय और इसके प्रमाण के बारे में विस्तार से चर्चा की, जो स्कूल से लेकर कॉलेज स्तर तक की ज्यामिति में मेंसुरेशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने हलकों पर स्पर्शरेखाओं को आकर्षित करने की तकनीकों के बारे में भी बताया, जिसकी चर्चा 9 वें ऑडियो-वीडियो व्याख्यान में की गई है।

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9 वें ऑडियो-वीडियो व्याख्यान के दूसरे सत्र में जारी रखते हुए, प्रशिक्षण समन्वयक-बिहार राज्य सुश्री ज़हेरा शेख द्वारा कई सॉफ्टवेयर संबंधित तकनीकों को समझाया गया। उन्होंने बताया कि कैसे नए टूलबार बनाने के लिए, नए टूलबार को जोड़ने के लिए, नए टूल बार मेनू में टूल बार को हटाने और जोड़ने के लिए तथा प्रो केके साहू, विश्वविद्यालय समन्वयक, स्पोकन ट्यूटोरियल, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने कई क्षेत्रों में इसके अनुप्रयोगों पर चर्चा की। कॉलेज परियोजना और असाइनमेंट के लिए स्कूल परियोजना के लिए उन्होंने शोध के क्षेत्र में जियोगे के महत्व को भी जोड़ा।

सभी प्रतिभागियों ने दिन का आनंद लिया और कार्यक्रम में एक विषय के रूप में वैदिक गणित की शुरुआत का स्वागत किया। उन्होंने आज के पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया। यह सत्र एक संदेह सत्र के साथ समाप्त हुआ जिसमें गणित के क्षेत्र में प्राचीन भारतीय योगदान और परियोजना से लेकर अनुसंधान क्षेत्र तक सॉफ्टवेयर के अनुप्रयोग पर चर्चा हुई। डॉ एन.के. अग्रवाल और डॉ डी के यादव ने प्रश्नों का उत्तर दिया और डॉ के के साहू और सुश्री ज़ाहिरा शेख द्वारा सॉफ्टवेयर तकनीकीताओं को समझाया गया ।

राम कृष्णा कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार मंडल ने ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए प्रतिभागियों और टीम के सदस्यों को सफल पांचवें दिन के लिए बधाई दी।

दरभंगा में भारत विकास परिषद् की नई शाखा भारती मंडन का हुआ गठन

दरभंगा : स्वामी विवेकानंद जन्म शताब्दी वर्ष 1963 में स्थापित भारत विकास परिषद् एक सामाजिक, सांस्कृतिक एवं गैर राजनीतिक संस्था है, जिसकी देश भर में 1400 से अधिक शाखाएं कार्यरत हैं। यह समाज के प्रबुद्ध एवं संपन्न व्यक्तियों का संगठन है जो समाज में सेवा एवं संस्कार के माध्यम से भारतीय संस्कृति पर आधारित समाज-निर्माण हेतु कार्यरत है। उक्त बातें विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग की प्राध्यापिका प्रो पुष्पम नारायण के मिर्जापुर,दरभंगा स्थित आवास पर यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व उप शाखा प्रबंधक अनिल कुमार ने दरभंगा में परिषद् की नई शाखा ‘भारती- मंडन’ के गठन हेतु आयोजित सात संस्थापक एवं सक्रिय सदस्यों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि परिषद् अपने पांच प्रमुख सूत्रों- सम्पर्क, सेवा, सहयोग, संस्कार व समर्पण के आधार पर नि:स्वार्थ भाव से समाजसेवा करता रहा है। नई शाखा इन कार्यों को आगे बढ़ाएगी।

वाणिज्य के प्राध्यापक सह एपेक्स फाउंडेशन, दरभंगा के अध्यक्ष डा के के चौधरी ने कहा कि यह पारिवारिक एवं सांस्कृतिक संस्था है जो हमेशा ही खुशहाल समाज तथा विकसित राष्ट्र-निर्माण हेतु कार्य करती है। परिषद् की नवगठित भारती-मंडन शाखा समाज के गरीब,वंचित व जरूरतमंद लोगों की सेवा करेगा। गठन के साथ ही कोटा से मणिपुर जा रहे 40 छात्र-छात्राओं को प्रो पुष्पम नारायण द्वारा दरभंगा में भोजन-पानी उपलब्ध कराना सराहनीय कार्य है।
बिहार विद्युत विभाग के पूर्व लेखा पदाधिकारी दीनानाथ सिन्हा ने कहा कि परिषद् के उद्देश्य एवं कार्य अत्यंत ही प्रेरक एवं सराहनीय हैं। मैं दरभंगा में नव गठित शाखा के मार्फत समाजसेवा करता रहूंगा।उन्होंने शाखा को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। समस्तीपुर रेल मंडल के अवकाश प्राप्त अभियंता श्रीरमण अग्रवाल ने कहा कि समाज का सर्वांगीण विकास करते हुए स्वस्थ, समर्थ व संस्कारित भारत का निर्माण करना ही परिषद् का मूल उद्देश्य है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि नवगठित शाखा इन उद्देश्यों की पूर्ति करने में समर्थ होगी।

मारवाड़ी महाविद्यालय के वर्सर एवं एनएसएस पदाधिकारी डा अवधेश प्रसाद यादव ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के दौर में स्थापित यह शाखा अपने सेवा,सहयोग एवं जागरूकता के द्वारा कोरोना को मात देने में समाज को पूरा सहयोग करेगी। फिर अपने प्रेरक कार्यों से शिक्षित, संस्कारित तथा समृद्ध समाज एवं मजबूत राष्ट्र के निर्माण में अपना सार्थक सहयोग करती रहेगी। कोयलास्थान हाई स्कूल की विज्ञान शिक्षिका डा अंजू नारायण ने कहा कि महादेवी वर्मा, डा लक्ष्मीमल सिंघवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री जगमोहन, बिहार के पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति एम रामा जोइस, न्यायमूर्ति हंसराज खन्ना आदि परिषद् के सदस्य रह चुके हैं। संगठन एवं कार्य की दृष्टि से भारत को 9 क्षेत्रों तथा 73 प्रांतों में विभाजित किया गया है। देश भर में परिषद् के लगभग 1600 स्थाई सेवाकार्य चल रहे हैं, जिनमें अस्पताल,पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड केंद्र,डिस्पेंसरी, फिजियोथेरेपी केंद्र, ब्लड बैंक,शिक्षण संस्थान,प्रशिक्षण केंद्र,पुस्तकालय तथा जलशालाएं आदि शामिल हैं।

सदस्यों का धन्यवाद करते हुए विश्वविद्यालय के ललित कला-संकायाध्यक्ष प्रो पुष्पम नारायण ने कहा कि दरभंगा के लिए यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि परिषद् की एक और शाखा सामाजिक, शैक्षणिक व सांस्कृतिक कार्य करने हेतु स्थापित की गई है।

अतिथियों का स्वागत करते हुए सी एम कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष सह नवगठित शाखा के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि नवगठित शाखा स्वच्छता, स्वास्थ्य तथा शिक्षा के कार्यक्रमों को प्रमुखता से करते हुए अन्य समाजसेवा तथा जागरूकता का कार्यक्रम करेगी। कोरोना वायरस नियंत्रण में सहयोग इसका तात्कालिक मुख्य कार्य है। विशेष रूप से ‘भारत को जानो प्रतियोगिता’, ‘राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता’ तथा ‘गुरु-वंदन छात्र-अभिनंदन’ कार्यक्रम इस संस्था का लोकप्रिय एवं अद्वितीय कार्यक्रम हैं, जिन्हें भविष्य में प्राथमिकता दी जाएगी। शारीरिक दूरी रखते हुये कार्यक्रम का प्रारंभ विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पण व राष्ट्रीय गीत तथा समापन राष्ट्रगान के सामूहिक गायन से हुआ।

एबीवीपी ने जरूरतमंदों के बीच किया खाद्य सामग्री का वितरण

दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा जिला इकाई द्वारा डरहार गाँव मे स्वामी विवेकानंद भंडारगृह के माध्यम से जरूरतमंद व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री व मास्क का वितरण आरएसएस के प्रचारक रहे रामबहादुर चौधरी के नेतृत्व में किया गया।

इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग प्रमुख डॉ कन्हैया चौधरी ने कहा कि अपने स्थापना काल से ही अभाविप का पहचान छात्र , समाज व राष्ट्रहित में कार्य करने के लिए मानी जाती है, संकटकाल में समाज व देश के लिए संगठन के कार्यकर्ता सदैव खड़े होते है जिस कारण अभाविप में आम छात्रों व समाज के हर वर्गों का विश्वास निरंतर कायम है, हम देख रहे है इस कोरोना काल मे जब समाज मे सभी संगठन के कार्यकर्ता अपने अपने घरों में है तब भी आभाविप स्वामी विवेकानंद भंडारगृह के माध्यम से लगातार लॉकडौन में जरूरतमंद व्यक्तियों तक भोजन सामग्री उपलब्ध करवा रहा है, इस भंडारगृह का उद्देश्य ही है कि हमारे कोई भी अपने अन्न के बिना भूखा न सोये क्योकि वैश्विक महामारी कोविड से व्यक्ति पर मानशिक आर्थिक दोनो प्रभाव पर रहा है, अतः सेवा भाव को मानकर अभाविप द्वारा यह कार्य किया जा रहा है।

इस अवसर पर प्र. का.स.स. सूरज मिश्रा ने कहा कि लॉकडौन एक से ही संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा जिले के हर केंद्र पर सेवा का कार्य अनवरत रूप से चलाया जा रहा है, खाद्य सामग्री वितरण से पूर्व जरूरतमंद व्यक्तियों को हमलोग संगठन के कार्यकर्ताओं के माध्यम से चिन्हित करते है तत्पश्चात उनतक आवश्यक खाद्य सामग्री का वितरण करते है, इस लॉकडौन मे स्वामी विवेकानंद भंडारगृह सदैव जरूरतमंद व्यक्तियों तक भोजन सामग्री उपलब्ध करवाने का कार्य करेगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय संयोजक पिंटू भंडारी, विभाग संयोजक सुमित सिंह, प्रिंस चौधरी, विभाग संगठन मंत्री हेमंत मिश्रा कार्यालय मंत्री प्रिंस चौधरी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मुरारी ठाकुर

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